अपराध
मुंबई: बीएमसी रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल जारी; सायन अस्पताल के डॉक्टर पर हमले के बाद आजाद मैदान में विरोध प्रदर्शन।

मुंबई के सायन अस्पताल में नशे में धुत मरीजों और उनके रिश्तेदारों द्वारा एक महिला रेजिडेंट डॉक्टर पर हमला किए जाने के एक दिन बाद, बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के रेजिडेंट डॉक्टरों ने घोषणा की है कि जब तक सुरक्षा बढ़ाने और केंद्रीय स्वास्थ्य सेवा संरक्षण अधिनियम के कार्यान्वयन की उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी।
रेजिडेंट डॉक्टर आज (सोमवार, 19 अगस्त) मुंबई के आज़ाद मैदान में महिला स्वास्थ्य कर्मियों के असुरक्षित मानकों के विरोध में मौन मार्च भी निकाल रहे हैं। रक्षाबंधन के अवसर पर प्रदर्शनकारी रेजिडेंट डॉक्टर ‘अपनी बहन के लिए न्याय’ की मांग कर रहे हैं। इस विरोध प्रदर्शन को जनता का समर्थन भी मिल रहा है।
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक रेजिडेंट डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की भयावह घटना के बाद, बीएमसी में महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (एमएआरडी) ने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का समर्थन करते हुए 13 अगस्त से वैकल्पिक सेवाओं को निलंबित करने की घोषणा की थी।
हालांकि, रविवार को मुंबई में स्थिति और भी गंभीर हो गई जब बीएमसी द्वारा संचालित सायन अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद महिला रेजिडेंट डॉक्टर पर हमला हुआ। रविवार को सुबह 3.45 बजे नशे में धुत एक मरीज अपने रिश्तेदारों के साथ कैजुअल्टी वार्ड में अपनी चोट का इलाज कराने पहुंचा। मरीज का इलाज कर रही महिला डॉक्टर के साथ मरीज और उसके रिश्तेदारों ने गाली-गलौज और मारपीट की।
रविवार को सायन पुलिस स्टेशन में मरीज और दो महिलाओं समेत तीन लोगों के खिलाफ संस्थागत एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस ने रविवार को प्रसाद मरिअप्पन देवेंद्र (31) और उसकी बहन श्वेता मरिअप्पन देवेंद्र (28) को हिरासत में लिया था। दोनों सायन के संजय गांधी नगर के रहने वाले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने सोमवार को इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया।
बीएमसी एमएआरडी द्वारा 18 अगस्त को जारी एक प्रेस बयान में चेतावनी दी गई कि एक संस्थागत एफआईआर दर्ज की गई है और अगर सायन अस्पताल में मारपीट की घटना में अधिकारियों द्वारा त्वरित कार्रवाई नहीं की जाती है तो रेजिडेंट डॉक्टरों का विरोध तेज हो जाएगा।
बीएमसी एमएआरडी की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “जब तक सुरक्षा बढ़ाने और केंद्रीय स्वास्थ्य सेवा संरक्षण अधिनियम के क्रियान्वयन की हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक हम सभी वैकल्पिक सेवाएं रोककर अपना विरोध जारी रखेंगे। हमें इसके लिए ठोस सबूत चाहिए।”
हालांकि, रेजिडेंट डॉक्टर आपातकालीन सेवाएं प्रदान करना जारी रखेंगे।
अपराध
जम्मू-कश्मीर : कठुआ में पुलिस ने अफीम की अवैध खेती नष्ट की, एक व्यक्ति गिरफ्तार

कठुआ, 10 अप्रैल। जम्मू-कश्मीर के कठुआ में पुलिस ने नशे के अवैध कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए गुरुवार को बसोहली पुलिस स्टेशन के अंतर्गत एक गांव में अफीम की खेती को नष्ट कर भारी मात्रा में पौधे जब्त किए हैं। साथ ही, एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
जम्मू-कश्मीर में कठुआ के एसएसपी शोभित सक्सेना आईपीएस की निगरानी में पुलिस ने अफीम की खेती को नष्ट करने के लिए एक सफल अभियान चलाया। पुलिस टीम ने थाना बसोहली के अधिकार क्षेत्र पलासी में उगाए गए लगभग 126 किलोग्राम अफीम के पौधे (पोस्त) जब्त किए और एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
गत 7 अप्रैल को बसोहली थाने की गश्ती टीम को विश्वसनीय सूत्रों से सूचना मिली थी कि पलासी निवासी माखन लाल अपने घर के पीछे कृषि भूमि में अवैध रूप से अफीम के पौधे उगा रहा है। सूत्रों ने बताया कि वह इन पौधों को बेचने और व्यावसायिक लाभ के लिए इस्तेमाल कर रहा था। सूचना के आधार पर बसोहली थाने की पुलिस टीम ने एसएचओ बसोहली की देखरेख में और एसडीपीओ बसोहली तथा ईएमआईसी बसोहली की निगरानी में मौके पर पहुंचकर छापा मारा।
पुलिस ने कार्रवाई के दौरान 126 किलोग्राम वजन के 1,700 अफीम के पौधे जब्त किए। साथ ही आरोपी माखन लाल को मौके से गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में बसोहली थाने में संबंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की गई है। जांच अभी जारी है।
कठुआ पुलिस ने कहा कि वह कानून को बनाए रखने और ऐसी अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है, जो समाज की सुरक्षा और संरक्षा को प्रभावित करती हैं। अफीम की खेती और इसका अवैध व्यापार गंभीर अपराध हैं। पुलिस ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएगी।
अपराध
ओडिशा: राउरकेला पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय साइबर धोखाधड़ी गिरोह का किया भंडाफोड़, 9 गिरफ्तार

राउरकेला, 10 अप्रैल। ओडिशा के राउरकेला में साइबर अपराध के खिलाफ पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। एक अंतरराष्ट्रीय साइबर धोखाधड़ी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए राउरकेला पुलिस ने 9 लोगों को गिरफ्तार किया है।
यह गिरोह “ट्रेड नाउ” नामक फर्जी ट्रेडिंग ऐप के जरिए देशभर के लोगों को ठग रहा था और उच्च रिटर्न का लालच देकर लाखों रुपये की उगाही कर रहा था। स्मार्ट सिटी के रूप में पहचान रखने वाला राउरकेला अनजाने में इन साइबर अपराधियों का अड्डा बन गया था, जिनका नेटवर्क भारत से बाहर दुबई जैसे देशों तक फैला हुआ था।
पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई शुरू की गई। पहला छापा सिविल टाउनशिप इलाके के एक अपार्टमेंट में मारा गया, जहां से दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया। पूछताछ के बाद पुलिस ने बसंती कॉलोनी में एक अन्य अपार्टमेंट पर छापेमारी की, जिसके परिणामस्वरूप पांच और लोग पकड़े गए। जांच को आगे बढ़ाते हुए पुलिस छत्तीसगढ़ के रायपुर पहुंची, जहां दो और संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया। इस तरह कुल 9 लोग पुलिस की गिरफ्त में आए। गिरोह से भारी मात्रा में सामान बरामद हुआ, जिसमें 68 बेनामी सिम कार्ड, 31 हाई-एंड मोबाइल फोन, 5 लैपटॉप, 19 एटीएम कार्ड, एक मारुति स्विफ्ट कार और एक स्कूटी शामिल हैं।
पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह एक रैकेट चला रहा था, जो हवाला नेटवर्क के जरिए प्रतिदिन 50 लाख रुपये से अधिक का लेनदेन करता था। जांच में खुलासा हुआ कि इस ऑपरेशन का मास्टरमाइंड किशन अग्रवाल है, जो दुबई से काम कर रहा है और दक्षिण व पश्चिम एशियाई देशों में इसके कनेक्शन फैले हुए हैं। अब तक की जांच में 23 बैंक खातों से 1.41 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं, जबकि 176 अन्य खातों की जांच जारी है।
राउरकेला पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने इसे साइबर अपराध के खिलाफ लड़ाई में बड़ी सफलता करार दिया। उन्होंने कहा, “यह ऑपरेशन साइबर ठगी के बढ़ते खतरे से निपटने में हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हम इस नेटवर्क के हर पहलू की गहराई से जांच कर रहे हैं।”
गिरोह का तरीका बेहद चालाकी भरा था। यह लोगों को फर्जी ऐप पर निवेश के लिए लुभाता था और फिर उनके पैसे हवाला के जरिए विदेश भेज देता था। पीड़ितों में ज्यादातर आम नागरिक थे, जो कमाई के झांसे में आ गए थे।
राउरकेला के निवासियों ने पुलिस की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की सराहना की है। एक स्थानीय नागरिक ने कहा, “पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की, वरना यह गिरोह और लोगों को नुकसान पहुंचा सकता था।”
पुलिस अब किशन अग्रवाल तक पहुंचने के लिए अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ संपर्क में है। साथ ही, इस रैकेट से जुड़े अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है। यह घटना साइबर अपराध के बढ़ते खतरे और इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत को रेखांकित करती है।
अपराध
अभिनेता एजाज खान की पत्नी, फॉलन गुलीवाला को मिली जमानत, सोमवार को होगी रिहाई।

मुंबई: अभिनेता एजाज खान की पत्नी, फॉलन गुलीवाला, जिन्हें नवंबर 2024 में उनके आवास से मादक पदार्थों की बरामदगी के मामले में गिरफ्तार किया गया था, को मुंबई की एक विशेष अदालत ने जमानत दे दी है। गुलीवाला पिछले चार महीने से अधिक समय से हिरासत में थीं।
अदालत ने जमानत देते हुए कुछ शर्तें लगाई हैं, जिनमें उनका पासपोर्ट जमा करना, यात्रा पर प्रतिबंध और जांच अधिकारी के समक्ष सप्ताह में तीन बार उपस्थित होना शामिल है, जब तक कि आरोप पत्र दाखिल नहीं हो जाता।
गुलीवाला के वकील, अयाज खान, ने दलील दी कि उन्हें बरामद वस्तुओं की जानकारी नहीं थी और वह उस परिसर की अकेली निवासी नहीं थीं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि छापे के दौरान सीसीटीवी सिस्टम बंद कर दिया गया था और कोई वीडियोग्राफी या फोटोग्राफी नहीं की गई थी।
विशेष लोक अभियोजक विभावरी पाठक ने जमानत याचिका का विरोध करते हुए तर्क दिया कि गुलीवाला के खिलाफ प्रथम दृष्टया मामला बनता है।
अदालत ने यह देखते हुए कि जब्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, गुलीवाला को जमानत दी, लेकिन सख्त शर्तों के साथ।
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