अंतरराष्ट्रीय
सिडनी टेस्ट : स्मिथ, गिल, जडेजा के नाम रहा दूसरा दिन, भारत अच्छी स्थिति में

यहां सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच का दूसरा दिन शुक्रवार मेजबान टीम के स्टीव स्मिथ, भारत के युवा बल्लेबाज शुभमन गिल और स्पिनर रवींद्र जडेजा के नाम रहा। स्मिथ की संकेट के समय खेली गई 131 रनों की पारी की मदद से ऑस्ट्रेलिया अपनी पहली पारी में 338 रन बना पाने मे सफल रही। जडेजा ने चार विकेट ले कर ऑस्ट्रेलिया का बड़ा स्कोर मुमकिन नहीं होने दिया। स्मिथ हालांकि अपना शतक पूरा करने के साथ-साथ टीम को सम्मानजनक स्कोर दिलाने में सफल रहे। स्मिथ का यह भारत के खिलाफ आठवां और कुल 27वां टेस्ट शतक है।
ऑस्ट्रेलियाई स्कोर के सामने अपनी पहली पारी खेलने उतरी भारत ने दिन का अंत दो विकेट के नुकसान पर 96 रनों के साथ किया। इस स्कोर में से 50 रन युवा बल्लेबाज गिल के हैं। स्टम्प्स की घोषणा तक चेतेश्वर पुजारा नौ और अजिंक्य राहणे पांच रन बनाकर खेल रहे हैं।
अपनी पहली पारी खेलने उतरी भारत को पहली बार इस सीरीज में मजबूत शुरुआत मिली। गिल और रोहित शर्मा ने पहले विकेट के लिए 70 रन जोड़े। दोनों बल्लेबाज बड़ी आसानी से रन बना रहे थे। रोहित के रूप में भारत ने अपना पहला विकेट खोया। रोहित ने जोश हेजलवुड की गेंद को सीधे मारा जिसे होजलवुड ने कैच कर लिया। रोहित ने 77 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्के के साथ 26 रन बनाए।
गिल ने अपनी पारी जारी रखी। उन्होंने नाथन लॉयन की गेंद पर स्कावयर लेग पर एक रन ले कर 31.3 ओवर में अपना पहला टेस्ट अर्धशतक पूरा किया। अपना दूसरा टेस्ट मैच खेल रहे गिल हालांकि इसके बाद अगले ही ओवर में पैट कमिंस का शिकार हो गए।
कमिंस की ऑफ स्टम्प के बाहर की गेंद को गिल ने गली की तरफ खेला जहां कैमरून ग्रीन ने उनका शानदार कैच लपका। गिल ने अपनी पारी में 101 गेंदों पर आठ चौके मारे।
इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया ने दिन की शुरुआत दो विकेट के नुकसान पर 166 रनों के साथ की। टीम ने दूसरे दिन अपने स्कोर में 172 रन जोड़े।
लाबुशैन 67 और स्मिथ ने 31 रनों से अपनी पारी शुरू की। लाबुशैन भारत के खिलाफ अपना पहला शतक नहीं जमा सके। जडेजा ने लाबुशैन को कप्तान अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच कराया। लाबुशैन ने अपनी पारी में 196 गेंदें खेलीं और 11 चौके मारे।
लाबुशैन के जाने के बाद स्मिथ को कोई विकेट पर खड़ा होने वाला बल्लेबाज नहीं मिला। मैथ्यू वेड (13) को भी जडेजा ने आउट किया और ग्रीन को बुमराह ने पवेलियन की राह दिखाई। ग्रीन 21 गेंदें खेलने के बाद भी खाता नहीं खोल पाए।
दिन के पहले सत्र में ऑस्ट्रेलिया ने यही तीन विकेट खोए। दूसरे सत्र में बुमराह ने आस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन को भी बिना खाता खोले ड्रेसिंग रूम भेज दिया। स्मिथ अकेले लड़ रहे थे। पैट कमिंस भी बिना रन बनाए जडेजा का शिकार बने। मिशेल स्टार्क ने जरूर कुछ अच्छे शॉट्स लगा कर 30 गेंदों पर 24 रन बनाए। स्मिथ के साथ उन्होंने 32 रन जोड़े जिसमें से सिर्फ आठ स्मिथ के थे।
नवदीप सैनी ने 310 के कुल स्कोर पर स्टार्क की छोटी लेकिन अहम पारी का अंत किया। इस बीच स्मिथ ने अपना शतक पूरा कर लिया। जडेजा ने नाथन लॉयन को भी खाता नहीं खोलने दिया।
स्मिथ के रूप में ऑस्ट्रेलिया ने अपना आखिरी विकेट खोया। वह रन आउट हुए। इसमें भी जडेजा का योगदान रहा जिनकी सीधी थ्रो विकेटों पर लगी और स्मिथ को पवेलियन लौटना पड़ा।
स्मिथ इस शतक के साथ भारत के खिलाफ टेस्ट में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाज भी बन गए हैं।
अंतरराष्ट्रीय
ओबामा ने ईरान को बहुत कुछ दिया, मैं नहीं देने वाला: ट्रंप

वाशिंगटन, 30 जून। ईरान पर भविष्य में क्या अमेरिका हमला करेगा या नहीं, फिलहाल इसे लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्थिति स्पष्ट नहीं की है। ईरान के उप-विदेश मंत्री अमेरिका के साथ भविष्य में किसी भी कूटनीतिक और न्यूक्लियर वार्ता पर शर्त रख चुके हैं। ऐसे में ट्रंप ने कहा है कि अब वह ईरान से बात नहीं कर रहे हैं।
ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ’ पर लिखा, “मैं ईरान को कुछ भी नहीं दे रहा हूं। ओबामा की तरह, जिन्होंने ‘परमाणु हथियार जेसीपीओए (जो अब समाप्त हो जाएगा) के तहत अरबों डॉलर का भुगतान किया था। इतना ही नहीं, मैं उनसे इस विषय पर बात भी नहीं करने वाला हूं, क्योंकि हमने उनकी न्यूक्लियर फैसिलिटी को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है।”
ट्रंप शुक्रवार को उन मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज कर चुके थे, जिनमें कहा गया था कि उनके प्रशासन ने सिविलियन एनर्जी प्रोड्यूसिंग न्यूक्लियर प्रोग्राम बनाने के लिए ईरान को 30 बिलियन डॉलर तक की मदद करने की चर्चा की थी।
रविवार को ‘बीबीसी’ से बातचीत में माजिद तख्त-रवांची ने कहा था कि अमेरिका को ईरान के खिलाफ किसी भी हमले से इनकार करना चाहिए। इसके साथ ही उप-विदेश मंत्री ने कहा कि ईरान के खिलाफ भविष्य के हमलों पर ट्रंप प्रशासन की स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है।
माजिद ने बताया कि अमेरिका ने मध्यस्थ देशों से कहा है कि वह ईरान के साथ बातचीत करना चाहता है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि वह भविष्य में हमले करेगा या नहीं।
अमेरिका ने ईरान की तीन न्यूक्लियर फैसिलिटी नतांज, फोर्डो और इस्फाहान को नष्ट किया था। इस फैसले के साथ अमेरिका इजरायल-ईरान के बीच संघर्ष में कूद पड़ा था।
इसके जवाब में ईरान ने कतर और इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। इसके बाद ट्रंप ने ईरान-इजरायल के बीच युद्ध विराम की घोषणा की थी।
अंतरराष्ट्रीय
ईरान के शीर्ष शिया धर्मगुरु ने ट्रंप-नेतन्याहू के खिलाफ जारी किया ‘फतवा’

तेहरान, 30 जून। अयातुल्ला मकारिम शिराजी ने एक ‘फतवा’ जारी करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को ‘ऊपर वाले का दुश्मन’ बताया है। अयातुल्ला मकारिम शिराजी ईरान के शीर्ष शिया धर्मगुरुओं में से एक हैं।
शीर्ष शिया धर्मगुरु ने अपने फतवे में कहा, “कोई भी व्यक्ति या शासन जो नेता या मरजा को धमकाता है, उसे ऊपर वाले का दुश्मन माना जाता है।”
सेमी-ऑफिशियल मेहर समाचार एजेंसी के अनुसार, “रविवार को अपने ऑफिस के एक बयान में शिराजी ने दुनियाभर के मुसलमानों से ऐसी धमकियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने को कहा है। शिराजी ने कहा है कि अगर कोई मुस्लिम जो अपने मुस्लिम कर्तव्य का पालन करता है, उसे अपने अभियान में कठिनाई या नुकसान उठाना पड़ता है, तो उसे ऊपर वाले की राह में एक योद्धा के रूप में इनाम से नवाजा जाएगा।”
फतवे में कहा गया है, “मुसलमानों या इस्लामी देशों के जरिए उस दुश्मन को दिया जाने वाला कोई भी सहयोग या समर्थन हराम या निषिद्ध है। दुनियाभर के सभी मुसलमानों के लिए यह जरूरी है कि वह इन दुश्मनों को उनके शब्दों और गलतियों पर पछतावा करवाएं।”
रिपोर्ट्स के अनुसार यह फतवा राष्ट्रपति ट्रंप और इजरायली अधिकारियों के ईरानी सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के खिलाफ कथित धमकियों के बाद आया है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने हाल ही में कहा था कि उन्होंने खामेनेई को ‘एक बहुत ही भयावह और अपमानजनक मौत’ से बचाया है। इसके साथ ही ट्रंप ने ईरानी सर्वोच्च नेता के ऊपर इजरायल पर जीत के बारे में गलत बयान देने का आरोप लगाया।
हाल ही में इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज ने एक इंटरव्यू में कहा कि ईरान के साथ अपने 12-दिवसीय संघर्ष के दौरान, इजरायल ने खामेनेई को खत्म करने की कोशिश की, लेकिन इस ऑपरेशन को अंजाम देने का मौका कभी नहीं आया।
कैट्ज ने इजराइल के ‘चैनल 13’ को दिए एक इंटरव्यू में कहा, “अगर वह हमारी नजर में होते, तो हम उन्हें मार गिराते। हम खामेनेई को खत्म करना चाहते थे, लेकिन कोई ऑपरेशनल मौका नहीं था।”
इजरायल ने 13 जून को ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ शुरू किया, जिसमें ईरान की प्रमुख सैन्य और न्यूक्लियर एसेट्स को निशाना बनाया गया। इसके बाद दोनों देशों के बीच संघर्ष बढ़ गया।
जवाबी कार्रवाई में, ईरान ने इजरायली शहरों और बाद में कतर और इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। तेहरान के इस कदम से पहले फोर्डो, नतांज और इस्फाहान में उसकी न्यूक्लियर फैसिलिटी पर अमेरिकी हमले हुए थे।
संघर्ष के बारह दिन बाद ट्रंप ने दोनों देशों के बीच युद्धविराम की घोषणा की।
अंतरराष्ट्रीय
सीजफायर की उम्मीदों के बीच गाजा में इजरायली सैनिक की मौत

यरूशलम, 30 जून। उत्तरी गाजा पट्टी में एक इजरायली सैनिक की मौत की सूचना सामने आई है, जिसकी जानकारी इजरायली सेना ने दी है।
‘सिन्हुआ समाचार एजेंसी’ के अनुसार सेना ने बताया है कि 401वीं ब्रिगेड की 601वीं कॉम्बैट इंजीनियरिंग बटालियन के सार्जेंट यिसरायल नतन रोसेनफेल्ड (20) लड़ाई के दौरान मारे गए।
इजरायल के सरकारी स्वामित्व वाले ‘कान टीवी’ ने बताया कि रोसेनफेल्ड की मौत जबालिया में एक विस्फोटक उपकरण की वजह से हुई। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां सेना ने उत्तरी गाजा में एक नियोजित बफर जोन के हिस्से के रूप में चौकियों के निर्माण की तैयारी में इमारतों को ध्वस्त करना शुरू कर दिया था।
जून की शुरुआत से गाजा पट्टी में 21 इजरायली सैनिक मारे गए हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर 2023 तक सैनिकों की मौत का आंकड़ा 880 तक पहुंच चुका था।
इससे पहले रविवार को, फिलिस्तीनी सूत्रों ने उत्तरी गाजा में भारी बमबारी की सूचना दी। गाजा स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इजरायली हमलों में करीब 88 लोग मारे गए और 365 घायल हो गए।
इजरायली डिफेंस फोर्सेज ने गाजा के भीड़भाड़ वाले रिहायशी इलाकों के अलावा स्कूल, स्टेडियम और शरणार्थी टेंट को निशाना बनाया।
यह हमला तब हुआ जब इजरायली सेना ने नई इवैक्युएशन वॉर्निंग जारी की। इस चेतावनी में गाजा शहर और जबालिया के निवासियों से तुरंत अल-मवासी क्षेत्र की ओर जाने को कहा गया।
यह हमले ऐसे समय पर हुए, जब एक दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अगले हफ्ते तक सीजफायर का संकेत दिया था, लेकिन इजरायल की इस कार्रवाई ने इन उम्मीदों को धूमिल कर दिया है।
इस बीच, गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने रविवार को बताया कि अक्टूबर 2023 से इजरायली सैन्य अभियानों में मरने वाले फिलिस्तीनियों की संख्या कम से कम 56,500 हो गई है।
-
व्यापार5 years ago
आईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years ago
भगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
अपराध3 years ago
बिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
अनन्य2 years ago
उत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
न्याय10 months ago
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
महाराष्ट्र4 days ago
हाईकोर्ट ने मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को नोटिस जारी किया, मस्जिदों के लाउडस्पीकर विवाद पर
-
अपराध3 years ago
पिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार5 months ago
नासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा