खेल
राजस्थान रॉयल्स के फील्डिंग कोच याज्ञनिक की वापसी

यूएई में कोविड-19 बायो बबल के बीच राजस्थान रॉयल्स के लिए एक अच्छी खबर है। टीम के फील्डिंग कोच दिशांत याज्ञनिक दुबई पहुंच गए हैं और होटल के कमरे से ही खिलाड़ियों का मार्गदर्शन कर रहे हैं।
टीम के यूएई रवाना होने से एक सप्ताह पहले 37 साल के याज्ञनिक कोविड-19 पॉजिटिव आए थे और उन्हें ठीक न होने तक भारत में ही रहने को कहा गया था।
कोविड-19 टेस्ट निगेटिव निकलने के बाद याज्ञनिक इस समय दुबई में क्वारंटीन हैं। उनमें कोविड-19 के कोई लक्षण नहीं थे। उन्होंने कहा कि वह शुरुआत में घबरा गए थे लेकिन बाद में वह समझ गए कि उन्हें जल्दी ठीक होने के लिए सुरक्षा उपायों का पालन करना होगा।
याज्ञनिक ने आईएएनएस से कहा, “कोविड-19 पॉजिटिव निकलने के बाद मेरी पहली प्रतिक्रिया अजीब थी.. लेकिन समय के साथ मैं समझ गया कि इस बीमारी के साथ कुछ भी अलग जैसी बात नहीं है और मुझे सिर्फ प्रोटोकॉल्स का पालन करना है जो बीसीसीआई और राजस्थान रॉयल्स ने बनाए हैं।”
उन्होंने कहा, “मैं 14 दिन क्वारंटीन रहा। 13 और 14वें दिन मेरा दोबारा टेस्ट किया गया। दोनों टेस्ट निगेटिव आए। इसके बाद मैंने दुबई रवाना होने से पहले फिटनेस टेस्ट भी क्लीयर किया।”
दुबई में भी वह इस समय क्वारंटीन हैं और मंगलवार उनके क्वारंटीन समय का चौथा दिन है।
उन्होंने कहा, “मैं दोबारा टीम का हिस्सा बनकर काफी खुश हूं। जाहिर सी बात है कि मैं टीम के साथ सफर नहीं कर पाया और शुरुआती सत्रों में हिस्सा नहीं ले पाया लेकिन ठीक है, अब मैं मैदान पर ट्रेनिंग सेशन में हिस्सा लेने को तैयार हूं।”
उन्होंने कहा, “मैं फील्डिंग ट्रेनिंग सेशन को लेकर सभी खिलाड़ियों, साथियों के संपर्क में हूं। पहले दिन से हम हमारे लक्ष्य के प्रति साफ थे और यह जीतना है। इसलिए जहां तक फील्डिंग की बात है तो मैंने काफी सारी फील्डिंग ड्रील्स तैयार की हैं जो मैच की तेजी और दबाव के सामन हैं।”
अपराध
नोएडा : एक ही दिन में एक ही गांव के दो युवकों ने की आत्महत्या

नोएडा, 14 जून। नोएडा के थाना सेक्टर-20 क्षेत्र के निठारी इलाके में शुक्रवार को आत्महत्या की दो अलग-अलग घटनाओं ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी।
दोनों ही मामलों में युवकों ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। पुलिस ने दोनों घटनाओं में जांच शुरू कर दी है। पहली घटना में अजय नामक 23 वर्षीय युवक ने आत्महत्या कर ली।
अजय मूल रूप से बुलंदशहर जिले के तोल बिजरू गांव का रहने वाला था। वह वर्तमान में निठारी गांव की गली नंबर 4 में किराए पर रह रहा था। वह पेशे से डिलीवरी बॉय के रूप में कार्यरत था। अजय ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस को जैसे ही इसकी सूचना मिली, थाना सेक्टर-20 की टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। फील्ड यूनिट ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है।
पुलिस के अनुसार घटनास्थल पर किसी तरह की कोई अप्राकृतिक गतिविधि नहीं पाई गई और स्थिति सामान्य बनी हुई है।
दूसरी घटना में राहुल शर्मा नामक 30 वर्षीय युवक ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। राहुल निठारी की गली नंबर 7 का निवासी था। उसने कथित रूप से पारिवारिक कलह के चलते यह कदम उठाया।
पुलिस को जैसे ही सूचना प्राप्त हुई, वह तत्काल मौके पर पहुंची और जांच की। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की वजह पारिवारिक तनाव मानी जा रही है। फील्ड यूनिट ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस अधिकारियों ने दोनों ही मामलों में किसी भी प्रकार की साजिश या बाहरी हस्तक्षेप की आशंका से इनकार किया है। घटनास्थलों पर किसी प्रकार की हिंसा या झगड़े के कोई संकेत नहीं मिले हैं। फिलहाल दोनों ही मामलों में विस्तृत जांच जारी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय
चीन में दूसरी बार तूफान ‘वुटिप’ ने दी दस्तक, अलर्ट जारी

ग्वांगझोउ, 14 जून। प्रांतीय मौसम विभाग के अनुसार, इस साल के पहले तूफान ‘वुटिप’ ने शनिवार को स्थानीय समयानुसार रात 12:30 बजे दक्षिण चीन स्थित ग्वांगडोंग प्रांत के लीजौ शहर के पास दूसरी बार दस्तक दी है।
वुटिप कमजोर होकर एक भयंकर ट्रॉपिकल स्टॉर्म बन गया था, जिसके केंद्र के पास हवा की अधिकतम गति 30 मीटर प्रति सेकंड थी और सेंट्रल मिनिमम प्रेशर 980 हेक्टोपास्कल था।
‘वुटिप’ ने शुक्रवार रात 11 बजे दक्षिण चीन के द्वीप प्रांत हैनान के डोंगफैंग शहर के पास दस्तक दी थी।
मिडिया ‘सिन्हुआ’ के अनुसार, वुटिप तूफान के 20-25 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने की उम्मीद है। यह तूफान ग्वांगडोंग और गुआंग्शी के बीच बॉर्डर एरिया को घेरेगा। धीरे-धीरे इसकी तीव्रता कमजोर होती जाएगी।
यह दक्षिण चीन के हैनान प्रांत में साल का पहला तूफान है, जिसके चलते हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
गुरुवार रात 8 बजे तक, प्रांत ने कंस्ट्रक्शन साइट, निचले बाढ़-ग्रस्त क्षेत्रों और बाढ़ के जोखिम वाले क्षेत्रों से कुल 16,561 लोगों को निकाला था।
प्रांत के मछली पकड़ने वाले सभी 30,721 जहाज, या तो बंदरगाहों पर लौट आए या कहीं और शरण ले चुके हैं। इसके साथ ही पानी के इन जहाजों पर काम करने वाले 40,000 से ज्यादा लोगों को किनारे पर पहुंचाया गया है।
चाइना मेटीरियोलॉजिकल एडमिनिस्ट्रेशन (सीएमए) के अनुसार, वुटिप इस साल चीन में आने वाला पहला तूफान है, जो बुधवार को दक्षिण चीन सागर में विकसित हुआ।
हाल ही में, चीन ने मौसम की कई मार झेली है, जिसमें भयंकर गर्मी, सूखे से लेकर भारी बारिश और बाढ़ तक शामिल हैं।
ग्रीनहाउस गैसों के सबसे बड़े उत्सर्जक के रूप में, चीन रिन्यूबल एनर्जी में भी अग्रणी है। देश 2060 तक ‘शुद्ध-शून्य कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन’ हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है।
पिछले अगस्त में ‘टाइफून गेमी’ के कारण मूसलाधार बारिश आई थी, जिसके चलते कम से कम 30 लोगों की मौत हुई और कई अन्य लापता हो गए।
दुर्घटना
अहमदाबाद विमान हादसा: प्रत्यक्षदर्शी आकाश पटनी ने कहा, ‘जो देखा वो खौफनाक था’

अहमदाबाद, 14 जून। गुजरात के अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे को लेकर प्रत्यक्षदर्शी आकाश पटनी ने कहा कि वह मंजर बहुत ही भयावह था, जिसे मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता।
शनिवार को मिडिया से बातचीत के दौरान प्रत्यक्षदर्शी आकाश पटनी ने कहा, “गुजरात हाउसिंग बोर्ड के एक नंबर ब्लॉक में रहता हूं। जो घटना हुई है उसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता हूं। वो एक भयानक मंजर था। मैं उस दिन घर पर था। कपड़े उतारने के लिए पत्नी के साथ छत पर गया था। इस दौरान हमने देखा कि एक प्लेन हमारी तरफ आ रहा है। हमारा शरीर कांपने लगा। प्लेन सबसे पहले एक पेड़ से टकराया। इसके बाद हॉस्टल की बिल्डिंग पर गिरा। चारों तरफ फैले धुएं के कारण हमें कुछ देर के लिए दिखना तक बंद हो गया था। जैसे-तैसे हम छत से नीचे की ओर आए। धमाका इतना जोरदार था कि आस-पास की बिल्डिंग में रहने वाले लोग भी घर से बाहर एक सुरक्षित जगह पर जमा हुए।”
पटनी ने उस मेस की भी बात की जिस पर विमान गिरा था। बोले, “रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान हम भी वहां गए थे। खाने की प्लेट में खाना वैसा का वैसा ही था। इसके बाद लोगों ने यह समझा कि छात्र खाना ही खाने वाले थे। लेकिन, खाना खाने से पहले यह भयावह हादसा हो गया।”
अहमदाबाद विमान हादसे में शनिवार को घटना स्थल पर एनडीआरएफ, सीआईएसएफ और विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) की टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं।
राज्य के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने कहा, “फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में कई अधिकारियों के साथ एक बैठक हुई, जिसमें विशेष रूप से गुजरात के फोरेंसिक वैज्ञानिकों की टीम पर ध्यान केंद्रित किया गया, जो पिछले दो रातों से बिना आराम किए दिन-रात अथक परिश्रम कर रहे हैं ताकि परिवारों के लिए डीएनए मिलान में तेजी लाई जा सके। राज्य के प्रयासों के अलावा, भारत सरकार द्वारा भी बड़ी संख्या में फोरेंसिक विशेषज्ञों को सहायता के लिए भेजा गया है। वर्तमान में, गुजरात सरकार द्वारा तैनात 36 फोरेंसिक विशेषज्ञ काम कर रहे हैं।”
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