Connect with us
Tuesday,14-January-2025
ताज़ा खबर

व्यापार

वीवर्क इंडिया को वित्त वर्ष 24 में हुआ 130 करोड़ रुपये का नुकसान, खर्च 19 प्रतिशत बढ़ा

Published

on

नई दिल्ली, 13 जनवरी। वर्किंग स्पेस उपलब्ध कराने वाली कंपनी वीवर्क इंडिया को वित्त वर्ष 24 में 130.8 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, यह वित्त वर्ष 23 में 144.5 करोड़ रुपये पर था।

बिजनेस इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म टोफ्लर के मुताबिक, वित्त वर्ष 24 में वीवर्क इंडिया का कुल खर्च 19 प्रतिशत बढ़कर 1,864.3 करोड़ रुपये रहा है, जो कि वित्त वर्ष 23 में 1,566.7 करोड़ रुपये पर था।

वित्तीय विवरणों में कंपनी ने कहा है कि गैर-नकद घटकों जैसे मूल्यह्रास और परिशोधन की कंपनी की कुल लागत में हिस्सेदारी 40 प्रतिशत की है। यह 16.9 प्रतिशत बढ़कर 744 करोड़ रुपये हो गई है।

कर्मचारी लागत भी कंपनी की खर्च का एक बड़ा हिस्सा है, जो वित्त वर्ष 24 में 11.9 प्रतिशत बढ़कर 132 करोड़ रुपये रही है।

वित्त वर्ष 24 में कंपनी की परिचालन आय सालाना आधार पर 26 प्रतिशत बढ़कर 1,661.6 करोड़ रुपये हो गई है, जो कि वित्त वर्ष 23 में 1,314 करोड़ रुपये थी।

कंपनी की कुल आय में 84 प्रतिशत हिस्सेदारी मेंबरशिप फीस की थी, जो कि सालाना आधार पर 48.9 प्रतिशत बढ़कर 1,402.5 करोड़ रुपये हो गई है।

इसके अलावा, वित्त वर्ष 24 में कंपनी को अन्य आय के रूप में 71.9 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं, जिससे कंपनी की कुल आय बढ़कर 1,733.5 करोड़ रुपये हो गई है।

वीवर्क इंडिया द्वारा 500 करोड़ रुपये राइट्स इश्यू के जरिए जुटाए गए हैं। कंपनी बताया कि इसका उद्देश्य कर्ज में कमी लाना और ग्रोथ को बढ़ाना है।

वीवर्क इंडिया में रियल्टी फर्म एम्बेसी ग्रुप की 73 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि वीवर्क ग्लोबल की 27 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

वीवर्क इंडिया के पास वर्तमान में 8 शहरों में 100,000 से अधिक डेस्क हैं।

वीवर्क इंडिया ने 2016 में भारत में अपनी स्थापना के बाद से चेन्नई, नई दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, मुंबई, बेंगलुरु, पुणे और हैदराबाद में 63 परिचालन केंद्रों तक विस्तार किया है।

व्यापार

भारत में थोक महंगाई दर दिसंबर में 2.37 प्रतिशत रही

Published

on

नई दिल्ली, 14 जनवरी। थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) या थोक महंगाई दर दिसंबर में 2.37 प्रतिशत रही है। नवंबर में यह 1.89 प्रतिशत थी। यह जानकारी वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी किए गए डेटा से मिली।

मंत्रालय के अनुसार, थोक महंगाई दर के सकारात्मक रहने की वजह खाद्य उत्पादों की कीमत बढ़ना और टेक्सटाइल मैन्युफैक्चरिंग की लागत में इजाफा होना है।

दिसंबर 2023 में थोक महंगाई दर 0.73 प्रतिशत थी।

दिसंबर में प्राथमिक वस्तुओं के सूचकांक में नवंबर 2024 के मुकाबले 2.07 प्रतिशत की कमी आई है। इसकी वजह महीने के दौरान खाद्य पदार्थों की कीमत में -3.08 प्रतिशत और कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस की कीमत में -2.87 प्रतिशत की गिरावट होना है।

नवंबर 2024 के मुकाबले दिसंबर में ईंधन और बिजली सूचकांक में 1.90 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। दिसंबर महीने के दौरान बिजली और कोयले की कीमत में क्रमश: 8.81 प्रतिशत और 0.07 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई। हालांकि, पिछले महीने के मुकाबले दिसंबर में खनिज तेलों की कीमत में -0.06 प्रतिशत की कमी आई।

मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स इंडेक्स, जिसकी डब्ल्यूपीआई में हिस्सेदारी 64 प्रतिशत से अधिक है, दिसंबर में नवंबर के समान ही रहा। मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स के 22 समूहों में से 11 समूहों में कीमतों में वृद्धि देखी गई, 9 समूहों में कीमतों में कमी देखी गई और दो समूहों में कीमतों में कोई बदलाव नहीं देखा गया।

प्राथमिक वस्तु समूह की ‘खाद्य वस्तुएं’ और मैन्युफैक्चरिंग उत्पाद समूह के ‘खाद्य उत्पाद’ से बना खाद्य सूचकांक नवंबर में 8.92 प्रतिशत से घटकर दिसंबर में 8.89 प्रतिशत हो गया। इस सूचकांक की डब्ल्यूपीआई में हिस्सेदारी 24.38 प्रतिशत है।

दिसंबर में खुदरा महंगाई दर चार महीने के निचले स्तर 5.22 प्रतिशत पर आ गई है।

नवंबर में यह 5.48 प्रतिशत थी। अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर 14 महीने के उच्चतम स्तर 6.21 प्रतिशत पर पहुंच गई थी।

Continue Reading

व्यापार

स्मार्टफोन बाजार में बढ़ रहा भारत का दबदबा, निर्यात रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने का अनुमान

Published

on

नई दिल्ली, 14 जनवरी। भारत के स्मार्टफोन बाजार की वैल्यू इस साल 50 अरब डॉलर को पार करने का अनुमान है। साथ ही चालू वित्त वर्ष में निर्यात 20 अरब डॉलर को छू सकता है। इसकी वजह ‘मेड इन इंडिया’ एप्पल आईफोन का निर्यात बढ़ना है।

वित्त वर्ष 2024 में देश का स्मार्टफोन निर्यात 15 अरब डॉलर से अधिक था (जिसमें एप्पल का हिस्सा करीब 10 अरब डॉलर था)। इंडस्ट्री के अनुमानों के अनुसार, इस वित्त वर्ष में यह आंकड़ा 20 अरब डॉलर को पार कर सकता है।

प्रीमियमाइजेशन के बढ़ चल रहे चलन और स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग पर जोर के कारण भारत से निर्यात करने वाली कंपनियों में एप्पल और सैमसंग सबसे आगे हैं। भारतीय स्मार्टफोन बाजार भी तेजी से विकसित हो रहा है, जिसमें मूल उपकरण निर्माता (ओईएम) ब्रांड इक्विटी को मजबूत करने, तकनीकी क्षमताओं का प्रदर्शन करने और मुनाफे में सुधार करने के लिए प्रीमियम लॉन्च पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

सरकार द्वारा घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ने के लिए लाई गई प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) स्कीम से मिल रहे फायदों के कारण दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी एप्पल का भारत से आईफोन निर्यात कैलेंडर ईयर 2024 में 1 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को छू गया है।

सरकार डेटा के मुताबिक, पिछले चार वर्षों में, एप्पल इकोसिस्टम ने 1,75,000 नई प्रत्यक्ष नौकरियां भी पैदा की हैं, जिनमें से 72 प्रतिशत से अधिक पद महिलाओं द्वारा भरे गए हैं।

2014-15 में घरेलू मोबाइल फोन का उत्पादन 5.8 करोड़ यूनिट था, जो 2023-24 में बढ़कर 33 करोड़ यूनिट हो गया, जबकि आयात में बड़ी गिरावट आई। वहीं, निर्यात पांच करोड़ यूनिट तक पहुंच गया और एफडीआई में 254 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो मैन्युफैक्चरिंग और निवेश को बढ़ावा देने में पीएलआई योजना की भूमिका को दर्शाता है।

देश में इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में 2027 तक 1.2 करोड़ नौकरियां पैदा होने का अनुमान है। इसमें से 30 लाख प्रत्यक्ष और 90 लाख प्रत्यक्ष नौकरियां होंगी।

टीमलीज डिग्री अप्रेंटिसशिप की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, प्रत्यक्ष रोजगार के अवसरों में लगभग 10 लाख इंजीनियरों, 20 लाख आईटीआई-प्रमाणित पेशेवरों और एआई, एमएल एवं डेटा साइंस जैसे क्षेत्रों के 2 लाख पद शामिल हैं।

इसके अलावा नॉन-टेक्निकल्स क्षेत्रों में 90 लाख अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है।

इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री ने 2030 तक 500 अरब डॉलर की मैन्युफैक्चरिंग हासिल करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए इंडस्ट्री को अगले पांच वर्षों में अपनी मैन्युफैक्चरिंग क्षमता में पांच गुना वृद्धि करनी होगी।

वर्तमान में घरेलू इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन 101 बिलियन डॉलर है, जिसमें मोबाइल फोन का योगदान 43 प्रतिशत है, इसके बाद उपभोक्ता और औद्योगिक इलेक्ट्रॉनिक्स का योगदान 12 प्रतिशत है और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की हिस्सेदारी 11 प्रतिशत हैं।

Continue Reading

राष्ट्रीय समाचार

शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 16 प्रतिशत बढ़कर 16.90 लाख करोड़ रुपये हुआ

Published

on

नई दिल्ली, 14 जनवरी। भारत का शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह चालू वित्त वर्ष के 1 अप्रैल 2024 से 12 जनवरी 2025 के बीच 16.90 लाख करोड़ रुपये रहा है। इसमें पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 15.88 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया है। यह जानकारी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा संकलित किए गए ताजा आंकड़ों से मिली।

समीक्षा अवधि के दौरान सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 19.94 प्रतिशत बढ़कर 20.64 लाख करोड़ रुपये हो गया है। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 17.21 लाख करोड़ रुपये था।

इस अवधि के दौरान व्यक्तिगत आयकर संग्रह पिछले वित्त वर्ष के 7.2 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 21.6 प्रतिशत बढ़कर 8.74 लाख करोड़ रुपये हो गया, जबकि कॉर्पोरेट कर संग्रह वित्त वर्ष 2023-24 की इसी अवधि में 7.10 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 8.12 प्रतिशत बढ़कर 7.7 लाख करोड़ रुपये हो गया।

सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स (एसटीटी) संग्रह, जो प्रत्यक्ष कर का एक घटक है, इस अवधि के दौरान 75 प्रतिशत बढ़कर 44,500 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह 25,415 करोड़ रुपये था।

आंकड़ों में बताया गया कि समीक्षा अवधि में 3.74 लाख करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया है, जो कि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 42.5 प्रतिशत ज्यादा है।

कर संग्रह में उछाल एक मजबूत व्यापक आर्थिक वित्तीय स्थिति को दर्शाता है।यह राजकोषीय घाटे को नियंत्रित रखने में भी मदद करता है। कम राजकोषीय घाटे का मतलब है कि सरकार को कम उधार लेना पड़ता है, जिससे बड़ी कंपनियों के लिए बैंकिंग प्रणाली में उधार लेने और निवेश करने के लिए अधिक पैसा बचता है। इससे आर्थिक विकास दर में वृद्धि होती है और अधिक नौकरियों का सृजन होता है।

इसके अलावा, कम राजकोषीय घाटा मुद्रास्फीति दर को नियंत्रित रखता है, जो अर्थव्यवस्था के आधार को मजबूत करता है और स्थिरता के साथ विकास सुनिश्चित करता है।

सरकार का लक्ष्य अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए राजकोषीय समेकन प्रक्रिया के हिस्से के रूप में 2023-24 में राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 5.6 प्रतिशत से चालू वित्त वर्ष में 4.9 प्रतिशत तक लाना है।

Continue Reading
Advertisement
अपराध56 mins ago

रांची में कोयला कंपनी के रिटायर अफसर को 11 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट कर 2.27 करोड़ की ठगी

व्यापार1 hour ago

भारत में थोक महंगाई दर दिसंबर में 2.37 प्रतिशत रही

व्यापार2 hours ago

स्मार्टफोन बाजार में बढ़ रहा भारत का दबदबा, निर्यात रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने का अनुमान

राष्ट्रीय समाचार2 hours ago

शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 16 प्रतिशत बढ़कर 16.90 लाख करोड़ रुपये हुआ

अंतरराष्ट्रीय समाचार3 hours ago

उत्तरी युगांडा में हैजा का प्रकोप, एक की मौत, 60 लोग अस्पताल में भर्ती

अपराध3 hours ago

बेंगलुरु: छह साल की बच्ची की रेप के बाद हत्या, आरोपी गिरफ्तार

राष्ट्रीय समाचार3 hours ago

ईडी ने टोरेस पोंजी स्कीम मामले में पीएमएलए के तहत जांच शुरू की

पर्यावरण4 hours ago

मौसम विभाग ने तमिलनाडु के तीन जिलों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की

अंतरराष्ट्रीय4 hours ago

गाजा में विस्फोट से पांच इजरायली सैनिकों की मौत, आठ घायल

बॉलीवुड21 hours ago

‘जिलबी’ में एनकाउंटर स्पेशलिस्ट बनकर अपराधियों का खात्मा करेंगे स्वप्निल जोशी

अनन्य4 weeks ago

मुंबई: गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा द्वीप जा रही नौका पलटने से 3 लोगों के मरने की आशंका 

अपराध3 weeks ago

मुंबई : पार्किंग विवाद में शख्स की हत्या, 3 आरोपी गिरफ्तार

अपराध2 weeks ago

ग़ाज़ियाबाद: पुलिस के साथ गैंगस्टर में गोकशी करने वाले दो गिरफ्तार

राजनीति2 weeks ago

मध्य प्रदेश के शिवपुरी में जेसीबी से नाग की मौत, शव के करीब घंटों बैठी रही नागिन

दुर्घटना1 week ago

मुंबई के बांद्रा ईस्ट में भीषण आग, कई झोपड़ियां जलकर खाक

राजनीति4 weeks ago

‘फिलिस्तीन’ लिखा हैंडबैग लेकर संसद पहुंचीं प्रियंका गांधी; फोटो वायरल

जीवन शैली4 weeks ago

महान तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का 73 साल की उम्र में सैन फ्रांसिस्को में निधन, परिवार ने दी पुष्टि

अनन्य4 weeks ago

मुंबई: बीजेपी युवा मोर्चा ने आजाद मैदान स्थित कांग्रेस कार्यालय पर हमला किया; प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया; वीडियो

अपराध4 weeks ago

डोंबिवली में बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी का सिलसिला जारी

खेल3 weeks ago

जहीर खान ने सपत्नीक श्री साईं बाबा की समाधि के दर्शन किये

रुझान