राजनीति
गरीब कल्याणकारी और देश के सर्वांगीण विकास में मदद करने वाला बजट : जेपी नड्डा
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 2022-23 के बजट को गरीब कल्याण बजट बताते हुए कहा है कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा सामाजिक न्याय, समानता, सम्मान और समान अवसर की अवधारणा को चरितार्थ करने वाला बजट है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि कोरोना के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के साए में यह दूसरा बजट, इन्फ्रास्ट्रक्च र डेवलपमेंट को एक एक नया आयाम देते हुए, सभी वर्गों और छोटे-बड़े उद्यमियों की आशाओं-आकांक्षाओं को पूरा करने वाला है। उन्होंने बजट को सर्व-स्पर्शी, सर्व-समावेशी एवं देश के जन-जन और हर क्षेत्र के सर्वांगीण कल्याण के प्रति समर्पित आम बजट बताते हुए इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और उनकी पूरी टीम को अपनी ओर से और पार्टी के करोड़ों कार्यकर्ताओं की ओर से बधाई भी दी।
नड्डा ने गतिशक्ति योजना को नई उड़ान देने, 60 लाख नई नौकरियां पैदा करने, 30 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त उत्पादन, कृषि क्षेत्र के विकास, किसानों के कल्याण, एमएसपी पर रिकॉर्ड खरीदारी का प्रावधान करने, ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने, एमएसएमई को बढ़ावा देने, गरीबों के लिए आवास योजना को विस्तार देने, पूर्वोत्तर राज्यों के विकास के बजट को बढ़ाने, वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम की शुरूआत करने, 75 जिलों में 75 डिजिटल बैंक बनाने जैसे कई महत्वपूर्ण कदमों को उठाने के लिए मोदी सरकार की जमकर तारीफ की।
नड्डा ने रक्षा बजट को बढ़ाने, राज्यों को दी जाने वाली राशि में बढ़ोतरी करने जैसे बजट के कई अन्य महत्वपूर्ण प्रावधानों की तारीफ करते हुए कहा कि यह बजट कोविड काल से निकल रहे देश के आर्थिक चक्र को नई ताकत देगा और सर्वांगीण विकास में मदद करेगा।
पर्यावरण
मुंबई मौसम अपडेट (19 दिसंबर, 2025): शहर में सुबह के समय धुंध छाई रहेगी, वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार होगा; AQI 182 पर खराब श्रेणी में रहेगा।

WETHER
मुंबई: शुक्रवार की सुबह मुंबई में मौसम सुहाना और ताजगी भरा था। आसमान साफ था, हल्की सर्दी की हवा चल रही थी और नमी भी अपेक्षाकृत कम थी, जिससे शहर की सामान्य गर्मी से कुछ राहत मिली। हालांकि, यह सुखद शुरुआत ज्यादा देर तक नहीं टिकी, क्योंकि धीरे-धीरे आसमान में धुंध की एक परत छा गई, जिससे दृश्यता कम हो गई और एक बार फिर शहर में बढ़ते वायु प्रदूषण के संकट की ओर इशारा मिला।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने वित्तीय राजधानी के लिए सुहावने मौसम का पूर्वानुमान लगाया था, जिसमें धूप खिली रहने और तापमान 18°C से 33°C के बीच रहने की संभावना जताई गई थी। हालांकि मौसम अनुकूल बना रहा, लेकिन वायु गुणवत्ता जल्द ही शहर की प्रमुख चिंता का विषय बन गई।
वायु गुणवत्ता निगरानी प्लेटफॉर्म AQI.in के आंकड़ों के अनुसार, मुंबई का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) सुबह के समय 182 था, जो इसे ‘खराब’ श्रेणी में रखता है। हालांकि नवंबर के अंत और दिसंबर की शुरुआत में दर्ज किए गए खतरनाक स्तरों से इसमें मामूली सुधार हुआ है, फिर भी हवा अस्वास्थ्यकर बनी हुई है, खासकर बच्चों, वरिष्ठ नागरिकों और श्वसन या हृदय संबंधी बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों जैसे संवेदनशील समूहों के लिए।
मुंबई में वर्तमान में कई बड़े पैमाने पर अवसंरचना परियोजनाएं चल रही हैं, जिनमें मेट्रो रेल कॉरिडोर, फ्लाईओवर, तटीय सड़क विस्तार और व्यापक सड़क चौड़ीकरण कार्य शामिल हैं। इसके अलावा, निजी रियल एस्टेट के आक्रामक विकास ने धूल उत्सर्जन को और बढ़ा दिया है। व्यस्त यातायात के समय वाहनों से होने वाला प्रदूषण वायु गुणवत्ता को और खराब कर रहा है, विशेष रूप से व्यस्त चौराहों और मुख्य सड़कों पर।
शहर भर में कई स्थान प्रदूषण के प्रमुख केंद्र बनकर उभरे। वडाला ट्रक टर्मिनल में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 362 दर्ज किया गया, जो स्वस्थ व्यक्तियों को भी गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। चारकोप में AQI 260 और कोलाबा में 240 दर्ज किया गया, दोनों ही ‘अस्वास्थ्यकर’ श्रेणी में आते हैं। देवनार में AQI 217 और चेंबूर (एक प्रमुख वाणिज्यिक और आवासीय क्षेत्र) में 213 दर्ज किया गया।
उपनगरीय क्षेत्रों में अपेक्षाकृत बेहतर स्थिति देखी गई, लेकिन फिर भी वे सुरक्षित श्रेणी से काफी दूर रहे। कांदिवली पूर्व में AQI 75 दर्ज किया गया, जबकि परेल-भोईवाड़ा और अंधेरी पश्चिम में क्रमशः 95 और 97 दर्ज किए गए, जो सभी ‘मध्यम’ श्रेणी में आते हैं। हालांकि, जोगेश्वरी और गोरेगांव जैसे क्षेत्रों में AQI 113 के साथ ‘खराब’ श्रेणी में आ गया।
संदर्भ के लिए, AQI मान 0 से 50 के बीच अच्छा माना जाता है, 51-100 मध्यम, 101-150 खराब, 151-200 अस्वस्थ और 200 से ऊपर का स्तर खतरनाक माना जाता है।
राष्ट्रीय समाचार
नालासोपारा क्राइम ब्रांच ने फरार नाइजीरियाई संदिग्ध को गिरफ्तार किया, 56 लाख रुपये से अधिक मूल्य की ड्रग्स जब्त की

नालासोपारा: कुछ दिन पहले, मीरा भायंदर वसई विरार (एमबीवीवी) पुलिस आयुक्त कार्यालय की अपराध शाखा इकाई 2 ने नालासोपारा पूर्व के प्रगति नगर इलाके से लगभग 5 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की थी और एक नाइजीरियाई नागरिक को गिरफ्तार किया था। पुलिस इस मामले में एक अन्य सहयोगी की तलाश कर रही थी, लेकिन आज उन्होंने बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित सामग्री के साथ फरार आरोपी को सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया।
मिली जानकारी के अनुसार, क्राइम यूनिट 2 को गुप्त सूचना मिली थी कि फरार नाइजीरियाई संदिग्ध नालासोपारा पश्चिम में कलाम्ब-राजोडी समुद्र तट के पास कहीं छिपा हुआ है। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने इलाके में छापा मारा और संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया, जिसकी पहचान उवाकवे हेनरी उचेन्ना के रूप में हुई है।
इस ऑपरेशन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि पुलिस ने पहले ही 5 करोड़ रुपये की ड्रग्स बरामद कर ली थी, और अब इस भगोड़े से 280 ग्राम एम्फ़ैटेमिन नामक ड्रग भी जब्त की है। जब्त की गई सामग्री की कीमत लगभग 56.12 लाख रुपये है। इस गिरफ्तारी के साथ, पुलिस ने ड्रग सिंडिकेट पर एक बड़ी कार्रवाई को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है।
राष्ट्रीय समाचार
पटना में बढ़ती ठंड पर डीएम का बड़ा फैसला, सभी स्कूलों के समय में बदलाव

पटना, 19 दिसंबर: कड़ाके की ठंड और बढ़ते शीतलहर के प्रकोप को देखते हुए पटना जिला प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने आदेश जारी करते हुए जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों, प्री-स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में निर्धारित समय से पहले और बाद की शैक्षणिक गतिविधियों पर रोक लगा दी है।
डीएम की ओर से जारी आदेश के अनुसार, 19 दिसंबर से 25 दिसंबर तक सुबह 9 बजे से पहले और शाम 4:30 बजे के बाद किसी भी कक्षा की पढ़ाई नहीं कराई जाएगी। आदेश में साफ कहा गया है कि ठंड के दौरान सुबह व शाम के समय तापमान में भारी गिरावट हो रही है, जिससे बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
डीएम ने यह भी स्पष्ट किया है कि प्री-बोर्ड और बोर्ड परीक्षाओं के लिए संचालित विशेष कक्षाओं या परीक्षाओं पर यह रोक लागू नहीं होगी। ऐसे आयोजन पूर्व निर्धारित समय के अनुसार चल सकते हैं ताकि छात्रों की तैयारी प्रभावित न हो। जिलाधिकारी ने सभी विद्यालय प्रबंधन को आदेश दिया है कि वे समय-सारणी में तुरंत संशोधन करें और नए निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करें।
डॉ. थियागराजन ने यह निर्देश भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि बढ़ती सर्दी को देखते हुए बच्चों के स्वास्थ्य और जीवन की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। मौजूदा आदेश गुरुवार को डीएम के हस्ताक्षर के साथ जारी किया गया है, जो अगले सात दिनों तक लागू रहेगा।
प्रशासन के इस फैसले से विद्यार्थियों और अभिभावकों को राहत मिलने की उम्मीद है, क्योंकि बीते दिनों सुबह के समय ठिठुरन और कोहरा बढ़ने से आवागमन में समस्याएं बढ़ गई थीं। जिला प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि वे आदेशों का पालन करें और अत्यधिक ठंड के समय बच्चों को अनावश्यक रूप से बाहर भेजने से बचें।
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