राष्ट्रीय
डीएमआरसी-एसबीआई ने लांच किया ऑटो टॉप-अप सुविधा वाला कार्ड
दिल्ली मेट्रो रेल कॉपोर्रेशन (डीएमआरसी) ने प्योर प्ले क्रेडिट कार्ड जारी करने वाले भारत के सबसे बड़े बैंक एसबीआई कार्ड के सहयोग से शुक्रवार को ‘दिल्ली मेट्रो-एसबीआई कार्ड’ की शुरूआत की। यह बहुउद्देश्यीय कार्ड दिल्ली मेट्रो के यात्रियों के लिए हर ²ष्टि से लाभकारी होगा। ‘दिल्ली मेट्रो-एसबीआई कार्ड’ संयुक्त रूप से डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक डॉ. मंगू सिंह और एसबीआई कार्ड के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ अश्विनी कुमार तिवारी द्वारा जारी किया गया। इस अवसर पर दिल्ली मेट्रो और एसबीआई कार्ड के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। जब कार्ड में 100 रुपये से कम राशि बचेगी तो उपयोगकर्ता इस बहुउद्देश्यीय कार्ड को ऑटो टॉप-अप सुविधा के साथ एक स्मार्ट कार्ड के रूप में इस्तेमाल कर सकेंगे। क्रेडिट कार्ड सुविधा से कार्ड में उपयोगकर्ता के लिंक हुए कार्ड या बैंक खाते से 200 रुपये की टॉप-अप वैल्यू का रीचार्ज खुद हो जाएगा। इसके अतिरिक्त, यह कॉम्बो कार्ड सभी नियमित क्रेडिट कार्ड ट्रांजेक्शंस के लिए भी उपयोग किया जा सकेगा।
इस अवसर पर डीएमआरसी एमडी डॉ. मंगू सिंह ने कहा कि, यह प्रयास दिल्ली मेट्रो के यात्रियों के लिए कैशलेस ट्रांजेक्शंस को बढ़ावा देने के डिजिटल अभियान के समर्थन में डीएमआरसी की उस प्रतिबद्धता के अनुरूप है, जो आज के समय में सोशल डिस्टेंसिंग जीवन का एक हिस्सा बन गई है। हमारा विश्वास है कि इस महामारी के समय में मेट्रो यात्रा को सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से ‘दिल्ली मेट्रो-एसबीआई कार्ड’ एक अनिवार्य साधन के रूप में काम करेगा।
इस अवसर पर अश्विनी कुमार तिवारी, प्रबंध निदेशक एवं सीईओ एसबीआई कार्ड, ने कहा कि, दिल्ली मेट्रो एसबीआई कार्ड से, हम एक अद्वितीय वैल्यू वाला प्रस्ताव बाजार में ला रहे हैं। इस कार्ड से मेट्रो के लाखों यात्रियों को दैनिक यात्रा के लिए एक उन्नत अवसर मिलेगा साथ ही वे अपनी रोजमर्रा की खरीदारी में रिवार्ड भी पा सकेंगे। हमने 100 चिह्न्ति स्टेशनों पर कियोस्क लगाने के लिए डीएमआरसी के साथ समझौता किया है। यात्रीगण मेट्रो स्टेशनों पर ही दिल्ली मेट्रो-एसबीआई कार्ड के लिए आवेदन के साथ-साथ एसबीआई कार्ड पोर्टल के ई-एप्लाई प्लेटफार्म पर ऑनलाइन आवेदन भी कर सकेंगे।
पिछले कुछ समय में डीएमआरसी ने स्टेशनों पर स्मार्ट काडरें या टोकनों की बिक्री के लिए लगने वाली लाइनों से बचने तथा समय की बचत के उद्देश्य से कई अन्य उपायों की शुरूआत भी की है। इनमें टीवीएम के माध्यम से स्मार्ट कार्ड का टॉप-अप करने, अन्य बैंकों के साथ मिलकर मेट्रो कॉम्बो काडरें की शुरूआत, स्टेशनों पर क्रेडिट या डेबिट कार्ड ट्रांजेक्शन सुविधा का उपयोग करके नेट-बैंकिंग, मोबाइल वॉलेट इत्यादि के विकल्प शामिल हैं।
महोत्सव
स्वतंत्रता दिवस 2024: थीम, इतिहास, महत्व और समारोह के बारे में अधिक जानें।
भारत 15 अगस्त, 2024 को अपना 78वाँ स्वतंत्रता दिवस मनाएगा, यह एक महत्वपूर्ण अवसर है जो ब्रिटिश उपनिवेशवाद से मुक्ति के सत्तर से अधिक वर्षों का प्रतीक है। राष्ट्रीय गौरव और गहरी देशभक्ति की भावना के साथ मनाया जाने वाला यह वार्षिक कार्यक्रम स्वतंत्रता सेनानियों के बहादुर कार्यों और स्वायत्तता और विकास की दिशा में राष्ट्र की प्रगति को श्रद्धांजलि देता है। यह लेख 2024 में भारत के स्वतंत्रता दिवस से जुड़े महत्व, ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और समारोहों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करता है।
क्या यह स्वतंत्रता दिवस की 77वीं या 78वीं वर्षगांठ है?
2024 में 78वाँ स्वतंत्रता दिवस समारोह 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश शासन से भारत की स्वतंत्रता का प्रतीक होगा। भले ही यह स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद से 77वाँ वर्ष है, लेकिन स्वतंत्रता के बाद से यह दिन 78 बार मनाया जा चुका है। जानकारी का यह दोहरा स्रोत भ्रम पैदा कर सकता है, फिर भी प्रत्येक आंकड़ा अपने संदर्भ में सही है।
4 जुलाई 2024 की थीम
इस वर्ष की थीम, “विकसित भारत” या “विकसित भारत”, 2047 तक भारत को एक विकसित और प्रगतिशील राष्ट्र में बदलने के लक्ष्य को दर्शाती है, जो इसकी स्वतंत्रता की 100वीं वर्षगांठ है।
इतिहास में स्वतंत्रता दिवस का महत्व
इस विशेष दिन पर, भारत ने लगभग दो सौ वर्षों के औपनिवेशिक शासन के बाद ब्रिटिश नियंत्रण से स्वतंत्रता प्राप्त की। ब्रिटिश संसद ने 18 जुलाई, 1947 को भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम पारित किया, जिसने ब्रिटिश वर्चस्व को समाप्त करने में मदद की और परिणामस्वरूप भारत और पाकिस्तान का विभाजन हुआ।
स्वतंत्रता दिवस पर महत्वपूर्ण कार्यक्रम
प्रधानमंत्री का भाषण: 15 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी लाल किले से राष्ट्र के नाम भाषण देंगे।
स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान: स्वतंत्रता दिवस पर, हम उन कई लोगों को याद करते हैं जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।
नागरिक और सांस्कृतिक जुड़ाव: परेड, सांस्कृतिक कार्यक्रम, पारंपरिक नृत्य प्रदर्शन और देशभक्तिपूर्ण शैक्षिक पहल देशभक्ति गतिविधियों के उदाहरण हैं।
ध्वजारोहण: सरकारी भवनों और स्कूलों जैसे सार्वजनिक स्थानों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है।
राष्ट्रीय
शेयर बाजारों में सुबह के कारोबार में उतार-चढ़ाव
भारतीय शेयर बाजारों में बुधवार को सुबह के कारोबार में उतार-चढ़ाव रहा।
हरे निशान में खुलने के बाद सेंसेक्स एक समय 337.63 अंक यानि 0.47 प्रतिशत टूटकर 71.674.42 अंक तक तक लुढ़क गया था। हालाँकि बाद में वापसी करते हुए 124.73 अंक की तेजी के साथ 72,136.78 अंक पर पहुँच गया।
निफ्टी भी 107.25 अंक टूटकर एक समय 21,710.20 अंक तक उतर गया था। लेकिन दोपहर होते-होते यह 39.50 अंक की बढ़त से साथ 21,852.80 अंक तक चढ़ गया।
निफ्टी50 में एशर मोटर के शेयर चार प्रतिशत और मारुति सुजुकी के तीन प्रतिशत की बढ़त में थे। वहीं, टाटा कंज्यूमर और टाटा मोटर्स में करीब ढाई-ढाई फीसदी की गिरावट रही।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व नीतिगत दरों पर निर्णय बुधवार को जारी करेगी। इससे अमेरिकी बाजार में रुझान तय होगा।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिटेल रिसर्च प्रमुख दीपक जसानी ने कहा कि फेडरल रिजर्व इस साल दर में कटौती के धीमे रुख का संकेत दे सकता है। इस चिंता के कारण बुधवार को एशियाई शेयरों में नरमी रही।
राष्ट्रीय
सेंसेक्स 600 अंक टूटा, एफएमसीजी शेयर हुए धड़ाम
फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी) स्टॉक मंगलवार को सेक्टोरल इंडेक्स में 1.9 फीसदी की गिरावट के साथ कमजोर कारोबार कर रहे हैं। एफएमसीजी इंडेक्स टॉप सेक्टर लूजर्स में से एक है। नेस्ले में 3 फीसदी से ज्यादा की गिरावट है।
कोलगेट पामोलिव करीब 4 फीसदी नीचे है। होनासा कंज्यूमर 3.7 फीसदी, टाटा कंज्यूमर 3.4 फीसदी, पतंजलि फूड्स 3.2 फीसदी, यूनाइटेड ब्रुअरीज 3 फीसदी, गोदरेज कंज्यूमर 2 फीसदी से ज्यादा और ब्रिटानिया 2 फीसदी से ज्यादा नीचे है।
बिकवाली के कारण बीएसई सेंसेक्स 600 अंक से अधिक नीचे है। ज्यादातर सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं।
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज ने एक हालिया रिपोर्ट में कहा था कि वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में एफएमसीजी सेक्टर में मांग सुस्त है।
रिटेल डेटा पर नज़र रखने वाली नील्सन ने इस सेक्टर के लिए 4.5-6.5 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया है।
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज ने कहा, अल-नीनो का प्रभाव मई तक रहने के कारण कृषि क्षेत्र में वृद्धि कम रहेगी जिससे खपत में कोई महत्वपूर्ण बदलाव होने की संभावना नहीं है।
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