अंतरराष्ट्रीय समाचार
डोनाल्ड ट्रंप 9/11 मेमोरियल सेरेमनी में बाइडन के साथ नहीं हुए शामिल
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप न्यूयॉर्क शहर और पेन्सिलवेनिया के शैंक्सविले में आधिकारिक 9/11 मेमोरियल सेरेमनी में शामिल नहीं हुए। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति जो बाइडन, पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और बिल क्लिंटन सभी शनिवार की सुबह न्यूयॉर्क शहर में राष्ट्रीय 11 सितंबर स्मारक में एक समारोह में शामिल हुए, जहां वल्र्ड ट्रेड सेंटर के टावर पर हमला हुआ था।
इससे पहले, पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस दोनों ने स्मारक पर बातचीत की।
ट्रम्प, समारोहों में उपस्थित होने के बजाय, मैनहट्टन में अपने ट्रम्प टॉवर भवन से 17वीं पुलिस परिसर और न्यूयॉर्क शहर के पड़ोसी फायर स्टेशन तक कई ब्लॉकों की यात्रा की।
शैंक्सविले अग्निशमन विभाग में एक अघोषित पड़ाव के दौरान, बाइडन ने अपने भाषण में अमेरिकी एकता को प्रोत्साहित करने के लिए बुश की प्रशंसा की।
उन्होंने प्रेस पूल के लिए संक्षिप्त टिप्पणी में अफगानिस्तान से वापसी के अपने प्रशासन के संचालन का भी बचाव किया।
बाइडन का दिन में अंतिम पड़ाव राष्ट्रीय 9/11 पेंटागन मेमोरियल था, जहां उन्होंने प्रथम महिला जिल बाइडन उपराष्ट्रपति कमला हैरिस, रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और संयुक्त प्रमुखों के अध्यक्ष जनरल मार्क मिले के साथ एक पुष्पांजलि समारोह में भाग लिया।
बाइडन ने शनिवार को औपचारिक टिप्पणी नहीं की, लेकिन शुक्रवार को एक वीडियो बयान जारी किया जिसमें अमेरिकी इतिहास के सबसे घातक हमले में मारे गए लोगों की पहचान की गई और राष्ट्रीय एकता का आह्वान किया गया।
11 सितंबर, 2001, हमले अलकायदा आतंकवादी समूह द्वारा किए गए चार समन्वित आतंकवादी हमलों की एक सीरीज थी।
अल कायदा के 19 आतंकवादियों ने चार वाणिज्यिक विमानों का अपहरण कर लिया था।
वल्र्ड ट्रेड सेंटर के साउथ टॉवर को यूनाइटेड एयरलाइंस की फ्लाइट 175 ने टक्कर मार दी थी।
110 मंजिला दोनों टावर एक घंटे 42 मिनट में ढह गए, जिससे वल्र्ड ट्रेड सेंटर की अन्य संरचनाएं ढह गईं और आसपास की इमारतों को नुकसान पहुंचा।
तीसरा विमान, अमेरिकन एयरलाइंस फ्लाइट 77, पेंटागन के पश्चिम की ओर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे इमारत का हिस्सा आंशिक रूप से ढह गया।
चौथा जेट, यूनाइटेड एयरलाइंस फ्लाइट 93, जो वाशिंगटन, डी.सी. की दिशा में उड़ाया गया था, एकमात्र ऐसा विमान था जो अपने इच्छित लक्ष्य को नहीं मार सका, इसके बजाय शैंक्सविले, पेनसिल्वेनिया के पास एक क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
बाद में यह निर्धारित किया गया कि फ्लाइट 93 का लक्ष्य या तो व्हाइट हाउस या कैपिटल था।
अंतरराष्ट्रीय समाचार
इथियोपिया के ज्वालामुखी विस्फोट ने बढ़ाई टेंशन, भारत से चीन की ओर निकला राख का गुबार

नई दिल्ली, 26 नवंबर: इथियोपिया का हेली गुब्बी ज्वालामुखी करीब 10-12 हजार साल बाद फिर से फटा है। ज्वालामुखी से निकली राख भारत होते हुए अब चीन की ओर बढ़ चुकी है। ज्वालामुखी की राख भारत की राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली तक देखने को मिली। इसका असर भारतीय एयरलाइंस सर्विस पर भी दिखा। वहीं अब ये ज्वालामुखी की राख चीन की टेंशन बढ़ाने वाली है।
भारतीय मौसम विभाग की ओर से साझा जानकारी के अनुसार ज्वालामुखी से निकली राख का बादल इथियोपिया के लाल सागर से होते हुए यमन, ओमान, अरब सागर के ऊपर से पश्चिमी भारत से फिर उत्तर भारत तक पहुंचा।
ताजा जानकारी के अनुसार अब ये राख का बादल भारत से निकलकर चीन की ओर बढ़ गया है। बता दें, यह ज्वालामुखी करीब 12 हजार सालों तक शांत रहने के बाद फटा है। ज्वालामुखी की राख आसमान में लगभग 14 किलोमीटर ऊपर तक उठी।
हालांकि, भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि इस राख के बादल से कोई खतरा नहीं है। हालांकि, राख के बादल के भारत में दस्तक देने के बाद देश में कई उड़ानों का रूट डायवर्ट कर दिया गया। कुछ उड़ानें रद्द भी की गईं।
इससे पहले आईएमडी ने बताया था कि मंगलवार को राख का गुबार गुजरात, दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के ऊपर चला गया। हालांकि यह बादल ज्यादातर वायुमंडल के बीच के स्तर पर बना रहा, लेकिन इसकी वजह से कुछ समय के लिए विमानों के संचालन में रुकावट आई और अधिकारियों को एविएशन के लिए सेफ्टी एडवाइजरी जारी करनी पड़ी है।
‘इंडियामेटस्काई वेदर’ के अनुसार, इस गुबार में ज्यादातर सल्फर डाइऑक्साइड (एसओ2) है और ज्वालामुखी की राख कम से मीडियम कंसंट्रेशन में है। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि इसका एक्यूआई पर कोई असर नहीं होगा, लेकिन नेपाल की पहाड़ियों पर हो सकता है।
इंडियामेटस्काई वेदर ने कहा, “ऐश प्लम में ज्यादातर सल्फर डाइऑक्साइड है और ज्वालामुखी की राख कम से मीडियम मात्रा में है। यह अब ओमान-अरब सागर क्षेत्र से उत्तर और मध्य भारत के मैदानी इलाकों तक फैल रहा है। यह एक्यूआई लेवल पर असर नहीं डालेगा, लेकिन यह नेपाल की पहाड़ियों, हिमालय और उत्तर प्रदेश के आस-पास के तराई इलाके में एसओ2 लेवल पर असर डालेगा, क्योंकि कुछ मटीरियल पहाड़ियों से टकराएगा और बाद में चीन चला जाएगा।”
एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि मैदानी इलाकों में राख गिरने की संभावना कम है, लेकिन यह प्लम धीरे-धीरे दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान के ऊपर से गुजरता रहेगा, लेकिन सतह की हवा की क्वालिटी पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
अंतरराष्ट्रीय समाचार
बांग्लादेश: महिला हिंसा में बढ़ोतरी, 9 महीने में 663 रेप केस दर्ज

ढाका, 25 नवंबर: अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस पर बांग्लादेश की दर्दनाक हकीकत बयां करती रिपोर्ट सामने आई है। स्थानीय मीडिया ने मंगलवार को एक खौफनाक आंकड़ा पेश किया। बताया कि 2025 के पहले नौ महीनों में ही 663 महिलाओं का रेप हुआ।
हर साल 25 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस मनाया जाता है।
ढाका के ह्यूमन राइट्स सपोर्ट सोसाइटी (एचआरएसएस) ने एक आंकड़ा जारी किया है। इसमें महिला हिंसा की खतरनाक तस्वीर पेश की गई है। बताया गया है कि कैसे कानून-व्यवस्था का गलत इस्तेमाल कर महिला अत्याचार में बढ़ोतरी हो रही है। मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप महिला अधिकारों को रोकने में असफल रही है।
ढाका ट्रिब्यून से बात करते हुए सुल्ताना कमाल ने दावा किया कि बताई गई संख्या देश भर में हो रही बड़े पैमाने पर हिंसा का सिर्फ एक हिस्सा है।
उन्होंने कहा, हमें बलात्कार और ज्यादती का पता तभी चल पाता है जब वो मीडिया तक पहुंचती है, ज्यादातर तब जब कोई हत्या होती है या फिर कोई जघन्य अपराध होता है। कई मामले हैं जो सामने आ ही नहीं पाते। अभी जो हम देख पा रहे हैं वो काफी खौफनाक है।
सुल्ताना मानती हैं कि रेप और यौन उत्पीड़न के बढ़ते मामले दर्शाते हैं कि महिला अधिकारों और उनके सम्मान को पूरी तरह से नजरअंदाज किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, “एक आजाद मुल्क जहां सबको अपने इतिहास और संस्कृति पर नाज है, वहां मात्र नौ महीनों में 600 से ज्यादा महिलाओं का बलात्कार शर्मनाक है। ये बताता है कि हमारा परिवार, समाज और पूरा देश महिलाओं की कितनी अनदेखी करता है।”
सुल्ताना के अनुसार अपराधी बेखौफ हैं; उन्हें अपराध के बाद दोषी ठहराए जाने का खौफ नहीं है। सजा से बच जाने का भरोसा उन्हें हिम्मत दे रहा है। उन्होंने कहा, “पहले अपराधियों के अंदर खौफ था। उन्हें लगता था कि अगर ऐसे अपराध किए तो सजा तय होगी, लेकिन अब उससे वो आजाद हैं। जब महिलाओं पर अत्याचार करने वालों के खिलाफ ठोस फैसला नहीं लिया जाता तो हिंसा जारी रहती है। ये महिला के सम्मान और उसकी पवित्रता पर सीधा हमला होता है।”
इसके अलावा, बांग्लादेश महिला परिषद की अध्यक्ष फवजिया मोस्लेम ने भी माना कि लड़कियों के खिलाफ हिंसा में बढ़ोतरी बहुत चिंताजनक है।
उन्होंने कहा, “कई महीनों में, लड़कियों पर ज्यादती बढ़ी है। इससे पता चलता है कि हालात कितने बदतर हैं। लॉ एंड ऑर्डर इतनी तेजी से बिगड़ गया है कि महिला विरोधी सोच आम हो गई है।”
महिला नेताओं पर हमलों से लेकर आम आने-जाने वालों पर हमलों तक की घटनाओं को हाईलाइट करते हुए, फवजिया ने यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार की कोई एक्शन न लेने के लिए आलोचना की और कहा कि इससे देश में “महिला विरोधी ताकतों और आतंकियों” को हिम्मत मिली है।
उन्होंने कहा, “पिछले 10 महीनों में महिला विरोधी दुष्प्रचार बहुत बढ़ गया है। समाज, शिक्षा और कल्चरल तरीकों को बदलना होगा। नहीं तो, इन अपराधों को रोकना बहुत मुश्किल होगा।”
अंतरराष्ट्रीय समाचार
हेली गुब्बी ज्वालामुखी विस्फोट का असर, एयर इंडिया ने कई अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानें कीं रद्द

Air India
नई दिल्ली, 25 नवंबर: हेली गुब्बी ज्वालामुखी विस्फोट के बाद सावधानी के तौर पर एयर इंडिया ने अपनी कई महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानें रद्द कर दी हैं। कंपनी के अनुसार, जिन विमानों ने विस्फोट के बाद प्रभावित भौगोलिक क्षेत्र के ऊपर से उड़ान भरी थी, उनकी सुरक्षा जांच की जा रही है। इसी वजह से उड़ान संचालन अस्थायी तौर पर प्रभावित हुआ है।
एयर इंडिया ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसलिए यह निर्णय मजबूरी में लिया गया है। कंपनी ने उड़ान रद्द होने के कारण यात्रियों को हुई परेशानी के लिए खेद भी जताया है।
एयर इंडिया ने कहा, “हमारे नेटवर्क में काम कर रही ग्राउंड टीम लगातार यात्रियों को यात्रा स्थिति की जानकारी दे रही है और तुरंत सहायता प्रदान कर रही है। जरूरत पड़ने पर होटल ठहराव की व्यवस्था भी की जा रही है। हम जल्द से जल्द वैकल्पिक यात्रा की व्यवस्था करने की कोशिश कर रहे हैं। यह एक अप्रत्याशित और हमारे नियंत्रण से बाहर की स्थिति है। यात्रियों और क्रू मेंबर्स की सुरक्षा हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
25 नवंबर को रद्द की गई फ्लाइट में एआई 2822 – चेन्नई से मुंबई, एआई 2466 – हैदराबाद से दिल्ली, एआई 2444 / 2445 – मुंबई–हैदराबाद–मुंबई, और एआई 2471 / 2472 – मुंबई–कोलकाता–मुंबई शामिल हैं।
इससे पहले 24 नवंबर को रद्द की गई फ्लाइटों में एआई 106 – न्यूर्क से दिल्ली, एआई 102 – न्यूयॉर्क से दिल्ली, एआई 2204 – दुबई से हैदराबाद, एआई 2290 – दोहा से मुंबई, एआई 2212 – दुबई से चेन्नई, एआई 2250 – दम्माम से मुंबई और एआई 2284 – दोहा से दिल्ली शामिल थीं।
कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर अचानक फ्लाइट रद्द करने को लेकर चिंता और निराशा व्यक्त की, हालांकि ज्यादातर ने सुरक्षा को प्राथमिकता देने के फैसले का समर्थन किया।
एयर इंडिया ने कहा है कि स्थिति सामान्य होते ही उड़ानें पुनः शुरू की जाएंगी और सभी प्रभावित यात्रियों को जल्द से जल्द नई बुकिंग की जानकारी दी जाएगी।
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