दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी की बिगड़ती वायु गुणवत्ता को लेकर शनिवार शाम एक आपात बैठक बुलाई है। राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी से गुजर रही है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के अनुसार शनिवार सुबह दिल्ली की कुल वायु गुणवत्ता 499 यानी ‘गंभीर’ श्रेणी में रही।
बैठक में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय और मुख्य सचिव विजय कुमार देव मौजूद रहेंगे।
सफर के आंकड़ों के मुताबिक, हवा में पीएम 10 और पीएम 2.5 प्रदूषकों का स्तर क्रमश: 134 और 72 था।
दिल्ली की ‘गंभीर’ वायु गुणवत्ता के मद्देनजर, ग्रेडेड एक्शन रिस्पांस प्लान (जीआरएपी) ने सरकारी और निजी कार्यालयों के साथ-साथ अन्य प्रतिष्ठानों को ‘आपातकाल’ के आधार पर वाहनों के उपयोग को कम से कम 30 प्रतिशत तक कम करने की सलाह दी है।
आदेश में आगे लोगों को बाहरी गतिविधियों को सीमित करने और अपने जोखिम को कम करने की सलाह दी गई है।
राष्ट्रीय राजधानी में खुली आग से होने वाले प्रदूषण पर और अंकुश लगाने के लिए पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को खुले में कूड़ा जलाने के खिलाफ एक अभियान शुरू किया और दूसरे चरण के धूल विरोधी अभियान की शुरूआत की, जो निर्माण से होने वाले प्रदूषण को सीमित करने के लिए एक महीने तक चलेगा।