खेल
आईपीएल 2025: 50वें मैच में मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स का आमना-सामना

नई दिल्ली, 1 मई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 में मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स के बीच गुरुवार को हाईवोल्टेज मुकाबला होने की उम्मीद है। दोनों टीम के बीच सीजन का 50वां मैच खेला जाएगा। भारतीय समयानुसार, सवाई मानसिंह स्टेडियम में शाम 7.30 बजे से मैच का प्रसारण शुरू होगा।
प्लेऑफ में बने रहने के लिए राजस्थान रॉयल्स को हर हाल में यह मैच जीतना होगा। दूसरी ओर, प्लेऑफ में अपनी दावेदारी मजबूत करने के साथ ही साथ अंक तालिका में दूसरे स्थान पर पहुंचने के लिए मुंबई इंडियंस भी अपनी जीत की लय बरकरार रखना चाहेगी। मुंबई इंडियंस ने अब तक इस सीजन में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इस सीजन में मुंबई इंडियंस छह जीत के साथ अंक तालिका में तीसरे पायदान पर है।
इस सीजन दोनों टीमों के प्रदर्शन में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। राजस्थान रॉयल्स शुरुआती मैचों में जीती, लेकिन फिर हार का सिलसिला शुरू हुआ तो टीम अंक तालिका में सबसे नीचे पहुंच गई। हालांकि, पिछले मैच में राजस्थान रॉयल्स ने जीटी के खिलाफ घर पर 200 से अधिक रनों का पीछा करते हुए जीत हासिल की और प्लेऑफ में खुद को जीवित रखा है।
जीटी के खिलाफ 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने शानदार शतक जड़ा। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी के दम पर राजस्थान रॉयल्स के लिए पूरा मैच एकतरफा कर दिया।
वहीं, मुंबई इंडियंस की बात करें तो टीम ने शुरुआती पांच मैचों में सिर्फ एक जीत हासिल की। लेकिन, इसके बाद लगातार पांच मैचों में जीत हासिल की। पूर्व कप्तान रोहित शर्मा और विस्फोटक बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव अपनी पुरानी लय में वापस आ चुके हैं। वहीं, गेंदबाजी में बुमराह की धार देखने को मिली है।
दोनों टीमों आईपीएल में अब तक कुल 30 बार आमने-सामने हुई हैं, जिसमें राजस्थान रॉयल्स ने 14 बार जीत हासिल की है। वहीं, 15 बार मुंबई इंडियंस ने मुकाबला जीता। एक मैच बिना किसी परिणाम के समाप्त हुआ।
आईपीएल 2024 में दोनों टीमों के बीच खेले गए मुकाबले में राजस्थान ने घर पर मुंबई को 9 विकेट से हराया था। राजस्थान रॉयल्स और मुंबई इंडियंस के बीच एक बार फिर सबकी नजर 14 साल के वैभव सूर्यवंशी पर होगी, जिन्होंने जीटी के सामने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन कर सेंचुरी लगाई। इस मैच में एक बार फिर उनसे टीम कुछ इस तरह के प्रदर्शन की उम्मीद लगा रही है।
अंतरराष्ट्रीय
सर्वसम्मति से चलता है एससीओ, राजनाथ का दस्तावेज पर हस्ताक्षर न करना सही फैसला: जयशंकर

नई दिल्ली, 27 जून। आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) की तरफ से ‘मॉक पार्लियामेंट’ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शिरकत की। उन्होंने एससीओ समिट, आपातकाल के दौर और ऑपरेशन सिंदूर पर भी बात की। उन्होंने कहा कि राजनाथ सिंह का एससीओ समिट में दस्तावेज पर साइन नहीं करना सही फैसला है।
जयशंकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए एससीओ समिट पर कहा, “एससीओ का गठन आतंकवाद से लड़ने के उद्देश्य से किया गया था। जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रक्षा मंत्रियों की बैठक में गए और दस्तावेज पर चर्चा हुई, तो एक देश ने कहा कि वे इसमें आतंकवाद का उल्लेख नहीं चाहते। राजनाथ सिंह का सही मत था कि बिना आतंकवाद के उल्लेख के ( वो भी तब जब संगठन का मुख्य उद्देश्य आतंकवाद से लड़ना है) वे इसे स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं थे। एससीओ सर्वसम्मति से चलता है, इसलिए राजनाथ सिंह ने स्पष्ट कहा कि अगर बयान में आतंकवाद का उल्लेख नहीं होगा, तो हम उस पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे।”
विदेश मंत्री जयशंकर ने इमरजेंसी पर बात करते हुए कहा, “मैंने मॉक पार्लियामेंट में इमरजेंसी से जुड़े अपने विचार साझा किए। जिस दौरान देश में इमरजेंसी की घोषणा की गई थी, उस समय मेरी उम्र 20 साल के आसपास थी। हमें युवा पीढ़ी को बताना होगा कि आपातकाल के क्या नुकसान थे? उस दौर में किस तरह से मीडिया पर हमला किया गया। लोकतंत्र और संविधान की हत्या की गई और इसके जरिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमारी छवि को बिगाड़ा गया। हम सभी लोगों को इमरजेंसी पर जरूर विचार करना चाहिए। मैंने युवाओं से कहा कि आपातकाल इसलिए लगाया गया, क्योंकि एक परिवार के हित को राष्ट्र हित से आगे रखा गया। आज राष्ट्र के हित को प्राथमिकता दी जाती है।”
विदेश मंत्री जयशंकर ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “संविधान हाथ में रखकर घूमने से कुछ नहीं होता है। संविधान मन में होना चाहिए। कांग्रेस के डीएनए में इमरजेंसी है। आज वो संविधान की बात करते अच्छे नहीं लगते हैं।”
जयशंकर ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सभी दलों के एकजुट होने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा, “मुझे बहुत गर्व महसूस होता है, जब मैं शशि थरूर, सुप्रिया सुले, कनिमोझी, संजय झा, जय पांडा, रविशंकर प्रसाद और श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में संसदीय प्रतिनिधिमंडलों को देखता हूं। जब मैं सभी दलों को एकजुट होकर विश्व पटल पर राष्ट्रीय हित में बोलते देखता हूं, उन्हें ये कहते सुनता हूं कि आतंकवाद स्वीकार्य नहीं है और जब सब एक सुर में कहते हैं हमें आतंक के खिलाफ अपनी रक्षा का अधिकार है, तो मेरे लिए वो गर्व का क्षण होता है।”
उन्होंने कहा, “हर देश में जहां भी प्रतिनिधिमंडल गया, उन्हें बताया गया कि सबसे प्रभावशाली बात यह थी कि सभी दल एकजुट होकर देश का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। यह हमारे लिए एक महान क्षण था।”
अपराध
दिल्ली: बवाना में कुख्यात गैंगस्टर मंजीत महाल के भांजे की हत्या, पुलिस ने जताई गैंगवार की आशंका

नई दिल्ली, 27 जून। दिल्ली में सरेआम कुख्यात गैंगस्टर मंजीत महाल के भांजे की हत्या कर दी गई है। दिल्ली के बवाना थाना क्षेत्र में शुक्रवार सुबह हत्या की घटना को अंजाम दिया गया। मृतक की पहचान मंजीत महाल के भांजे दीपक के रूप में हुई, जो सुबह टहलने के लिए निकला था। इस घटना में हत्याकांड में गैंगवार का संदेह जताया जा रहा है।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि घटना सुबह करीब 7 से 8 बजे के बीच की है। दो हमलावर बाइक पर सवार होकर आए और दीपक पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। उन्होंने कई राउंड फायर किए थे। मौके पर ही दीपक की मौत हो गई। दीपक को निशाना बनाकर हमला किया गया, जिसमें उसकी बेटी भी घायल हो गई। हमले के समय दीपक के साथ मॉर्निंग वॉक पर उसकी बेटी भी थी। गोलीबारी में उसकी बेटी के हाथ में चोट आई है। हालांकि वो खतरे से बाहर है।
पुलिस ने बताया कि दीपक को 7-8 घाव लगे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने तक गोलियों की सही संख्या का पता नहीं चलेगा।
जांच में सामने आया है कि दीपक की हत्या करने के बाद हमलावर आगे की ओर बढ़े थे, लेकिन वो फिर वापस लौटकर आए और दोबारा भी दीपक को गोली मारी। उसके बाद दोनों हमलावर मौके से फरार हो गए। पुलिस के मुताबिक, मृतक दीपक कुख्यात गैंगस्टर मंजीत महाल का भांजा था, हालांकि उसकी खुद की कोई आपराधिक पृष्ठभूमि नहीं थी।
घटना में पुलिस को संदेह है कि ये हत्या इलाके में चल रही गैंगवार का हिस्सा हो सकती है। पुलिस ने बताया कि दो हमलावरों में से एक की पहचान कर ली गई है और उसकी तलाश की जा रही है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही ये स्पष्ट हो सकेगा कि हत्या के पीछे असल वजह क्या थी।
खेल
ब्रेकिंग! जसप्रीत बुमराह को उनके कार्यभार को प्रबंधित करने के लिए इंग्लैंड बनाम भारत दूसरे टेस्ट के लिए आराम दिया जाएगा, रिपोर्ट का दावा

टीम इंडिया कथित तौर पर 2 जून से बर्मिंघम के एजबेस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाले निर्णायक दूसरे टेस्ट के लिए जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति से निपटने के लिए तैयार है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, दाएं हाथ के तेज गेंदबाज को कार्यभार प्रबंधन के कारण खेल के लिए आराम दिया जाना तय है।
टीम इंडिया के कोच गौतम गंभीर ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि दाएं हाथ का यह तेज गेंदबाज चोटिल होने की संभावना के कारण दौरे के दौरान केवल तीन टेस्ट ही खेलेगा। 31 वर्षीय इस खिलाड़ी को इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया दौरे के अंतिम चरण में पीठ में चोट लग गई थी, जिसके कारण वह सीरीज के अंतिम दिन गेंदबाजी करने में असमर्थ हो गए थे।
लीड्स के हेडिंग्ले में टीम इंडिया की पांच विकेट से हार के दौरान बुमराह का कार्यभार भी काफी अधिक रहा। उन्होंने पहली पारी में 24.4 ओवर और दूसरी पारी में 20 ओवर फेंके, लेकिन बाद की पारी में उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। अर्शदीप सिंह और आकाश दीप टीम में दो अन्य अतिरिक्त गेंदबाज हैं, लेकिन बुमराह के बिना मेहमान टीम दबाव में होगी, जो एक बेहतरीन विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।
लीड्स में पहले टेस्ट के बाद गंभीर ने कहा कि भारत बुमराह को सिर्फ़ तीन टेस्ट में खिलाने की योजना में कोई बदलाव नहीं करेगा। बीबीसी स्पोर्ट के हवाले से पूर्व भारतीय ओपनर ने कहा:
“हम इसमें कोई बदलाव नहीं करेंगे। हमारे लिए उनके कार्यभार का प्रबंधन करना अधिक महत्वपूर्ण है। आगे बहुत सारा क्रिकेट होना है। देखते हैं कि उनका शरीर कैसा रहता है। हमने अभी यह तय नहीं किया है कि वह कौन से दो अन्य मैच खेलेंगे।”
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