अंतरराष्ट्रीय समाचार
भारत बायोटेक के कोवैक्सीन को मिली डब्ल्यूएचओ की मंजूरी
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बुधवार को भारत के स्वदेशी रूप से विकसित कोविड वैक्सीन, भारत बायोटेक के कोवैक्सीन को आपातकालीन उपयोग सूचीकरण की मंजूरी दे दी। वैश्विक स्वास्थ्य समूह के तकनीकी सलाहकार समूह (टीएजी) ने अंतिम निर्णय जारी किया।
डब्ल्यूएचओ ने एक ट्वीट में कहा, “डब्ल्यूएचओ ने भारत बायोटेक द्वारा विकसित कोवैक्सीन को आपातकालीन उपयोग सूची (ईयूएल) में शामिल किया है। इससे डब्ल्यूएचओ द्वारा कोविड-19 की रोकथाम के लिए मान्य टीकों का पोर्टफोलियो बढ़ा है।”
सूत्र ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. ट्रेडोस एडनॉम घेब्रेयसस के साथ जी20 बैठक में कोवैक्सीन की मंजूरी के लिए जोर दिया था।
आपातकालीन सूची में देरी हो गई, क्योंकि टीएजी ने अंतिम जोखिम मूल्यांकन के लिए टीके निर्माताओं से कुछ अतिरिक्त जानकारी मांगी।
टीएजी की अंतिम बैठक 27 अक्टूबर को हुई थी और निर्माता से अतिरिक्त डेटा प्राप्त करने के बाद अंतिम जोखिम मूल्यांकन करने पर सहमत हुए थे। भारत बायोटेक के इस सप्ताहांत तक अतिरिक्त डेटा जमा करने की उम्मीद थी।
कोवैक्सीन को हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक द्वारा सरकार की भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के सहयोग से विकसित किया गया है। इसे जनवरी में देश में आपातकालीन उपयोग के लिए मान्यता दी गई थी।
इसने रोगसूचक कोविड-19 के खिलाफ 77.8 प्रतिशत प्रभावशीलता और नए डेल्टा संस्करण के खिलाफ 65.2 प्रतिशत सुरक्षा का प्रदर्शन किया है। भारत बायोटेक ने कहा कि उसने तीसरे चरण के परीक्षणों से कोवैक्सीन प्रभावकारिता के अंतिम विश्लेषण का निष्कर्ष निकाला है।
वैश्विक स्वास्थ्य निकाय ने अब तक कोविड-19 के खिलाफ आपातकालीन उपयोग के लिए फाइजर-बायोएनटेक, एस्ट्राजेनेका-एसके बायो/सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, जॉनसन 7 जॉनसन – जेनसेन, मॉडर्ना और साइनोफॉर्म के कोविड-19 टीकों को मंजूरी दी है।
अंतरराष्ट्रीय समाचार
हेली गुब्बी ज्वालामुखी विस्फोट का असर, एयर इंडिया ने कई अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानें कीं रद्द

Air India
नई दिल्ली, 25 नवंबर: हेली गुब्बी ज्वालामुखी विस्फोट के बाद सावधानी के तौर पर एयर इंडिया ने अपनी कई महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानें रद्द कर दी हैं। कंपनी के अनुसार, जिन विमानों ने विस्फोट के बाद प्रभावित भौगोलिक क्षेत्र के ऊपर से उड़ान भरी थी, उनकी सुरक्षा जांच की जा रही है। इसी वजह से उड़ान संचालन अस्थायी तौर पर प्रभावित हुआ है।
एयर इंडिया ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसलिए यह निर्णय मजबूरी में लिया गया है। कंपनी ने उड़ान रद्द होने के कारण यात्रियों को हुई परेशानी के लिए खेद भी जताया है।
एयर इंडिया ने कहा, “हमारे नेटवर्क में काम कर रही ग्राउंड टीम लगातार यात्रियों को यात्रा स्थिति की जानकारी दे रही है और तुरंत सहायता प्रदान कर रही है। जरूरत पड़ने पर होटल ठहराव की व्यवस्था भी की जा रही है। हम जल्द से जल्द वैकल्पिक यात्रा की व्यवस्था करने की कोशिश कर रहे हैं। यह एक अप्रत्याशित और हमारे नियंत्रण से बाहर की स्थिति है। यात्रियों और क्रू मेंबर्स की सुरक्षा हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
25 नवंबर को रद्द की गई फ्लाइट में एआई 2822 – चेन्नई से मुंबई, एआई 2466 – हैदराबाद से दिल्ली, एआई 2444 / 2445 – मुंबई–हैदराबाद–मुंबई, और एआई 2471 / 2472 – मुंबई–कोलकाता–मुंबई शामिल हैं।
इससे पहले 24 नवंबर को रद्द की गई फ्लाइटों में एआई 106 – न्यूर्क से दिल्ली, एआई 102 – न्यूयॉर्क से दिल्ली, एआई 2204 – दुबई से हैदराबाद, एआई 2290 – दोहा से मुंबई, एआई 2212 – दुबई से चेन्नई, एआई 2250 – दम्माम से मुंबई और एआई 2284 – दोहा से दिल्ली शामिल थीं।
कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर अचानक फ्लाइट रद्द करने को लेकर चिंता और निराशा व्यक्त की, हालांकि ज्यादातर ने सुरक्षा को प्राथमिकता देने के फैसले का समर्थन किया।
एयर इंडिया ने कहा है कि स्थिति सामान्य होते ही उड़ानें पुनः शुरू की जाएंगी और सभी प्रभावित यात्रियों को जल्द से जल्द नई बुकिंग की जानकारी दी जाएगी।
अंतरराष्ट्रीय समाचार
प्रधानमंत्री मोदी ने जोहान्सबर्ग में कम्युनिटी लीडर्स से की बातचीत, भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने की अपील

नई दिल्ली, 22 नवंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी20 लीडर्स समिट के लिए जोहान्सबर्ग दौरे के दौरान दक्षिण अफ्रीका में प्रमुख भारतीय कम्युनिटी ऑर्गनाइजेशन के प्रमुखों के साथ बातचीत की।
इस संबंध में जानकारी देते हुए पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “साउथ अफ्रीका में रहने वाले भारतीय समुदाय के सदस्यों से बातचीत की, जो अलग-अलग ऑर्गनाइजेशन के साथ एक्टिव रूप से काम कर रहे हैं। उन्होंने अलग-अलग मुद्दों पर अपने अनुभव शेयर किए और अलग-अलग क्षेत्र में देश की तरक्की की बहुत तारीफ की। उनसे कहा कि वे लोगों के बीच जुड़ाव को बढ़ाने की रफ्तार बनाए रखें। साथ ही, उनसे साउथ अफ्रीका के लोगों के बीच इंडियन कल्चर की पॉपुलैरिटी बढ़ाने के लिए कहा, जिसमें योग, आयुर्वेद जैसी प्रैक्टिस शामिल हैं और साउथ अफ्रीका से ज्यादा लोगों से भारत को जानो (नो इंडिया) क्विज में हिस्सा लेने के लिए कहा।”
मीटिंग में सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने, समुदाय की पहल को बढ़ाने और भारत और इस इलाके में रहने वाले वाइब्रेंट इंडियन डायस्पोरा के बीच रिश्ते को और गहरा करने पर फोकस किया गया।
समुदाय के लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी के विजन और लीडरशिप की तारीफ की। स्वामी आचार्य ने पीएम मोदी से मिलने के बाद कहा, “बिल्कुल, यह एक बहुत ही उत्साह बढ़ाने वाली मीटिंग थी जहां पीएम मोदी अपनी लीडरशिप से हमें प्रेरित करते रहते हैं…”
चिन्मय मिशन साउथ अफ्रीका के आध्यात्मिक गुरु स्वामी अभेदानंद ने बताया, “यह बहुत अच्छी मीटिंग थी… मुझे उनसे खुलकर बात करके बहुत अच्छा लगा; सारी बातें हुईं, और यह बहुत मजेदार था।”
एक कम्युनिटी लीडर ने चर्चा में शामिल कुछ खास मुद्दों पर जोर देते हुए कहा, “मोदी जी से मिलना सच में सम्मान और खुशी की बात थी। यह एक ग्रुप डिस्कशन था, लेकिन असल में मोदी जी ने तीन बातों पर जोर दिया। उन्होंने पूछा कि क्या हम लोकल भाषाओं के लिए कुछ कर रहे हैं। फिर उन्होंने पूछा कि हम भारत में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए क्या कर सकते हैं, इस बात पर जोर देते हुए कि अगर हम बड़ी आबादी के साथ टूरिज्म को बढ़ावा देने की जिम्मेदारी लेते हैं, तो हम बड़ा बदलाव ला सकते हैं, क्योंकि यहां 1.8 मिलियन लोग हैं। तीसरा, उनका एक सपना है कि जिन लोगों की छह-सात पीढ़ियां यहां साउथ अफ्रीका में भारत से हैं, वे इसे बढ़ावा दे सकें…”
एक और पोस्ट में पीएम मोदी ने बातचीत का एक खास पल शेयर किया, “साउथ अफ्रीका में इंडियन कम्युनिटी से बातचीत करते हुए, चिन्मय मिशन से एक कलश मिला, जिसमें इंडिया और साउथ अफ्रीका से आए श्री अन्ना या मिलेट्स हैं। इसे डरबन के अन्नपूर्णा देवी मंदिर में रखा जाएगा।”
जोहान्सबर्ग में पीएम मोदी की मुलाकातों ने साउथ अफ्रीका में इंडियन कम्युनिटी के साथ इंडिया के गहरे कल्चरल और इमोशनल रिश्तों को दिखाया, जिससे इन रिश्तों को बनाए रखने के लिए देश का कमिटमेंट पक्का हुआ।
जी20 लीडर्स समिट 22-23 नवंबर को जोहान्सबर्ग में होने वाला है। जी20 लीडर्स समिट के अलावा, पीएम मोदी के जोहान्सबर्ग में मौजूद दुनिया के कुछ लीडर्स के साथ कई बाइलेटरल मीटिंग्स करने की भी उम्मीद है।
अंतरराष्ट्रीय समाचार
दुबई एयर शो में भारतीय वायुसेना का तेजस विमान क्रैश, पायलट की मौत, कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश

दुबई एयर शो 2025 में शुक्रवार दोपहर भारतीय वायुसेना का अत्याधुनिक स्वदेशी लड़ाकू विमान एलसीए तेजस एक प्रदर्शन उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में पायलट की मौत हो गई। वायुसेना ने गहन जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए हैं।
यह घटना उस समय हुई, जब तेजस निर्धारित एरोबेटिक अभ्यास के लिए उड़ान भर रहा था। दुर्घटना के कारणों की पुष्टि फिलहाल नहीं हो सकी है। वायुसेना द्वारा विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है। भारतीय वायुसेना ने हादसे की पुष्टि करते हुए एक आधिकारिक बयान जारी किया है।
वायुसेना ने कहा कि उनका एक तेजस विमान दुबई एयर शो-25 में दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। घटना के संबंध में तथ्यों की पुष्टि की जा रही है। जैसे ही सत्यापित विवरण उपलब्ध होंगे, उन्हें साझा किया जाएगा। सभी जानकारी केवल सत्यापन के बाद ही जारी की जाएगी।
वायुसेना ने बताया कि हादसे में पायलट को गंभीर चोटें आईं, जिससे उनकी मृत्यु हो गई। भारतीय वायुसेना ने कहा है कि वह पायलट की मौत से हुई इस अपूरणीय क्षति पर गहरा दुख प्रकट करती है और इस कठिन समय में शोकाकुल परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है।
भारतीय वायुसेना ने दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी गठित करने की घोषणा की है। जांच दल उड़ान के तकनीकी, परिचालन और सुरक्षा से जुड़े हर पहलू का विस्तृत अध्ययन करेगा, ताकि वास्तविक कारणों की पुष्टि हो सके।
वहीं विमान क्रैश होने की घटना के तुरंत बाद एयर शो के आपातकालीन प्रबंधन दल और स्थानीय प्रशासनिक इकाइयों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति संभाली। प्रारंभिक राहत और सुरक्षा उपायों को तेजी से लागू किया गया। यह भी जानकारी मिली है कि दुर्घटना के बाद उत्पन्न स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एयरस्पेस के एक हिस्से को अस्थायी रूप से बंद किया गया।
गौरतलब है कि तेजस भारत का स्वदेशी रूप से विकसित हल्का बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमान है। इसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने डिजाइन और निर्मित किया है। दुबई एयर शो-2025 में इसकी उपस्थिति भारत की एयरोस्पेस क्षमताओं को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर मानी जा रही थी। दुर्घटना का विस्तृत कारण तकनीकी जांच के बाद ही स्पष्ट होगा। विशेषज्ञ दल तकनीकी डाटा का अध्ययन करेंगे।
दुबई एयर शो-25 के आयोजकों ने भी भारतीय पक्ष के साथ समन्वय करते हुए हादसे से जुड़े सभी पहलुओं की जांच में सहयोग का आश्वासन दिया है। संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित दुबई एयर शो 2025 में भारत ने अपनी उन्नत रक्षा शक्ति, प्रौद्योगिकी और उद्योग क्षमताओं का व्यापक प्रदर्शन किया है।
एयर शो में इंडियन एयरफोर्स की सूर्यकिरण एरोबैटिक टीम व स्वदेशी लड़ाकू विमान एलसीए तेजस दुबई के आसमान में उड़ान भरने वाली टीमों का हिस्सा थे। यहां लड़ाकू विमानों के प्रदर्शन के साथ-साथ द्विपक्षीय बैठकें एवं उद्योग सहयोग वार्ता भी हुई हैं।
दुबई एयर शो में इंडिया पवेलियन भी स्थापित किया गया था। इस पवेलियन में भारत की प्रमुख रक्षा एवं तकनीकी संस्थाओं की प्रदर्शनी लगी थी। रक्षा कंपनियों में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड, डीआरडीओ, कोरल टेक्नोलॉजी आदि शामिल रहे।
वायुसेना का एलसीए तेजस भारत में ही निर्मित हल्का लड़ाकू विमान है। दुबई एयर शो एक द्विवार्षिक एयरोस्पेस और रक्षा प्रदर्शनी है, जो दुनिया के सबसे बड़े और प्रभावशाली आयोजनों में गिनी जाती है। 2025 के संस्करण में 1,500 से अधिक प्रदर्शक और 150 देशों से 148,000 से अधिक पेशेवर शामिल रहे।
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