बॉलीवुड
‘बच्चन : बैक टू द बिगिनिंग’ बिग-बी के 80वें जन्मदिन को बनाएगा खास
मेगास्टार अमिताभ बच्चन के 80वें जन्मदिन को यादगार बनाने के लिए 8 से 11 अक्टूबर तक ‘बच्चन: बैक टू द बिगिनिंग’ नामक 18-शहरों में प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है।
लखनऊ में जन्मे एस.एम.एम. औसाजा, जिन्हें अब बॉलीवुड में ‘बच्चन विद्वान’ कहा जाता है, के पास बच्चन की यादगार वस्तुओं का सबसे बड़ा संग्रह है और वह बिग बी के 80वें जन्मदिन को खास बनाने के एक प्रदर्शनी लगाएंगे। इस पहल को फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन के संस्थापक शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर के सहयोग से औपचारिक रूप दिया गया है।
औसाजा ने अमिताभ बच्चन के 70वें जन्मदिन और उनके 75वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में पहले उनकी प्रदर्शनी लगाई थी।
औसाजा को प्रदर्शनी को सावधानीपूर्वक तैयार करने में लगभग एक महीने का समय लगा।
आईएएनएस से बात करते हुए, औसाजा ने कहा, “प्रदर्शनी अमिताभ बच्चन के स्टारडम पर केंद्रित है और इसलिए यह 1970 और 80 के दशक के आसपास केंद्रित है। मैंने 90 के दशक के बाद का कुछ नहीं लिया है क्योंकि उनके जीवन के उस चरण की जानकारी तक लोगों की पहुंच आसान है। सब कुछ इंटरनेट पर मौजूद है। यह 70 और 80 के दशक का दौर है, जो आज की पीढ़ी के लिए सबसे दिलचस्प है, इसे खोजना और इसकी सराहना करना।”
जैसा कि औसाजा की प्रदर्शनियों की विशेषता है, ‘बच्चन: बैक टू द बिगिनिंग’ में कुछ दुर्लभ प्रदर्शन भी होंगे।
औसाजा ने कहा, “फ्रेम में एक यह उद्घोषणा है कि ऐसा अभिनेता उद्योग में आ गया है और उसे कुछ निर्देशकों ने फिल्म में लिया है। यह शायद उनकी पहली तस्वीर है जो प्रेस में आई।”
उन्होंने कहा, “यह एक रिसर्च है और इस तरह की दुर्लभ वस्तुओं को प्राप्त करना बहुत मुश्किल है। अखबार ने रिसर्च किया कि कैसे प्रेस ने अभिनेता के आने की उद्घोषणा की।”
शीर्षक ‘बच्चन: बैक टू द बिगिनिंग’ बच्चन की 11 फिल्मों को उनके करियर के शुरूआती भाग में प्रदर्शित करेगा, जिसमें ‘काला पत्थर’, ‘कालिया’, ‘कभी कभी’, ‘अमर अकबर एंथनी’, ‘नमक हलाल’, ‘अभिमान’, ‘डॉन’, ‘सत्ते पे सत्ता’, ‘मिली’, ‘चुपके चुपके’ और ‘दीवार’ जैसे क्लासिक्स फिल्में शामिल हैं।
उन्होंने कहा है, “‘बच्चन: बैक टू द बिगिनिंग’ की प्रदर्शनी में कुछ दुर्लभ प्रदर्शन भी होंगे। जैसे- लोहे की भुजा वाला ‘शहंशाह’ जैकेट, जिसे फैंटिको से प्राप्त किया गया है, प्रदर्शित की जाएगी। यादगार वस्तुओं में दुर्लभ एलपी रिकॉर्ड जैकेट, लॉबी कार्ड और वकिर्ंग स्टिल शामिल होंगे, जो इंटरनेट पर उपलब्ध नहीं है।”
औसाजा ने कहा, “सात हिंदुस्तानी में 7 भारतीयों की तस्वीर का एक फ्रेम है। आपको यह पता लगाना होगा कि उन 7 में अमिताभ कहां हैं। आम तौर पर आप पोस्टर में अभिनेताओं को देख सकते हैं, लेकिन सिल्हूट में बहुत मुश्किल है।”
शो स्टॉपर प्रसिद्ध कलाकार श्रीकांत ढोंगड़े द्वारा ‘दीवार’ से बंधी हुई शर्ट बच्चन की 7 फीट की कट-आउट कलाकृति है, जो सेल्फी चाहने वालों के लिए प्रदर्शित की जाएगी।
अन्य प्रदर्शनियों में पुरस्कार विजेता कलाकार शैलेश आचरेकर द्वारा बच्चन की फिल्मों पर एक 3डी कलाकृति और मिथुल विश्वास द्वारा ‘दीवार’ पर कलाकृति शामिल हैं।
‘बच्चन: बैक टू द बिगिनिंग’ उत्सव दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, लखनऊ, प्रयागराज, चंडीगढ़, कानपुर, मुंबई, पुणे, कोल्हापुर, अहमदाबाद, वडोदरा, हैदराबाद, बेंगलुरु, कोलकाता, रायपुर, इंदौर और सूरत में प्रदर्शित किया जाएगा।
–आईएएनएस
पीटी/एसकेपी
बॉलीवुड
अभिनेता धर्मेंद्र का निधन, 89 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

मुंबई, 24 नवंबर: हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का निधन हो गया है। 89 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। लंबे समय से बीमार चल रहे धर्मेंद्र को सांस लेने में दिक्कत थी और उनका स्वास्थ्य लगातार बिगड़ रहा था। उन्हें ब्रीच कैंडी अस्पताल में नियमित जांच और उपचार के लिए भर्ती कराया गया था।
अस्पताल में कुछ दिनों तक इलाज के बाद उनकी हालत में हल्का सुधार हुआ और उन्हें घर ले जाया गया, ताकि परिवार के बीच उनका इलाज किया जा सके। धर्मेंद्र के घर पर उनकी देखभाल के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी, लेकिन उनका स्वास्थ्य लगातार कमजोर होता गया।
धर्मेंद्र को सांस लेने में कठिनाई के अलावा कई अन्य उम्र संबंधी समस्याएं भी थीं। अस्पताल और घर में लगातार उपचार और निगरानी के बावजूद उनकी हालत गंभीर बनी रही। उनके परिवार के सदस्य लगातार उनकी देखभाल में जुटे रहे। धर्मेंद्र के घर पर एम्बुलेंस और डॉक्टरों की व्यवस्था की गई थी, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद उपलब्ध हो सके। उनके फैंस और फिल्म इंडस्ट्री के कई लोग भी उनके स्वास्थ्य के बारे में लगातार अपडेट लेते रहे। सलमान खान, शाहरुख खान और गोविंदा जैसी कई हस्तियों ने अस्पताल और घर पर जाकर धर्मेंद्र से हालचाल लिया था। उनके निधन की खबर सुनते ही पूरे फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई।
धर्मेंद्र का करियर हिंदी सिनेमा में लगभग छह दशकों का रहा है। उन्हें बॉलीवुड का ‘ही-मैन’ कहा जाता था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1960 में फिल्म ‘दिल भी तेरा हम भी तेरे’ से की थी। इसके बाद उन्होंने ‘शोला और शबनम’, ‘अनपढ़’, ‘बंदिनी’, ‘पूजा के फूल’, ‘हकीकत’, ‘फूल और पत्थर’, ‘अनुपमा’, ‘खामोशी’, ‘प्यार ही प्यार’, ‘तुम हसीन मैं जवां’, ‘सीता और गीता’, ‘यादों की बारात’ और ‘शोले’ जैसी कई यादगार फिल्मों में काम किया।
धर्मेंद्र ने दमदार अभिनय के दम पर दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई। उन्होंने अपने करियर में कई पुरस्कार भी जीते। साल 2012 में उन्हें भारत सरकार के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। इसके अलावा, उन्होंने कई फिल्मफेयर पुरस्कार भी अपने नाम किए। उन्होंने कई बार आलोचकों और दर्शकों की प्रशंसा भी हासिल की। उनके योगदान के कारण उन्हें बॉलीवुड के सबसे महान और प्रतिष्ठित अभिनेताओं में गिना जाता है।
बॉलीवुड
सनी देओल की टीम ने दिया धर्मेंद्र का हेल्थ अपडेट, कहा- इलाज का असर हो रहा है

मुंबई, 11 नवंबर: बॉलीवुड अभिनेता धर्मेंद्र की तबीयत को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की खबरों के बीच, उनके परिवार और सनी देओल की टीम की ओर से आई आधिकारिक जानकारी सामने आई है। धर्मेंद्र के परिवार ने अफवाहों पर पूरी तरह विराम लगा दिया है।
नवीनतम अपडेट के मुताबिक, धर्मेंद्र की हालत स्थिर है और वह डॉक्टरों की देखरेख में हैं।
सनी देओल की टीम ने कहा, ”वे रिकवर कर रहे हैं और इलाज का असर हो रहा है। आइए हम सब उनके अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करें।”
टीम ने यह भी बताया कि वह लगातार मीडिया से संपर्क में हैं और धर्मेंद्र की तबीयत पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने लोगों से किसी भी तरह की अफवाह पर रोक लगाने की अपील की है।
बता दें कि धर्मेंद्र की तबीयत को लेकर झूठी खबरें सोशल मीडिया पर रातोंरात फैल गई थीं। कुछ टीवी चैनलों और सोशल मीडिया अकाउंट्स ने बिना पुष्टि के यह दावा कर दिया कि अभिनेता का निधन हो गया है। इन खबरों को देखकर कई नामी हस्तियों और राजनीतिक नेताओं ने भी श्रद्धांजलि संदेश साझा कर दिए, लेकिन कुछ ही घंटों में धर्मेंद्र के परिवार ने इन खबरों का खंडन किया और कहा कि अभिनेता का इलाज चल रहा है।
अभिनेत्री और सांसद हेमा मालिनी ने सोशल मीडिया पर इन झूठी खबरों की निंदा की। उन्होंने लिखा, “जो हो रहा है, वह बिल्कुल माफ करने लायक नहीं है। कैसे जिम्मेदार चैनल किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में झूठी खबरें फैला सकते हैं जो अभी इलाज पर है और ठीक हो रहे हैं? यह गैर-जिम्मेदाराना और अपमानजनक है। कृपया परिवार की निजता का सम्मान करें।”
इससे पहले, ईशा देओल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करके लिखा, “मीडिया इस मामले पर ज्यादा ही सक्रिय चल रही है और गलत खबरें फैला रही है। मेरे पिता स्टेबल हैं और रिकवर कर रहे हैं। मेरी आप सभी लोगों से रिक्वेस्ट है कि वे हमारे परिवार की निजता का सम्मान करें। पापा की स्पीडी रिकवरी के लिए दुआ करें।”
बॉलीवुड
बहोरनापुर गांव की दुर्दशा पर अभिनेता रितेश पांडे का वीडियो, पूछा- ‘बच्चों के लिए रास्ता क्यों नहीं?’

मुंबई, 6 नवंबर : भोजपुरी सिनेमा के जाने-माने गायक और अभिनेता रितेश पांडे करगहर सीट से प्रशांत किशोर के जनसुराज के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। गुरुवार को उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट कर कुछ सवाल खड़े किए।
इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए वीडियो में अभिनेता ने गांव के लोगों से वहां के हालात के बारे में जानकारी की। साथ ही उनसे बदलाव के बारे में भी कुछ सवाल किए, जिसके जवाब में लोग कहते हैं कि अभी तक गांव में कोई भी खास बदलाव नहीं हुआ है।
अभिनेता ने वीडियो के कैप्शन में लिखा, “देखिए, यहां है मौजूदा हालात में सरकार की नाकामी, भ्रष्टाचार और शिक्षा के प्रति घोर उदासीनता का जीता-जागता उदाहरण। आज जब जनसंपर्क के दौरान करगहर विधानसभा के अंतर्गत बहोरनापुर पहुंचे तो वहां के छोटे-छोटे बच्चे दौड़कर आए और बड़े दुखी स्वर में बोले, ‘भइया, हम लोगों को स्कूल जाने के लिए रास्ता ही नहीं है।'”
उन्होंने वहां के बरसात के दिनों की स्थिति पर अपने विचार व्यक्त किए, जिसके बारे में उन्होंने लिखा, “अभी तो यहां का मौसम कुछ ठीक है, लेकिन बरसात के दिनों में यहां की स्थिति इतनी भयावह हो जाती है कि बच्चों को कमर तक पानी में उतरकर स्कूल जाना पड़ता है।”
उन्होंने लिखा, “यह सिर्फ एक गांव की कहानी नहीं है, बल्कि यह तस्वीर है हमारे सिस्टम की लापरवाही और सरकार की असंवेदनशीलता की। सरकार बस दावे करती रहती है कि शिक्षा पर सभी का अधिकार है, लेकिन हमारे बच्चों को स्कूल जाने के लिए रास्ते ही साफ नहीं होंगे, तो यह अधिकार सिर्फ कागजों में रह जाता है। बहोरनापुर जैसे सैकड़ों गांव आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। अब समय आ गया है बदलाव का ताकि बिहार के हर बच्चे का रास्ता उज्जवल भविष्य की ओर खुले न कि कीचड़ और पानी की ओर।”
अभिनेता की बात करें तो वे भोजपुरी सिनेमा के जाने-माने गायक भी हैं। उनका सबसे लोकप्रिय गीत है, ‘हैलो कौन।’ ये गाना लॉकडाउन के दौरान वायरल हुआ था।
-
व्यापार5 years agoआईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years agoभगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
महाराष्ट्र5 months agoहाईकोर्ट ने मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को नोटिस जारी किया, मस्जिदों के लाउडस्पीकर विवाद पर
-
अनन्य3 years agoउत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
न्याय1 year agoमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अपराध3 years agoबिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
अपराध3 years agoपिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार9 months agoनासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा
