अंतरराष्ट्रीय
WWDC 2022 से पहले एप्पल डेवलपर ऐप किया गया अपडेट

जैसा कि टेक दिग्गज एप्पल वल्र्डवाइड डेवलपर्स कॉन्फ्रेंस (डब्ल्यूडब्ल्यूडीसी) 2022 की तैयारी कर रहा है, उसने अब एप्पल डेवलपर ऐप को 2022 इवेंट के बारे में जानकारी के साथ अपडेट किया है।
एप्पलइंसाइडर की रिपोर्ट के अनुसार, एप्पल डेवलपर ऐप में डब्ल्यूडब्ल्यूडीसी 2022 के लिए सत्र वीडियो, डिजिटल लाउंज, लैब, कोडिंग चुनौतियों और बहुत कुछ का विवरण है, जिससे डेवलपर्स सीधे ऐप के भीतर भाग लेने के लिए साइन अप कर सकते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि डेवलपर्स, एप्पल डेवलपर ऐप में जोड़े गए शेयरप्ले फंक्शन का उपयोग करके फेसटाइम पर डब्ल्यूडब्ल्यूडीसी कंटेंट को एक साथ देख सकते हैं।
एप्पल ने कहा कि इसमें कई सुधार हैं, जिनमें बेहतर सर्च, आईपैडओएस के लिए कीबोर्ड शॉर्टकट और बहुत कुछ शामिल हैं।
डेवलपर्स डब्ल्यूडब्ल्यूडीसी 2022 की पेशकश की सभी चीजों का पता लगाने में सक्षम होंगे, जिसमें सत्र वीडियो, डिजिटल लाउंज, 1-ऑन-1 लैब, कोडिंग और डिजाइन चुनौतियां और बहुत कुछ शामिल हैं।
कंपनी ने कहा, “हमने बग्स को भी ठीक किया है और कई अन्य एन्हांसमेंट जोड़े हैं। हमने अपनी खोज को और अधिक व्यापक बनाने और उद्धृत वाक्यांशों का समर्थन करने के लिए पुनर्निर्माण किया है और आईपैडओएस के लिए और अधिक कीबोर्ड शॉर्टकट भी जोड़े हैं।”
एप्पल डेवलपर ऐप को ऐप स्टोर से मुफ्त में डाउनलोड किया जा सकता है। यह आईफोन, आईपैड और मैक पर उपलब्ध है।
हाल ही में, एप्पल ने अपने प्रमुख वार्षिक डेवलपर सम्मेलन डब्ल्यूडब्ल्यूडीसी 2022 को 6 जून से शुरू करने की घोषणा की थी।
व्यापार
भारत-जर्मनी के बीच डिफेंस से लेकर ऑटोमोबाइल क्षेत्र में सहयोग पर चर्चा हुई : पीयूष गोयल

नई दिल्ली, 3 सितंबर। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को जर्मनी के विदेश मंत्री जोहान वेडफुल से भारत और जर्मनी के बीच डिफेंस, स्पेस, इनोवेशन और ऑटोमोबाइल में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।
मुलाकात के बारे में जानकारी देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पीयूष गोयल ने कहा, “जर्मन के विदेश मंत्री जोहान वेडफुल के साथ भारत और जर्मनी के व्यापारिक प्रतिनिधिमंडलों की एक बैठक की सह-अध्यक्षता की। इस बैठक में बाजार तक पहुंच, रेगुलेटरी फ्रेमवर्क और ट्रेड को बढ़ाने को लेकर चर्चा की गई।”
उन्होंने आगे कहा, “हमने डिफेंस, स्पेस, इनोवेशन और ऑटोमोबाइल में सहयोग पर भी चर्चा की, जिससे दोनों देशों के बीच साझेदारी को बढ़ाया जा सके।”
इसके अलावा, पीयूष गोयल ने एक अन्य पोस्ट में कहा कि जर्मनी के विदेश मंत्री जोहान वेडफुल के साथ बैठक काफी प्रोडक्टिव रही। हमारी चर्चा द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंधों को बढ़ावा देने पर केंद्रित थी, साथ ही साझा विकास और समृद्धि के लिए इनोवेशन, सस्टेनेबिलिटी, टेक्नोलॉजी और पारस्परिक हित के अन्य क्षेत्रों में सहयोग के नए रास्ते तलाशने पर भी चर्चा हुई।
इसके अलावा विदेश मंत्री जयशंकर ने भी जर्मनी के अपने समकक्ष से मुलाकात की।
संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में जयशंकर ने कहा, “मैं यह दोहराना चाहता हूं कि हम देश में कारोबार करने की सुगमता को निरंतर बेहतर बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और मैंने आज अपने जर्मनी के समकक्ष को आश्वासन दिया कि भारत में आने वाली, यहां स्थापित होने वाली, यहां काम करने वाली जर्मन कंपनियों की किसी भी चिंता पर हम विशेष ध्यान देने के लिए तैयार हैं।”
वेडफुल ने कहा कि भारत जर्मनी का प्रमुख आर्थिक व्यापारिक साझेदार है और यहां 200 से ज्यादा जर्मन कंपनियां सक्रिय हैं।
2024-25 में जर्मनी भारत का 8वां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार था। 2023-24 में यह भारत का 12वां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार और 2022-23 में 11वां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार था। अप्रैल 2000 से मार्च 2025 तक 15.11 अरब डॉलर के संचयी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के साथ जर्मनी भारत में 9वां सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेशक है।
व्यापार
भारत का सर्विसेज ट्रेड सरप्लस वित्त वर्ष 26 में 205-207 अरब डॉलर रहने का अनुमान : रिपोर्ट

नई दिल्ली, 3 सितंबर। भारत के व्यापारिक निर्यात पर अमेरिकी की ओर से टैरिफ लगाने के बावजूद देश का सर्विसेज ट्रेड सरप्लस वित्त वर्ष 26 में 205-207 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। यह जानकारी बुधवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में दी गई।
देश का चालू खाता घाटा वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में तेजी से घटकर 2.4 अरब डॉलर (जीडीपी का 0.2 प्रतिशत) रह गया, जो वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में दर्ज 8.6 अरब डॉलर (जीडीपी का 0.9 प्रतिशत) के घाटे से काफी कम है।
आईसीआरए की रिपोर्ट में बताया गया कि यह उसके जीडीपी के 0.7 प्रतिशत के पूर्व अनुमान से भी काफी कम रहा, जिसे मुख्य रूप से अपेक्षा से ज्यादा बेहतर रेमिटेंस और हाई सर्विसेज ट्रेड सरप्लस से मदद मिली।
वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में सर्विसेज से आय सालाना आधार पर 19.9 प्रतिशत बढ़कर 66.1 अरब डॉलर हो गई, जिसने 68.5 अरब डॉलर के व्यापारिक व्यापार घाटे की भरपाई कर दी है।
आईसीआरए ने चेतावनी दी है कि व्यापारिक व्यापार घाटे में तेज वृद्धि के कारण, चालू खाता घाटा वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में बढ़कर 13-15 अरब डॉलर (जीडीपी का 1.5 प्रतिशत) हो जाएगा।
आईसीआरए के मुताबिक, भारतीय वस्तुओं पर हाल ही में लगाए गए 50 प्रतिशत अमेरिकी टैरिफ से भारत के निर्यात, विशेष रूप से कपड़ा, हीरे, सी-फूड और चमड़े पर दबाव पड़ने की उम्मीद है।
अगर ये टैरिफ पूरे वित्तीय वर्ष में जारी रहते हैं, तो वित्त वर्ष 26 में भारत का चालू खाता घाटा जीडीपी के 1 प्रतिशत से अधिक हो जाएगा, जबकि वित्त वर्ष 25 में यह 0.6 प्रतिशत था।
आईसीआरए की रिपोर्ट में बताया गया, वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में निकासी के बाद, वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में भारत में 8.1 अरब डॉलर का शुद्ध वित्तीय प्रवाह देखा गया। हालांकि, आरक्षित परिसंपत्ति अभिवृद्धि वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही के 8.8 अरब डॉलर से घटकर 4.5 अरब डॉलर रह गई।
22 अगस्त तक विदेशी मुद्रा भंडार 691 अरब डॉलर था। 2025 में (1 सितंबर तक) अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए में 3.2 प्रतिशत की गिरावट आई।
आईसीआरए को उम्मीद है कि निकट भविष्य में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए का मूल्य 87.0-89.0 के दायरे में रहेगा।
आउटलुक पर रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू खाते के घाटे की दिशा अमेरिका के साथ टैरिफ-संबंधी घटनाक्रमों पर निर्भर करेगी।
राष्ट्रीय समाचार
शेयर बाजार जीएसटी परिषद की बैठक से पहले हरे निशान में खुला

SHARE MARKET
मुंबई, 3 सितंबर। भारतीय शेयर बाजार बुधवार के कारोबारी सत्र में हरे निशान में खुला। बाजार के ज्यादातर सूचकांकों में तेजी के साथ कारोबार हो रहा है। सुबह 9:17 पर सेंसेक्स 60 अंक या 0.08 प्रतिशत की तेजी के साथ 80,221 पर और निफ्टी 29 अंक या 0.09 प्रतिशत की तेजी के साथ 24,608 पर था।
लार्जकैप की अपेक्षा मिडकैप और स्मॉलकैप में सपाट कारोबार हो रहा है। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 5 अंक की मामूली गिरावट के साथ 56,971 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 11 अंक की कमजोरी के साथ 17,580 पर था।
सेक्टोरल आधार पर मेटल, एनर्जी, कमोडिटी, पीएसई और पीएसयू बैंक सबसे ज्यादा बढ़ने वाले इंडेक्स थे। आईटी, फाइनेंशियल सर्विसेज, रियल्टी और सर्विसेज इंडेक्स में गिरावट थी।
सेंसेक्स पैक में टाटा स्टील, एटरनल (जोमैटो),बीईएल, एमएंडएम, पावर ग्रिड, एक्सिस बैंक, आईटीसी, टीसीएस. टाटा मोटर्स, एसबीआई, एशियन पेंट्स, बजाज फिनसर्व, अदाणी पोर्ट्स और मारुति सुजुकी टॉप गेनर्स थे। इन्फोसिस, बजाज फाइनेंस, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, एचयूएल और अल्ट्राटेक सीमेंट टॉप लूजर्स थे।
जीएसटी परिषद की 56वीं बैठक नई दिल्ली में 11 बजे शुरू होगी और यह 4 सितंबर तक चलेगी। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण चीजों पर टैक्स की दरों को कम किया जा सकता है।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव बना हुआ है। इस कारण से भारतीय बाजारों का प्रदर्शन मिलाजुला रह सकता है।
उन्होंने आगे कहा, “अच्छी बात यह है कि भारत की जीडीपी अप्रैल-जून तिमाही में 7.8 प्रतिशत की दर से बढ़ी है। जीएसटी सुधार इस वृद्धि की रफ्तार को और बढ़ाने का काम करेंगे।
संस्थागत मोर्चे पर, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 512.67 करोड़ रुपए का शुद्ध इक्विटी निवेश किया, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने भी पिछले सत्र में 2,118.45 करोड़ रुपए का निवेश किया।
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