दुर्घटना
बुराड़ी हादसे में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, 21 को बचाया गया 5 की मौत
नई दिल्ली, 29 जनवरी। दिल्ली के बुराड़ी इलाके में सोमवार शाम एक चार मंजिला इमारत गिर गई। मलबे में दबे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मिली जानकारी के अनुसार, मलबे से 21 लोगों को बाहर निकाला गया है। अस्पताल में घायलों का इलाज किया जा रहा है। वहीं, इस घटना में 5 लोगों की मौत हो गई है।
सुझाव दें
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार बिल्डिंग के मालिक पर मुकदमा दर्ज किया गया है। दिल्ली पुलिस के डीसीपी राजा बांठिया ने बताया कि यह बिल्डिंग हाल ही में बनी थी और करीब एक से डेढ़ साल पहले इसका निर्माण शुरू हुआ था। इसमें कोई स्थायी निवासी नहीं था, केवल श्रमिकों का आना-जाना था। उन्होंने कहा कि शाम करीब 6:52 बजे पीसीआर कॉल आई थी कि कौशिक एन्क्लेव, बुराड़ी में एक बिल्डिंग गिर गई है। सूचना मिलते ही पुलिस और फायर टीम मौके पर पहुंची।
बुराड़ी में हुई इस घटना के बाद दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने दुख जताते हुए एक्स पर लिखा था, “बुराड़ी में इमारत गिरने की यह घटना बेहद दुखद है। मैंने स्थानीय प्रशासन से बात की है कि राहत और बचाव कार्य तेजी से सुनिश्चित किया जाए, प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता दी जाएगी।”
आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी हादसे पर दुख जताते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “यह घटना बेहद दुखद है। बुराड़ी से हमारे विधायक संजीव झा को निर्देश दिया गया है कि तुरंत पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ वहां जाकर राहत और बचाव कार्य में प्रशासन की मदद करें। स्थानीय लोगों की भी हर संभव सहायता करें।”
आम आदमी पार्टी के विधायक संजीव झा ने कहा कि यह दुखद घटना है। लोगों को मलबे से निकाला जा रहा है। इस घटना के पीछे जो भी दोषी हैं, उन्हें सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। दिल्ली सरकार की ओर से मृतकों को मुआवजा भी दिया जाएगा।
दुर्घटना
जौनपुर-रायबरेली हाईवे पर कार और बस की टक्कर में तीन की मौत, महाकुंभ से लौट रहे थे लोग
जौनपुर, 30 जनवरी। उत्तर प्रदेश के जौनपुर में गुरुवार सुबह एक भीषण सड़क हादसा हुआ। यहां जौनपुर-रायबरेली हाईवे पर एक कार और रोडवेज बस की जोरदार टक्कर हो गई। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
जानकारी के अनुसार, यह हादसा मुंगराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के सतहरिया पुलिस चौकी के पास गुरुवार सुबह साढ़े चार बजे हुआ। बताया जा रहा है कि कार सवार लोग महाकुंभ से गंगा स्नान करके लौट रहे थे तभी कार की सिकंदराबाद डिपो की रोडवेज बस से सीधी टक्कर हो गई। हादसा इतना भीषण था कि कार के परखच्चे उड़ गए।
वहीं, हादसे की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे चौकी प्रभारी गंगा सागर मिश्र के नेतृत्व में पुलिस ने राहत और बचाव कार्य चलाया।
इस दुर्घटना में कार चालक संजय सिंह (45), बिंदु सिंह (40) और विमला देवी (50) की मौके पर ही मौत हो गई। इसके अलावा महेश तिवारी (52), विद्यावती सिंह (43) और किरन देवी तिवारी (47) गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सतहरिया में भर्ती कराया गया। हालांकि, उनकी गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने तीनों घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
बता दें कि मृतक और घायल यात्री महराजगंज जिले के समदेऊआ थाना क्षेत्र के धनहानायक गांव और गोरखपुर जिले के खोरावर व झगहा गांव के निवासी थे।
इससे पहले 28 जनवरी को रायबरेली में एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर और बोलेरो के बीच हुई जोरदार टक्कर में तीन लोगों की मौत हो गई थी।
मामला भदोखर थाना क्षेत्र के मुंशीगंज बाईपास स्थित कान्हा होटल के पास का है। बोलेरो सवार सभी लोग संगम नगरी प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में स्नान करके लखनऊ वापस लौट रहे थे। तभी उसकी तेज रफ्तार ट्रैक्टर से आमने-सामने की टक्कर हो गई थी।
इस हादसे के बाद चालक ट्रैक्टर को छोड़कर मौके से फरार हो गया था।
आपदा
मुंबई: पालघर टायर फैक्ट्री में विस्फोट में 2 बच्चों समेत 5 लोग गंभीर रूप से घायल; तस्वीरें सामने आईं
पालघर: पालघर जिले में एक टायर फैक्ट्री में बॉयलर फटने से दो बच्चों समेत पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह दुखद घटना बुधवार शाम वडावली गांव में हुई जब बॉयलर फटने से भीषण आग लग गई।
एक अधिकारी का बयान
एक पुलिस अधिकारी ने फ्री प्रेस जर्नल को बताया, “विस्फोट के समय बॉयलर के पास काम कर रहा एक कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गया। इस बीच, बॉयलर के कूलिंग एरिया के पास नहा रहे अन्य चार पीड़ित, दो पत्नियाँ और दो बच्चे भी गंभीर रूप से घायल हो गए, क्योंकि विस्फोट का असर ड्रेनेज एरिया में फैल गया।”
घायल व्यक्तियों को पहले गणेशपुरी के पास अंबाडी क्षेत्र में स्थित सैदत्त अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी चोटों की गंभीरता को देखते हुए चार पीड़ितों को ठाणे के एक अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जबकि श्रमिक का अभी भी अंबाडी में इलाज चल रहा है।
पुलिस ने बताया कि जिस कंपनी एमडी फैक्ट्री में विस्फोट हुआ, उसका मालिक मुंबई का जावेद दुसानी है। पुलिस ने पुष्टि की है कि वे घटना की जांच कर रहे हैं, जबकि पीड़ितों का इलाज जारी है।
पालघर आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख विवेकानंद कदम के अनुसार, फैक्ट्री में दो बॉयलर में तेल का प्रसंस्करण किया जा रहा था, तभी दबाव में अप्रत्याशित वृद्धि के कारण बॉयलर का एक पाइप फट गया। इसके परिणामस्वरूप भयावह विस्फोट हुआ, जिसके बाद तत्काल आग लग गई। घायलों की पहचान तूफान कलसिम दामोर (30), रोशनी प्रवीण परमार (26), मुला प्रेम वासर (27) और दो बच्चों, काजल परमार (3) और आकाश प्रेम मसार (18 महीने) के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि सभी मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले के रहने वाले हैं।
घटना के बाद स्थानीय अधिकारी और आपदा प्रबंधन दल तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और आग पर काबू पाया। विस्फोट के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है और अधिकारी विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए काम कर रहे हैं।
इस दुखद घटना ने औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों तथा ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उचित सुरक्षा उपायों के पालन के महत्व के बारे में गंभीर चिंताएं उत्पन्न कर दी हैं।
दुर्घटना
दिल्ली : बुराड़ी बिल्डिंग हादसे के करीब 36 घंटे बाद जीवित बाहर निकला परिवार
बुराड़ी, 29 जनवरी। बुराड़ी में निर्माणाधीन पांच मंजिला इमारत ध्वस्त गिरने के करीब 36 घंटे बाद बुधवार को मलबे से एक परिवार को बाहर निकला गया।
एनडीआरएफ और दमकल विभाग की टीमों की कड़ी मशक्कत रंग लाई और परिवार को जीवित बाहर निकाला गया।
मिली जानकारी के मुताबिक, एक दंपति और उनकी तीन वर्षीय बेटी और पांच वर्षीय बेटे को मलबे से बाहर निकाला गया है। चारों होश में हैं, हालांकि महिला और उसके बेटे को मामूली चोटें आई हैं।
इस परिवार ने जीने की आस और उम्मीद छोड़ दी थी, लेकिन एक व्यक्ति अपनी पत्नी और बच्चों की जान बचाने की उम्मीद में भगवान से आस लगाए बैठा था। राजेश नाम के इस शख्स ने जिंदा रखने के लिए अपने परिवार को टमाटर और मूंगफली खिलाई।
राजेश इमारत की दूसरी मंजिल पर रह रहे थे। उन्होंने आपबीती सुनाते हुए कहा कि हादसे के बाद मात्र दो फुट का दायरा उन्हें सांस लेने और जिंदगी जीने के लिए मिला। जेसीबी क्रेन उनके ऊपर से गुजर रही थी और शोर-शराबे की आवाज आ रही थी, लेकिन उनकी आवाज कोई नहीं सुन पा रहा था। आखिरकार भगवान ने एक पिता के दिल की आवाज सुनी। एक पाइप के जरिए जमीन के मलबे में दबे राजेश ने अपने परिवार को बचाने के लिए एनडीआरएफ की टीम को संकेत दिए। इसके बाद एनडीआरएफ की टीम ने उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला।
इस दर्दनाक हादसे में अब तक 21 लोगों को मलबे से निकाला गया है, जिनमें से पांच की मौत हो चुकी है। मृतकों में दो लड़कियां भी शामिल हैं। यह घटना एक निर्माणाधीन इमारत के ढहने के बाद हुई, जिसमें कई लोग मलबे में फंस गए थे। एनडीआरएफ और दमकल विभाग की टीमें मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं। बचाव दल की ओर से बताया गया है कि मलबे में कुछ और लोग फंसे हो सकते हैं, जिससे मौत का आंकड़ा और बढ़ सकता है। रेस्क्यू ऑपरेशन पूरी तत्परता से चल रहा है और फंसे हुए लोगों को बाहर निकालने की कोशिश जारी है।
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