Connect with us
Wednesday,17-December-2025
ताज़ा खबर

राष्ट्रीय समाचार

विशेषज्ञों का कहना है कि मातृ एनीमिया माताओं और बच्चों के स्वास्थ्य, संज्ञानात्मक विकास को प्रभावित करता है

Published

on

वरिष्ठ सरकारी अधिकारी और प्रमुख चिकित्सा विशेषज्ञ एनीमिया न्यूनीकरण पर राष्ट्रीय सम्मेलन के लिए लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में एकत्र हुए, तथा उत्तर प्रदेश में मातृ एनीमिया से निपटने के प्रयासों को तेज करने का संकल्प लिया।

फेडरेशन ऑफ ऑब्सटेट्रिक एंड गायनेकोलॉजिकल सोसाइटीज ऑफ इंडिया (FOGSI) और सोसाइटी ऑफ प्रिसिजन मेडिसिन एंड इंटेंसिव केयर (PMIC) के सहयोग से आयोजित इस हाई-प्रोफाइल कार्यक्रम का उद्देश्य भारत की सबसे बड़ी सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक के लिए नवीन रणनीतियों और साक्ष्य-आधारित समाधानों को आगे बढ़ाना था।

मातृ एनीमिया, जो उत्तर प्रदेश में लगभग आधी गर्भवती महिलाओं को प्रभावित करता है, माताओं और उनके बच्चों दोनों के लिए गंभीर जोखिम पैदा करता है, जिससे स्वास्थ्य, आर्थिक उत्पादकता और संज्ञानात्मक विकास प्रभावित होता है। इन चुनौतियों का समाधान करते हुए, कॉन्क्लेव ने परिणामों को बेहतर बनाने के लिए सटीक निदान और उन्नत उपचार विकल्पों जैसे कि अंतःशिरा लौह चिकित्सा के लिए डिजिटल स्क्रीनिंग उपकरणों के महत्व पर जोर दिया।

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने एनीमिया से निपटने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई और इसके सामाजिक-आर्थिक प्रभावों को रेखांकित किया।

उन्होंने कहा, “एनीमिया एक बड़ी चुनौती है और माताओं और बच्चों में इसकी व्यापकता को कम करना सर्वोच्च प्राथमिकता है। मुझे विश्वास है कि यहाँ होने वाली चर्चाओं से इस मुद्दे को व्यापक रूप से संबोधित करने के लिए प्रभावी समाधान निकलेंगे।”

सहयोग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, “माननीय प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में, हमने सार्वजनिक स्वास्थ्य में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं। यह सम्मेलन उसी जमीनी स्तर पर ध्यान और संकल्प के साथ एनीमिया से निपटने के हमारे दृढ़ संकल्प को दर्शाता है।”

राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस-5) के आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश ने एनीमिया में कमी लाने में उल्लेखनीय प्रगति की है, जहाँ मातृ एनीमिया का प्रसार 2016 में 51% से घटकर 2021 में 45.9% हो गया है। हालाँकि, अधिकारियों ने प्रगति को और तेज़ करने के लिए निरंतर और अभिनव हस्तक्षेप की आवश्यकता पर ज़ोर दिया।

इस सम्मेलन में अग्रणी विशेषज्ञों के साथ तकनीकी चर्चा की गई। FOGSI के अध्यक्ष डॉ. जयदीप टैंक ने गंभीर एनीमिया से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों में इंट्रावेनस फेरिक कार्बोक्सिमाल्टोज (IV FCM) जैसे उन्नत उपचारों को एकीकृत करने की क्षमता पर प्रकाश डाला।

सटीक और त्वरित निदान के लिए डिजिटल हीमोग्लोबिनोमीटर की भूमिका पर भी चर्चा की गई, साथ ही संक्रमण और भारी धातु के संपर्क जैसे योगदान कारकों से निपटने के लिए पर्यावरण सुरक्षा उपायों को बढ़ाने और लक्षित नीति सुधारों की सिफारिशें भी की गईं।

इस सहयोगात्मक प्रयास से भविष्य की नीतियों और कार्यक्रमों को दिशा मिलने की उम्मीद है, जिनका उद्देश्य एनीमिया की व्यापकता को कम करना है, तथा इससे उत्तर प्रदेश और उसके बाहर मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा।

राष्ट्रीय समाचार

इंडिगो फ्लाइट्स में हो सकती है देरी, यात्री लेटेस्ट स्टेटस चेक कर घर से निकलें

Published

on

नई दिल्ली, 8 दिसंबर: पिछले कुछ दिनों से इंडिगो एयरलाइन की फ्लाइट कैंसिल होने की वजह से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (आईजीआई) एयरपोर्ट ने सोमवार सुबह एडवाइजरी जारी की, जिसमें यात्रियों से फ्लाइट से जुड़ी ताजा स्टेटस चेक करने की अपील की गई है।

आईजीआई एयरपोर्ट ने सुबह 6.30 बजे एडवाइजरी जारी की। इसमें लिखा है कि इंडिगो की फ्लाइट्स में देरी हो सकती है। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि किसी भी असुविधा से बचने के लिए एयरपोर्ट जाने से पहले अपनी एयरलाइन से फ्लाइट का लेटेस्ट स्टेटस चेक कर लें।

एडवाइजरी में लिखा है, “हमारी टीमें रुकावटों को कम करने और यात्रा को आसान बनाने के लिए सभी संबंधित लोगों के साथ मिलकर काम कर रही हैं। मेडिकल सहायता सहित किसी भी मदद के लिए कृपया इन्फॉर्मेशन डेस्क पर जाएं, जहां हमारा ग्राउंड स्टाफ आपकी मदद के लिए तैयार है।”

इसके अलावा एयरपोर्ट आने-जाने के लिए मेट्रो, बस और कैब जैसे कई पब्लिक ट्रांसपोर्ट के ऑप्शन उपलब्ध हैं। रियल-टाइम अपडेट और जरूरी जानकारी के लिए कृपया दिल्ली एयरपोर्ट की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।

इससे पहले केंद्रीय नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने रविवार को कहा था कि एविएशन नेटवर्क तेजी से सामान्य हो रहा है और परिचालन पूरी तरह से स्थिर होने तक सुधारात्मक उपाय जारी रहेंगे।

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर की एक पोस्ट में बताया था, “पिछले चार दिनों में एयरपोर्ट्स पर यात्रियों की परेशानियों को कम करने के लिए लगातार कई पक्षों से बातचीत की गई है और इसके साथ रियल-टाइम में स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है। सभी ऑपरेटरों, हवाईअड्डा निदेशकों, ग्राउंड-हैंडलिंग एजेंसियों और अन्य सभी पक्षकारों के साथ नियमित बैठकें आयोजित की गई हैं।”

Continue Reading

राष्ट्रीय समाचार

संविधान से पहले कैसी थी देश की शासन प्रक्रिया, संघ प्रमुख ने बताया क्यों पड़ी थी इसकी जरूरत

Published

on

पानीपत, 6 दिसंबर: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने शनिवार को ‘भारतीय इतिहास, संस्कृति और संविधान’ कार्यक्रम में बताया कि संविधान से पहले देश में शासन की प्रक्रिया कैसी थी? इस कार्यक्रम का आयोजन हरियाणा के पानीपत में किया गया।

संघ प्रमुख ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमारे पास संविधान है। देश का शासन संविधान के माध्यम से होता है, लेकिन, क्या आप लोगों के जेहन में यह सवाल कभी आया है कि जब संविधान नहीं था, तो देश का शासन कैसा होता था? उन दिनों देश का शासन धर्म के जरिए होता था, क्योंकि मनुष्य पथभ्रष्ट नहीं हुआ था। जब मनुष्य पथभ्रष्ट हुआ, तो लोगों को संविधान की आवश्यकता महसूस हुई। आज उसी संविधान के आधार पर देश में शासन प्रक्रियाओं को संपन्न किया जा रहा है। प्राचीनकाल में देश का शासन संविधान से नहीं होता था, बल्कि धर्म से होता था। यहां पर मेरा धर्म से मतलब रिलिजन बिल्कुल भी नहीं है। रिलिजन और धर्म के बीच में अंतर होता है।

उन्होंने कहा कि प्राचीनकाल में धर्म के आधार पर देश में शासन में होता था। धर्म के तहत सभी लोग एक-दूसरे को समृद्ध करने की विचारधारा में विश्वास रखते थे। लोगों को इस बात को मानते थे कि अगर हम समाज का संपूर्ण विकास चाहते हैं, तो इसके लिए हमें एक-दूसरे की समद्धि पर जोर देना होगा। इसी सिद्धांत के तहत धर्म के आधार पर देश या प्रदेश का शासन किया जाता था, लेकिन इसके बाद स्थिति इस कदर बदली कि लोगों को लोगों को राजा की आवश्यकता महसूस हुई। राजा देश को चलाने लगा। इस तरह से यहां से शासन की नई प्रक्रिया का जन्म हुआ।

संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि इसके बाद राजा के सामने भी यह प्रश्न आया कि आखिर वो देश को चलाए कैसे? यहीं से विधि व्यवस्था की शुरुआत हुई? जिसमें यह प्रावधान किया गया था कि किसी देश में शासन की प्रक्रिया कैसी होगी? लोगों की जरूरतों की पूर्ति कैसे होगी? और यह बात कैसे सुनिश्चित की जाएगी कि कैसे लोगों के हितों पर किसी भी प्रकार का कुठाराघात नहीं हो। इन्हीं सब स्थिति से निपटने के लिए नियमों के संग्रहण की सूची को संविधान कहा गया है। जिसके जरिए देश में किसी शासन की प्रक्रिया को संपन्न किया जाता है। इसके तहत यह सुनिश्चित किया जाता है कि किसी भी व्यक्ति के हितों पर किसी भी प्रकार का कुठाराघात नहीं हो।

वहीं, कार्यक्रम में मौजूद गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि आज की तारीख में भारतीय इतिहास को फिर से लिखना जरूरी हो जाता है। आखिर आज से 50 साल पहले किसने इस बात की कल्पना की थी कि भारत पुर्नजागरण के दौर से गुजरेगा। जवाब स्पष्ट है कि किसी ने भी नहीं की थी। ऐसी स्थिति में यह जरूरी हो जाता है कि भारतीय इतिहास का लेखन फिर से शुरू किया जाए।

प्रो. राघुवेंद्र तंवर ने कहा कि संविधान को समझने के लिए भारत एवं उसकी संस्कृति को समझना आवश्यक है। विभाजन ने भारतीय समाज को तोड़ दिया।

गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि हजारों वर्षों के आक्रमण से इतिहास तितर-बितर हो गया है, किंतु इतिहास संकलन के प्रयास से इसे पुर्नलेखन के माध्यम से इकट्ठा करने का प्रयास किया जा रहा है, यह प्रयास सराहनीय है।

देवी प्रसाद सिंह जी ने ‘यदि संविधान की वाणी होती’ विषय पर लिखित अपनी कविता से भाव को स्पष्ट करते हुए बताया कि संविधान को भारतीय संस्कृति से अलग करके नहीं देखा जा सकता है।

Continue Reading

राष्ट्रीय समाचार

केंद्र ने इंडिगो को जारी किए निर्देश, रविवार रात 8 बजे तक रिफंड प्रॉसेस पूरा करना किया अनिवार्य

Published

on

INDGO

नई दिल्ली, 6 दिसंबर: नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने शनिवार को इंडिगो को सभी पेंडिंग पैसेंजर रिफंड बिना किसी देरी के जारी करने का निर्देश दिया है।

मंत्रालय की ओर से सभी रद्द और बाधित उड़ानों के लिए रिफंड प्रॉसेस को रविवार रात 8 बजे तक पूरा किए जाना अनिवार्य कर दिया गया है।

इसके साथ ही, एयरलाइन्स को निर्देश जारी किए गए हैं कि वे उन यात्रियों से किसी तरह के रिशेड्यूलिंग चार्जेस न लें, जिनका ट्रैवल प्लान कैसेंलेशन से प्रभावित हुआ है।

मंत्रालय ने साफ किया है कि रिफंड प्रॉसेसिंग में किसी भी प्रकार की देरी या अनुपालन न होने पर तत्काल नियामक कार्रवाई की जाएगी।

मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में यात्रियों को उनके सामान लौटाए जाने के निर्देश दिए हैं।

बयान में कहा गया है कि इंडिगो की ओर से रद्द और डिले की गई उड़ानों के यात्रियों के सामान को ट्रेस किया जाए और इसके बाद उनके सामान को 48 घंटों के भीतर उनके पतों पर भेजा जाए।

एयरलाइन्स को ट्रैकिंग और डिलीवरी टाइमलाइन को लेकर यात्रियों से क्लिर कम्युनिकेशन मेंटेन करने को कहा गया है। साथ ही, मौजूदा यात्री अधिकार नियमों के तहत जरूरत पड़ने पर मुआवजा देने को भी कहा गया है।

मंत्रालय ने कहा कि निर्बाध शिकायत निवारण सुनिश्चित करने के लिए इंडिगो को डेडिकेटेड पैसेंजर सपोर्ट और रिफंड फैसिलिटेशन सेल्स स्थापित करने का निर्देश दिया गया है।

इन सेल्स को प्रभावित यात्रियों से कॉन्टैक्ट करने और यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि वे यात्रियों के रिफंड और दूसरे ट्रैवल अरेंजमेंट की प्रक्रियाओं को लेकर बिना मल्टीपल फॉलो-अप्स के सक्रियता से काम करें। परिचालन पूरी तरह से स्थिर होने तक ऑटोमेटिक रिफंड का सिस्टम एक्टिव रहेगा।

मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय इस व्यवधान के दौरान यात्रियों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए एयरलाइन, हवाई अड्डों, सिक्योरिटी एजेंसियों और सभी परिचालन हितधारकों के साथ निरंतर कॉर्डिनेशन बनाए हुए है।

Continue Reading
Advertisement
राजनीति11 hours ago

चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में रुपया कर सकता है दमदार वापसी : एसबीआई रिपोर्ट

महाराष्ट्र12 hours ago

बीएमसी चुनाव का ऐलान हो गया है लेकिन चुनावी समझौते को लेकर महायोति और महा विकास अघाड़ी आमने-सामने

व्यापार15 hours ago

एमसीएक्स पर चांदी ने बनाया नया रिकॉर्ड, ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद से मिला सपोर्ट

राजनीति15 hours ago

नेशनल हेराल्ड मामला बदले की भावना से प्रेरित, सत्य की हुई जीत: मल्लिकार्जुन खड़गे

खेल16 hours ago

महान फुटबॉलर मेसी से मिलना और प्रैक्टिस करना मेरा सपना सच होने जैसा है: हंजला अंसारी

अपराध17 hours ago

महाराष्ट्र: बारामती की एक महिला को नौकरी का लालच देकर बीड में तीन पुरुषों ने बलात्कार किया

राजनीति18 hours ago

बीएमसी चुनाव 2026: चांदिवली के नागरिकों की ‘वास्तविक अपेक्षाओं’ की सूची ने पार्षदों का मज़ाक उड़ाया और जनता की हताशा को उजागर किया

व्यापार18 hours ago

भारतीय शेयर बाजार तेजी के साथ खुला, सरकारी बैंकों में खरीदारी

दुर्घटना19 hours ago

मुंबई: मानखुर्द चॉल में गैस सिलेंडर विस्फोट में 2 लोग झुलस गए

पर्यावरण19 hours ago

एनसीआर में प्रदूषण से आंशिक राहत, हवा अब भी ‘बेहद खराब’ श्रेणी में

पर्यावरण4 weeks ago

भारत स्वच्छ ऊर्जा की तरफ तेजी से बढ़ रहा, सोलर पावर के उत्पादन में दुनिया में तीसरे स्थान पर पहुंचा : भूपेंद्र यादव

महाराष्ट्र3 weeks ago

नागपाड़ा पुनर्विकास विवाद: MHADA डेवलपर को ब्लैकलिस्ट करेगी, आपराधिक मामला भी दर्ज होगा

व्यापार4 weeks ago

ईडी का बड़ा एक्शन; अनिल धीरुभाई अंबानी ग्रुप की 1,400 करोड़ रुपए की संपत्तियां जब्त कीं

अंतरराष्ट्रीय समाचार4 weeks ago

दुबई एयर शो में भारतीय वायुसेना का तेजस विमान क्रैश, पायलट की मौत, कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश

बॉलीवुड3 weeks ago

अभिनेता धर्मेंद्र का निधन, 89 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

राष्ट्रीय समाचार3 weeks ago

जीएसटी सुधार से बढ़ी अर्थव्यवस्था की रफ्तार, हाई फ्रीक्वेंसी इंडिकेटर्स से मिले सकारात्मक संकेत : वित्त मंत्रालय

महाराष्ट्र4 weeks ago

मुंबई: माहिम रेलवे स्टेशन के पास धारावी में भीषण आग लगी; कई धमाकों की आवाज सुनी गई

महाराष्ट्र2 weeks ago

मुंबई के ठग बिल्डर पिता-पुत्र करोड़ों की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार

अपराध3 weeks ago

स्कूल भर्ती मामला : कलकत्ता हाईकोर्ट का डब्ल्यूबीएसएससी को निर्देश, नई भर्ती परीक्षाओं की ओएमआर शीट करें पब्लिश

महाराष्ट्र4 weeks ago

मुंबई मौसम अपडेट: शहर में धूप खिली, धुंध छाई; AQI 263 पर बरकरार, वडाला और मलाड में हवा बेहद खराब

रुझान