खेल
6 शहरों में होगा विजय हजारे ट्रॉफी का आयोजन, दिल्ली शामिल नहीं

भारत के घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी का आयोजन 20 फरवरी से 14 मार्च तक देश के छह शहरों में आयोजित किया जाएगा। लेकिन एक बार फिर मेजबानी से दिल्ली को बाहर रखा गया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने घोषणा की है कि 38 टीमें इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगी जिन्हें छह ग्रुप में बांटा गया है। टीमों को पांच एलीट ग्रुप में बांटा गया है जिसमें हर ग्रुप में छह टीमें होंगी जबकि एक प्लेट ग्रुप है जिसमें आठ टीमें शामिल होंगी।
एलीट ग्रुप की टीमों को ए, बी, सी, डी और ई वर्ग में बांटा गया है जिनके मुकाबले क्रमश: सूरत, इंदौर, बेंगलुरु, जयपुर और कोलकाता में होंगे जबकि प्लेट ग्रुप की टीमों के मुकाबले चेन्नई में कराए जाएंगे।
इस बीच कोरोना के घटते मामले के बावजूद दिल्ली को इस टूर्नामेंट की मेजबानी से बाहर रखा गया है। इससे पहले सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट के मुकाबले भी दिल्ली में आयोजित नहीं किए गए थे।
बीसीसीआई के घोषित कार्यक्रम के अनुसार खिलाड़ी टूर्नामेंट शुरु होने से एक सप्ताह पहले आयोजन स्थल में पहुंचेंगे और उन्हें वहां क्वारेंटीन में रहना होगा। क्वारेंटीन के दौरान खिलाड़ियों का 13, 15 और 17 फरवरी को कोरोना टेस्ट किया जाएगा जबकि अभ्यास सत्र 18 और 19 फरवरी को होगा।
ग्रुप चरण के मुकाबले खत्म होने के बाद प्री क्वार्टरफाइनल मुकाबले सात मार्च को खेले जाएंगे जबकि क्वार्टरफाइनल मुकाबले आठ और नौ मार्च को होंगे। सेमीफाइनल मुकाबले 11 मार्च और फाइनल का आयोजन 14 मार्च को होगा। बीसीसीआई ने हालांकि अभी नॉकआउट मुकाबलों के आयोजन स्थल की घोषणा नहीं की है। नॉकआउट में पहुंचने वाली टीमों का दो तथा चार मार्च को कोरोना टेस्ट कराया जाएगा।
ग्रुप और आयोजन स्थल इस प्रकार है:
एलीट ए : गुजरात, छत्तीसगढ़, हैदराबाद, त्रिपुरा, बड़ौदा, गोवा (आयोजन स्थल – सूरत)
एलीट बी : तमिलनाडु, पंजाब, झारखंड, मध्यप्रदेश, विदर्भ, आंध्र प्रदेश (आयोजन स्थल – इंदौर)
एलीट सी : कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, केरल, ओडिशा, रेलवे, बिहार (आयोजन स्थल – बेंगलुरु)
एलीट डी : दिल्ली, मुंबई, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, पुड्डुचेरी (आयोजन स्थल – जयपुर)
एलीट ई : बंगाल, सर्विसेस, जम्मू-कश्मीर, सौराष्ट्र, हरियाणा, चंडीगढ़ (आयोजन स्थल – कोलकाता)
प्लेट ग्रुप : उत्तराखंड, असम, नागालैंड, मेघालय, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, सिक्किम (आयोजन स्थल – चेन्नई)
अंतरराष्ट्रीय
युद्ध तेज होने के बीच ईरान ने दक्षिणी इजराइल के सोरोका अस्पताल पर हमला किया; कई लोग घायल, कई के मलबे में फंसे होने की आशंका

तेल अवीव: इजराइल और ईरान एक दूसरे के प्रमुख शहरों को निशाना बनाना जारी रखे हुए हैं। ईरान के ताजा हमलों में गुरुवार को दक्षिणी इजराइल के सबसे बड़े अस्पताल पर ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल से हमला हुआ। सोरोका अस्पताल को भारी नुकसान पहुंचा है। हमले में कई लोगों के घायल होने की खबर है।
उल्लेखनीय है कि सोरोका मेडिकल सेंटर इजरायल के दक्षिणी क्षेत्र का सबसे बड़ा अस्पताल है। ईरानी हमले के बाद इलाके में धुएं का गुबार छाने के कई वीडियो ऑनलाइन सामने आए हैं। क्षतिग्रस्त इमारत के मलबे में कई लोगों के फंसे होने की आशंका है।
मिडिया रिपोर्ट के अनुसार, बीर शीबा स्थित सोरोका मेडिकल सेंटर के प्रवक्ता ने कहा कि अस्पताल को विभिन्न क्षेत्रों में “व्यापक क्षति” हुई है तथा हमले में लोग घायल हुए हैं।
अभी तक अस्पताल पर हुए मिसाइल हमले में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। अस्पताल की वेबसाइट के अनुसार, सोरोका अस्पताल में 1,000 से ज़्यादा बिस्तर हैं और यह इज़राइल के दक्षिणी हिस्से के लगभग 10 लाख निवासियों को सेवाएँ प्रदान करता है।
अंतरराष्ट्रीय
इजरायली सेना की उपलब्धियों से वर्ल्ड लीडर्स प्रभावित: नेतन्याहू

तेल अवीव, 19 जून। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के अनुसार वर्ल्ड लीडर्स ने इजरायली सेना के दृढ़ संकल्प और उपलब्धियों को सराहा है।
इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष की शुरुआत बीते शुक्रवार से हुई। नेतन्याहू ने ईरान के खिलाफ ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ शुरू करने की घोषणा की, जो ईरान के परमाणु हथियारों के खतरे को कम करने के लिए एक टारगेटेड सैन्य अभियान है।
इसके बाद तेहरान की ओर से तीव्र और आक्रामक जवाबी कार्रवाई शुरू हुई, जिससे क्षेत्र एक व्यापक युद्ध के कगार पर पहुंच गया।
नेतन्याहू ने बुधवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा “मुझे आपको बताना चाहिए कि मैं विश्व नेताओं से बात करता हूं। वह हमारे दृढ़ संकल्प और हमारी सेना की उपलब्धियों से बहुत प्रभावित हैं। वह आपसे, इजरायल के नागरिकों से, आपकी दृढ़ भावना और आपकी दृढ़ता से भी बहुत प्रभावित हैं।”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिले उनके समर्थन को लेकर इजरायली प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं इजरायल के एक महान मित्र राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हमारे साथ खड़े होने और इजरायल के एयरस्पेस की रक्षा में मदद करने में अमेरिका के सपोर्ट के लिए धन्यवाद देता हूं। हम अक्सर बात करते हैं, जिसमें पिछली रात की बातचीत भी शामिल है। हमारी बातचीत बहुत गर्मजोशी से हुई। मैं ट्रंप को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं।”
नेतन्याहू ने कहा कि ईरान के खिलाफ ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ अभियान का उद्देश्य इजरायल के लिए दो अस्तित्वगत खतरों को दूर करना था। हम पर परमाणु खतरा और बैलिस्टिक मिसाइल का खतरा है। इजरायल इन खतरों को दूर करने के लिए कदम-दर-कदम आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा, “हम तेहरान के एयरस्पेस को कंट्रोल करते हैं। हम अयातुल्ला शासन पर बहुत जोरदार हमला कर रहे हैं। हम न्यूक्लियर इंस्टॉलेशन्स, मिसाइल्स, कमांड सेंटर्स और शासन के प्रतीकों पर हमला कर रहे हैं। हमें बहुत नुकसान हो रहा है लेकिन हम देखते हैं कि घरेलू मोर्चा मजबूत है। लोग मजबूत हैं, और इजरायल राज्य पहले से कहीं अधिक मजबूत है। मैंने सरकारी मंत्रालयों को उन सभी लोगों की सहायता करने का निर्देश दिया है, जिन्हें नुकसान पहुंचा है।”
नेतन्याहू ने यह भी उल्लेख किया है कि गाजा पट्टी में ‘तीव्र लड़ाई’ जारी है। उन्होंने कहा कि इजरायल पीछे नहीं हटेगा। वह दो कार्यों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है- “हमास को हराना और हमारे सभी बंधकों को वापस लाना, चाहे वह जीवित हों या मृत। खेद के साथ इतना जरूर कहूंगा कि, हाल के दिनों में भी हमारे वीर सैनिक मारे गए हैं। मैं परिवारों के दुख में शामिल हूं। हम सरकार और पूरे देश की ओर से उन्हें संवेदनाएं भेजते हैं। हम तब तक संघर्ष जारी रखेंगे, जब तक हमास को हरा नहीं देते।”
दुर्घटना
अहमदाबाद विमान हादसा: 210 मृतकों के डीएनए मैच, स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने दी जानकारी

नई दिल्ली, 19 जून। गुजरात के अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे में मारे गए लोगों के डीएनए सैंपल के मिलान की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने सोशल मीडिया पर गुरुवार को डीएनए मिलान के बारे में ताजा जानकारी साझा की है।
ऋषिकेश पटेल ने बताया कि गुरुवार सुबह 8.30 बजे तक 210 लोगों के डीएनए सैंपल का मिलान हो गया है और उनके परिजनों से भी संपर्क साधा गया है। 187 शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि डीएनए सैंपल का मिलान कराने के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि जल्द ही बाकी अन्य मृतकों के डीएनए का मिलान कर लिया जाएगा। इसके बाद शेष पार्थिव अवशेष जल्द ही परिजनों को सौंप दिए जाएंगे। दूसरी ओर, घटनास्थल पर मृतकों के कीमती सामानों की जांच कर उनके परिजनों को सौंपा जा रहा है।
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी। उन्होंने कहा, “अहमदाबाद पुलिस, जिला प्रशासन और सामाजिक कार्यकर्ताओं को बधाई, उन्होंने पीड़ितों के परिवारों को कीमती सामान लौटाने का शानदार काम किया। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने कई लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव किया है। इन नायकों को सलाम।“
बुधवार को अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अधीक्षक राकेश जोशी ने बताया था कि विमान हादसे में एकमात्र जीवित बचे विश्वास को छुट्टी दे दी गई है और उन्हें उनके परिवार के साथ घर वापस भेज दिया गया है।
इससे पहले, अहमदाबाद विमान हादसे को लेकर गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने बताया था कि जो भी सामान दुर्घटनास्थल से मिला है, वह जांच के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा, “दुर्घटनास्थल पर मिले प्रत्येक सामान को सावधानीपूर्वक एकत्र किया जाएगा, उसका दस्तावेजीकरण किया जाएगा और संबंधित परिवारों को सौंप दिया जाएगा। हमारी टीम इन व्यक्तिगत वस्तुओं का पता लगाने और उनकी पहचान करने के लिए लगन से काम कर रही है और हम नागरिक उड्डयन विभाग के साथ मिलकर एक सुचारु और सम्मानजनक प्रक्रिया सुनिश्चित कर रहे हैं।”
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