Connect with us
Thursday,09-January-2025
ताज़ा खबर

अंतरराष्ट्रीय समाचार

न्यूजीलैंड में आम चुनाव, जैसिंडा की नजर बहुमत पर

Published

on

Jacinda-Ardern

न्यूजीलैंड के आम चुनाव में लाखों मतदाताओं ने शनिवार को मतदान केंद्रों की ओर रुख रहे हैं। प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न की नजर अपने दूसरे कार्यकाल के लिए बहुमत हासिल करने पर है। यह चुनाव पहले 19 सितंबर को होने वाला था, लेकिन कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, पिछली बार संसदीय चुनाव 23 सितंबर, 2017 को हुआ था। बीते 6 सितंबर को संसद को भंग कर दिया गया, ताकि चुनाव के लिए आधिकारिक रूप से मार्ग प्रशस्त हो सके।

देशभर के मतदान केंद्र सुबह 9 बजे खुले और शाम 7 बजे बंद होंगे।

3 अक्टूबर को शुरू हुए शुरुआती मतदान में 10 लाख से अधिक लोग पहले ही मतदान कर चुके हैं।

शनिवार को शाम 7 बजे मतदान खत्म होने के बाद आम चुनाव के प्रारंभिक परिणाम जारी किए जाएंगे।

आयोग के अनुसार, चुनाव परिणामों को प्राथमिकता दी जाएगी और शनिवार रात दो जनमत संग्रहों में दर्ज वोटों की गिनती नहीं की जाएगी।

प्रारंभिक जनमत संग्रह के परिणाम 30 अक्टूबर को जारी किए जाएंगे और चुनाव और जनमत संग्रह के आधिकारिक परिणाम 6 नवंबर को जारी किए जाएंगे।

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस बीच के मत सर्वेक्षण पर गौर करें तो जैसिंडा बहुमत के साथ दूसरी बार पद पर आसीन हो सकती हैं। उनके कोरोनावायरस प्रकोप से उबरने के लिए चलाए गए अभियान के सफल रहने से यह संभावना बढ़ी है।

हालांकि साल 1996 में मिक्स्ड मेंबर प्रोपर्शनल रिप्रेजेंटेटिव (एमएमपी) के रूप में जानी जाने वाली संसदीय प्रणाली की शुरुआत से ही अभी तक किसी भी पार्टी ने न्यूजीलैंड में एकतरफा बहुमत नहीं जीता है।

ऑकलैंड विश्वविद्यालय की प्रोफेसर जेनिफर कर्टिन ने बीबीसी को बताया कि पूर्व में भी ऐसी ही परिस्थितियां रही हैं, जहां एक नेता के बहुमत हासिल करने की पूरी संभावना थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

उन्होंने कहा, “जब जॉन की नेता थे, तो ऑपिनियन पोल ने उनके 50 प्रतिशत वोट पर अपनी संभावना जताई थी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।”

अंतरराष्ट्रीय समाचार

यूक्रेन के दक्षिणी शहर जापोरिज्जिया पर बड़ा रूसी हमला, 13 की मौत

Published

on

कीव, 9 जनवरी। यूक्रेन के दक्षिणी शहर जापोरिज्जिया पर रूस ने एक बड़ा मिसाइल हमला किया। यूक्रेन के अधिकारियों के मुताबिक इस हमले में 13 लोग मारे गए और 63 अन्य घायल हो गए।

जापोरिज्जिया के क्षेत्रीय गवर्नर इवान फेडोरोव ने इस बड़े हमले की जानकारी देते हुए कहा कि स्थानीय समयानुसार शाम करीब 4 बजे शहर में दो बम गिरे, जिससे औद्योगिक बुनियादी ढांचे और आवासीय इमारतों को काफी नुकसान पहुंचा है।

फेडोरोव ने कहा कि घायलों में से चार की हालत गंभीर है।

स्टेट सर्विस फॉर इमरजेंसी ने बताया कि इस हमले में चार प्रशासनिक इमारतें और 27 वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि हमले में 13 लोगों के मारे जाने की खबर है।

जेलेंस्की ने इस हमले की एक वीडियो शेयर की, जिसमें हमले की भयावह तस्वीरें देखी जा सकती हैं।

एक्स पर एक वीडियो शेयर करने के साथ जेलेंस्की ने कहा, “रूसियों ने जापोरिज्जिया पर बम बरसाए। यह शहर पर जानबूझकर किया गया हमला था। अब तक इस हमले में कई लोगों के घायल होने की खबरें मिल रही हैं। सभी घायलों को आवश्यक सहायता मुहैया कराई जा रही है।”

उन्होंने दुनिया के बड़े देशों से अपील भी की। कहा, “पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है। यह बहुत दुख की बात है कि इस हमले में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है। एक शहर पर हवाई बमबारी से ज्यादा क्रूर कुछ नहीं है, यह जानते हुए कि आम नागरिक इसका निशाना बनेंगे। दुनिया रूस पर दबाव बनाए कि वो ऐसा न करे। केवल ताकत के जरिए ही इस तरह के युद्ध को स्थायी शांति के साथ समाप्त किया जा सकता है।”

यूक्रेन के प्रॉसिक्यूटर जनरल कार्यालय ने हमले में हुए नुकसान का ब्योरा दिया।

अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, इस हमले में यात्रियों को ले जा रही एक ट्राम और एक बस को काफी नुकसान पहुंचा है।

गवर्नर इवान फेडोरोव ने कहा कि रूसी सेना ने दोपहर में एक आवासीय क्षेत्र में बम दागे और हमले में दो आवासीय इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं।

इससे पहले बुधवार को यूक्रेनी सेना ने बताया कि उसने रूस में एक ईंधन भंडारण डिपो को निशाना बनाया है।

Continue Reading

अंतरराष्ट्रीय समाचार

ग्रीस में एचएमपीवी ने दी दस्‍तक, 71 साल का शख्स पीड़ित

Published

on

एथेंस, 9 जनवरी। ग्रीस में 71 वर्षीय एक व्यक्ति में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) से पीड़ित होने की पुष्टि हुई है।

मरीज को निमोनिया तथा अन्य स्वास्थ्य समस्याएं थीं। मरीज की उत्तरी बंदरगाह शहर थेसालोनिकी में गहन देखभाल की जा रही है। वहीं राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य संगठन ने चिकित्सा कर्मचारियों को कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने और सख्त स्वच्छता उपाय अपनाने की सलाह दी है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, एथेंस के नेशनल एंड कपोडिस्ट्रियन विश्वविद्यालय में महामारी विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर गिकिकास मैगियोर्किनिस ने जनता को आश्वस्त किया कि इसको लेकर घबराने की कोई जरूरत नहीं है। यह वायरस पहले से ही मौजूद है और खतरनाक नहीं है।

मंगलवार को इंडोनेशिया के स्वास्थ्य मंत्री बुदी गुनादी सादिकिन ने घोषणा की थी कि देश में श्वसन वायरस एचएमपीवी का संक्रमण पाया गया है, लेकिन उन्होंने जनता को आश्वस्त करते किया कि यह बीमारी खतरनाक नहीं है।

सादिकिन ने मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर कहा, “हमारी रिपोर्ट से पता चलता है कि इससे कई बच्चे संक्रमित हुए हैं। हम स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। हालांकि, यह कोई नई बीमारी नहीं है। यह 2001 से इंडोनेशिया में मौजूद है और हमने इस वायरस के कारण कोई गंभीर प्रभाव नहीं देखा है।”

उन्होंने कहा कि इसके लक्षण सामान्य फ्लू जैसे ही हैं तथा उन्होंने जनता से स्वस्थ एवं स्वच्छ वातावरण बनाए रखने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा, “यदि किसी व्यक्ति की इम्यूनिटी कमजोर है तो उसे फ्लू हो सकता है। हालांकि, हमारा शरीर इस वायरस से निपटने में सक्षम है। हमें पर्याप्त आराम करके और नियमित शारीरिक व्यायाम करके अपनी इम्यूनिटी को मजबूत बनाए रखने की आवश्यकता है।”

2001 में खोजा गया एचएमपीवी, रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस (आरएसवी) के साथ न्यूमोविरिडे परिवार का सदस्य है। अमेरिकी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार आणविक नैदानिक ​​​​परीक्षण (मॉलिक्युलर डायग्नोस्टिक टेस्ट) के व्यापक उपयोग से ऊपरी और निचले श्वसन संक्रमण के एक महत्वपूर्ण कारण के रूप में एचएमपीवी की पहचान हुई है।

सीडीसी के अनुसार एचएमपीवी सभी आयु वर्ग के लोगों में श्वसन रोग का कारण बन सकता है। यह ज्‍यादातर बच्चों, वृद्धों और कमजोर इम्यूनिटी वालों को निशाना बनाता है।

सीडीसी के अनुसार, एचएमपीवी से जुड़े सामान्य लक्षणों में खांसी, बुखार, नाक बंद होना और सांस लेने में तकलीफ शामिल हैं।

कोविड-19 और फ्लू के विपरीत, एचएमपीवी के लिए कोई टीका या इसके उपचार के लिए कोई एंटीवायरल दवा नहीं है। इसके बजाय, डॉक्टर गंभीर रूप से बीमार की देखभाल उनके लक्षणों को देखकर करते है।

Continue Reading

अंतरराष्ट्रीय समाचार

झूठी खबरें फैलाने वाला पाकिस्तान अब खुद फेक न्यूज से डरा, 2 अरब रुपये करेगा खर्च

Published

on

इस्लामाबाद, 7 जनवरी। भारत के खिलाफ लगातार झूठी खबरें और प्रचार चलाने वाले पाकिस्तान को अब खुद फेक न्यूज का डर सता रहा है। इसका मुकाबल करने के लिए सरकार ने भारी भरकम रकम भी जारी करने का फैसला किया है।

पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक संघीय सरकार ने राज्य संस्थाओं को निशाना बनाकर फर्जी खबरों और गलत सूचना अभियानों के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए 2 अरब रुपये आवंटित किए हैं।

वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब की अध्यक्षता में आर्थिक समन्वय समिति [ईसीसी] की बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया। इस कदम का उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा और राजनीतिक स्थिरता को कमजोर करने के लिए जानबूझकर फैलाई जा रही गलत सूचनाओं का मुकाबला करने की कोशिशों को मजबूत करना है।

आवंटित बजट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा, [1.945 बिलियन रुपये], रक्षा मंत्रालय को जाएगा। बताया जा रहा है कि इस कदम को पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर का भी समर्थन हासिल है।

रिपोर्ट के मुताबिक विस्तृत ब्रीफिंग में ईसीसी को बताया गया कि सेना की पब्लिस रिलेशंस विंग, इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस [आईएसपीआर] गलत सूचनाओं से निपटने में सबसे आगे है। हालांकि, गलत सूचना फैलाने की रणनीति के लगातार विकसित होने की वजह से आईएसपीआर की क्षमताओं को बढ़ाने की जरुरत है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार के इस फैसले ने पाकिस्तान के नागरिकों को और अधिक नाराज कर दिया है जो रिकॉर्ड-उच्च मुद्रास्फीति, गरीबी और बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं। बता दें पाकिस्तान लंबे समय से आर्थिक संकट का सामना कर रहा है और उसकी सारी उम्मीदें विदेशी कर्ज पर ही टिकी हैं।

आलोचकों ने स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और खाद्य सुरक्षा जैसे तत्काल घरेलू संकटों को संबोधित करने के बजाय नैरेटिव कंट्रोल पर ध्यान केंद्रित करने के लिए सरकार की आलोचना की है।

Continue Reading
Advertisement
अंतरराष्ट्रीय10 hours ago

2024 में चीन के तीन प्रमुख नागरिक विमानन संकेतकों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई

राष्ट्रीय समाचार11 hours ago

खतरनाक नहीं है एचएमपीवी, जागरूकता से पाया जा सकता है काबू : विशेषज्ञ

राजनीति11 hours ago

ठंड से किसी गोवंश की मृत्यु न हो, गौ आश्रय स्थलों में विशेष इंतजाम कर रही योगी सरकार

अपराध11 hours ago

बठिंडा: जमीनी विवाद के चलते व्यक्ति ने की भाई और भाभी की हत्या, आरोपी गिरफ्तार

व्यापार12 hours ago

इक्विटी म्यूचुअल फंड इनफ्लो दिसंबर में 14 प्रतिशत बढ़कर 41,156 करोड़ रुपये रहा

व्यापार12 hours ago

फ्यूचर टेक्नोलॉजी अपनाने में भारतीय कंपनियां सबसे आगे : डब्ल्यूईएफ

राष्ट्रीय समाचार13 hours ago

2025-26 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 6.8 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद : रिपोर्ट

अपराध14 hours ago

भोपाल की केंद्रीय जेल में मिला चीनी ड्रोन, जांच जारी

पर्यावरण14 hours ago

राजस्थान : कुछ जिलों में बारिश के साथ ओलावृष्टि की आशंका, अलर्ट जारी

अंतरराष्ट्रीय15 hours ago

श्रीलंकाई नौसेना ने तमिलनाडु के दस मछुआरों को गिरफ्तार किया, नाव जब्त

अनन्य3 weeks ago

मुंबई: गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा द्वीप जा रही नौका पलटने से 3 लोगों के मरने की आशंका 

अपराध3 weeks ago

मुंबई : पार्किंग विवाद में शख्स की हत्या, 3 आरोपी गिरफ्तार

राजनीति7 days ago

मध्य प्रदेश के शिवपुरी में जेसीबी से नाग की मौत, शव के करीब घंटों बैठी रही नागिन

दुर्घटना5 days ago

मुंबई के बांद्रा ईस्ट में भीषण आग, कई झोपड़ियां जलकर खाक

राजनीति4 weeks ago

‘फिलिस्तीन’ लिखा हैंडबैग लेकर संसद पहुंचीं प्रियंका गांधी; फोटो वायरल

दुर्घटना4 weeks ago

कुर्ला हादसा: मुंबई के वकील ने गुस्साई भीड़ से बस ड्राइवर को बचाने का वीडियो शेयर किया, कहा ‘मुझे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं’

जीवन शैली4 weeks ago

महान तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का 73 साल की उम्र में सैन फ्रांसिस्को में निधन, परिवार ने दी पुष्टि

अपराध2 weeks ago

ग़ाज़ियाबाद: पुलिस के साथ गैंगस्टर में गोकशी करने वाले दो गिरफ्तार

अनन्य3 weeks ago

मुंबई: बीजेपी युवा मोर्चा ने आजाद मैदान स्थित कांग्रेस कार्यालय पर हमला किया; प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया; वीडियो

फिल्मी खबरे4 weeks ago

थिएटर भगदड़ मामला : जेल से बाहर आते ही अल्लू अर्जुन ने मांगी माफी

रुझान