महाराष्ट्र की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोविड के नए मामले स्थिर होते दिख रहे हैं…बीएमसी की शाम 6 बजे की रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई में मंगलवार की शाम कोरोना के 6,149 नये मामले सामने आए हैं…जबकि 7 लोगों की मौत कोरोना से हुई है….
मुंबई में तो कोरोना का ग्राफ धीरे धीरे स्थिर हो रहा है लेकिन बेंगलुरु और पुणे जैसे अन्य स्थानों में संक्रमण बढ़ रहा है। एसबीआई रिसर्च ने एक रिपोर्ट में यह दावा किया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मुंबई में तीसरी लहर शायद अपनी चरम पर पहुंच गई है और यदि अन्य जिले भी कोरोना को नियंत्रित करने के लिए सख्त उपाय लागू करते हैं, तो मुंबई पीक के दो तीन हफ्ते बाद देश में कोरोना की पीक आ सकती है।
इसमें कहा गया है कि सभी प्रमुख स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। जो दशार्ता है कि भारत सरकार इस लहर से निपटने के लिए बहुत अच्छी तरह से तैयार है।
मुंबई में, 30-39 आयु वर्ग में कोरोना संक्रमण के मामले अधिकतम है, जबकि मौत का आंकड़ा 60-69 आयु वर्ग में अधिकतम है।
रिपोर्ट के मुताबिक 15-18 आयु वर्ग को कुल 44 लाख एहतियाती डोज और 3.45 करोड़ डोज दी जा चुकी हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल टीकाकरण में ग्रामीण टीकाकरण का हिस्सा जनवरी में 83 प्रतिशत है, जो दर्शाता है कि ग्रामीण आबादी भी कोरोना के खतरे को लेकर जागरूक है।