राजनीति
प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति ने महात्मा गांधी को 151वीं जयंती पर दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को महात्मा गांधी को उनकी 151वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की और कामना की है कि भारत के राष्ट्रपिता के आदर्श लोगों में दया, करुणा की भावना विकसित करने में मार्गदर्शक शक्ति बने रहेंगे। प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर लिखा, “हम गांधी जयंती पर प्यारे बापू को नमन करते हैं। उनके जीवन और महान विचारों से बहुत कुछ सीखा जा सकता है। बापू के आदर्श हमें समृद्ध और करुणापूर्ण भारत बनाने में मार्गदर्शन करते रहे।”
प्रधानमंत्री मोदी ने गांधी के सिद्धांतों की सराहना करते हुए दो मिनट का वीडियो भी साझा किया। क्लिप में, उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि “गांधीजी ने कभी भी अपने जीवन में अपना प्रभाव बनाने की कोशिश नहीं की, हालांकि, उनका जीवन अपने आप में एक प्रेरणा बन गया।” मोदी ने राजघाट पर जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि भी दी।
महात्मा गांधी के अलावा, मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने सादगी को महत्व दिया और हमारे राष्ट्र के कल्याण के लिए जिया।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, “लाल बहादुर शास्त्री जी विनम्र और ²ढ़ थे। वह सादगी का प्रतीक बने और हमारे राष्ट्र के कल्याण के लिए जिया। हम उन्हें उनकी जयंती पर भारत के लिए किए गए हर काम के लिए गहरी कृतज्ञता के साथ याद करते हैं।”
इस बीच, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी और ट्वीट कर कहा कि लोगों को उनके जीवन से सबक लेना चाहिए, खासकर जब हम एक महामारी का सामना कर रहे हैं।
राष्ट्रपति ने कहा, “गांधीजी ने कभी भी एक महान आत्मा होने का दावा नहीं किया, वास्तव में, वह अपनी कमजोरियों के बारे में दुनिया को बताने के लिए अपने रास्ते चले। फिर भी, अधिकतम मानवीय क्षमता का एहसास कराने का वह सबसे अच्छा उदाहरण हैं।”
राष्ट्रपति ने कहा कि एक बेहतर इंसान बनने और अपने आसपास के लोगों के प्रति अधिक संवेदनशील होने के इस निरंतर प्रयास ने उन्हें एक महात्मा बना दिया। यह पथ निश्चित रूप से, बेहद कठिन था। रास्ते में कई असफलताएं थीं लेकिन उन्होंने कदम बढ़ाना जारी रखा।
राष्ट्रपति ने कहा, “गांधीजी अपने अधिकारों की तुलना में अपने कर्तव्यों के बारे में अधिक चिंतित थे और दूसरों की ओर से– दलितों, किसानों, मजदूरों, महिलाओं और अन्य के समर्थन में उतरे। गांधीजी ने बड़े विस्तार से दिखाया कि शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व, सतत विकास, आर्थिक और सामाजिक समानता प्राप्त करने के लिए व्यक्तियों, संगठन और राष्ट्र द्वारा क्या करने की जरूरत है।”
उन्होंने कहा, “साल भर चले उनकी 150वीं जयंती के समारोह का आज समापन उनकी यादों को ताजा करने और सार्वजनिक जीवन की नैतिक नींव को फिर से जीवंत करने का एक उपयुक्त अवसर रहा है।”
उन्होंने कहा कि अगर हम गांधी जी के जीवन से सबक लें तो उनके पास हमें देने के लिए बहुत कुछ है, खासकर जब हम एक महामारी का सामना कर रहे हैं, घातक प्लेग के दौरान उन्होंने खुद को स्वास्थ्य सेवा में समर्पित कर दिया था।
राष्ट्रपति ने कहा कि गांधी जी की 151वीं जयंती उनके जीवन और विचार के प्रकाश में हमारी प्राथमिकताओं के माध्यम से सोचने का एक अच्छा अवसर है और हमारे दिलों में उनकी आवाज सुनने के लिए खुद को फिर से तैयार करें।
रामनाथ कोविंद ने भी पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, “भारत के उस महान बेटे ने अभूतपूर्व समर्पण और निष्ठा के साथ देश की सेवा की। सभी देशवासी उन्हें हरित क्रांति और श्वेत क्रांति में मौलिक भूमिका और युद्ध के दौरान उनके मजबूत नेतृत्व के लिए श्रद्धापूर्वक याद करते हैं।”
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने भी महात्मा गांधी की शिक्षाओं की सराहना की और कहा कि इसने हमें सच्चाई और प्रेम का मार्ग दिखाया। उन्होंने कहा, “राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी जयंती पर आज याद करता हूं। बापू ने अपने जीवन और शिक्षाओं के माध्यम से हमें मानव जाति के लिए सत्य, प्रेम और निस्वार्थ सेवा का मार्ग दिखाया। ‘अंत्योदय’ का उनका विचार हमें सबसे पिछड़े व्यक्ति तक के उत्थान के लिए काम करने के लिए प्रेरित करता है।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी महात्मा गांधी को उनके असाधारण व्यक्तित्व और आध्यात्मिक जीवन के लिए श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने दुनिया को शांति, अहिंसा और सद्भाव का मार्ग दिखाया।
शाह ने ट्वीट किया, “स्वदेशी के उपयोग को बढ़ाने के उनके स्वप्न को पूर्ण करने के लिए आज पूरा देश मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के साथ स्वदेशी को अपना रहा है। गांधी जयंती पर उन्हें कोटिश: नमन।”
राजनीति
पीएम मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की बैठक आज, सभी राज्यों के सीएम लेंगे भाग

नई दिल्ली, 24 मई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी स्थित भारत मंडपम में नीति आयोग की एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
हाल ही में हुए पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद, भारतीय सशस्त्र बलों की ओर से पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकवादी शिविरों और उनके प्रशिक्षण केंद्रों को सफलतापूर्वक नष्ट करने के लिए चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री मोदी की सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ यह पहली बड़ी बैठक है। पीएम मोदी दिल्ली के भारत मंडपम में नीति आयोग की 10वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
नीति आयोग के एक बयान के अनुसार, बैठक में विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी राज्यों के साथ “टीम इंडिया” के रूप में काम करने की प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया गया है।
बयान में कहा गया है, “जैसे-जैसे भारत एक विकसित देश बनने की ओर अग्रसर है, यह आवश्यक है कि राज्य अपनी अद्वितीय शक्तियों का लाभ उठाएं और जमीनी स्तर पर परिवर्तनकारी बदलाव लाएं, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि 140 करोड़ नागरिकों की आकांक्षाएं जमीनी स्तर पर ठोस परिणामों में परिवर्तित हों।”
गवर्निंग काउंसिल की बैठक में विकसित भारत 2047 के लिए विकसित राज्य के दृष्टिकोण पर चर्चा की जाएगी।
10वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक केंद्र और राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों को देश के सामने मौजूद विकास चुनौतियों पर विचार-विमर्श करने और कैसे राज्य भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए आधारशिला बन सकते हैं, यानी विकसित भारत के लिए विकसित राज्य की बात पर आम सहमति बनाने के लिए एक मंच प्रदान करती है। बैठक में उद्यमिता को बढ़ावा देने, कौशल बढ़ाने और देश भर में स्थायी रोजगार के अवसर पैदा करने के उपायों पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा।
10वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल, केंद्रीय मंत्री और नीति आयोग के उपाध्यक्ष, सदस्य और सीईओ भाग लेंगे।
महाराष्ट्र
आईएसआई एजेंट ज्योति मल्होत्रा की मुंबई यात्रा, वह किन लोगों से मिली यात्रा के दौरान, कहां रुकी और किसने सहायता प्रदान की, जांच जारी

मुंबई: मुंबई पाकिस्तानी जासूस ज्योति मल्होत्रा ने भी मुंबई में निरीक्षण किया। ज्योति की जांच के दौरान यह बात सामने आई। ज्योति ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए महत्वपूर्ण स्थानों की गुप्त सूचनाएं और विवरण एकत्र किए थे। ज्योति ने यात्रा कार्यक्रम से संबंधित गतिविधियों को यूट्यूब पर अपलोड करके पाकिस्तान में भारतीय स्थानों का विवरण भी उपलब्ध कराया है। ज्योति की मुंबई यात्रा के बाद अब एजेंसियों ने उनकी यात्रा से संबंधित विवरण एकत्र करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ज्योति ने 2023 में मुंबई का दौरा किया था और इस दौरान उन्होंने तीन शहरों का भी दौरा किया था।
ज्योति का मोबाइल फोन और लैपटॉप भी जब्त कर लिया गया है। ज्योति 12 मई 2023 को राजधानी एक्सप्रेस से मुंबई आईं. 14 मई को उन्होंने शहर में कई स्थानों का दौरा किया। वह फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी करती थीं। वह 20 जुलाई 2023 को गरीब रथ एक्सप्रेस से मुंबई पहुंचीं और कुछ दिनों तक कई स्थानों का विवरण रिकॉर्ड किया और एकत्र किया। वह 3 अक्टूबर 2023 को विमान से मुंबई आईं और 22 दिन तक यहां रहीं। इस दौरान उन्होंने मेट्रो ट्रेन और अन्य साधनों से मुंबई की यात्रा भी की। वीडियोग्राफी और ट्रॉपिकल चैनल ने 25 अक्टूबर 2024 को विमान से दिल्ली की यात्रा, मुंबई की तीन यात्राएं और शहर का निरीक्षण और अवलोकन, जुलाई में लक्जरी बस द्वारा मुंबई की यात्रा, अगस्त में कांकोली एक्सप्रेस द्वारा अहमदाबाद की यात्रा और 2024 में पंजाब मेल द्वारा दिल्ली की यात्रा का विवरण भी साझा किया। ज्योति जांच में कई महत्वपूर्ण खुलासे कर रही हैं।
मुंबई यात्रा के दौरान उन्होंने लालबाग के राजा के दर्शन भी किए। मुंबई यात्रा के दौरान उसने यहां किससे संपर्क किया और इसके पीछे क्या मकसद था, इसकी जांच की जा रही है। ज्योति ने न केवल भारत की यात्रा की है, बल्कि उन्होंने विभिन्न देशों की भी यात्रा की है। यहां तक कि पाकिस्तान में आईएसआई ने भी उनकी मेजबानी की है। उसने भारत के बारे में कई गुप्त जानकारियां पाकिस्तान को दी हैं। इतना ही नहीं, यह भी पता लगाने के लिए जांच जारी है कि ज्योति ने मुंबई यात्रा के दौरान पाकिस्तान को महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की क्या जानकारी और विवरण दिया है, तथा ज्योति के सहयोगियों और संपर्कों से पूछताछ की प्रक्रिया भी जारी है। एनआईए भी ज्योति से पूछताछ कर रही है।
राजनीति
संजय राउत ने राहुल गांधी के सवाल को बताया जनता की आवाज, बोले- पाकिस्तान पर नहीं कर सकते भरोसा

मुंबई, 23 मई। शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्र की मोदी सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सवालों का समर्थन करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने जो सवाल पूछे हैं, वे देश के 140 करोड़ लोगों के मन की बात है।
संजय राउत ने कहा, “राहुल गांधी ने पूछा है कि पाकिस्तान पर भरोसा क्यों करें? यह सवाल गलत कैसे हो सकता है? पूरा विश्व जानता है कि पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता। सिर्फ भाजपा के ट्रोलर्स को ही शायद यह सवाल नहीं समझ आता।”
संजय राउत ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “ट्रंप से भारत को क्या फायदा हुआ? ट्रंप ने तो भारत को नुकसान ही पहुंचाया। हमारा आतंकवाद के खिलाफ युद्ध जमीन हड़पने के लिए नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा के लिए था। हमने पाकिस्तान से आतंकवाद खत्म करने के लिए लड़ाई शुरू की थी, लेकिन ट्रंप ने हमारा साथ देने के बजाय नुकसान पहुंचाया। राहुल गांधी का यह सवाल जनता की आवाज है। अगर राहुल गांधी ने यह सवाल पूछा है, तो मैं समझता हूं कि यह जनता के मन की बात है।”
संजय राउत ने आगे कहा, “हमारा खून खौलता है। हमारी रगों में देशभक्ति और भारत प्रेम का खून दौड़ता है। जब हमारे 26 निर्दोष लोग मारे गए, जब हमारी महिलाओं का सिंदूर मिटा, तब भी हमारा खून खौलता है। हमारे पास खून के अलावा कुछ नहीं, और वही खून देश के लिए बहता है।”
संजय राउत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “क्या भाजपा डोनाल्ड ट्रंप की पोस्टर बॉय बन गई है? राहुल गांधी ने क्या गलत सवाल पूछा है? पहले सवाल को समझिए। जब आपको सवाल की समझ नहीं होती तो आपको विपक्ष के सांसदों को विदेश भेजना पड़ता है ताकि वे देश की भूमिका स्पष्ट करें।”
उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बयान पर भी आपत्ति जताई, जिसमें शरीफ ने कहा था कि उन्होंने 1971 की हार का बदला ले लिया है। उन्होंने कहा, “मैंने देखा है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा है कि उन्होंने 1971 की हार का बदला ले लिया है। यह कहने की हिम्मत उन्हें कैसे हो गई? 1971 में जब इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को हराया था, तब भी पाकिस्तान की भाषा ऐसी नहीं थी। 1965 में लाल बहादुर शास्त्री के नेतृत्व में हमने पाकिस्तान को लोहे के चने चबवाए थे। तब भी उनके नेताओं की भाषा इतनी उग्र नहीं थी। लेकिन आज मोदी सरकार के कार्यकाल में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ कह रहे हैं कि उन्होंने भारत से 1971 का बदला लिया है, यह सरकार के लिए शर्म की बात है।”
तमिलनाडु में टीएएसएमएसी छापों को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सुप्रीम कोर्ट की फटकार पर राउत ने कहा, “ईडी भाजपा, पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का हथियार है। मैं भी ईडी का शिकार रहा हूं। मेरे जैसे कई लोग इससे गुजर चुके हैं। जब तक ईडी है, तब तक मोदी-शाह और भाजपा का राज है।”
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