अंतरराष्ट्रीय
पीएम मोदी अमेरिकी सीईओ से मिले, नई तकनीक में बड़े निवेश के लिए दिया न्योता
 
												अपनी अमेरिकी यात्रा के पहले चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वाशिंगटन में कई प्रमुख अमेरिकी सीईओ से मुलाकात की। उन्होंने सेमीकंडक्टर और वायरलेस प्रौद्योगिकी निमार्ता क्वालकॉम, सॉफ्टवेयर प्रमुख एडोब, अक्षय ऊर्जा फर्म फस्र्ट सोलर, हथियार निर्माता जनरल एटॉमिक्स और निवेश प्रबंधन कंपनी ब्लैकस्टोन के सीईओ के साथ आमने-सामने बैठकें कीं।
पहली बैठक क्वालकॉम के अध्यक्ष और सीईओ क्रिस्टियानो अमोन के साथ हुई।
पीएमओ ने ट्वीट किया, “क्वालकॉम के अध्यक्ष और सीईओ क्रिस्टियानो अमोन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्पादक बातचीत की। पीएम मोदी ने भारत द्वारा प्रदान किए जाने वाले विशाल अवसरों पर प्रकाश डाला। श्री अमोन ने 5जी और अन्य जिजिटल इंडिया प्रयासों जैसे क्षेत्रों में भारत के साथ काम करने की इच्छा जताई।”
अमोन ने कहा, “हमने 5जी और 5जी के एक्लेरेशन के बारे में बात की। हमने उद्योग को आगे बढ़ाने के अविश्वसनीय अवसर के बारे में बात की, जैसा कि हम भारत में डिजाइन के साथ संयुक्त 5जी द्वारा सक्षम डिजिटल परिवर्तन के बारे में सोचते हैं।”
उन्होंने कहा कि क्वालकॉम भारत की ओर देख सकता है, क्योंकि यह सेमीकंडक्टरों के लिए एक लचीला आपूर्ति श्रृंखला बनाता है, यदि देश में आवश्यक बुनियादी ढांचा प्रदान किया जाता है।
अमोन के साथ मोदी की मुलाकात महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत देश में 5जी तकनीक को तेजी से अपनाने पर विचार कर रहा है, जिसके लिए वह इस उच्च प्रौद्योगिकी क्षेत्र में विश्वसनीय भागीदारों से निवेश पर नजर गड़ाए हुए है जो सुरक्षित और सुरक्षित नेटवर्क दे सकते हैं।
सैन डिएगो स्थित कंपनी वायरलेस तकनीक से संबंधित सेमीकंडक्टर और सॉफ्टवेयर बनाती है और अपने अग्रणी उत्पादों की श्रृंखला के साथ 5जी तकनीक में आगे बढ़ रही है।
उम्मीद की जाती है कि उच्चस्तरीय बैठकें नए तकनीकी क्षेत्र में बड़े निवेश का मार्ग प्रशस्त करेंगी जो देश को अपने नागरिकों को अगली पीढ़ी की नेटवर्किं ग सेवाएं देने में मदद करने के लिए जरूरी है।
प्रधानमंत्री ने एडोब के अध्यक्ष और सीईओ शांतनु नारायण से भी मुलाकात की। युवाओं को स्मार्ट शिक्षा प्रदान करने और अनुसंधान को बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने पर चर्चा हुई। उन्होंने देश के युवाओं द्वारा संचालित भारत में जीवंत स्टार्टअप क्षेत्र पर भी चर्चा की।
बैठक के बाद नारायण ने कहा, “पीएम मोदी का मानना है कि प्रौद्योगिकी चीजों को आगे बढ़ने में मदद करने का तरीका है।” उन्होंने कहा कि कंपनी का इरादा भारत में भारी निवेश जारी रखने का है।
फस्र्टसोलर के सीईओ मार्क विडमार ने भी मोदी से मुलाकात की। बैठक के दौरान, मोदी ने ‘वन वल्र्ड, वन सन एंड वन ग्रिड’ पहल और इस क्षेत्र में निवेश के अवसरों सहित सौर ऊर्जा के दोहन के लिए भारत के प्रयासों के बारे में विस्तार से बताया।
विडमार ने कहा, “भारत की औद्योगिक और व्यापार नीतियों के बीच बनाए गए मजबूत संतुलन ने फस्र्टसोलर जैसी कंपनियों के लिए भारत में विनिर्माण स्थापित करने के लिए आदर्श अवसर पैदा किए हैं। उत्पादकता से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजनाएं भारत को अमेरिका से विनिर्माण में अधिक निवेश आकर्षित करने में मदद करेंगी।”
जनरल एटॉमिक्स ग्लोबल कॉर्पोरेशन के विवेक लाल के साथ पीएम की चर्चा सुधारों और पीएलआई योजना सहित ड्रोन प्रौद्योगिकी में भारत की प्रगति के इर्द-गिर्द घूमती रही।
लाल ने कहा, “सहयोग के कई संभावित क्षेत्र हैं, जिनके साथ हम चर्चा कर रहे हैं। अवसर दोनों देशों के लिए फायदे का सौदा हैं।”
भारत अपने सशस्त्र बलों की तीनों शाखाओं के लिए महत्वपूर्ण संख्या में ड्रोन खरीदने की प्रक्रिया में है। इसने जनरल एटॉमिक्स से कुछ ड्रोन भी लीज पर लिए हैं।
व्यापार
भारत में इस वर्ष अक्टूबर में आईपीओ से रिकॉर्ड 46,000 करोड़ की फंड रेजिंग हुई

मुंबई, 31 अक्टूबर: भारत के प्राइमरी मार्केट के लिए अक्टूबर का महीना काफी शानदार रहा है, जो कि मुख्य आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) का एक व्यस्त महीना रहा। अब तक 14 कंपनियां 46,000 करोड़ रुपए से अधिक जुटाने के लक्ष्य के साथ बाजार में प्रवेश कर चुकी हैं।
घरेलू पूंजी बाजारों में इस महीने मंथली फंडरेजिंग को लेकर एक नया रिकॉर्ड स्थापित हुआ है, जो कि टाटा कैपिटल और एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया की लिस्टिंग के साथ संभव हो पाया है। टाटा कैपिटल और एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने मिलकर कुल फंड रेजिंग में आधे से ज्यादा का योगदान दर्ज करवाया।
जहां, टाटा कैपिटल की ओर से 15,512 करोड़ रुपए की राशि जुटाई गई वहीं, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने 11,607 करोड़ रुपए आरंभिक शेयर बिक्री के माध्यम से जुटाए गए।
इस गति को रफ्तार देते हुए लेंसकार्ट सॉल्यूशन ने 31 अक्टूबर को अपना 7,278 करोड़ रुपए का इश्यू जारी किया, जो कि 4 नवंबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा। इस महीने वीवर्क इंडिया, केनरा एचएसबीसी लाइफ इंश्योरेंस, ओर्कला इंडिया और रूबिकॉन रिसर्च के ऑफर भी शामिल थे।
इससे पहले बीते वर्ष 2024 अक्टूबर में छह आईपीओ ने 38,690 करोड़ रुपए जुटा कर एक मंथली हाई रिकॉर्ड दर्ज करवाया था, जिसे इस बार के रिकॉर्ड-तोड़ प्रदर्शन ने पीछे छोड़ दिया। लेटेस्ट आकंड़ों ने पिछले सभी रिकॉर्ड को तोड़ दिया है, जब नवंबर 2021 के दौरान नौ आईपीओ से 35,665 करोड़ रुपए, और नवंबर 2024 में आठ आईपीओ से 31,145 करोड़ रुपए जुटाए गए थे।
वर्ष 2025 की बात करें तो अब तक 89 आईपीओ ने 1.38 लाख करोड़ रुपए से अधिक की राशि जुटाई है, जो इसे एक मजबूत वर्ष के रूप में दर्ज करता है। जबकि अभी साल के आखिरी महीने नवंबर और दिसंबर में कई और आईपीओ प्राइमरी मार्केट में आने वाले हैं, जिससे बीते वर्ष 2024 का रिकॉर्ड टूटने की उम्मीद की जा रही है। वर्ष 2024 में फंड रेजिंग 1.60 लाख करोड़ रुपए के आकंड़े को पार कर गई थी।
विश्लेषकों का कहना है कि यह महत्वपूर्ण उपलब्धि भारत के प्राइमरी मार्केट की मजबूती और लिक्विडिटी की गहराई को दर्शाती है, जो कि वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता के बीच असमान सेकेंडरी मार्केट सेंटीमेंट के बावजूद भी वाइब्रेंट बना हुआ है।
व्यापार
एप्पल ने सितंबर तिमाही में भारत में रेवेन्यू ग्रोथ का ऑल टाइम हाई रिकॉर्ड बनाया

नई दिल्ली, 31 अक्टूबर: टेक कंपनी एप्पल ने सितंबर तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। कंपनी ने इस तिमाही में 102.5 बिलियन डॉलर का रेवेन्यू हासिल किया है, जो कि बीते वर्ष की समान अवधि में 8 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।
अर्निंग कॉल के दौरान एप्पल के सीईओ टिम कुक ने कहा, “सितंबर तिमाही में 102.5 बिलियन डॉलर के रिकॉर्ड रेवेन्यू में आईफोन के लिए सितंबर तिमाही का रिकॉर्ड रेवेन्यू और सर्विसेज के लिए अब तक का सबसे अधिकरि रेवेन्यू शामिल है।”
उन्होंने आगे कहा, “सितंबर तिमाही में हमने अपना अब तक का सबसे बेहतरीन आईफोन लाइनअप लॉन्च किया, जिसमें आईफोन 17, आईफोन 17 प्रो, आईफोन 17 प्रो मैक्स और आईफोन एयर जैसे मॉडल शामिल हैं। इसके अलावा, हमने एयरपोड्स प्रो 3 और एक नया एप्पल वॉच लाइनअप भी लॉन्च किया है। इसके अलावा, पावरफुल एम5 चिप वाले मैकबुक प्रो और आईपैड प्रो के साथ हम अपना सबसे शानदार प्रोडक्ट्स का लाइनअप शेयर करते हुए उत्साहित हैं।”
एप्पल के सीएफओ केवन पारेख ने कहा, “आईफोन का रेवेन्यू 49 बिलियन डॉलर रहा, जो पिछले वर्ष के मुकाबले 6 प्रतिशत ज्यादा है और इसका श्रेय आईफोन 16 फैमिली को जाता है।आईफोन ने हमारे ट्रैक किए गए अधिकतर मार्केट में ग्रोथ दर्ज करवाई, जिसमें लैटिन अमेरिका, मिडिल ईस्ट और साउथ एशिया जैसे कई इमर्जिंग मार्केट में सितंबर तिमाही के रिकॉर्ड बने हैं। इसके अलावा, भारत में तो अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड बना है।”
इससे पहले एप्पल ने आईफोन 17 सीरीज की सफलता और त्योहारी सीजन की मांग के बल पर भारत में अपनी अब तक की सबसे अधिक तिमाही शिपमेंट दर्ज की। कंपनी ने 2025 की जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान देश में कुल 49 लाख स्मार्टफोन भेजे।
पिछले दिनों रिसर्च फर्म ओमडिया शिपमेंट का यह आंकड़ा सालाना आधार पर 47 प्रतिशत की वृद्धि के साथ भारतीय बाजार में एप्पल के अब तक के सबसे मजबूत प्रदर्शन को दर्शाता है।
इसके अलावा, इस तिमाही में एप्पल के कुल ग्लोबल आईफोन शिपमेंट में भारत का हिस्सा 9 प्रतिशत रहा,जो देश के लिए अब तक का सबसे बड़ा हिस्सा है। यह कंपनी की वैश्विक रणनीति में देश के बढ़ते महत्व को दर्शाता है।
अंतरराष्ट्रीय समाचार
पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री साने ताकाइची को दी बधाई, भारत-जापान संबंध को लेकर फोन पर हुई चर्चा

PM MODI
नई दिल्ली, 29 अक्टूबर: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान की पीएम से फोन पर बातचीत की। जापान को हाल ही में पहली महिला प्रधानमंत्री मिली हैं। साने ताकाइची ने जापान की प्रधानमंत्री के तौर पर जिम्मेदारी संभाली है। पीएम मोदी ने जापान की प्रधानमंत्री बनने के लिए ताकाइची को बधाई दी।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा, “जापान की प्रधानमंत्री साने ताकाइची के साथ गर्मजोशी से बातचीत हुई। उन्हें पदभार ग्रहण करने पर बधाई दी और आर्थिक सुरक्षा, रक्षा सहयोग और प्रतिभा गतिशीलता पर केंद्रित भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को आगे बढ़ाने के हमारे साझा दृष्टिकोण पर चर्चा की। हम इस बात पर सहमत हुए कि वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए भारत-जापान के मजबूत संबंध अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।”
बता दें, पीएम ताकाइची ने हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी। अमेरिकी राष्ट्रपति इन दिनों एशिया दौरे पर हैं। एशिया दौरे के दूसरे चरण के तहत ट्रंप जापान के टोक्यो पहुंचे थे।
ट्रंप के जापान दौरे पर दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर मुहर लगी। देशों ने रेयर अर्थ मिनरल्स की आपूर्ति को लेकर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। अमेरिका स्मार्टफोन से लेकर फाइटर जेट्स तक कई तरह के प्रोडक्ट्स के लिए जरूरी इन मटीरियल्स पर चीन के दबदबे को खत्म करना चाहता है, उस पर निर्भरता कम करना चाहता है। जापान के अहम सुरक्षा और व्यापार पार्टनर संग ऐसा ही करीबी रिश्ता ताकाइची को देश में अपनी कमजोर राजनीतिक स्थिति को मजबूत करने में मदद कर सकता है।
जापानी मीडिया के अनुसार, ट्रंप ने अमेरिका से ज्यादा सुरक्षा उपकरण खरीदने की जापान की कोशिशों की भी तारीफ की। वहीं पीएम ताकाइची ने कंबोडिया-थाईलैंड और इजरायल-हमास के बीच सीजफायर कराने में ट्रंप की भूमिका को “अभूतपूर्व” बताया। यही वजह है कि उन्होंने दूसरे वर्ल्ड लीडर्स की तरह ट्रंप को शांति पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया।
जापानी मीडिया के अनुसार ताकाइची का अंदाज जनता को पसंद आ रहा है, लेकिन अभी भी वे निचले सदन में बहुमत से दो वोट दूर हैं। ऐसे में उम्मीद पक्की है कि जो डील सील हुई है, वह जापानी पीएम की स्थिति को और मजबूत करेगी। ट्रंप के साथ जापान का यह गठबंधन नई ऊर्जा भरने का काम करेगा।
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