राजनीति
कोरोना के बीच यूपी में पंचायत चुनाव शुरू

यूपी में कोरोना की दूसरी लहर उफान पर है। इसी के बीच गांव में सरकार बनाने के लिए मतदान सुबह सात बजे से शुरू हो गया है। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर भीड़ उमड़ने लगी है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करते देखे गए। कोरोना संक्रमित लोगों को पीपीई किट पहनकर वोट डालने की अनुमति दी गई है।
18 जिलों में जिला पंचायत सदस्य के 779, क्षेत्र पंचायत के 19,313 व ग्राम प्रधान के 14,789 पदों के चयन के लिए लोग सुबह सात बजे से ही मतदान केंद्र पहुंच रहे हैं। 51176 मतदान केंद्रों पर 3,16,46,162 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। चुनाव में 2,99,012 उम्मीदवारों का भाग्य मतपेटियों में बंद होगा।
राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदान के दौरान सुरक्षा और कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन का दावा किया है। 18 जिला पंचायतों के 779 वार्डो में 11,749, क्षेत्र पंचायत के 19313 वार्डो में 71,418 उम्मीवादर चुनाव लड़ रहे हैं।
14,789 ग्राम पंचायतों में प्रधान पद के लिए 108562 और ग्राम पंचायतों के 186583 वार्डो में 107283 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला होगा। चुनाव के दौरान कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए 468 जोनल मजिस्ट्रेट, 2976 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं।
जिला पंचायत सदस्य चुनाव के लिए 18 रिटर्निग अधिकारी, 78 सहायक रिटर्निग अधिकारी, क्षेत्र पंचायत सदस्य चुनाव के लिए 212 रिटर्निग अधिकारी, ग्राम पंचायत प्रधान चुनाव के लिए 212 रिटर्निग अधिकारी और ग्राम पंचायत सदस्य चुनाव के लिए 2372 सहायक रिटर्निग अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।
अयोध्या, आगरा, कानपुर नगर, गाजियाबाद, गोरखपुर, जौनपुर, झांसी, प्रयागराज, बरेली, भदोही, महोबा, रामपुर, रायबरेली, श्रावस्ती, संतकबीर नगर, सहानपुर, हरदोई और हाथरस में मतदान हो रहा है। सुरक्षा की ²ष्टि से झांसी, सहारनपुर, कानपुर, हरदोई, गाजियाबाद व गोरखपुर को संवेदनशील माना जा रहा है।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मतदान केंद्रों पर कोविड प्रोटोकाल का सख्ती से पालन कराया जाएगा। मतदान केंद्र के बाहर छह-छह फीट की दूरी पर घेरे बनाने के आदेश हैं, ताकि मतदाता सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन कर सकें। मतदान कर्मियों व सुरक्षा कर्मियों के लिए भी बचाव उपायों का पालन कराया जा रहा है।
कोरोना संक्रमण के कारण पंचायत चुनाव स्थगित करने की अफवाहें बुधवार को दिनभर गर्म रहीं। सोशल मीडिया पर चुनाव स्थगित करने को लेकर तरह-तरह की अफवाहें चलती रहीं। शाम को पंचायतीराज विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने सभी चर्चाओं को फर्जी करार देते हुए कहा कि पंचायत चुनाव निर्धारित तिथियों पर ही कराए जाएंगे।
पंचायत चुनावों को विधानसभा चुनाव 2022 का सेमीफाइनल माना जा रहा है। चार चरण में होने वाले मतदान में पहले चरण में आज वोट डाले जा रहे हैं। दूसरे चरण में मतदान 19 अप्रैल को, तीसरे में 26 और चौथे में 29 अप्रैल को होगा। दो मई को वोटों की गिनती होगी।
राजनीति
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने की राहुल गांधी की आलोचना, कहा- ‘कोई भी देशभक्त विदेश में अपने देश को बदनाम नहीं कर सकता’

मुंबई, 21 अप्रैल। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा अमेरिकी यात्रा के दौरान चुनाव आयोग के बारे में दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उनकी आलोचना की है।
सीएम फडणवीस ने कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि राहुल गांधी विदेश में जाकर अपने देश के प्रति, देश की संवैधानिक संस्था के प्रति झूठ फैलाने और भारत के लोकतंत्र को बदनाम करने का प्रयास करते हैं, यह बहुत ही निंदनीय है।
उन्होंने आगे कहा कि मेरा मानना है कि बार-बार चुनाव हारने से उन पर असर पड़ा है, जिसके कारण वे ऐसी हरकत कर रहे हैं। कोई भी देशभक्त विदेश में अपने देश को इस तरह से बदनाम नहीं कर सकता।
राहुल गांधी जिस प्रकार का व्यवहार कर रहे हैं, उससे उनके चरित्र पर एक सवालिया निशान खड़ा हो गया है। दुनिया भर में देश की बदनामी करके वे चुनाव नहीं जीत सकते हैं।
बता दें कि अमेरिका दौरे पर ब्राउन यूनिवर्सिटी पहुंचे राहुल गांधी ने मंच से निर्वाचन आयोग की कार्यशैली पर सवाल उठाए। यहां उन्होंने पिछले साल हुए महाराष्ट्र चुनाव का उदाहरण देते हुए देश की चुनाव प्रणाली और चुनाव आयोग की मंशा को कटघरे में खड़ा किया।
इस बयान के बाद राहुल गांधी की खूब आलोचना हो रही है। इससे पहले भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा था कि राहुल गांधी एक राजनीतिक दल के साथ अपने निजी मुद्दों के कारण विदेशी धरती पर भारत की आलोचना करते रहते हैं। इस बार उन्होंने एक बार फिर चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। जहां दुनिया आम चुनावों और जम्मू-कश्मीर में उल्लेखनीय काम के लिए चुनाव आयोग की प्रशंसा करती है, वहीं राहुल गांधी बार-बार भारत की संस्थाओं को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। वह पहले ही कह चुके हैं कि वह इंडियन स्टेट से लड़ रहे हैं, फिर वह विदेश जाते हैं और भारत की संस्थाओं पर भी हमला करते हैं। भारत की संस्थाओं का अपमान राहुल गांधी की पहचान बन गया है।
अपराध
महाराष्ट्र: उद्योगपति विश्वनाथ पनवेलकर के घर के बाहर फायरिंग, घटना सीसीटीवी में कैद

अंबरनाथ, 21 अप्रैल। महाराष्ट्र के अंबरनाथ में प्रसिद्ध उद्योगपति विश्वनाथ पनवेलकर के घर के बाहर अज्ञात हमलावरों ने फायरिंग की। घटना अंबरनाथ के हुतात्मा चौक के पास स्थित पनवेलकर के ‘सीताई सदन’ निवास स्थान पर आज दोपहर लगभग 2.30 बजे घटी। पुलिस घटना की जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार, दो अज्ञात हमलावर बाइक पर सवार होकर आए और पनवेलकर के घर के गेट की दिशा में दो राउंड फायरिंग कर मौके से फरार हो गए। गनीमत रही कि इस हमले में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ।
पूरी घटना पनवेलकर के घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। फायरिंग की सूचना मिलने के बाद शिवाजीनगर थाने की पुलिस और क्राइम ब्रांच के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की गहन जांच शुरू की।
पुलिस आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है और हमलावरों की पहचान में जुटी है। इस फायरिंग की वजह क्या थी और इसके पीछे कौन हो सकता है, इसका पता लगाने के लिए पुलिस की कई टीमें सक्रिय हैं। गोलीबारी की घटना से इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों में इस घटना के बाद से दहशत का माहौल है। पुलिस ने पूरे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।
बता दें कि हाल ही के दिनों में नवी मुंबई के बेलापुर में बिल्डर सदरुद्दीन खान (50) पर चेंबूर के डायमंड गार्डन के पास फायरिंग हुई थी। शुरुआती जांच में बिल्डर पर फायरिंग की घटना के पीछे संपत्ति या निजी विवाद को कारण माना गया था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोप है कि सदरुद्दीन खान लंबे समय से तेल चोरी के मामलों में शामिल रहा है। मुंबई, नवी मुंबई और ठाणे में उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले भी दर्ज हैं।
हालांकि, पुलिस ने बिल्डर पर फायरिंग के आरोप में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में खुलासा हुआ था कि इस फायरिंग के पीछे का कारण संपत्ति विवाद था।
अंतरराष्ट्रीय समाचार
म्यांमार की मदद के लिए चीन की भूकंप राहत सामग्री की सातवीं खेप यांगून पहुंची

बीजिंग, 21 अप्रैल। चीन सरकार द्वारा म्यांमार को प्रदान की गई आपातकालीन मानवीय भूकंप राहत सामग्री की सातवीं खेप यांगून अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंची।
सामग्री की इस खेप में मुख्य रूप से आपातकालीन दवाएं शामिल हैं, जिनमें एमोक्सिसिलिन कैप्सूल के 8 लाख बक्से, एसिटामिनोफेन मैनिटोल इंजेक्शन की 1 लाख 22 हजार बोतलें, सेफुरॉक्साइम कैप्सूल के 2 लाख 25 हजार बक्से, इबुप्रोफेन गोलियों की 4 लाख 80 हजार बोतलें आदि 95 टन की दवाएं शामिल हैं।
म्यांमार में आए शक्तिशाली भूकंप के बाद, चीन सरकार ने म्यांमार को आपातकालीन मानवीय राहत सहायता प्रदान करने की तुरंत घोषणा की। चीन ने तुरंत ही बचाव दल भेजे, राहत सामग्री पहुंचाई और भूकंप राहत व लोगों की जान बचाने में म्यांमार की सहायता करने के लिए हर संभव प्रयास किया।
चीन इस बार के भूकंप प्रभावित क्षेत्रों के लिए सहायता की घोषणा करने वाला पहला देश है, बचाव दल भेजने वाला पहला देश है, भूकंप से बचे लोगों को बचाने वाला पहला देश और सबसे अधिक संख्या में बचाव दल व पेशेवर बचावकर्ता भेजने वाला देश भी है। चीन को म्यांमार के सभी वर्गों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से व्यापक प्रशंसा मिली है।
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