राजनीति
तेजी से परिवर्तन ला रहे सीएजी, खत्म हुई फाइलों में दखलअंदाजी : पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी या कैग) ने आधुनिक प्रक्रियाओं को अपनाकर तेजी से बदलाव किया है और फाइलों में दखलअंदाजी करने वाले व्यक्ति या संस्था की छवि पर काबू पा लिया है। पहले ऑडिट दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, “आज आप उन्नत विश्लेषिकी उपकरण, भू-स्थानिक डेटा और उपग्रह इमेजरी का उपयोग कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “एक समय था, जब देश में ऑडिट को एक आशंका, एक भय के साथ देखा जाता था। ‘सीएजी बनाम सरकार’, ये हमारी व्यवस्था की सामान्य सोच बन गई थी, लेकिन, आज इस मानसिकता को बदला गया है। आज ऑडिट को वैल्यू एडिशन का अहम हिस्सा माना जा रहा है।”
उन्होंने कहा, “दशकों तक हमारे देश में सीएजी की पहचान, सरकारी फाइलों और बहीखातों के बीच माथापच्ची करने वाली संस्था के तौर पर रही है। सीएजी से जुड़े लोगों की यही इमेज बन गई थी और इसका जिक्र मैंने 2019 में भी जब आपके बीच में आया था, किया था। मुझे खुशी है कि आप तेजी के साथ परिवर्तन ला रहे हैं, प्रक्रियाओं को आधुनिक बना रहे हैं।”
पीएम मोदी ने कहा कि यह देखते हुए कि शीर्ष लेखा परीक्षा निकाय न केवल देश के खातों का ट्रैक रखता है, बल्कि उत्पादकता और दक्षता में मूल्यवर्धन करता है, लेखा परीक्षा दिवस पर विचार-विमर्श और संबंधित कार्यक्रम हमारे सुधार का हिस्सा हैं।
यह बताते हुए कि सीएजी एक ऐसी संस्था है, जिसके महत्व में इजाफा हुआ है और समय बीतने के साथ इसने एक विरासत बनाई है, मोदी ने यह भी कहा कि देश के बैंकिंग क्षेत्र में पारदर्शिता की कमी के कारण, विभिन्न प्रैक्टिस या प्रथाएं होती थीं, जिसके परिणामस्वरूप हमेशा- बैंकों की गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) में वृद्धि होती थी। उन्होंने कहा, “आप पहले से ही एनपीए को खत्म करने के लिए किए गए काम को अच्छी तरह से जानते हैं।”
उन्होंने कहा, “हालांकि, हमने पिछली सरकारों की सच्चाई को पूरी ईमानदारी के साथ देश के सामने रखा है। समस्याओं को पहचानने के बाद ही हम समाधान ढूंढ पाएंगे।”
मोदी ने आगे कहा, “आज हम ऐसी व्यवस्था बना रहे हैं जिसमें सरकार के दखल की सोच कम हो रही है और आपका काम भी आसान हो रहा है।”
उन्होंने ऑडिटर्स को यह भी बताया कि ‘मिनिमम गवर्नमेंट मैक्सिमम गवर्नेंस’ के इस अभियान में आप सभी को, देश की हर संस्था को सहभागी बनना है।
प्रधानमंत्री ने सदी की सबसे बड़ी महामारी का जिक्र करते हुए कहा कि इसके खिलाफ देश की लड़ाई भी असाधारण रही है।
मोदी ने कहा, “आज, हम दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम चला रहे हैं। अभी कुछ हफ्ते पहले, देश ने 100 करोड़ वैक्सीन खुराक का मील का पत्थर पार कर लिया है।” पीएम मोदी ने सुझाव दिया कि सीएजी इस बड़ी लड़ाई के दौरान उभरी प्रैक्टिस का अध्ययन कर सकते हैं।
इस अवसर पर उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा का भी अनावरण किया। इस अवसर पर भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक गिरीश चंद्र मुर्मू भी मौजूद थे।
महाराष्ट्र
मुंबई समाचार: मांडवा के पास नौका में रिसाव, 130 यात्री सुरक्षित बचाए गए

मुंबई: गुरुवार शाम को मांडवा जेट्टी के पास एक बड़ा हादसा टल गया, जब अजंता कंपनी द्वारा संचालित एक यात्री नौका में तेज लहरों के कारण समुद्र के बीच में एक छेद हो गया, जिससे पानी नाव में घुस गया।
अधिकारियों के अनुसार, यह घटना शाम 5:30 बजे के आसपास हुई, जब यह नौका मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया से 130 यात्रियों के साथ मांडवा के लिए रवाना हुई थी। मांडवा जेट्टी से करीब 1 से 1.5 किलोमीटर दूर फाइबर बोट को समुद्र में खराब मौसम का सामना करना पड़ा। बताया जाता है कि एक बड़ी लहर ने नाव को टक्कर मारी, जिसके परिणामस्वरूप इसके पतवार में दरार आ गई।
जैसे ही नाव में पानी घुसने लगा, यात्रियों और चालक दल ने तुरंत फोन करके मांडवा जेटी के अधिकारियों को सूचित किया। स्पीडबोट तुरंत भेजी गईं और सभी 130 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और बिना किसी चोट के किनारे पर लाया गया।
अजंता कंपनी की नौका को भी सुरक्षित रूप से मांडवा जेट्टी तक ले जाया गया। स्थानीय अधिकारियों ने घटना की पुष्टि की है और संभावित त्रासदी को रोकने के लिए त्वरित प्रतिक्रिया की सराहना की है। नौका की स्थिति का आकलन करने और भविष्य में सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के लिए जांच चल रही है।
महाराष्ट्र
छावा फिल्म को अवैध रूप से अपलोड करने के आरोप में दो आरोपी गिरफ्तार

मुंबई: मुंबई साइबर साउथ पुलिस स्टेशन ने व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम, यूट्यूब और गूगल जैसे प्लेटफॉर्म पर फिल्म छावा के पायरेटेड लिंक को अवैध रूप से वितरित करने और मनोरंजन कंपनी को भारी वित्तीय नुकसान पहुंचाने के आरोप में कॉपीराइट अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। फिल्म के 1818 फर्जी लिंक बनाकर सोशल मीडिया पर सार्वजनिक कर दिए गए। तकनीकी जांच में पता चला कि इस मामले में रंधावा नाम का व्यक्ति शामिल है। इस 26 वर्षीय युवक को पुणे से गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने अवैध रूप से फिल्म ‘छावा’ अपलोड की थी और इसके साथ ही उन्होंने डोमेन भी खरीद लिया था। उन्होंने इस फिल्म के लिए एक एप्लीकेशन भी विकसित किया था।
उन्हें पुणे से गिरफ्तार कर मुंबई लाया गया। इस संदर्भ में मुंबई क्राइम ब्रांच ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। मुंबई पुलिस ने रजत राहुल हक्सर की शिकायत दर्ज की थी और इसी आधार पर पुलिस ने नासिक से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। इससे पहले एक व्यक्ति को पुणे से गिरफ्तार किया गया था। नासिक से गिरफ्तार आरोपी की पहचान 26 वर्षीय सनहिल धूमल के रूप में हुई है। जांच के दौरान पाया गया कि उन्होंने फिल्म छावा को अवैध रूप से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड किया था। उन्हें भी क्राइम ब्रांच द्वारा मुंबई लाया गया है।
अपराध
नोएडा : 3.90 करोड़ की धोखाधड़ी करने वाला शातिर अभियुक्त गिरफ्तार

नोएडा, 12 अप्रैल। नोएडा क्राइम ब्रांच और सेक्टर-58 पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 3.90 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के मामले में वांछित अभियुक्त वरुण कुमार त्यागी को गिरफ्तार कर लिया।
अभियुक्त पर 25,000 रुपए का इनाम घोषित था। उसे दिल्ली के मानसरोवर पार्क थाना क्षेत्र के राम नगर एक्सटेंशन से पकड़ा गया।
यह धोखाधड़ी जुलाई 2023 में सामने आई थी, जब नोएडा विकास प्राधिकरण ने बैंक ऑफ इंडिया, सेक्टर-62 में 200 करोड़ रुपए की एफडी (फिक्स्ड डिपॉजिट) कराई थी। एफडी के लिए रकम एचडीएफसी बैंक सेक्टर-18 और इंडियन बैंक सेक्टर-61 से भेजी गई थी। बैंक ऑफ इंडिया ने दो एफडी की मूल प्रतियां भी प्राधिकरण को सौंपी थीं।
हालांकि, जब 3 जुलाई 2023 को प्राधिकरण की ओर से बैंक में जाकर एफडी की पुष्टि की गई, तब पता चला कि वास्तव में कोई एफडी बनाई ही नहीं गई थी। वहीं, 30 जून को खाते से 3.90 करोड़ रुपए ट्रांसफर कर दिए गए थे। बैंक ने तत्काल 9 करोड़ रुपए के एक अन्य ट्रांसफर को रोकते हुए खाते को फ्रीज कर दिया था।
इस पूरे मामले की जांच में सामने आया कि आरोपियों ने जाली दस्तावेजों के जरिए नोएडा प्राधिकरण के नाम पर बैंक ऑफ इंडिया में फर्जी खाता खुलवाया।
इस खाते का संचालन अब्दुल खादर नामक व्यक्ति कर रहा था, जिसे पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इस गिरोह ने नोएडा प्राधिकरण के फर्जी हस्ताक्षरों वाले दस्तावेजों के आधार पर बैंक को धोखा देकर धनराशि ट्रांसफर कराई थी।
गिरफ्तार आरोपी वरुण कुमार त्यागी ने पूछताछ में बताया कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर इस पूरे षड्यंत्र को अंजाम दिया था। फर्जी एफडी के माध्यम से 3.90 करोड़ रुपए तीन अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किए गए थे।
आरोपी ने बताया कि इस अपराध के बदले उसे करीब 4 लाख रुपए मिले थे। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह केवल ‘त्यागी’ नाम का इस्तेमाल करता था। इस केस में पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्तों में अब्दुल खादर, राजेश पांडेय, सुधीर, मुरारी, राजेश बाबू, मनु भोला (मास्टरमाइंड), त्रिदिब दास, राहुल मिश्रा उर्फ गौरव शर्मा और अजय कुमार पटेल शामिल हैं।
पुलिस के मुताबिक, मामले की जांच जारी है और अन्य संभावित संलिप्त लोगों की तलाश की जा रही है।
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