अंतरराष्ट्रीय समाचार
बोरिस जॉनसन गुरुवार को कंजरवेटिव नेता के पद से देंगे इस्तीफा, फिलहाल पीएम के तौर पर बने रहेंगे
बोरिस जॉनसन गुरुवार को ब्रिटेन की सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी के नेता पद से इस्तीफा दे देंगे, लेकिन इस साल के अंत तक प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे।
बीबीसी ने अपनी एक हालिया रिपोर्ट में बताया कि कंजरवेटिव नेतृत्व की दौड़ जल्द ही शुरू होगी और अक्टूबर में कंजरवेटिव पार्टी के सम्मेलन के लिए एक नए प्रधानमंत्री पर फैसला होगा।
यह घटनाक्रम ऐसे समय पर सामने आया है, जब नई शिक्षा मंत्री मिशेल डोनेलन और उत्तरी आयरलैंड के मंत्री ब्रैंडन लुईस ने इस्तीफा दे दिया है, जिससे जॉनसन पर और दबाव बढ़ गया है।
मंत्री हेलेन व्हाटली, डेमियन हिंड्स, जॉर्ज फ्रीमैन, गाइ ओपरमैन, क्रिस फिलिप और जेम्स कार्टलिज ने भी पद छोड़ दिया है।
अंतरराष्ट्रीय समाचार
एंटी-टैंक माइन को हटाने की कोशिश कर रहे दो कंबोडियाई डिमाइनिंग विशेषज्ञों की मौत
नोम पेन्ह, 17 जनवरी। कंबोडियाई माइन एक्शन सेंटर (सीएमएसी) ने बयान में कहा कि एक किसान के खेत से एंटी-टैंक माइन को हटाने की कोशिश कर रहे दो कंबोडियाई डिमाइनिंग विशेषज्ञों की मौत हो गई।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, बयान में कहा गया कि यह दुर्घटना उत्तरपश्चिमी ओड्डार मींचे प्रांत के त्रापेयांग प्रसात जिले के त्रापेयांग प्रे गांव में गुरुवार को बारूदी सुरंग हटाने के अभियान के दौरान हुई। इसमें कहा गया कि बारूदी सुरंग हटाने वाले डिमाइनिंग विशेषज्ञों की पहचान पोव नेपिन और ओउन चन्नारा के रूप में हुई है।
बयान में कहा गया है, “दोनों विशेषज्ञ एक किसान के चावल के खेत से एक एंटी-टैंक माइन को हटाने का काम करते समय मारे गए।”
कंबोडिया बारूदी सुरंगों से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में से एक है। अनुमान है कि 1998 में समाप्त हुए तीन दशकों के युद्ध और आंतरिक संघर्षों से 4 मिलियन से 6 मिलियन बारूदी सुरंगें और अन्य हथियार बचे हुए थे।
येल विश्वविद्यालय के अनुसार, 1965 और 1973 के बीच, अमेरिका ने कंबोडिया में 113,716 जगहों पर 230,516 बम गिराए थे।
कंबोडिया की एक आधिकारिक रिपोर्ट से पता चला है कि 1979 से 2024 तक, बारूदी सुरंगों और युद्ध के विस्फोटक अवशेष विस्फोटों ने 19,834 लोगों की जान ले ली और 45,252 अन्य घायल हो गए या उनके अंग काटे गए।
कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन मानेट ने पिछले नवंबर में एक सार्वजनिक भाषण में कहा कि हालांकि कंबोडिया ने 1998 में पूर्ण शांति हासिल कर ली थी, लेकिन बारूदी सुरंगों का साया अभी भी मंडरा रहा है और यह मानव जीवन के लिए एक गंभीर खतरा बना हुआ है।
उन्होंने कहा कि कंबोडिया ने अब तक 3,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक बारूदी सुरंगों को साफ कर दिया है। 1 मिलियन से अधिक एंटी-पर्सनल माइन और 3 मिलियन युद्ध विस्फोटक अवशेषों को नष्ट कर दिया है।
मानेट ने कहा, “हमने 25 में से 15 राजधानी शहरों और प्रांतों को बारूदी सुरंगों से मुक्त घोषित कर दिया है, फिर भी हमारी यात्रा अभी खत्म नहीं हुई है। हमारे पास अभी भी 1,600 वर्ग किलोमीटर से अधिक दूषित भूमि है और वे लगभग 1 मिलियन लोगों के जीवन को प्रभावित कर रही हैं।”
अंतरराष्ट्रीय समाचार
एआई पर अमेरिका के नियंत्रण कदम का बुरा असर पड़ेगा
बीजिंग, 14 जनवरी। चीनी वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने एआई के निर्यात पर अमेरिका के नियंत्रण कदम के बारे में सवाल का जवाब दिया।
प्रवक्ता ने कहा कि बाइडेन सरकार ने 13 जनवरी को एआई से संबंधित निर्यात नियंत्रण उपाय जारी किए। इससे एआई चिप्स और मॉडल पैरामीटर्स आदि पर निर्यात नियंत्रण को और कड़ा किया गया। इसके अलावा, दीर्घ-बाहु क्षेत्राधिकार बढ़ाकर तीसरे पक्ष और चीन के बीच सामान्य व्यापार में भी बाधा स्थापित की गई और धृष्टतापूर्वक हस्तक्षेप किया गया।
प्रवक्ता ने कहा कि इससे पहले अमेरिका के उच्च तकनीक उद्यमों और औद्योगिक संगठनों ने व्यापक माध्यमों से असंतोष और चिंता जताई। उनका मानना है कि अमेरिका सरकार के इस उपाय पर पूरी तरह से चर्चा नहीं की गई, जो एआई के क्षेत्र में अत्यधिक विनियमन है। इससे बड़ा बुरा असर पड़ेगा। बाइडेन सरकार ने उचित पहल की उपेक्षा कर जल्दबाजी में कदम उठाया। यह अंतर्राष्ट्रीय बहुपक्षीय आर्थिक और व्यापार नियम का खुला उल्लंघन है। चीन इसका कड़ा विरोध करता है।
प्रवक्ता ने यह भी कहा कि बाइडेन सरकार ने निर्यात नियंत्रण का दुरुपयोग किया। इससे देशों के बीच सामान्य आर्थिक और व्यापारिक आदान-प्रदान, बाजार के नियम, अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक और व्यापारिक व्यवस्था, वैश्विक तकनीकी नवाचार और अमेरिकी उद्यमों समेत विभिन्न देशों की कंपनियों के हितों पर बड़ा नुकसान पहुंचेगा। चीन अपने कानूनी हितों की रक्षा करने के लिए जरूरी कदम उठाएगा।
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उत्तरी युगांडा में हैजा का प्रकोप, एक की मौत, 60 लोग अस्पताल में भर्ती
कंपाला, 14 जनवरी। उत्तरी युगांडा के लाम्वो जिले में हैजा के प्रकोप से एक व्यक्ति की मौत हो गई और 60 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। जिले के स्वास्थ्य अधिकारी डेनिस ओकुला ने बताया कि शुरुआती मामले पिछले हफ्ते अगोरो सब-काउंटी में सामने आए।
मीडिया के अनुसार, सभी मरीजों में उल्टी, पतले दस्त, शरीर में कमजोरी और डिहाइड्रेशन के लक्षण देखे गए, लेकिन बुखार नहीं था। सैंपल जांच के बाद 10 जनवरी को 7 मामलों में हैजा की पुष्टि हुई।
ओकुला के अनुसार, खराब स्वच्छता और असुरक्षित जल स्रोतों के उपयोग के कारण यह बीमारी फैली है। समुदाय को स्वच्छता और सुरक्षित पानी के उपयोग के लिए जागरूक किया जा रहा है। स्वास्थ्य कर्मियों को हैजा के मामलों की पहचान और इलाज के लिए प्रशिक्षित किया गया है। बेहतर रिपोर्टिंग और निगरानी के उपाय अपनाए जा रहे हैं।
यह इलाका दक्षिण सूडान की सीमा के पास है, जहां से बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, हैजा एक गंभीर संक्रामक बीमारी है, जो पतले दस्त और उल्टी के रूप में सामने आती है।
जिम्बाब्वे में नवंबर 2023 से हैजा के 28 मामले और 2 मौतें दर्ज की गई हैं। बीमारी सबसे पहले मशोनालैंड वेस्ट प्रांत के करिबा जिले में शुरू हुई। अब यह 7 जिलों, जिसमें राजधानी हरारे भी शामिल है, तक फैल चुकी है।
अब तक 282 संदिग्ध मामलों में 275 मरीज ठीक हो चुके हैं। वहीं, 4,923 लोगों को हैजा रोधी वैक्सीन दी गई है।
जिम्बाब्वे में हैजा का प्रकोप अक्सर होता है। अगस्त 2023 में सरकार ने एक अन्य प्रकोप के अंत की घोषणा की थी, जो फरवरी 2023 में शुरू हुआ था और 700 से अधिक मौतों का कारण बना।
जिम्बाब्वे और युगांडा जैसे देशों में खराब जल और स्वच्छता व्यवस्था के कारण हैजा जैसी बीमारियां बार-बार फैलती हैं।
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