राजनीति
मध्यप्रदेश में कांग्रेस की एक और विधायक ने प्रदेश हित में फैसला लिया : सिंधिया
मध्यप्रदेश में कांग्रेस की एक और विधायक सुमित्रा देवी कास्डेकर द्वारा विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा की सदस्यता लेने का पूर्व केंद्रीय मंत्री व राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने स्वागत करते हुए कहा है कि उनका यह निर्णय प्रदेश हित में है। कांग्रेस की विधायक सुमित्रा देवी द्वारा विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री व राज्यसभा सदस्य सिंधिया ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, “मध्य प्रदेश के नेपानगर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक श्रीमती सुमित्रा कास्डेकर के कांग्रेस छोड़कर भाजपा परिवार में शामिल होने पर उनका स्वागत करता हूं। एक और विधायक द्वारा प्रदेश हित मे लिया गया सही निर्णय।”
ज्ञात हो कि बुरहानपुर जिले के नेपानगर विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित विधायक सुमित्रा देवी ने शुक्रवार की दोपहर को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया, जिसे प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने मंजूर भी कर लिया । उसके बाद सुमित्रा देवी ने रात को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचकर मुलाकात की और भाजपा दफ्तर में पहुंचकर पार्टी की सदस्यता ली। इस मौके पर पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मंत्री अरविंद भदौरिया, मंत्री मोहन यादव की उपस्थिति रहे।
राज्य में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में अब तक 24 तत्कालीन विधायक शामिल हो चुके हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंधिया के साथ 22 तत्कालीन विधायकों ने एक साथ सदस्यता से इस्तीफा दिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे, जिससे कांग्रेस की सरकार गिर गई थी। उसके बाद प्रद्युम्न सिंह लोधी और फिर सुमित्रा ने भाजपा की सदस्यता ली है। राज्य में आगामी समय में 26 विधानसभा क्षेत्रों में उप चुनाव होने वाले है।
राजनीति
वोट बैंक के लिए घुसपैठियों को बचाने वालों को जनता ने करारा जवाब दिया: गृह मंत्री अमित शाह

पटना, 14 नवंबर: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत के बाद राज्य की जनता का धन्यवाद किया है। उन्होंने कहा कि वोट बैंक के लिए घुसपैठियों को बचाने वालों को जनता ने करारा जवाब दिया है।
गृह मंत्री अमित शाह ने ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा, “ज्ञान, परिश्रम और लोकतंत्र की रक्षक ‘बिहार भूमि’ की जनता को कोटि-कोटि नमन। बिहारवासियों की ओर से एनडीए को यह प्रचंड जनादेश, बिहार में विकास, महिलाओं की सुरक्षा, सुशासन और गरीब कल्याण की एनडीए की संकल्प सेवा पर जनता की मुहर है। पिछले 11 सालों में मोदी जी ने बिहार के लिए दिल खोलकर कार्य किए और नीतीश जी ने बिहार को जंगलराज के अंधेरे से बाहर निकालने का काम किया। यह जनादेश ‘विकसित बिहार’ के संकल्प के लिए है।”
उन्होंने लिखा, “बिहारवासियों का एक-एक वोट भारत की सुरक्षा और संसाधनों से खेलने वाले घुसपैठियों और उनके हितैषियों के खिलाफ मोदी सरकार की नीति में विश्वास का प्रतीक है। वोटबैंक के लिए घुसपैठियों को बचाने वालों को जनता ने करारा जवाब दिया है। बिहार की जनता ने पूरे देश का मूड बता दिया है कि मतदाता सूची शुद्धिकरण अनिवार्य है और इसके खिलाफ राजनीति की कोई जगह नहीं है। इसीलिए राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस आज बिहार में आखिरी पायदान पर आ गई है।”
इसे ‘विकसित बिहार’ में विश्वास रखने वाले हर बिहारवासी की जीत बताते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने लिखा, “जंगलराज और तुष्टीकरण की राजनीति करने वाले किसी भी भेष में आएं, उन्हें लूटने का मौका नहीं मिलेगा। जनता अब सिर्फ और सिर्फ ‘प्रदर्शन की राजनीति’ के आधार पर जनादेश देती है।”
प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ-साथ एनडीए के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को जीत की बधाई देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “अपने अथक परिश्रम से इस परिणाम को चरितार्थ करने वाले बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक के बिहार भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं का अभिवादन करता हूं।”
उन्होंने कहा, “मैं बिहार की जनता और विशेषकर हमारी माताओं-बहनों को आश्वस्त करता हूं कि जिस आशा और विश्वास के साथ आपने एनडीए को यह जनादेश दिया है, मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए सरकार उससे अधिक समर्पण से उसे पूरा करेगी।”
महाराष्ट्र
बिहार चुनाव के नतीजों ने एनडीए में लोगों का विश्वास बहाल किया: सांसद श्रीकांत शिंदे

SHRIKANT SHINDE
मुंबई: शिवसेना नेता और सांसद श्रीकांत शिंदे ने बिहार चुनाव में एनडीए की जीत पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि बिहार चुनाव में ऐतिहासिक जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जनता के अटूट विश्वास का प्रमाण है। बिहार की जनता ने भ्रष्टाचार, अराजकता और जंगलराज को बढ़ावा देने वाली ताकतों को पूरी तरह से नकार दिया है। जनता ने जंगलराज नहीं, मंगलराज चुना है। जातिवाद और तुष्टिकरण की राजनीति पर टिकी कांग्रेस और उसके सहयोगी दल पूरी तरह से परास्त हो गए हैं। कांग्रेस का एकल अंकों में सिमट जाना इस कड़वी सच्चाई को उजागर करता है कि राहुल गांधी की राजनीति का एक बड़े और जागरूक राज्य में कोई प्रभाव नहीं है। उनका जातिवाद, सांप्रदायिकता का कार्ड और उन्होंने जो भी नैरेटिव गढ़ा था, सब बुरी तरह विफल रहा है। बिहार के गरीबों, पिछड़ों, महिलाओं, युवाओं, किसानों और मजदूरों ने एनडीए के पक्ष में भारी मतदान किया है। यह जनविश्वास नीतीश कुमार की स्वच्छ छवि, सुशासन और जनोन्मुखी राजनीति की निर्णायक पुष्टि है। विपक्ष चाहे जितने भी हमले करे, जनता ने स्थिरता, सुरक्षा और विकास का रास्ता चुना है।
बिहार में प्रचंड बहुमत वाली सरकार बनने की लहर यह साबित करती है कि भारत बदलाव चाहता है, लेकिन यह बदलाव अराजकता से स्थिरता की ओर, भ्रष्टाचार से जवाबदेही की ओर, जंगलराज से सुशासन की ओर होना चाहिए। और यह बदलाव केवल एनडीए ही ला सकता है।
यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष के नेता ने SIR जैसे मुद्दे पर चुनाव को पटरी से उतारने की कोशिश की और चुनाव आयोग जैसी प्रतिष्ठित संस्था की प्रतिष्ठा को ठेस पहुँचाने की कोशिश की। बिहार की जनता ने इस गैर-ज़िम्मेदाराना राजनीति को पूरी तरह से नकार दिया है। उन्होंने अराजकता को नहीं, लोकतंत्र को चुना है। बिहार ने एक स्पष्ट, सुस्पष्ट और ऐतिहासिक संदेश दिया है कि एनडीए ही भविष्य है। कांग्रेस और उसके सहयोगी नेतृत्व, शासन और जनता का विश्वास पाने के हक़दार हैं। मैं बिहार की जनता और मतदाताओं को बधाई देता हूँ। मैं बिहार की नई एनडीए सरकार को उसके भविष्य के कार्यों और यात्रा के लिए शुभकामनाएँ देता हूँ।
राजनीति
बिहार चुनाव : जदयू-भाजपा का गठबंधन अप्रत्याशित जीत की ओर, 200 सीटों के करीब पहुंचा आंकड़ा

पटना, 14 नवंबर: बिहार विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) ने फिर से परचम लहराया है। चुनाव आयोग के शुरुआती रुझानों में एनडीए ने 195 सीटों पर बढ़त हासिल की है।
चुनाव आयोग के रुझानों के अनुसार, भाजपा ने दोपहर साढ़े 12 बजे तक 87 सीटों पर बढ़त बनाए रखी, जो सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। इसके अलावा भाजपा की सहयोगी जदयू 79 सीटों पर आगे रही। एनडीए के अन्य घटक दलों में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 21, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को पांच और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को तीन सीटों पर बढ़त मिली।
यही रुझान नतीजों में तब्दील होते हैं तो यह बिहार में एनडीए की 2010 के बाद दूसरी सबसे बड़ी जीत होगी।
2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू और भाजपा के नेतृत्व में एनडीए 206 विधानसभा सीटों पर विजयी हुई। जदयू 115 सीटें जीतकर राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनी, जबकि भाजपा 91 सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी थी। राजद के नेतृत्व वाले गठबंधन को महज 25 सीटों पर जीत मिली थी, जिसमें राजद ने अकेले 22 सीटों पर कब्जा किया और एलजेपी (लोक जनशक्ति पार्टी) तीन सीटों पर जीत पाई।
वहीं, महागठबंधन को बिहार की जनता ने नकार दिया है। महागठबंधन की मुख्य पार्टी राजद को सिर्फ 31 सीटों पर बढ़त है, जबकि कांग्रेस फिलहाल 5 सीटों पर आगे है। अन्य घटक दलों में शामिल भाकपा-माले को छह, माकपा और भाकपा को एक-एक सीट पर बढ़त मिली है।
चुनाव आयोग के रुझानों के अनुसार, एआईएमआईएम (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) को चार और बहुजन समाज पार्टी को एक सीट पर बढ़त हासिल है।
फिलहाल, यह रुझान शुरुआती चरणों की मतगणना के आधार पर सामने आए हैं। हालांकि, आखिरी दौर तक वोटों की गिनती में आंकड़ों में बदलाव संभव है।
सभी 243 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना सुबह 8 बजे शुरू हुई। पहले डाक मतपत्रों को गिना गया। इसके बाद सुबह 8.30 बजे से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के मतों की गिनती शुरू हुई।
-
व्यापार5 years agoआईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years agoभगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
महाराष्ट्र5 months agoहाईकोर्ट ने मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को नोटिस जारी किया, मस्जिदों के लाउडस्पीकर विवाद पर
-
अनन्य3 years agoउत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
न्याय1 year agoमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अपराध3 years agoबिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
अपराध3 years agoपिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार9 months agoनासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा
