अंतरराष्ट्रीय
दारुवाला ने सीजन की पहली जीत के लिए एफ2 स्प्रिंट रेस का दावा किया

भारत के कार्लिन रेसिंग के जेहान दारुवाला ने मॉन्जा में दूसरी एफ2 स्प्रिंट रेस में नियंत्रित प्रदर्शन करते हुए ट्राइडेंट रूकी बेंट विस्कल और प्रेमा रेसिंग रॉबर्ट श्वाट्र्जमैन से आगे बढ़कर सीजन की अपनी पहली जीत का दावा किया, जिन्होंने वर्ष का अपना चौथा पोडियम लिया। यहां पहुंचने वाली जानकारी के मुताबिक, दारुवाला ने पहला फॉर्मूला 2 पोडियम हासिल करने वाले विस्काल के सामने लाइन 6.1 को पार किया। रिवर्स पोलसिटर डेविड बेकमैन के देर से दौड़ में आने और लियाम लॉसन के बाद दूसरे से पांचवें स्थान पर गिरने के बाद श्वाट्र्जमैन शीर्ष तीन में देर से प्रवेश किया।
चैंपियनशिप के प्रतिद्वंद्वी ऑस्कर पियास्त्री और गुआन्यू झोउ सातवें और आठवें स्थान पर एक के बाद एक पिछड़ते हुए, जबकि हाईटेक ग्रैंड रिक्स के जूरी विप्स छठे स्थान पर उनसे आगे रहे।
उत्तराधिकार में दूसरी दौड़ के लिए ध्रुव से ऊपर उठकर, बेकमैन ने लगभग एक समान शुरुआत की, लेकिन इस बार यह दारुवाला के कार्लिन थे, जिन्होंने उस पर छलांग लगाई, लाइन से नीचे और अंदर से टर्न 1 में पहला स्थान हासिल किया।
एक महान पलायन के बाद, विस्कल एक स्थान ऊपर तीसरे स्थान पर रहे, विप्स से आगे, लेकिन स्प्रिंट रेस 1 के नायक क्रिश्चियन लुंडगार्ड को इधर-उधर घुमाकर मैदान के पीछे फेंक दिया गया।
पियास्त्री ने पोचैर्रे से सातवें स्थान पर पहुंचने के लिए अपने रास्ते पर सबसे तेज लैप सेट किया, जिसमें एआरटी कभी-कभी-थोड़ा चौड़ा था और झोउ के चंगुल में गिर गया था, लेकिन वर्चुओसी रेसर ने एक प्रारंभिक कदम के खिलाफ चुना और धैर्य बनाए रखने का फैसला किया।
पियास्त्री को सड़क से बाहर निकलने की अनुमति दी गई, क्योंकि पोर्चेयर ने अपना ध्यान पी8 की रक्षा करने के लिए लगाया, लेकिन स्प्रिंट रेस 1 के विजेता ने चिकेन को याद किया और अंक से बाहर नौवें स्थान पर लौटने के लिए एस्केप रोड से गुजरना पड़ा।
दारुवाला सामने बिना किसी परेशानी के दिख रहा था, लेकिन बेकमैन और विस्कल अभी भी छह सेकंड पहले पी2 के लिए जूझ रहे थे। कैंपोस टर्न 1 पर बंद हो गया और उसे एस्केप रोड लेना पड़ा। तीसरे में लौटते हुए, उन्होंने दूसरे को फिर से लेने का प्रयास किया, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि वे असुरक्षित रूप से ट्रैक में फिर से शामिल हो गए, जिसे स्टीवर्डस ने विधिवत नोट किया।
विस्कल ने चुनौती को खारिज कर दिया और दूरी में चले गए, पहले श्वाट्र्जमैन के रूप में, और फिर लॉसन, दोनों ने कूदकर बेकमैन को लांघकर चेकर ध्वज के आगे पांचवें स्थान पर गिरा दिया। विप्स पियास्त्री और झोउ के सामने छठे स्थान पर रहे।
“मुझे लगता है कि इस सीजन में एक जीत लंबे समय से थी, इसलिए मैं बहुत खुश हूं। यह सप्ताहांत अब तक अच्छा रहा है, मैं लगातार तेज रहा हूं। मुझे लगता है कि हम जीत के हकदार थे, उम्मीद है कि मैं इसे कल दोहरा सकता हूं।”
पियास्त्री ने 124 अंकों के साथ ड्राइवर्स टाइटल फाइट का नेतृत्व किया, वह झोउ से 116 और श्वाट्र्जमैन से 105 पर आगे हैं। विप्स 90 के साथ चौथे और डैन टिक्टम 89 के साथ पांचवें स्थान पर हैं।
टीमों की खिताबी लड़ाई में, प्रेमा 229 अंकों के साथ पहले, यूएनआई-विर्चुओसी के सामने 175 और हाईटेक 162 पर हैं कार्लिन 160 के साथ चौथे और एआरटी 120 के साथ पांचवें स्थान पर है।
शुक्रवार दोपहर को लगातार दूसरा पोल हासिल करने के बाद, पियास्त्री फीचर रेस में अपनी चैंपियनशिप लीड को बढ़ाने की कोशिश करेंगे। प्रेमा रविवार की फीचर रेस में दारुवला और झोउ से आगे होंगी।
अंतरराष्ट्रीय
जनवरी-मई : चीन ने 358.19 अरब युआन का विदेशी निवेश आकर्षित किया

बीजिंग, 21 जून। चीनी वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार, साल 2025 की जनवरी से मई तक, चीन में 24,018 नए विदेशी-निवेशित उद्यम स्थापित किए गए, जिसमें पिछले साल की समान अवधि से 10.4% की वृद्धि हुई। उपयोग की गई विदेशी पूंजी की वास्तविक राशि 358.19 अरब युआन थी, जो पिछले साल जनवरी से मई तक की तुलना में 13.2% की कमी थी।
उद्योग के दृष्टिकोण से, विनिर्माण उद्योग में विदेशी पूंजी का वास्तविक उपयोग 91.52 अरब युआन था और सेवा उद्योग में विदेशी पूंजी का वास्तविक उपयोग 259.64 अरब युआन था।
वहीं, उच्च तकनीक उद्योगों में विदेशी पूंजी का वास्तविक उपयोग 109.04 अरब युआन था, जिनमें से ई-कॉमर्स सेवाओं, एयरोस्पेस और उपकरण विनिर्माण, रासायनिक दवा विनिर्माण, चिकित्सा उपकरणों और उपकरण विनिर्माण में विदेशी पूंजी का वास्तविक उपयोग क्रमशः 146%, 74.9%, 59.2% और 20% बढ़ा।
स्रोत के परिप्रेक्ष्य से, इसी अवधि में आसियान क्षेत्र से चीन में वास्तविक निवेश में 20.5% की वृद्धि हुई, जबकि जापान, ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया और जर्मनी से वास्तविक निवेश में क्रमशः 70.2%, 60.9%, 10.3% और 7.1% की वृद्धि हुई (मुक्त बंदरगाहों के माध्यम से निवेश डेटा सहित)।
अंतरराष्ट्रीय
एक ‘काली रात’ जो कहर बनकर टूटी, कई अफगानी नींद से फिर कभी नहीं उठे

नई दिल्ली, 21 जून। दिन 22 जून, साल 2022! जिसे अफगानिस्तान सबसे भयावह दिन के तौर पर याद करता है। यह वही दिन है, जब भूकंप के एक जोरदार झटके से अफगानिस्तान में जान-माल का भारी नुकसान हुआ था।
वक्त देर रात करीब 1 बजकर 24 मिनट का था… लोग उस वक्त गहरी नींद में थे। तभी एक जोरदार झटके से उनकी आंख खुली। यह 6.1 की तीव्रता का भूकंप था। इस भूकंप को न सिर्फ अफगानिस्तान में, बल्कि पाकिस्तान और भारत सहित 310 मील के क्षेत्र में मौजूद लोगों ने महसूस किया।
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (यूएसजीएस) के अनुसार इस भूकंप का केंद्र खोस्त से लगभग 28.5 मील दक्षिण-पश्चिम में पाकिस्तान की सीमा के पास था।
रात का काला अंधेरा जब खत्म हुआ, तो सुबह की हल्की रोशनी में दर्दनाक मंजर नजर आ रहा था। कई घर मलबे में तब्दील हो चुके थे। इन मलबों के नीचे कई लाशें दफ्न थीं। हालांकि, कुछ लोग अभी भी जीवन के लिए संघर्ष कर रहे थे।
इस भूकंप में 1000 से ज्यादा लोगों की मौतें हुईं। 1500 से ज्यादा लोग जख्मी हुए। यह 1998 के बाद से अफगानिस्तान में सबसे भयानक भूकंप था। पहले से ही आतंक और चरमपंथियों की मार से जूझ रहे अफगानिस्तान को इस जोरदार भूकंप ने झकझोर कर रख दिया।
यह आपदा तालिबान सरकार के लिए एक मुश्किल परीक्षा थी। बचाव दल राहत कार्य के लिए एकजुट था, लेकिन पहले ही कई अंतरराष्ट्रीय सहायता एजेंसियां यह देश छोड़ चुकी थीं।
बदहाली इस कदर थी कि लोगों को कंबल में लपेटकर हेलीकॉप्टर तक ले जाया जा रहा था। कुछ लोगों का इलाज वहीं धूल और मलबे के बीच जमीन पर किया जा रहा था।
अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण के भूकंप विज्ञानी रॉबर्ट सैंडर्स का मानना है कि यूं तो दुनिया के दूसरे स्थानों पर इतनी तीव्रता का भूकंप इस कदर तबाही नहीं मचाता, लेकिन इमारतों की क्वालिटी और जनसंख्या घनत्व ही अफगानिस्तान में इस तरह की तबाही का कारण बना।
अंतरराष्ट्रीय
यूएई से भारत लाया गया भगोड़ा उपवन पवन जैन, ठगी के गंभीर आरोप

नई दिल्ली, 21 जून। भारतीय जांच एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली है। गुजरात के भगोड़े उपवन पवन जैन को यूएई से प्रत्यर्पण करके लाया गया है। उपवन पवन जैन गुजरात पुलिस का वांछित आरोपी है, जिसके खिलाफ धोखाधड़ी, कीमती दस्तावेजों की जालसाजी और आपराधिक षड्यंत्र के गंभीर आरोप हैं।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने अंतरराष्ट्रीय पुलिस सहयोग इकाई (आईपीसीयू) और एनसीबी-अबू धाबी से कॉर्डिनेशन किया। इस सहयोग से अपराधी के खिलाफ रेड नोटिस जारी किया गया। इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस दुनिया भर की कानून प्रवर्तन एजेंसियों को वांछित अपराधियों और आरोपियों की ट्रैकिंग के लिए भेजा जाता है।
इसके बाद एजेंसी ने इंटरपोल और अबू धाबी के एनसीबी के साथ मिलकर आरोपी को यूएई में ट्रेस किया और निरंतर समन्वय कर उसे भारत लाने की प्रक्रिया पूरी की। इंटरपोल चैनलों के माध्यम से इस कॉर्डिनेशन के बाद उपवन पवन जैन को 20 जून को भारत वापस लाया गया।
सीबीआई ने एक प्रेस नोट में बताया कि सीबीआई ने गुजरात पुलिस के अनुरोध पर 6 मार्च 2023 को इंटरपोल रेड नोटिस जारी करवाया था। उपवन पवन जैन की गिरफ्तारी यूएई में हुई और उसके बाद भारत सरकार के गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के माध्यम से प्रत्यर्पण अनुरोध भेजा गया था।
सीबीआई के मुताबिक, एक मामला गुजरात के सूरत शहर के अदाजन पुलिस स्टेशन में दर्ज है, जिसमें उस पर छलपूर्वक स्वयं को गलत तरीके से पेश करने, धोखाधड़ी कर संपत्ति की डिलीवरी के लिए प्रेरित करने, कीमती दस्तावेजों की जालसाजी और आपराधिक षड्यंत्र के गंभीर आरोप हैं।
उपवन पवन जैन एक रियल एस्टेट एजेंट के रूप में कार्यरत था। उसने शिकायतकर्ता को चार अलग-अलग संपत्तियां दिखाईं और उन्हें खरीदने के लिए प्रेरित किया। आरोप है कि उसने अपने सहयोगियों को असली संपत्ति मालिकों की फर्जी पहचान देकर बैंक खाते खुलवाए और धोखाधड़ी करके साढ़े 3 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी की।
सीबीआई ने प्रेस नोट में बताया कि पिछले कुछ सालों में इंटरपोल के माध्यम से 100 से अधिक वांछित अपराधियों को भारत वापस लाया गया है। ये सफलता भारत की अंतरराष्ट्रीय अपराध नियंत्रण में बढ़ती क्षमता और सीबीआई की सक्रिय भूमिका को दर्शाती है।
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