महाराष्ट्र
धनंजय मुंडे के लिए मेरा फैसला सही निकला: शरद पवार

एनसीपी के सर्वेसर्वा शरद पवार ने धनंजय मुंडे बलात्कार मामले पर पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि हमने जो फैसला धनंजय मुंडे के लिए किया था वह ठीक निकला। पीड़िता ने अपनी शिकायत वापस ले ली है। मैंने इस शिकायत के बाद यह कहा था कि इस मामले की पूरी जांच करनी चाहिए और जिस हिसाब से पीड़िता के खिलाफ हुई अन्य लोगों ने शिकायत की थी। उसके बाद हमने धनंजय मुंडे के लिए पुलिस जांच की रिपोर्ट का इंतजार करने की बात कही थी। अगर हम बिना जान के किसी नतीजे पर पहुंच जाते हैं तो निर्णय गलत भी हो सकता था। धनंजय मुंडे पर विश्वास करना सही फैसला रहा।
महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे के खिलाफ बलात्कार की शिकायत दर्ज करवाने वाली महिला ने अपनी कंप्लेंट वापस ले ली है। इस मामले में अब पीड़िता की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही है। कल तक पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए मैदान में उतरने वाली बीजेपी ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। महाराष्ट्र बीजेपी की उपाध्यक्ष चित्रा वाघ ने मुंबई पुलिस से मांग की है कि पीड़िता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर पीड़िता ने झूठी शिकायत दर्ज करवाई है तो उसके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। किसी के खिलाफ आरोप लगा देने से उस व्यक्ति का जीवन तहस-नहस हो जाता है। उसकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचती हैं। ऐसे में झूठी शिकायत करने वाले लोगों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे के खिलाफ दर्ज करवाई गई बलात्कार की शिकायत को पीड़िता ने वापस ले लिया है। यह शिकायत 10 जनवरी को मुंबई के ओशिवारा पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई गई थी। इस मामले में जांच अधिकारी ने पीड़िता को एक हलफनामा देने के लिए भी कहा है ताकि बाद में बयान से मुकरा ना जा सके।
पीड़िता ने कहा कि धनंजय मुंडे के खिलाफ हुई यह शिकायत जब मीडिया में आने की शुरुआत हुई। तब कई सारे विरोधी राजनीतिक दलों और नेताओं ने अपनी अपनी खुन्नस निकालना शुरू किया। जिसकी वजह से धनंजय मुंडे के खिलाफ मैं अपनी शिकायत वापस ले रही हूं। आपको बता दें कि पीड़िता ने पुलिस को अपने बयान में बताया था उसकी बहन और मंडे के बीच में रिश्ते बहुत अच्छे नहीं चल रहे थे जिसकी वजह से वह काफी तनाव में भी रहती थी। मुंडे ने सहमति से पीड़िता की बहन से रिश्ते बनाए थे और उनसे उनके दो बच्चे भी हैं।
शिकायत के बाद भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस और ने धनंजय मुंडे का इस्तीफा मांगा था। अब जब पीड़िता ने अपनी शिकायत वापस ले ली है। तब यह मामला अपने आप ही बंद हो जाएगा क्योंकि इस मामले में कोई एफ आई आर दर्ज नहीं हुई थी।
महाराष्ट्र
मुंबई लोकल ट्रेन के विकलांग डिब्बे में अंधी महिला की पिटाई करने वाला आरोपी गिरफ्तार

मुंबई: रेलवे पीआरपी ने मुंबई लोकल ट्रेन के विकलांग डिब्बे में एक नेत्रहीन महिला की पिटाई करने के आरोप में मुहम्मद इस्माइल हसन अली को गिरफ्तार करने का दावा किया है। मोहम्मद इस्माइल हसन अली अपनी गर्भवती पत्नी और 10 वर्षीय बेटी के साथ मुंबई के सीएसटी रेलवे स्टेशन से टाटवाला जाने वाली ट्रेन में विकलांग डिब्बे में यात्रा कर रहे थे। इस दौरान एक 33 वर्षीय नेत्रहीन महिला डिब्बे में दाखिल हुई। अन्य यात्रियों ने हसन अली से अनुरोध किया कि वह विकलांग महिला के लिए अपनी सीट छोड़ दें। उसने इनकार कर दिया। इस दौरान पीड़िता ने उसके साथ गाली-गलौज की तो 40 वर्षीय हसन अली भड़क गया और उसने महिला की पिटाई शुरू कर दी। किसी तरह डिब्बे में मौजूद यात्रियों ने अंधी महिला को बचाया और पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर इस पर टिप्पणियां भी शुरू हो गईं। इस पर संज्ञान लेते हुए कल्याण जीआरपी ने कार्रवाई करते हुए मुंब्रा निवासी मोहम्मद इस्माइल हसन को गिरफ्तार कर लिया और आगे की जांच के लिए मामला पुलिस को सौंप दिया गया है। हसन अली के खिलाफ बिना किसी बहाने के विकलांग डिब्बे में यात्रा करने, मारपीट करने और अंधे यात्री के अधिकारों का उल्लंघन करने का मामला भी दर्ज किया गया है।
महाराष्ट्र
यातायात पुलिस ने 10 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना वसूला। 556 करोड़

मुंबई: ‘मुंबई वन स्टेट वन चालान’ डिजिटल पोर्टल के जरिए मुंबई ट्रैफिक पुलिस विभाग ने 1 जनवरी 2024 से 28 फरवरी 2025 के बीच 556 करोड़ 64 लाख 21 हजार 950 रुपये (₹5,564,219,050) के चालान वसूले हैं। यह खुलासा एक आरटीआई आवेदन के जरिए हुआ है। उक्त अवधि के दौरान पोर्टल पर कुल 1,81,613 ऑनलाइन शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 1,07,850 शिकायतें खारिज कर दी गईं। यानि लगभग 59% शिकायतें खारिज कर दी गईं।
सूचना का अधिकार (आरटीआई) कार्यकर्ता अनिल गलगली ने ई-चालान शिकायतों के बारे में मुंबई यातायात पुलिस से जानकारी मांगी थी। मुंबई यातायात पुलिस के अनुसार, वाहन के प्रकार (जैसे दोपहिया, चार पहिया, माल वाहन, यात्री वाहन, आदि) के आधार पर प्राप्त शिकायतों का वर्गीकरण ‘एक राज्य एक चालान’ पोर्टल पर उपलब्ध नहीं है, जिसके कारण वर्तमान में विशिष्ट वाहन श्रेणियों पर की गई कार्रवाई का विश्लेषण करना असंभव है।
शिकायत जांच प्रक्रिया:
सभी शिकायतों की जांच मल्टीमीडिया सेल, यातायात मुख्यालय, वर्ली, मुंबई में की जाती है। इसमें वाहन की तस्वीरों और आसपास के दृश्य साक्ष्यों की समीक्षा शामिल है। यदि चित्र या साक्ष्य स्पष्ट नहीं हैं, तो उसे जांच के लिए संबंधित यातायात विभाग या पुलिस स्टेशन को भेजा जाता है। चालान को बरकरार रखने या रद्द करने का अंतिम निर्णय स्थानीय जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद ही किया जाएगा।
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने कहा कि ई-चालान प्रणाली को पारदर्शी बनाना समय की मांग है। नागरिकों को अपने विचार प्रस्तुत करने का पूर्ण एवं निष्पक्ष अवसर दिया जाना चाहिए तथा प्रत्येक शिकायत की निष्पक्ष एवं गहन जांच की जानी चाहिए।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में कोविड: स्वास्थ्य विभाग सतर्क, मुंबई में कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 10 के पार

मुंबई, 21 मई। महाराष्ट्र में कोविड ने दस्तक दे दी है। प्रदेश की राजधानी मुंबई में ही मंगलवार को कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 15 बताई गई। स्वास्थ्य विभाग ने 20 मई को इसकी जानकारी दी साथ ही लोगों से अपील की कि वो किसी भी स्थिति में घबराएं नहीं।
इसके मुताबिक ऐहतियातन वर्तमान में महाराष्ट्र में कोविड के लिए आईएलआई (इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी) और एसएआरआई (गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण) को लेकर सर्वे चल रहा है।
टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए संक्रमितों का उपचार किया जा रहा है। विभाग के मुताबिक फिलहाल मामले ज्यादा भयावह नहीं हैं, मरीजों में लक्षण बेहद सामान्य या हल्के हैं।
इसके साथ ही जनता से अपील की गई है कि वो डरे नहीं, घबराएं नहीं। किसी भी तरह के लक्षण दिखें तो तुरंत पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के माध्यम से कोविड परीक्षण कराएं। उपचार की सुविधा उपलब्ध है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, जनवरी से अब तक कोरोनावायरस के लिए 6,066 स्वैब नमूनों की जांच की गई है, जिनमें से 106 मरीजों के नतीजे पॉजिटिव आए। इनमें से 101 मुंबई से और शेष 1 पुणे, 1 ठाणे और 3 कोल्हापुर से थे। मुंबई में कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 101 पाई गई। राज्य में 52 मरीज हल्के लक्षणों के कारण उपचार करा रहे हैं, जबकि 16 मरीज अस्पतालों में उपचार करा रहे हैं।
वहीं, जनवरी से अब तक कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 2 रही है। दोनों ही को-मॉर्बिड केस थे। जिनमें से एक मरीज को हाइपोकैल्सीमिया दौरे के साथ नेफ्रोटिक सिंड्रोम था और दूसरे को कैंसर था।
दिशानिर्देशों का पूर्णत: पालन किया जा रहा है और मरीजों को 7 दिनों के बाद छुट्टी दे दी जाती है। मरीजों की संख्या में छिटपुट वृद्धि केवल महाराष्ट्र ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों और कुछ अन्य देशों में भी देखी जा रही है।
महाराष्ट्र में कोविड जीनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट बी. जे. मेडिकल कॉलेज पुणे और एनआईवी पुणे में किया जाता है।
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