व्यापार
डीजल के दाम फिर बढ़े, पेट्रोल की कीमत 26वें दिन स्थिर

डीजल के दाम में चार दिन के विराम के बाद शनिवार को फिर बढ़ोतरी की गई, लेकिन पेट्रोल की कीमत लगातार 26वें दिन स्थिर रही। तेल विपणन कंपनियों ने डीजल के दाम में दिल्ली में 15 पैसे, कोलकाता और मुंबई में 14 पैसे जबकि चेन्नई में 13 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में डीजल की कीमत बढ़कर क्रमश: 81.79 रुपये, 76.91 रुपये, 79.97 रुपये और 78.13 रुपये प्रति लीटर हो गई है। हालांकि चारों महानगरों में पेट्रोल का दाम भी लगातार 26वें दिन बिना किसी बदलाव के क्रमश: 80.43 रुपये, 82.10 रुपये, 87.19 रुपये और 83.63 रुपये प्रति लीटर पर बना हुआ है।
देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल के मुकाबले डीजल 1.36 रुपये लीटर महंगा हो गया है।
उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में बीते दो सप्ताह से कोई खास बदलाव नहीं हुआ है। बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का भाव 10 जुलाई को भी 43 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ था और 24 जुलाई को भी 43 डॉलर प्रति बैरल पर ही बंद हुआ।
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड के सितंबर वायदा अनुबंध शुक्रवार को पिछले सत्र से महज 0.07 फीसदी की बढ़त के साथ 43.34 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ।
वहीं, न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज (नायमैक्स) पर अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) का सितंबर डिलीवरी वायदा अनुबंध में पिछले सत्र से 0.66 फीसदी की बढ़त के साथ 41.34 डॉलर प्रति बैरल बंद हुआ।
व्यापार
यूएस रेसिप्रोकल पर टैरिफ 90 दिनों की रोक से हरे निशान में खुला शेयर बाजार

नई दिल्ली, 11 अप्रैल। भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत शुक्रवार को हरे निशान में हुई। सुबह 9:38 पर सेंसेक्स 1,349 अंक या 1.83 प्रतिशत की बढ़त के साथ 75,196 और निफ्टी 444 अंक की तेजी के साथ 22,843 पर था।
बाजार में तेजी की वजह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रेसिप्रोकल टैरिफ पर 90 दिनों के लिए रोक लगाना है। वहीं, 10 अप्रैल को महावीर जयंती की छुट्टी के कारण बाजार इस खबर पर प्रतिक्रिया नहीं दे पाया था, जिसके कारण आज बाजार में तेजी देखने को मिल रही है।
लार्जकैप के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप भी हरे निशान में हैं। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 899 अंक या 1.81 प्रतिशत की तेजी के साथ 50,481 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 311 अंक या 2.04 प्रतिशत की बढ़त के साथ 15,568 पर था।
सेक्टोरल आधार पर ऑटो, फार्मा, एफएमसीजी, मेटल, रियल्टी, मीडिया, प्राइवेट बैंक और इन्फ्रा के साथ करीब सभी इंडेक्स हरे निशान में हैं।
सेंसेक्स में टाटा मोटर्स, सन फार्मा, टाटा स्टील, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, बजाज फिनसर्व, अदाणी पोर्ट्स, बजाज फाइनेंस, इटरनल, एमएंडएम, पावर ग्रिड टॉप गेनर्स थे। वहीं, टीसीएस और एशियन पेंट्स ही लाल निशान में कारोबार कर रहे थे।
एशिया के ज्यादातर बाजारों में गिरावट के साथ कारोबार हो रहा था। टोक्यो, हांगकांग, बैंकॉक और सोल लाल निशान में थे, जबकि जकार्ता और शंघाई हरे निशान में थे। गुरुवार के कारोबारी सत्र में अमेरिकी शेयर बाजारों में बड़ी गिरावट हुई। डाओ 2.50 प्रतिशत और नैस्डैक 4.31 प्रतिशत फिसलकर बंद हुआ।
भारतीय रुपया बुधवार के 86.69 के पिछले बंद स्तर के मुकाबले शुक्रवार को 51 पैसे बढ़कर 86.18 प्रति डॉलर पर खुला। वहीं, शुक्रवार को सोना पहली बार 3,200 डॉलर प्रति औंस के महत्वपूर्ण स्तर को पार कर एक नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, जिसका कारण कमजोर डॉलर और बढ़ते व्यापार युद्ध था, जिसके कारण निवेशक सुरक्षित संपत्तियों में निवेश कर रहे हैं।
व्यापार
सेंसेक्स 1,000 अंक से अधिक फिसला, आईटी और फाइनेंशियल शेयरों में बिकवाली

मुंबई, 1 अप्रैल। भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार के कारोबारी सत्र में बड़ी बिकवाली देखने को मिल रही है। आईटी और फाइनेंशियल शेयरों में गिरावट के चलते सुबह 11:26 पर सेंसेक्स 1,122.60 अंक या 1.45 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 76,292.32 और निफ्टी 285.80 अंक या 1.22 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,233 पर था।
बाजार में गिरावट की वजह 2 अप्रैल से अमेरिकी द्वारा अपने ट्रेडिंग पार्टनर देशों पर लगाए जाने वाले जवाबी टैरिफ को माना जा रहा है।
सेंसेक्स में इंडसइंड बैंक, जोमैटो, नेस्ले, आईटीसी और भारती एयरटेल टॉप गेनर्स थे। बजाज फिनसर्व, इन्फोसिस, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, बजाज फाइनेंस, एचसीएल टेक, टीसीएस और सन फार्मा टॉप लूजर्स थे।
लार्जकैप के साथ-साथ मिडकैप और स्मॉलकैप में भी बिकवाली देखी जा रही है। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 359.10 अंक या 0.69 प्रतिशत की गिरावट के साथ 51,313.35 पर और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 99.35 अंक या 0.61 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15,997.15 पर था।
कैपिटलमाइंड रिसर्च के कृष्ण अप्पाला के अनुसार, वैश्विक चुनौतियों के बीच निवेशक सतर्क बने हुए हैं। बाजार के लिए संभावित टैरिफ घोषणाएं और उनके आर्थिक नतीजों से सेंटीमेंट प्रभावित होना प्रमुख चिंताएं बनी हुई हैं।”
सेक्टोरल आधार पर निफ्टी आईटी इंडेक्स में 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट हुई।
इसके अलावा निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज, फार्मा, मेटल, रियलिटी और ऑटो समेत करीब सभी इंडेक्स लाल निशान में थे।
एशिया के करीब सभी बाजार हरे निशान में बने हुए हैं। शंघाई, टोक्यो, सोल, बैंकॉक और हांगकांग के बाजारों में तेजी है। अमेरिकी बाजार सोमवार को सात महीनों के निचले स्तर से रिकवर करके एक प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुए थे।
लगातार छह सत्रों तक खरीदारी करने के बाद शुक्रवार को विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) ने इक्विटी में 4,352 करोड़ रुपये की बिकवाली की। दूसरी तरफ, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 7,646 करोड़ रुपये का इक्विटी में निवेश किया।
व्यापार
मिश्रित वैश्विक संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार में गिरावट

मुंबई, 21 मार्च। मिश्रित वैश्विक संकेतों के बीच शुक्रवार को घरेलू बेंचमार्क सूचकांक सपाट खुले, क्योंकि शुरुआती कारोबार में आईटी सेक्टर में बिकवाली देखी गई।
सुबह करीब 9.31 बजे, सेंसेक्स 7.77 अंक या 0.01 प्रतिशत की गिरावट के साथ 76,340.29 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 2.25 अंक या 0.01 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,192.90 पर कारोबार कर रहा था।
निफ्टी बैंक 60.10 अंक या 0.12 प्रतिशत की बढ़त के साथ 50,122.95 पर था। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 86.95 अंक या 0.17 प्रतिशत की बढ़त के साथ 51,231.35 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 93.10 अंक या 0.59 प्रतिशत चढ़कर 15,951.15 पर था।
विशेषज्ञों के अनुसार, सपाट शुरुआत के बाद निफ्टी को 23,100 पर समर्थन मिल सकता है, उसके बाद 23,000 और 22,900 पर। चॉइस ब्रोकिंग के हार्दिक मटालिया ने कहा, “ऊपर की तरफ, 23,250 तत्काल प्रतिरोध हो सकता है, उसके बाद 23,350 और 23,400।” गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार एक महीने से अधिक समय के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए, जिसकी वजह अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा इस साल के अंत में ब्याज दरों में अतिरिक्त कटौती का संकेत है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के प्राइम रिसर्च हेड देवर्ष वकील के अनुसार, “निफ्टी 5 फरवरी, 2025 के बाद पहली बार अपने 50-दिवसीय ईएमए से ऊपर बंद हुआ।
हाल के निचले स्तरों से 1,200 अंकों की जोरदार तेजी के बाद, अल्पकालिक व्यापारियों को अपनी तेजी की स्थिति का पुनर्मूल्यांकन करना चाहिए क्योंकि बाजार 23,200-23,400 के स्तर के बीच एक मजबूत प्रतिरोध क्षेत्र में प्रवेश करता है। निफ्टी के लिए समर्थन अब 22,950-23,000 की सीमा में स्थानांतरित हो गया है।” इस बीच, सेंसेक्स पैक में इंफोसिस, टीसीएस, एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा, जोमैटो, टाइटन, इंडसइंड बैंक, एलएंडटी, एशियन पेंट्स, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयर रहे। जबकि बजाज फाइनेंस, नेस्ले इंडिया, सन फार्मा, मारुति सुजुकी, बजाज फिनसर्व और अदानी पोर्ट्स सबसे ज्यादा बढ़ने वाले शेयर रहे। पिछले कारोबारी सत्र में अमेरिका में डाउ जोंस 0.03 फीसदी की गिरावट के साथ 41,953.32 पर बंद हुआ।
एसएंडपी 500 0.22 फीसदी की गिरावट के साथ 5,662.89 पर और नैस्डैक 0.33 फीसदी की गिरावट के साथ 17,691.63 पर बंद हुआ। एशियाई बाजारों में हांगकांग, जकार्ता और चीन लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। जबकि जापान, सियोल और बैंकॉक हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 20 मार्च को 3,239.14 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। दूसरी ओर, पिछले 29 सत्रों से शुद्ध बिकवाली करने के बाद घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने उसी दिन 3,136.02 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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