अंतरराष्ट्रीय
दूसरा वनडे : भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 7 विकेट से हराया, श्रेयस ने जड़ा शानदार शतक

श्रेयस अय्यर (113 नाबाद) और ईशान किशन (93) की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की बदौलत जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम कॉम्प्लेक्स में रविवार को खेले गए दूसरे वनडे में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 7 विकेट से हराया, जिससे तीन मैचों की वनडे सीरीज को 1-1 से बराबरी की। प्रोटियाज के 50 ओवर में 278 रनों के जवाव में भारतीय टीम ने 3 विकेट पर 282 रन बनाकर लक्ष्य को हासिल कर लिया। दक्षिण अफ्रीका की ओर से वेन पार्नेल, कगिसो रबाडा और ब्योर्न फॉरटुइन ने एक-एक विकेट लिया।
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय ने पावरप्ले में दो विकेट खोकर 55 रन बनाए। इस दौरान, सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (13) और शुभमन गिल (28) ने एक बार फिर नाकाम साबित हुए। इसके बाद, तीसरे और चौथे नंबर पर आए ईशान किशन और श्रेयस अय्यर ने ताबड़तोड़ शॉट लगाकर अफ्रीकी गेंदबाज पर लगाम लगाने की कोशिश की, जिससे भारत को स्कोर 22 ओवर के बाद 100 के पार पहुंच गया।
इसके साथ ही ईशान ने 60 गेंदों और श्रेयस ने 48 गेंदों में अपना-अपना अर्धशतक पूरा किया। दोनों ने मिलकर 30 ओवर में भारत के स्कोर को दो विकेट के नुकसान पर 177 रन पर पहुंचा दिया। अब भारतीय टीम को 120 गेंदों में 102 रनों जरूरत थी। ईशान ने 32वें ओवर में एनरिक नॉर्टजे को दो छक्के और एक चौका लगाकर तेजी से रन बटोरना शुरू किया।
लेकिन 34.3 ओवर में फॉरटुइन ने ईशान (चार चौके और सात छक्कों की मदद से 84 गेंदों में 93 रन) को कैच आउट कराया, जिससे उनके और श्रेयस के बीच 155 गेंदों में 161 रनों की साझेदारी का अंत हो गया। वहीं, भारत ने 209 रनों पर तीसरा विकेट गंवाया। पांचवें नंबर पर आए संजू सैमसन ने श्रेयस का लक्ष्य का पीछा करने में साथ दिया।
वहीं, श्रेयस ने शानदार पारी खेलते हुए 102 गेंदों में चौका मारकर अपने करियर का दूसरा शतक लगाया। श्रेयस ने सैमसन के साथ 69 गेंदों में 73 रनों की अटूट साझेदारी कर भारत को सीरीज में 1-1 से बराबरी करने में मदद की। भारत ने 45.5 ओवर में तीन विकेट पर 282 रन बनाकर लक्ष्य को हासिल किया। श्रेयस 15 चौके की मदद से 111 गेंदों में 113 रन और सैमसन एक चौका और एक छक्के की मदद से 36 गेंदों में 30 रन बनाकर नाबाद रहे।
इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीका टीम की शुरुआत ठीक-ठाक रही, क्योंकि उन्होंने दो विकेट गंवाकर 40 रन बनाए। इस दौरान, दोनों सलामी बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक (5) और जेनमैन मलान (25) पवेलियन लौट गए। इसके बाद, रीजा हेंड्रिक्स और एडेन मार्करम ने कुछ अच्छे शॉट लगाकर टीम को 21 ओवर के बाद 100 के पार पहुंचा दिया। इस बीच, हेंड्रिक्स ने 58 और मार्करम ने 64 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया।
31.2 ओवर में सिराज ने हेंड्रिक्स (74) को शाहबाज के हाथों कैच कराकर प्रोटियाज को 169 रनों पर तीसरा झटका दिया, जिससे उनके और मार्करम के बीच 129 गेंदों में 129 रनों की साझेदारी का अंत हो गया। वहीं, बैक टू बैक ओवर में सुंदर और कुलदीप ने क्लासेन (30) और मार्करम (79) को आउट कर दिया। 39वें ओवर में प्रोटियाज की आधी टीम 215 रनों पर सिमट गई।
इसके बाद, 46.2वें ओवर में शार्दुल ने पार्नेल (16) को श्रेयस अय्यर के हाथों कैच आउट कराया। 49वें ओवर में मिलर ने शार्दुल की गेंदों पर लगातार चौके लगाए। इसके बाद 50वें ओवर में सिराज ने केशव महाराज (5) को बोल्ड कर महज तीन रन दिए, जिससे प्रोटियाज ने सात विकेट खोकर 278 रन बनाए। मिलर चार चौके की मदद से 34 गेंदों में 35 रन बनाकर नाबाद रहे।
भारत की ओर से मोहम्मद सिराज ने तीन विकेट चटकाए। वहीं शाहबाज अहमद, वाशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव और शार्दुल ठाकुर ने एक-एक विकेट लिया।
अंतरराष्ट्रीय
स्लोवाकिया ने भारतीय समुदाय की कड़ी मेहनत को दी मान्यता : राष्ट्रपति मुर्मू

ब्रातिस्लावा, 11 अप्रैल। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत-स्लोवाकिया संबंधों को मजबूत बनाने में भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना की। उन्होंने गुरुवार को ब्रातिस्लावा में आयोजित सामुदायिक स्वागत समारोह में यह बात कही।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, “स्लोवाक नेताओं के साथ बातचीत में मुझे यह सुनकर खुशी हुई कि उन्होंने भारतीय समुदाय की कड़ी मेहनत को मान्यता दी। स्लोवाकिया के विकास और प्रगति में भारतीय समुदाय के बहुमूल्य योगदान के प्रति बहुत सम्मान की भावना रही है।”
उन्होंने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, “यह देखकर खुशी होती है कि भारत की विरासत और परंपराएं हमारे स्लोवाक मित्रों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। योग और आयुर्वेद से लेकर भारतीय व्यंजनों तक, स्लोवाकिया में भारतीय संस्कृति के प्रति प्रेम दोनों देशों के लोगों के बीच बढ़ते मजबूत संबंधों का प्रमाण है।”
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि उपनिषदों का स्लोवाक भाषा में अनुवाद यहां के लोगों को भारत की प्राचीन शिक्षाओं से जुड़ने का एक और अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि के रूप में भारतीय समुदाय की भूमिका भारत-स्लोवाकिया संबंधों को मजबूत करने में अमूल्य है।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के अपने राजदूत हैं जो दोनों देशों को जोड़ने के लिए पुल का काम करते हैं। लेकिन भारतीय समुदाय भी उन राजदूतों में से एक है क्योंकि वे भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं, भारत को गौरव दिलाते हैं और बढ़ाते हैं।”
गुरुवार को, राष्ट्रपति मुर्मू और स्लोवाकिया के प्रेसिडेंट पीटर पेलेग्रिनी ने संयुक्त रूप से स्लोवाकिया के नित्रा के सिहोट स्थित सिटी पार्क में स्लोवाकिया के राष्ट्रीय वृक्ष लिंडेन को लगाया।
यह लगभग तीन दशकों में किसी भारतीय राष्ट्रपति की स्लोवाकिया की पहली यात्रा है।
राष्ट्रपति मुर्मू की स्लोवाकिया की दो दिवसीय यात्रा इस बात का संकेत देती है कि भारत स्लोवाक गणराज्य के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को कितना महत्व देता है। इससे रक्षा, विज्ञान, टेक्नोलॉजी, शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में गहन सहयोग और नई पहलों के शुरू होने की उम्मीद है।
अंतरराष्ट्रीय
26/11 हमले के आतंकियों को मिले पाकिस्तान का ‘निशान-ए-हैदर’ सम्मान, तहव्वुर राणा की थी ख्वाहिश

नई दिल्ली, 11 अप्रैल। मुंबई पर 26/11 के आतंकी हमले का आरोपी तहव्वुर राणा चाहता था कि अटैक को अंजाम देने वाले ‘लश्कर-ए-तैयबा’ के आतंकवादियों को ‘निशान-ए-हैदर’ से सम्मानित किया जाए। अमेरिकी न्याय विभाग ने उसे लेकर एक बयान जारी किया है। इसके अलावा राणा और डेविड कोलमैन हेडली के बीच बातचीत के कुछ हिस्से भी जारी किया।
राणा 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक अमेरिकी नागरिक डेविड कोलमैन हेडली उर्फ दाऊद गिलानी का करीबी सहयोगी है।
बयान में कहा गया, “हमले के बाद, राणा ने कथित तौर पर हेडली से कहा कि भारतीय ‘इसके लायक थे’। हेडली के साथ एक इंटरसेप्टेड बातचीत में, राणा ने कथित तौर पर हमले में मारे गए नौ लश्कर आतंकियों की सराहना करते हुए कहा कि उन्हें ‘निशान-ए-हैदर’ दिया जाना चाहिए।”
‘निशान-ए-हैदर’ पाकिस्तान का सर्वोच्च सैन्य वीरता पुरस्कार है और केवल सशस्त्र बलों के सदस्यों को दिया जाता है। यह हवा, जमीन या समुद्र में दुश्मन का सामना करते हुए असाधारण बहादुरी के सर्वोच्च कार्यों को मान्यता देता है। 1947 में पाकिस्तान की आजादी के बाद से इसे केवल 11 बार ही प्रदान किया गया है।
अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा, “संयुक्त राज्य अमेरिका ने बुधवार (9 अप्रैल) को दोषी ठहराए गए आतंकवादी तहव्वुर हुसैन राणा, जो एक कनाडाई नागरिक और पाकिस्तान का मूल निवासी है, को भारत में 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों में उसकी कथित भूमिका से जुड़े 10 आपराधिक आरोपों पर मुकदमा चलाने के लिए प्रत्यर्पित किया। राणा का प्रत्यर्पण जघन्य हमलों में मारे गए छह अमेरिकियों और कई अन्य पीड़ितों के लिए न्याय की मांग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
बयान के मुताबिक, “राणा के खिलाफ भारत की लंबित कार्यवाही पहली कार्यवाही नहीं है जिसमें राणा पर आतंकवाद के हिंसक कृत्यों को अंजाम देने की साजिश रचने का आरोप लगा। 2013 में, राणा को इलिनोइस के उत्तरी जिले में लश्कर को भौतिक सहायता प्रदान करने और डेनमार्क के कोपेनहेगन में लश्कर की एक नाकाम आतंकी कार्रवाई के लिए साजिश रचने के आरोप में 14 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। उसी आपराधिक कार्यवाही के एक भाग के रूप में, हेडली को 12 संघीय आतंकवाद के आरोपों में दोषी ठहराया गया, जिसमें मुंबई में छह अमेरिकियों की हत्या में सहायता करना और बाद में एक डेनिश समाचार पत्र पर हमला करने की योजना बनाना शामिल था, उसे 35 वर्ष के कारावास की सजा सुनाई गई।”
राणा को लंबी कानूनी और कूटनीतिक लड़ाई के बाद भारत लाया जा सका।
अमेरिका से प्रत्यर्पित तहव्वुर राणा को गुरुवार को नई दिल्ली लाया गया जहां नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया। इसके बाद राना को एनआईए की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे एनआईए की 18 दिनों की कस्टडी में भेज दिया।
26 नवंबर 2008 की रात को 10 आतंकवादियों ने मुंबई में कई स्थानों पर एक साथ हमला किया था। 26/11 हमले में 164 लोग मारे गए और 300 से ज्यादा घायल हुए। आतंकवादियों ने भारतीयों और अन्य देशों के नागरिकों की हत्या की।
नौ आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया जबकि एक अजमल कसाब जिंदा पकड़ा गया जिसे बाद में फांसी की सजा हुई।
अंतरराष्ट्रीय
म्यांमार : विनाशकारी भूकंप के बाद महसूस किए गए 66 झटके, 3,085 की मौत, 4,715 घायल

यांगून, 3 अप्रैल। म्यांमार में शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप के बाद के भी झटकों (आफ्टरशॉक) का सिलसिला जारी है। देश के मौसम विज्ञान और जल विज्ञान विभाग के अनुसार, गुरुवार सुबह तक 2.8 से 7.5 तीव्रता के 66 झटके महसूस किए गए।
राज्य प्रशासन परिषद सूचना टीम के अनुसार, भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 3,085 हो गई है, 4,715 लोग घायल हुए हैं और 341 अभी भी लापता हैं।
इस बीच, राज्य प्रशासन परिषद (एसएसी) के अध्यक्ष मिन आंग ह्लाइंग ने कहा कि म्यांमार सरकार भूकंप राहत और पुनर्वास प्रयासों के लिए 500 अरब क्यात (लगभग 238.09 मिलियन डॉलर) आवंटित करेगी।
सरकारी दैनिक ‘द ग्लोबल न्यू लाइट ऑफ म्यांमार’ की रिपोर्ट के अनुसार, म्यांमार के नेता ने यह बयान मंगलवार को ने-पी-ताव में एक नकद दान समारोह में दिया। कार्यक्रम में शुभचिंतकों ने 104.44 बिलियन क्याट (49.71 मिलियन डॉलर) नकद और 12.4 बिलियन क्याट (5.9 मिलियन डॉलर) मूल्य की गैर-नकद वस्तुएं दान कीं।
शुक्रवार को म्यांमार में आए घातक भूकंप के बाद, सैन्य शासक मिन आंग ह्लाइंग ने अंतरराष्ट्रीय मदद की अपील की।
31 मार्च तक 16 देशों, क्षेत्रों से बचाव दल, डॉक्टर और नर्सें मानवीय सहायता, मेडिकल सप्लाई के साथ म्यांमार पहुंच चुकी हैं।
स्थानीय दैनिक ‘म्यांमा एलिन’ के अनुसार, म्यांमार में आए 18 शक्तिशाली भूकंपों में से 7.7 तीव्रता का भूकंप दूसरा सबसे शक्तिशाली भूकंप था। इससे पहले 1912 में देश में 8.0 तीव्रता का भूकंप आया था।
म्यांमार रेड क्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष म्यो न्युंट ने कहा कि मौजूदा बचाव अभियान में मुख्य चुनौतियों में आपदा आकलन और रसद समन्वय शामिल हैं। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा संबंधी चिंताओं के कारण, बचाव दलों को आपूर्ति वितरित करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, खास तौर पर भारी मशीनरी की कमी के कारण।
म्यांमार ने सोमवार को देश में आए भूकंप और व्यापक विनाश के बाद एक सप्ताह के शोक की घोषणा की।
संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, भारत, यूरोपीय संघ, कई अन्य देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने म्यांमार में भूकंप पीड़ितों के लिए सहायता और बचाव दल भेजे हैं।
-
व्यापार5 years ago
आईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years ago
भगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
अपराध3 years ago
बिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
न्याय8 months ago
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अनन्य2 years ago
उत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
अपराध2 years ago
पिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार2 months ago
नासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा
-
महाराष्ट्र5 years ago
31 जुलाई तक के लिए बढ़ा लॉकडाउन महाराष्ट्र में, जानिए क्या हैं शर्तें