अंतरराष्ट्रीय
पहला टी20 : ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 4 विकेट से हराया, सीरीज में 1-0 की बनाई बढ़त

कैमरन ग्रीन (61) और मैथ्यू वेड (45 नाबाद) की शानदार बल्लेबाजी की वजह से यहां पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन आईएस बिंद्रा स्टेडियम में मंगलवार को तीन टी20 मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में आस्ट्रेलिया ने भारत को चार विकेट से हरा दिया। भारत के 209 रनों के जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 19.2 ओवर में 211 रन बनाकर जीत हासिल की और तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली। भारत की ओर से अक्षर पटेल तीन विकेट चटकाए। वहीं, उमेश यादव ने दो विकेट झटके, जबकि युजेंद्र चहल ने एक विकेट लिया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई सलामी जोड़ी कप्तान आरोन फिंच और कैमरन ग्रीन ने धुआंधार शुरुआत की, जिससे पावरप्ले में एक विकेट गंवाकर 60 रन बनाए। इस दौरान, कप्तान फिंच (22) अक्षर के शिकार बन गए। वहीं, दूसरे छोर पर ग्रीन ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए चौके और छक्कों की बारिश कर दी, जिससे भारतीय गेंदबाज अपनी लाइन और लेंथ से भटकते नजर आए।
तीसरे नंबर पर आए स्टीवन स्मिथ और ग्रीन को भारतीय फिल्डरों ने एक-एक जीवनदान दिया। इस बीच, कैमरन ने छक्का मारकर 26 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा कर लिया। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने 10 ओवर में एक विकेट खोकर 109 रन बनाए। अभी भी टीम को जीतने के लिए 60 गेंदों में 100 रन की जरूरत थी।
लेकिन 11वें ओवर में अक्षर ने ग्रीन और स्मिथ की 40 गेंदों में 70 रनों की साझेदारी को तोड़ दिया, जब ग्रीन (30 गेंदों में 61 रन) को आउट कर ऑस्ट्रेलिया को दूसरा झटका दिया। जल्द ही 12 ओवर में उमेश ने ऑस्ट्रेलिया को स्मिथ (35) और ग्लेन मैक्सवेल (1) के रूप में डबल झटका दिया, जिससे भारत की मैच में वापसी कराई।
इसके बाद, अक्षर ने जोश इंगलिस (17) को बोल्ड कर ऑस्ट्रेलिया की आधी टीम को 145 रनों पर पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। लेकिन टिम डेविड और मैथ्यू वेड ने 30 गेंदों में 62 रनों की साझेदारी कर ऑस्ट्रेलिया को जीत के करीब पहुचा दिया। हालांकि टिम (18) को चहल ने पवेलियन भेज दिया।
लेकिन अगली गेंद पर पैट कमिंस (4) ने चौका मार कर ऑस्ट्रेलिया को तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त दिलाने के लिए चार विकेट से जीतने में मदद की। ऑस्ट्रेलिया के 211/6 में वेड 45 रन बनाकर नाबाद रहे।
इससे पहले, टॉस हार पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरूआत खराब रही, क्योंकि उन्होंने पावरप्ले में दो विकेट खोकर 46 रन बनाए। इस दौरान, कप्तान रोहित शर्मा (11) और विराट कोहली (2) सस्ते में चलते बने। वहीं, दूसरे छोर पर सलामी बल्लेबाज केएल राहुल और सूर्यकुमार यादव ने 10 ओवर में भारत को 86 रन पर पहुंचा दिया।
इसके बाद तेज गति से रन बनाते हुए राहुल ने 32 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। लेकिन 12 ओवर में हेजलवुड की गेंद पर राहुल 35 गेंदों में 55 रन बनाकर आउट हो गए। इसके साथ ही उनके और सूर्यकुमार के बीच 42 गेंदों में 68 रनों की साझेदारी का अंत हो गया।
इसके बाद, सूर्यकुमार यादव 46 रन बनाकर ग्रीन के शिकार बन गए। जल्द ही अक्षर पटेल (6) भी पवेलियन लौट गए, जिससे भारत ने 15.5 ओवर में 146 रन पर पांच विकेट खो दिए।
इस बीच, हार्दिक पांड्या और दिनेश कार्तिक ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की, जिससे भारत 18 ओवर में 174/5 रन पर पहुंच गया। लेकिन कार्तिक (6) के आउट होने के बाद पांड्या ने चौका मारकर 25 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा कर लिया।
20वां ओवर डालने आए ग्रीन ने आखिरी तीन गेंदों में तीन छक्के समेत कुल 21 रन दिए, जिससे भारत का स्कोर छह विकेट के नुकसान पर 208 रन पहुंच गया। पांड्या 71 रन और हर्षल पटेल सात रन बनाकर नाबाद रहे। ऑस्ट्रेलिया की ओर से नाथन एलिस ने तीन विकेट, जोज हेजरवुड ने दो विकेट और कैमरन ग्रीन ने एक विकेट लिया।
अंतरराष्ट्रीय
ओबामा ने ईरान को बहुत कुछ दिया, मैं नहीं देने वाला: ट्रंप

वाशिंगटन, 30 जून। ईरान पर भविष्य में क्या अमेरिका हमला करेगा या नहीं, फिलहाल इसे लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्थिति स्पष्ट नहीं की है। ईरान के उप-विदेश मंत्री अमेरिका के साथ भविष्य में किसी भी कूटनीतिक और न्यूक्लियर वार्ता पर शर्त रख चुके हैं। ऐसे में ट्रंप ने कहा है कि अब वह ईरान से बात नहीं कर रहे हैं।
ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ’ पर लिखा, “मैं ईरान को कुछ भी नहीं दे रहा हूं। ओबामा की तरह, जिन्होंने ‘परमाणु हथियार जेसीपीओए (जो अब समाप्त हो जाएगा) के तहत अरबों डॉलर का भुगतान किया था। इतना ही नहीं, मैं उनसे इस विषय पर बात भी नहीं करने वाला हूं, क्योंकि हमने उनकी न्यूक्लियर फैसिलिटी को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है।”
ट्रंप शुक्रवार को उन मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज कर चुके थे, जिनमें कहा गया था कि उनके प्रशासन ने सिविलियन एनर्जी प्रोड्यूसिंग न्यूक्लियर प्रोग्राम बनाने के लिए ईरान को 30 बिलियन डॉलर तक की मदद करने की चर्चा की थी।
रविवार को ‘बीबीसी’ से बातचीत में माजिद तख्त-रवांची ने कहा था कि अमेरिका को ईरान के खिलाफ किसी भी हमले से इनकार करना चाहिए। इसके साथ ही उप-विदेश मंत्री ने कहा कि ईरान के खिलाफ भविष्य के हमलों पर ट्रंप प्रशासन की स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है।
माजिद ने बताया कि अमेरिका ने मध्यस्थ देशों से कहा है कि वह ईरान के साथ बातचीत करना चाहता है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि वह भविष्य में हमले करेगा या नहीं।
अमेरिका ने ईरान की तीन न्यूक्लियर फैसिलिटी नतांज, फोर्डो और इस्फाहान को नष्ट किया था। इस फैसले के साथ अमेरिका इजरायल-ईरान के बीच संघर्ष में कूद पड़ा था।
इसके जवाब में ईरान ने कतर और इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। इसके बाद ट्रंप ने ईरान-इजरायल के बीच युद्ध विराम की घोषणा की थी।
अंतरराष्ट्रीय
ईरान के शीर्ष शिया धर्मगुरु ने ट्रंप-नेतन्याहू के खिलाफ जारी किया ‘फतवा’

तेहरान, 30 जून। अयातुल्ला मकारिम शिराजी ने एक ‘फतवा’ जारी करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को ‘ऊपर वाले का दुश्मन’ बताया है। अयातुल्ला मकारिम शिराजी ईरान के शीर्ष शिया धर्मगुरुओं में से एक हैं।
शीर्ष शिया धर्मगुरु ने अपने फतवे में कहा, “कोई भी व्यक्ति या शासन जो नेता या मरजा को धमकाता है, उसे ऊपर वाले का दुश्मन माना जाता है।”
सेमी-ऑफिशियल मेहर समाचार एजेंसी के अनुसार, “रविवार को अपने ऑफिस के एक बयान में शिराजी ने दुनियाभर के मुसलमानों से ऐसी धमकियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने को कहा है। शिराजी ने कहा है कि अगर कोई मुस्लिम जो अपने मुस्लिम कर्तव्य का पालन करता है, उसे अपने अभियान में कठिनाई या नुकसान उठाना पड़ता है, तो उसे ऊपर वाले की राह में एक योद्धा के रूप में इनाम से नवाजा जाएगा।”
फतवे में कहा गया है, “मुसलमानों या इस्लामी देशों के जरिए उस दुश्मन को दिया जाने वाला कोई भी सहयोग या समर्थन हराम या निषिद्ध है। दुनियाभर के सभी मुसलमानों के लिए यह जरूरी है कि वह इन दुश्मनों को उनके शब्दों और गलतियों पर पछतावा करवाएं।”
रिपोर्ट्स के अनुसार यह फतवा राष्ट्रपति ट्रंप और इजरायली अधिकारियों के ईरानी सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के खिलाफ कथित धमकियों के बाद आया है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने हाल ही में कहा था कि उन्होंने खामेनेई को ‘एक बहुत ही भयावह और अपमानजनक मौत’ से बचाया है। इसके साथ ही ट्रंप ने ईरानी सर्वोच्च नेता के ऊपर इजरायल पर जीत के बारे में गलत बयान देने का आरोप लगाया।
हाल ही में इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज ने एक इंटरव्यू में कहा कि ईरान के साथ अपने 12-दिवसीय संघर्ष के दौरान, इजरायल ने खामेनेई को खत्म करने की कोशिश की, लेकिन इस ऑपरेशन को अंजाम देने का मौका कभी नहीं आया।
कैट्ज ने इजराइल के ‘चैनल 13’ को दिए एक इंटरव्यू में कहा, “अगर वह हमारी नजर में होते, तो हम उन्हें मार गिराते। हम खामेनेई को खत्म करना चाहते थे, लेकिन कोई ऑपरेशनल मौका नहीं था।”
इजरायल ने 13 जून को ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ शुरू किया, जिसमें ईरान की प्रमुख सैन्य और न्यूक्लियर एसेट्स को निशाना बनाया गया। इसके बाद दोनों देशों के बीच संघर्ष बढ़ गया।
जवाबी कार्रवाई में, ईरान ने इजरायली शहरों और बाद में कतर और इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। तेहरान के इस कदम से पहले फोर्डो, नतांज और इस्फाहान में उसकी न्यूक्लियर फैसिलिटी पर अमेरिकी हमले हुए थे।
संघर्ष के बारह दिन बाद ट्रंप ने दोनों देशों के बीच युद्धविराम की घोषणा की।
अंतरराष्ट्रीय
सीजफायर की उम्मीदों के बीच गाजा में इजरायली सैनिक की मौत

यरूशलम, 30 जून। उत्तरी गाजा पट्टी में एक इजरायली सैनिक की मौत की सूचना सामने आई है, जिसकी जानकारी इजरायली सेना ने दी है।
‘सिन्हुआ समाचार एजेंसी’ के अनुसार सेना ने बताया है कि 401वीं ब्रिगेड की 601वीं कॉम्बैट इंजीनियरिंग बटालियन के सार्जेंट यिसरायल नतन रोसेनफेल्ड (20) लड़ाई के दौरान मारे गए।
इजरायल के सरकारी स्वामित्व वाले ‘कान टीवी’ ने बताया कि रोसेनफेल्ड की मौत जबालिया में एक विस्फोटक उपकरण की वजह से हुई। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां सेना ने उत्तरी गाजा में एक नियोजित बफर जोन के हिस्से के रूप में चौकियों के निर्माण की तैयारी में इमारतों को ध्वस्त करना शुरू कर दिया था।
जून की शुरुआत से गाजा पट्टी में 21 इजरायली सैनिक मारे गए हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर 2023 तक सैनिकों की मौत का आंकड़ा 880 तक पहुंच चुका था।
इससे पहले रविवार को, फिलिस्तीनी सूत्रों ने उत्तरी गाजा में भारी बमबारी की सूचना दी। गाजा स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इजरायली हमलों में करीब 88 लोग मारे गए और 365 घायल हो गए।
इजरायली डिफेंस फोर्सेज ने गाजा के भीड़भाड़ वाले रिहायशी इलाकों के अलावा स्कूल, स्टेडियम और शरणार्थी टेंट को निशाना बनाया।
यह हमला तब हुआ जब इजरायली सेना ने नई इवैक्युएशन वॉर्निंग जारी की। इस चेतावनी में गाजा शहर और जबालिया के निवासियों से तुरंत अल-मवासी क्षेत्र की ओर जाने को कहा गया।
यह हमले ऐसे समय पर हुए, जब एक दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अगले हफ्ते तक सीजफायर का संकेत दिया था, लेकिन इजरायल की इस कार्रवाई ने इन उम्मीदों को धूमिल कर दिया है।
इस बीच, गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने रविवार को बताया कि अक्टूबर 2023 से इजरायली सैन्य अभियानों में मरने वाले फिलिस्तीनियों की संख्या कम से कम 56,500 हो गई है।
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