राजनीति
यूपी के लिए मुंबई से हजारों करोड़ का तोहफा लाए योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मुंबई दौरा काफी सफल रहा। उद्योग जगत की हस्तियों ने योगी से मुलाकात के दौरान हजारों करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव और सुझाव दिए हैं। मुख्यमंत्री ने निवेश के प्रस्तावों को सरकार को सौंपने का निर्देश दिया है। साथ ही उन्होंने उद्यमियों को आश्वासन दिया है कि उनके सुझावों को सरकार अमल में लाएगी। योगी से मुलाकात में टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने चार क्षेत्रों में निवेश की इच्छा जाहिर की। टाटा ग्रुप ने इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्च रिंग, धार्मिक पर्यटन के स्थानों अयोध्या और प्रयागराज में होटल्स, पैसेंजर इलेक्ट्रिक वेहीकल और सोलर मैन्यूफैक्च रिंग में निवेश की इच्छा जाहिर की है।
योगी उनसे कहा, “एंड टू एंड इलेक्ट्रानिक मैन्यूफैक्च रिंग के लिए जेवर एयरपोर्ट के पास राज्य सरकार का प्रस्तावित इलेक्ट्रानिक सिटी एक अच्छा विकल्प है। टाटा ग्रुप के चेयरमैन ने सुझाव दिया कि सौर विनिर्माण के क्षेत्र में बड़ा निवेश तभी संभव है, जब एक गीगावाट या दो गीगावाट की क्षमता पर विचार किया जाए। ऐसे मामले में टाटा समूह राज्य में सोलर स्थापित करने पर विचार करेगा।”
योगी ने हीरानंदानी ग्रुप के चेयरमैन और एमडी डॉ. निरंजन हीरानंदानी को डेटा सेंटर क्षेत्र में निवेश के लिए बधाई दी। यह यूपी में आने वाला पहला डेटा सेंटर है। हीरानंदानी ने सुझाव दिया कि मिश्रित भूमि उपयोग टाउनशिप स्थापित करना एक दिलचस्प प्रस्ताव होगा। उसी की क्षमता और व्यावहारिकता समझने के लिए एक अध्ययन किया जाएगा।
केकेआर इंडिया एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड के पार्टनर और सीईओ संजय नायर ने उन क्षेत्रों में सुझाव दिया, जहां केकेआर राज्य में निवेश कर सकता है। उन्होंने कृषि आपूर्ति श्रृंखला, कोल्ड स्टोरेज, फार्म मशीनीकरण, वेयर हाउसिंग सहित पर्यटन अवसंरचना, वित्त पोषण, अस्पतालों के विकास पर चर्चा की।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि सरकार भूमि दे सकती है और निजी क्षेत्र की ओर से शेष विकास किया जा सकता है। सीमेंस इंडस्ट्री साफ्टवेयर इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट और एमडी सुप्रकाश चैधरी ने सुझाव दिया कि डिफेंस कॉरिडोर में उत्कृष्टता केंद्र में सीमेंस आरएंडडी सेंटर विकसित करने में रुचि रखता है, जो यूपी में डिफेंस कॉरिडोर को अधिक कुशल और लागत प्रभावी बनाने के लिए एसएमई की सहायता कर सकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि आरएंडडी केंद्र का विकास पीपीपी मोड पर किया जाना चाहिए। इसके तहत, कंपनी सॉफ्टवेयर के रूप में 80 फीसदी इक्विटी दे सकती है।
कल्याणी ग्रुप के चेयरमैन बाबा एन. कल्याणी ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनका ग्रुप उत्तर प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर के तहत झांसी में रक्षा उत्पादन में निवेश के लिए इच्छुक है। उन्होंने इस बारे में केंद्र सरकार के तहत रक्षा उत्पादों के आयात संबंधी नीति में कुछ सुझाव दिए। वहां मौजूद यूपीडा के सीईओ अवनीश अवस्थी ने कहा कि उनका प्रस्ताव केंद्र सरकार के विचार के लिए मुख्यमंत्री द्वारा अग्रसारित कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि कल्याणी ग्रुप उत्तर प्रदेश में कौशल विकास केंद्र की स्थापना भी करेगा। उन्होंने कहा कि 300 से 400 मध्यम, लघु इकाइयों के सहयोग से समूह आगे बढ़ेगा। एल एंड टी ग्रुप के सीईओ और एमडी एसएन सुब्रमण्यम ने योगी को यूपी में कंपनी द्वारा अलग-अलग क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यो का ब्योरा दिया।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से उनके प्रस्ताव पर अनुमोदन मिलने के बाद वे झांसी में रक्षा उत्पादन इकाई स्थापित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि एल एंड टी ग्रुप अस्पताल और गंगा एक्सप्रेसवे निर्माण में भी भागीदार बनना चाहता है। मुलाकात के दौरान उन्होंने बताया कि स्मार्ट मीटर में सॉफ्टवेयर की जो समस्या थी, उसे ठीक कर लिया गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से प्रोजेक्ट को दोबारा शुरू करने का अनुरोध किया।
थॉमस जेफर्सन यूनिवर्सिटी के मोहम्मद अली ने बताया कि जेवर में प्रस्तावित हवाई अड्डे के पास मेडिकल यूनिवर्सिटी स्थापित करने की रुचि है। नाबार्ड के चेयरमैन जी आर. चिंटाला ने कहा कि राज्य में ग्रामीण विकास के तहत वित्तवर्ष 2020-21 के लिए 1700 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित किया है, जिसमें से 664 करोड़ रुपये का अनुमोदन हो चुका है।
यूपीडा के चेयरमैन अवनीश अवस्थी ने बताया कि राज्य में कई एक्सप्रेसवे और उनसे जुड़ी सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। इस पर अमित नैयर ने बताया कि वन 97 कम्युनिकेशन एक्सप्रेसवे पर टोल के लिए डिजिटल पेमेंट सल्यूशन उपलब्ध कराने में रुचि रखता है।
राजनीति
हम बिहार का चेहरा बदलना चाहते हैं : राहुल गांधी

पटना, 7 अप्रैल। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि हिंदुस्तान की सच्चाई की रक्षक संविधान है। भगवान बुद्ध, गुरु नानक, कबीर ऐसे कई महापुरुष हैं, जिन्हें हिंदुस्तान मानता है। भीमराव अंबेडकर ने दलितों की लड़ाई लड़ी, लेकिन यह उन्हें दलितों ने ही सिखाया। उन्होंने उनके दर्द को समझा और उसके बाद उनकी लड़ाई लड़ी।
राहुल गांधी ने पटना में संविधान सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी की जिम्मेदारी है कि जो गरीब लोग हैं, जो कमजोर लोग हैं, ईबीसी, ओबीसी, गरीब, दलित इन सबको जोड़कर, इज्जत देकर आगे बढ़े। कांग्रेस पार्टी को जिस गति और जिस मजबूती से बिहार में काम करना चाहिए था, वो नहीं किया।
उन्होंने कहा कि हम अपनी गलती से समझे हैं और अब हम बिना रुके पूरी शक्ति के साथ बिहार के गरीब, कमजोर, ओबीसी, ईबीसी, दलित और महादलित को लेकर हम एक साथ आगे बढ़ेंगे।
उन्होंने तेलंगाना के जातीय गणना को पारदर्शी बताते हुए कहा कि वहां जाति का पूरा का पूरा डेटा हमारे हाथ में है। बहुत सारे लोग बहुत तरह की बात करते हैं कि जाति जनगणना नहीं होनी चाहिए, लेकिन हम लोग चाहते हैं कि देशभर में जातीय जनगणना हो।
उन्होंने आरक्षण को लेकर कहा कि आज तेलंगाना में देखेंगे तो वहां बड़ी कंपनियों के मालिक, उसके सीईओ, प्रबंधन में ओबीसी, ईबीसी, दलित और महादलित के लोग नहीं मिलेंगे, लेकिन मजदूर वर्ग की सूची में यही लोग मिलेंगे।
उन्होंने कहा कि मैं 50 फीसदी आरक्षण की इस दीवार को तोड़कर फेंक दूंगा। इस देश को दस-पंद्रह लोग चला रहे हैं। जातीय जनगणना एक क्रांतिकारी कदम है, इससे देश की सच्चाई पता चलेगी।
उन्होंने एक आईआईटी प्रोफेसर का उदाहरण देते हुए कहा कि भले ही आप डॉक्टर, प्रोफेसर या कोई बड़े आदमी बन जाएं, मगर सिस्टम आपको आपका काम सही से नहीं करने देगा। अगर आप डॉक्टर हैं, दलित वर्ग से आते हैं और कोई अस्पताल खोलना चाहते हैं, तो आपको लोन नहीं मिलेगा। बैंक से लोन मिल भी जाएगा तो ब्यूरोक्रेट अड़ंगा लगा देंगे। उन्होंने इस सिस्टम में सुधार की जरूरत बताई।
उन्होंने कहा कि हम बिहार का चेहरा बदलना चाहते हैं। जो बिहार में हुआ है और जो आज बिहार में हो रहा है, जो एनडीए की सरकार बिहार में कर रही है, उससे हम लड़ रहे हैं और उसे हम हराने जा रहे हैं।
राजनीति
पीएम मुद्रा योजना में 10 वर्षों में बांटे गए 32 लाख करोड़ रुपए से अधिक के लोन

नई दिल्ली, 7 अप्रैल। पीएम मुद्रा योजना के तहत 10 वर्षों में 32.61 लाख करोड़ रुपए वैल्यू के 52 करोड़ से अधिक लोन दिए गए हैं। यह जानकारी आधिकारिक आंकड़ों में दी गई।
पीएम मुद्रा योजना 8 अप्रैल, 2015 को लॉन्च हुई थी और मंगलवार को इस योजना को 10 वर्ष पूरे हो रहे हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस योजना से छोटे शहरों और गांवों तक कारोबार को बढ़ाने में मदद मिली है। इससे पहली बार कारोबार करने वाले लोगों को प्रोत्साहन मिला है।
एसकेओसीएच की “आउटकम्स ऑफ मोदीनॉमिक्स 2014-24″ रिपोर्ट के अनुसार, ”2014 से हर साल औसतन कम से कम 5.14 करोड़ व्यक्ति-वर्ष रोजगार सृजित हुए हैं, जिसमें अकेले पीएमएमवाई ने 2014 से प्रति वर्ष औसतन 2.52 करोड़ स्थिर और टिकाऊ रोजगार जोड़े हैं। इस परिवर्तन का एक उदाहरण जम्मू-कश्मीर है, इसे मुद्रा योजना के तहत अत्यधिक लाभ हुआ है और 20,72,922 मुद्रा लोन स्वीकृत किए गए हैं।”
वित्त मंत्रालय के डेटा के मुताबिक, ”इस योजना से महिलाओं को सशक्त बनाने में मदद मिली और 70 प्रतिशत से अधिक लोन महिला उद्यमियों द्वारा लिए गए हैं, जिससे उनकी वित्तीय स्वतंत्रता बढ़ी है और लैंगिक समानता में योगदान मिला है।”
पीएम मुद्रा योजना के तहत पिछले नौ वर्षों में प्रति महिला दिए जाने वाले लोन की राशि 13 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़कर 62,679 रुपए हो गई। वहीं, प्रति महिला वृद्धिशील जमा राशि 14 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़कर 95,269 रुपए हो गई।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की सराहना की है और कहा कि यह योजना, जो महिला उद्यमिता पर विशेष ध्यान देने के साथ जमानत-मुक्त लोन प्रदान करती है, ने महिलाओं के स्वामित्व वाले एमएसएमई की संख्या को बढ़ाने में मदद की है, जो अब 28 लाख से अधिक हो गए हैं।
एसबीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 10 वर्षों में मुद्रा योजना ने 52 करोड़ से अधिक लोन खाते खोलने में मदद की है, जो उद्यमशीलता गतिविधि में भारी उछाल को दर्शाता है।
पीएम मुद्रा योजना के तहत, किशोर लोन (50,000 से 5 लाख रुपए), जो बढ़ते व्यवसायों का समर्थन करते हैं, वित्त वर्ष 2016 में 5.9 प्रतिशत से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 में 44.7 प्रतिशत हो गए हैं, जो छोटे उद्योगों की वास्तविक प्रगति को दर्शाता है।
तरुण श्रेणी (5 लाख से 10 लाख रुपए) भी तेजी से आगे बढ़ रही है, जो साबित करती है कि मुद्रा केवल व्यवसाय शुरू करने के बारे में नहीं है, बल्कि उन्हें बढ़ाने में मदद करती है।
महाराष्ट्र
मुंबई पुलिस आधुनिक प्रयोगशालाओं और प्रौद्योगिकी से लैस है: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

मुंबई: साइबर अपराध और साइबर धोखाधड़ी पर अंकुश लगाने के लिए मुंबई पुलिस ने खुद को आधुनिक तकनीक से लैस कर लिया है। तदनुसार, मुंबई पुलिस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाथों एक फोरेंसिक लैब, एक विशेष वैन, एक इंटरसेप्ट वैन और अन्य आधुनिक उपकरणों सहित तीन साइबर लैब का उद्घाटन किया। इस अवसर पर बोलते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि साइबर धोखाधड़ी और ऑनलाइन धोखाधड़ी पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस को आधुनिक बनाया गया है और पुलिस साइबर धोखाधड़ी से लेकर अन्य अपराधों को सुलझाने के लिए इन आधुनिक उपकरणों का उपयोग करेगी।
फडणवीस ने कहा कि जिस तरह से आज लोगों को ऑनलाइन बेवकूफ बनाकर डिजिटल गिरफ्तारी जैसी घटनाएं हो रही हैं, उसी तरह पुलिस ने इन घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए जांच के तरीकों से लेकर अन्य चीजों में महत्वपूर्ण क्रांति ला दी है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सहायता के लिए पुलिस थानों में विशेष सहायता कक्ष भी स्थापित किए गए हैं, जिनमें महिलाओं को तत्काल सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए एक विशेष वैन भी तैयार की गई है ताकि उन्हें तुरंत मदद मिल सके। इस कार्यक्रम में मुंबई पुलिस आयुक्त विवेक पनसालकर, विशेष पुलिस आयुक्त देविन भारती, संयुक्त पुलिस आयुक्त सत्यनारायण चौधरी और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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