राजनीति
डब्ल्यूएफआई के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों का कहना है, ‘कर्नाटक की हार भाजपा के लिए महिला पहलवानों का अभिशाप है।’

शनिवार को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के रुझान सामने आने के साथ ही जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने परिणाम को महिला पहलवानों द्वारा की गई याचिका की भाजपा की अवहेलना के लिए एक “शाप” के रूप में संदर्भित किया। रिपोर्टिंग के समय, कांग्रेस 136 सीटों पर आगे चल रही थी, जबकि भाजपा 64 सीटों पर पीछे चल रही थी। विरोध में भाग लेने वाले एक अनाम पहलवान ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को लोगों की चिंताओं को प्राथमिकता देने और उनकी बात रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। अहंकार एक तरफ। “मौजूदा सरकार का रवैया देश के लिए अच्छा नहीं है। हमने देखा है कि पिछली सरकारों के साथ क्या हुआ। वे ओलंपिक पदक विजेताओं को कैसे नजरअंदाज कर सकते हैं? इससे पहले कि वे अन्य राज्यों और फिर आम चुनाव हारें, भाजपा सरकार को पुनर्विचार करना होगा, जो अगला है।” वर्ष। उनके लिए क्या अधिक महत्वपूर्ण है? लोग या भ्रष्ट नेता? कर्नाटक का परिणाम भाजपा के लिए महिला पहलवानों का अभिशाप है, “उन्होंने कहा। एक अन्य पहलवान के अनुसार, भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह एक गंभीर अपराध के आरोपी होने के बावजूद मुक्त हैं, इसका कारण उनके राजनीतिक संबंध और वोट बैंक की राजनीति का प्रभाव है। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को बृज भूषण और महासंघ के सहायक सचिव विनोद तोमर से छेड़छाड़ के मामले में दो प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पूछताछ की, जिसमें एक नाबालिग पहलवान भी शामिल है। “हम सभी जानते हैं कि क्या हो रहा है और कौन उसे बचा रहा है! उसके पास एक मजबूत राजनीतिक संबंध है और एक वोट बैंक भी है, जिसके कारण उसे VIP ट्रीटमेंट मिल रहा है। ओलंपिक पदक विजेता यहां बैठे हैं और भारत सरकार को सबसे कम परवाह है। क्या करें। लेकिन हम तब तक लड़ते रहेंगे जब तक कि उन्हें गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता, “पहलवान ने जोर दिया। शीर्ष पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, और विनेश फोगट, अन्य लोगों के साथ, बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर नई दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन पर महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न और शोषण के आरोप हैं। एक नाबालिग सहित सात महिलाएं अपनी शिकायतों के साथ बहादुरी से सामने आई हैं, जिसके परिणामस्वरूप डब्ल्यूएफआई प्रमुख और तोमर दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्रारंभ में, जब खेल मंत्रालय ने कार्रवाई का वादा किया और एक निरीक्षण समिति का गठन किया, तो पहलवान अपना धरना समाप्त करने पर सहमत हो गए। हालांकि, मामले में कोई प्रगति नहीं होने के कारण पहलवान जंतर-मंतर लौट आए।
राजनीति
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने की राहुल गांधी की आलोचना, कहा- ‘कोई भी देशभक्त विदेश में अपने देश को बदनाम नहीं कर सकता’

मुंबई, 21 अप्रैल। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा अमेरिकी यात्रा के दौरान चुनाव आयोग के बारे में दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उनकी आलोचना की है।
सीएम फडणवीस ने कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि राहुल गांधी विदेश में जाकर अपने देश के प्रति, देश की संवैधानिक संस्था के प्रति झूठ फैलाने और भारत के लोकतंत्र को बदनाम करने का प्रयास करते हैं, यह बहुत ही निंदनीय है।
उन्होंने आगे कहा कि मेरा मानना है कि बार-बार चुनाव हारने से उन पर असर पड़ा है, जिसके कारण वे ऐसी हरकत कर रहे हैं। कोई भी देशभक्त विदेश में अपने देश को इस तरह से बदनाम नहीं कर सकता।
राहुल गांधी जिस प्रकार का व्यवहार कर रहे हैं, उससे उनके चरित्र पर एक सवालिया निशान खड़ा हो गया है। दुनिया भर में देश की बदनामी करके वे चुनाव नहीं जीत सकते हैं।
बता दें कि अमेरिका दौरे पर ब्राउन यूनिवर्सिटी पहुंचे राहुल गांधी ने मंच से निर्वाचन आयोग की कार्यशैली पर सवाल उठाए। यहां उन्होंने पिछले साल हुए महाराष्ट्र चुनाव का उदाहरण देते हुए देश की चुनाव प्रणाली और चुनाव आयोग की मंशा को कटघरे में खड़ा किया।
इस बयान के बाद राहुल गांधी की खूब आलोचना हो रही है। इससे पहले भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा था कि राहुल गांधी एक राजनीतिक दल के साथ अपने निजी मुद्दों के कारण विदेशी धरती पर भारत की आलोचना करते रहते हैं। इस बार उन्होंने एक बार फिर चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। जहां दुनिया आम चुनावों और जम्मू-कश्मीर में उल्लेखनीय काम के लिए चुनाव आयोग की प्रशंसा करती है, वहीं राहुल गांधी बार-बार भारत की संस्थाओं को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। वह पहले ही कह चुके हैं कि वह इंडियन स्टेट से लड़ रहे हैं, फिर वह विदेश जाते हैं और भारत की संस्थाओं पर भी हमला करते हैं। भारत की संस्थाओं का अपमान राहुल गांधी की पहचान बन गया है।
अपराध
महाराष्ट्र: उद्योगपति विश्वनाथ पनवेलकर के घर के बाहर फायरिंग, घटना सीसीटीवी में कैद

अंबरनाथ, 21 अप्रैल। महाराष्ट्र के अंबरनाथ में प्रसिद्ध उद्योगपति विश्वनाथ पनवेलकर के घर के बाहर अज्ञात हमलावरों ने फायरिंग की। घटना अंबरनाथ के हुतात्मा चौक के पास स्थित पनवेलकर के ‘सीताई सदन’ निवास स्थान पर आज दोपहर लगभग 2.30 बजे घटी। पुलिस घटना की जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार, दो अज्ञात हमलावर बाइक पर सवार होकर आए और पनवेलकर के घर के गेट की दिशा में दो राउंड फायरिंग कर मौके से फरार हो गए। गनीमत रही कि इस हमले में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ।
पूरी घटना पनवेलकर के घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। फायरिंग की सूचना मिलने के बाद शिवाजीनगर थाने की पुलिस और क्राइम ब्रांच के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की गहन जांच शुरू की।
पुलिस आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है और हमलावरों की पहचान में जुटी है। इस फायरिंग की वजह क्या थी और इसके पीछे कौन हो सकता है, इसका पता लगाने के लिए पुलिस की कई टीमें सक्रिय हैं। गोलीबारी की घटना से इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों में इस घटना के बाद से दहशत का माहौल है। पुलिस ने पूरे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।
बता दें कि हाल ही के दिनों में नवी मुंबई के बेलापुर में बिल्डर सदरुद्दीन खान (50) पर चेंबूर के डायमंड गार्डन के पास फायरिंग हुई थी। शुरुआती जांच में बिल्डर पर फायरिंग की घटना के पीछे संपत्ति या निजी विवाद को कारण माना गया था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोप है कि सदरुद्दीन खान लंबे समय से तेल चोरी के मामलों में शामिल रहा है। मुंबई, नवी मुंबई और ठाणे में उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले भी दर्ज हैं।
हालांकि, पुलिस ने बिल्डर पर फायरिंग के आरोप में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में खुलासा हुआ था कि इस फायरिंग के पीछे का कारण संपत्ति विवाद था।
अंतरराष्ट्रीय समाचार
म्यांमार की मदद के लिए चीन की भूकंप राहत सामग्री की सातवीं खेप यांगून पहुंची

बीजिंग, 21 अप्रैल। चीन सरकार द्वारा म्यांमार को प्रदान की गई आपातकालीन मानवीय भूकंप राहत सामग्री की सातवीं खेप यांगून अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंची।
सामग्री की इस खेप में मुख्य रूप से आपातकालीन दवाएं शामिल हैं, जिनमें एमोक्सिसिलिन कैप्सूल के 8 लाख बक्से, एसिटामिनोफेन मैनिटोल इंजेक्शन की 1 लाख 22 हजार बोतलें, सेफुरॉक्साइम कैप्सूल के 2 लाख 25 हजार बक्से, इबुप्रोफेन गोलियों की 4 लाख 80 हजार बोतलें आदि 95 टन की दवाएं शामिल हैं।
म्यांमार में आए शक्तिशाली भूकंप के बाद, चीन सरकार ने म्यांमार को आपातकालीन मानवीय राहत सहायता प्रदान करने की तुरंत घोषणा की। चीन ने तुरंत ही बचाव दल भेजे, राहत सामग्री पहुंचाई और भूकंप राहत व लोगों की जान बचाने में म्यांमार की सहायता करने के लिए हर संभव प्रयास किया।
चीन इस बार के भूकंप प्रभावित क्षेत्रों के लिए सहायता की घोषणा करने वाला पहला देश है, बचाव दल भेजने वाला पहला देश है, भूकंप से बचे लोगों को बचाने वाला पहला देश और सबसे अधिक संख्या में बचाव दल व पेशेवर बचावकर्ता भेजने वाला देश भी है। चीन को म्यांमार के सभी वर्गों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से व्यापक प्रशंसा मिली है।
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