Connect with us
Thursday,27-November-2025
ताज़ा खबर

अनन्य

सुप्रीम कोर्ट ने महिलाओं को एनडीए परीक्षा में बैठने की अनुमति देते हुए कहा, मानसिकता नहीं बदल रही

Published

on

सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को कहा कि मानसिकता नहीं बदल रही है और महिलाओं को सेना में स्थायी कमीशन देने के शीर्ष अदालत के फैसले के बाद भी, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के लिए महिला उम्मीदवारों को प्रवेश परीक्षा देने की अनुमति देने के लिए न्यायिक आदेशों की आवश्यकता आखिर क्यों पड़ रही है।

अदालत ने सेना में महिलाओं को स्थायी कमीशन देने के लिए दायर एक याचिका पर फैसला सुनाते हुए यह टिप्पणी की।

शीर्ष अदालत ने महिलाओं को 5 सितंबर को होने वाली परीक्षा में बैठने की अनुमति देते हुए एक अंतरिम आदेश पारित किया।

याचिकाकर्ता के वरिष्ठ अधिवक्ता चिन्मय प्रदीप शर्मा ने सरकार के जवाबी हलफनामे का हवाला देते हुए अपनी बात रखी।

उन्होंने जवाबी हलफनामे का हवाला देते हुए कहा, यह विशुद्ध रूप से एक नीतिगत निर्णय है और इसमें अदालत द्वारा हस्तक्षेप नहीं किया जाना चाहिए और ऐसा इसलिए है क्योंकि लड़कियों को एनडीए में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। इसका मतलब यह नहीं है कि उनकी प्रगति या उनके करियर में कोई कठिनाई है।

न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और हृषिकेश रॉय की पीठ ने कहा, आप इस दिशा में आगे क्यों बढ़ रहे हैं? जस्टिस चंद्रचूड़ के फैसले के बाद भी क्षितिज का विस्तार करने और महिलाओं को सेना में स्थायी कमीशन देने के बाद भी? यह अब निराधार है! हमें यह बेतुका लग रहा है!

केंद्र का प्रतिनिधित्व करने वाली अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी ने कहा कि यहां ऐसा मामला नहीं है और सेना में प्रवेश के 3 तरीके हैं- एनडीए, भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) और अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (ओटीए)। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अंतिम दो के माध्यम से यानी आईएमए और ओटीए के माध्यम से प्रवेश की अनुमति है।

इस पर, पीठ ने पूछा, क्या सेना केवल न्यायिक आदेश पारित होने पर ही कार्य करेगी? अन्यथा नहीं? यदि आप चाहते हैं तो हम ऐसा करेंगे! उच्च न्यायालय से यह मेरी धारणा है कि जब तक एक निर्णय पारित नहीं हो जाता, सेना स्वेच्छा से कुछ भी करने में विश्वास नहीं करती है!

जब एएसजी भाटी ने यह प्रस्तुत किया की कि महिलाओं को सेना में स्थायी कमीशन दिया गया है, तो न्यायमूर्ति कौल ने टिप्पणी करते हुए कहा, नहीं, धन्यवाद! आप इसका विरोध करते रहे! और जब तक आदेश पारित नहीं हुआ, आपने कुछ नहीं किया! नौसेना और वायु सेना अधिक आगामी है! ऐसा लगता है कि सेना को लागू नहीं करने का पूर्वाग्रह है!

पीठ ने कहा कि क्यों? सह-शिक्षा एक समस्या क्यों है? इस पर एएसजी ने प्रस्तुत किया कि पूरा ढांचा ऐसा है। यह एक नीतिगत निर्णय है। ऐसे नहीं हो सकता।

उन्होंने कहा, केवल मानसिकता नहीं बदल रही है। पीसी (स्थायी आयोग) मामले में एचसी के समक्ष पेश होने वाले सॉलिसिटर जनरल सेना को राजी नहीं कर सके।

अदालत ने नाराजगी जताते हुए कहा, कानून में भी, आपने उन्हें नियमित नहीं किया! आपने उन्हें 5 साल तक रखा और पांच और बढ़ा दिए गए, लेकिन उन्हें कभी स्थायी कमीशन नहीं दिया।

न्यायमूर्ति कौल ने महिलाओं को स्थायी कमीशन देने का फैसला तब लिखा था, जब वे दिल्ली उच्च न्यायालय में थे।

शीर्ष अदालत ने कहा कि प्रवेश आदि उसके अंतिम आदेशों के अधीन होंगे। इसने नोट किया, एनडीए में महिलाओं के लिए बार नहीं बनाया जा सकता।

बता दें कि याचिकाकर्ता ने कहा है कि योग्य और इच्छुक महिला उम्मीदवारों को उनके लिंग के आधार पर राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में प्रवेश के अवसर से वंचित किया जा रहा है, जिससे पात्र महिला उम्मीदवारों को व्यवस्थित और स्पष्ट रूप से प्रमुख संयुक्त प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षण के अवसर से वंचित किया जा रहा है।

अधिवक्ता कुश कालरा द्वारा दायर एक जनहित याचिका पर यह निर्देश आया, जिसमें एनडीए से सशस्त्र बलों में शामिल होने की इच्छुक महिलाओं के लिए अपने दरवाजे खोलने की मांग की गई थी। याचिका में अदालत से महिलाओं को भारतीय नौसेना अकादमी में भी प्रशिक्षण लेने की अनुमति देने का निर्देश देने की मांग की गई है। हालांकि कोर्ट ने इस प्रार्थना पर कोई आदेश पारित नहीं किया है।

अनन्य

जॉइंट हेल्थ रिसर्च रोडमैप बनाने की कवायद; सीएसआईआर, आईसीएमआर ने की हाई-लेवल बैठक

Published

on

नई दिल्ली, 25 नवंबर: काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (सीएसआईआर) ने मंगलवार को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के साथ जॉइंट हेल्थ रिसर्च के लिए एक इंटीग्रेटेड रोडमैप को मजबूत करने के लिए एक हाई-लेवल बैठक की। साइंस और टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री ने यह जानकारी दी।

राजधीनी दिल्ली स्थित सीएसआईआर साइंस सेंटर में हुई इस मीटिंग की को-चेयर सीएसआईआर के डायरेक्टर जनरल डॉ. एन कलैसेल्वी और आईसीएमआर के डायरेक्टर जनरल और हेल्थ रिसर्च डिपार्टमेंट के सेक्रेटरी डॉ. राजीव बहल ने को-चेयर की।

मंत्रालय ने कहा कि बातचीत के दौरान दोनों ऑर्गनाइजेशन ने सीएसआईआर मॉलिक्यूल्स के क्लिनिकल ट्रायल्स में जाने, सीएसआईआर लैब्स में आईसीएमआर-सपोर्टेड सेंटर्स ऑफ एडवांस्ड रिसर्च की स्थिति और बड़े प्रोजेक्ट्स के इम्प्लीमेंटेशन सहित चल रहे बड़े कोलेबोरेटिव इनिशिएटिव्स की प्रोग्रेस का रिव्यू किया।

बयान में आगे कहा गया कि शहरों, अस्पतालों और समुदायों में कई पैथोजन्स के लिए वेस्टवॉटर सर्विलांस को जारी रखने और बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया गया। साथ ही, वन हेल्थ मिशन के जरिए मिलकर किए जाने वाले कामों को मजबूत करने पर आम सहमति बनी।

एक्सपर्ट्स ने नए मॉलिक्यूल्स और दवाओं के डेवलपमेंट में सीएसआईआर और आईसीएमआर की अपनी-अपनी भूमिकाओं और जिम्मेदारियों पर भी चर्चा की, जिसमें सिस्टमैटिक क्लिनिकल ट्रायल्स और आईसीएमआर की बड़े जानवरों की टॉक्सिसिटी टेस्टिंग सुविधाओं का इस्तेमाल शामिल है।

एसआईआर-आईसीएमआर पीएचडी कार्यक्रम की समीक्षा की गई। इसमें युवा शोधकर्ताओं के लिए ज्यादा अवसर बढ़ाने पर जोर दिया गया, जिसमें आईसीएमआर की फेलोशिप को सीएसआईआर की फेलोशिप के साथ जोड़ना भी शामिल है।

डॉ. कलैयसेल्वी और डॉ. बहल ने कहा कि सीएसआईआर की वैज्ञानिक और तकनीकी ताकत को आईसीएमआर के सार्वजनिक स्वास्थ्य लक्ष्यों के साथ मिलाकर काम करना चाहिए, ताकि देश के लिए बड़े और महत्वपूर्ण परिणाम हासिल किए जा सकें।

मंत्रालय ने आगे कहा, “उन्होंने टेक्नोलॉजी के को-डेवलपमेंट के लिए समय पर प्रोग्रेस, बेहतर कोऑर्डिनेशन और स्ट्रक्चर्ड मैकेनिज्म की जरूरत पर जोर दिया, जिसमें एक जॉइंटली प्लान्ड, डिजिटली कंट्रोल्ड मेडिकल इमरजेंसी ड्रोन सर्विस भी शामिल है।”

बयान में यह भी कहा गया कि एक्सपर्ट्स ने कोलेबोरेशन को तेज करने, जॉइंट प्रोजेक्ट डेवलपमेंट को आसान बनाने और बायोमेडिकल साइंस, डायग्नोस्टिक्स, डिजिटल हेल्थ और एनवायर्नमेंटल हेल्थ सर्विलांस जैसे उभरते डोमेन में एंगेजमेंट बढ़ाने पर जोर दिया।

Continue Reading

अनन्य

क्या यात्रियों को पटरियों पर चलने के लिए मजबूर किया गया? जीआरपी ने शुरू की जांच, क्या सीएसएमटी पर सैंडहर्स्ट रोड के पास दो यात्रियों की मौत की वजह हड़ताल है?

Published

on

मुंबई: राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने यह पता लगाने के लिए जांच शुरू की है कि क्या छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) पर रेलवे कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन के कारण सैंडहर्स्ट रोड स्टेशन के पास लोकल ट्रेन की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हुई।

6 नवंबर को एक तेज़ रफ़्तार लोकल ट्रेन की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। बताया जा रहा है कि सभी पाँचों पीड़ित एक अन्य लोकल ट्रेन से उतरकर पटरी पार कर रहे थे, जो रेलकर्मियों की अचानक हड़ताल के कारण बीच सेक्शन में रुकी हुई थी।

मिडिया से बात करते हुए , जांच से परिचित वरिष्ठ जीआरपी अधिकारी ने कहा कि जांच का उद्देश्य यह पता लगाना है कि क्या यात्रियों को खड़ी ट्रेन से कूदकर पटरियों पर चलने के लिए मजबूर किया गया था।

मृतक की पहचान हेली मोहमाया (19) के रूप में हुई है; हालाँकि, दूसरे मृतक की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। कैफ चोगले (22), खुश्बू मोहमाया (45) और याफ़िज़ा चोगले (62) घायल हुए हैं। जीआरपी दूसरे मृतक की पहचान का पता लगाने और पीड़ितों के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है।

चल रही जाँच का हवाला देते हुए, डीसीपी (मध्य रेलवे) प्रज्ञा जेज ने कहा कि सभी पहलुओं की जाँच की जा रही है। सीएसएमटी जीआरपी के वरिष्ठ निरीक्षक संभाजी कटारे ने कहा, “हम सभी संभावित सबूत इकट्ठा कर रहे हैं।”

सीएसएमटी रेलवे स्टेशन पर अचानक विरोध प्रदर्शन 9 जून को हुई मुंब्रा ट्रेन दुर्घटना के संबंध में दो रेलवे इंजीनियरों के खिलाफ दर्ज एफआईआर के विरोध में किया गया। इस दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हो गई थी।

मुंब्रा दुर्घटना में राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए दो इंजीनियरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। जाँच में पाया गया कि दुर्घटना से चार दिन पहले बदले गए ट्रैक के एक हिस्से को बिना वेल्ड किए छोड़ दिया गया था, जिसके कारण ट्रेन पटरी से उतर गई और पाँच यात्रियों की मौत हो गई।

राष्ट्रीय रेलवे मजदूर संघ (एनआरएमयू) और सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ (सीआरएमयू) ने संयुक्त रूप से गुरुवार को विरोध प्रदर्शन शुरू किया और एफआईआर वापस लेने की मांग की।

Continue Reading

अनन्य

महागठबंधन का घोषणापत्र बिहार की जनता की ‘उम्मीद’ : मुकेश सहनी

Published

on

Mukesh

पटना, 29 अक्टूबर: विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी ने महागठबंधन की तरफ से जारी किए गए घोषणापत्र जनता की उम्मीद बताया। सहनी महागठबंधन की ओर से उप-मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं।

उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में दावा किया कि जो काम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले 20 सालों में सत्ता में रहते नहीं कर पाएं, हम लोग सत्ता में आने के बाद उस काम को हर कीमत पर पूरा करके रहेंगे। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रदेश का कोई भी व्यक्ति विकास से अछूता नहीं रहे।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास प्रदेश के विकास के लिए कोई भी विजन नहीं है। अगर होता, तो आज प्रदेश की स्थिति ऐसी नहीं होती। आज की तारीख में हमारे लोगों को दूसरे राज्यों में मजदूरी करने के लिए जाना पड़ता है। उनकी भी ख्वाहिश है कि वो भी अपने ही प्रदेश में रहे। अपने परिवार के बीच में अपने लोगों के बीच में रहे।

साथ ही, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास बिहार के विकास के लिए कोई योजना भी नहीं है। यही कारण है कि वो हमारे मेनिफेस्टो की नकल कर रहे हैं, क्योंकि उनके पास बिहार के विकास को लेकर कोई विजन नहीं है। आप देख लीजिए, जितनी भी योजनाएं वो वर्तमान में बिहार में चला रहे हैं, उसकी जड़े कहीं न कहीं महागठबंधन से मिलती जुलती है। इससे यह साफ जाहिर होता है कि इनके पास बिहार के विकास को लेकर कोई लेना-देना नहीं है। ये लोग कभी-भी बिहार के विकास के बारे में नहीं सोचते हैं। इन लोगों का एकमात्र मकसद सिर्फ सत्ता में बने रहना होता है।

उन्होंने कहा कि हमने कहा था कि ‘माय बहन मान योजना’ के तहत सभी को 2,500 रुपये दिया जाएगा, तो नीतीश कुमार ने भी इस योजना की नकल शुरू कर दी। उन्होंने बिहार के लोगों को 10 हजार रुपये देने का ऐलान कर दिया। इसके बाद हमने विधवा पेंशन के तहत 1100 रुपये देने का बात की, तो इन लोगों ने 15,00 रुपये देने का ऐलान कर दिया। जब हमने कहा था कि हम 200 यूनिट बिजली फ्री करेंगे, तो उन्होंने फ्री बिजली देने का ऐलान कर दिया। ये काम तो वो पहले भी कर सकते थे। लेकिन, हमारी घोषणा के बाद ही क्यों किया? इससे यह साफ जाहिर होता कि इन लोगों के पास बिहार के विकास के लिए कोई लेना देना नहीं है।

उन्होंने आगे कहा कि हमने ऐलान किया है कि बिहार में सभी लोगों को नौकरी दी जाएगी और वो हम देकर रहेंगे। जिस तरह से हमने अब तक सभी जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम किया है, ठीक उसी प्रकार से हम लोगों को बिहार में नौकरी देकर रहेंगे। लेकिन, दुख की बात है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री मोदी नहीं चाहते हैं कि बिहार के लोगों को नौकरी मिले। ये लोग सिर्फ चाहते हैं कि बिहार के लोग दूसरे राज्यों में नौकरी के लिए जाए। लेकिन, अब इस तरह की स्थिति को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकते हैं।

इसके अलावा, उन्होंने ‘जननायक’ को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि कोई भी जन्म से नहीं, बल्कि कर्म से जननयाक होता है। हमें उस रास्ते पर चलना होगा। इस बारे में किसी भी प्रकार की गलत बात का प्रचार करने से बचना होगा, ताकि हमारे लोग गुमराह नहीं हों। राहुल गांधी, तेजस्वी यादव सहित कई नेता जननायक बन सकते हैं। इसके लिए सिर्फ आपको उस रास्ते पर चलना होगा।

उन्होंने कहा कि अब समय आ चुका है कि हम लोग खुलकर विकास करें। लेकिन, यह दुख की बात है कि हमारे नेता 80 करोड़ लोगों को 5 किलो अनाज देकर कह रहे हैं कि यही विकास है। ऐसा करके ये लोग देश के लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।

साथ ही, उन्होंने कहा कि अगर कोई सत्ता में रहते हुए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करके किसी को परेशान करेगा, तो मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम भी जब सत्ता में आएंगे, तो इस तरह की स्थिति को हर कीमत पर रोकने की कोशिश करेंगे। हम ऐसा नहीं होने देंगे। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रदेश में किसी भी व्यक्ति के हितों के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं हो।

उन्होंने एसआईआर पर कहा कि हम इस पर क्या ही कहेंगे। अब अगर किसी ने मन बना ही लिया है कि वो वोट चोरी करके रहेगा, तो करें। अब क्या ही कर सकते हैं।

Continue Reading
Advertisement
व्यापार16 hours ago

भारत के मॉल ऑपरेटर्स को चालू वित्त वर्ष में 12-14 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि प्राप्त होने का अनुमान

महाराष्ट्र18 hours ago

कल्याण कॉलेज नमाज़ विवाद: SIO ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की

राष्ट्रीय समाचार18 hours ago

सीबीआई की बड़ी कार्रवाई: ईएसआईसी के दो अधिकारियों को 50 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा

राष्ट्रीय समाचार18 hours ago

केरल, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में एसआईआर पर सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से मांगा जवाब

राजनीति19 hours ago

कांग्रेस सांसद इमरान मसूद बोले- पीएम मोदी करें संविधान की रक्षा; ममता बनर्जी की राजनीति पर उठाए सवाल

खेल20 hours ago

‘उस नुकसान का दर्द आज भी है’, मुंबई हमले की बरसी पर बोले सचिन तेंदुलकर

राजनीति20 hours ago

उधमपुर में ड्रग तस्कर की 70 लाख की संपत्ति जब्त, इस साल 12.70 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी हुई अटैच

राजनीति21 hours ago

जुलाई 2027 तक तैयार होगा 16 फ्लोर वाला आधुनिक अहमदाबाद स्टेशन, शहर से मिलेगी आसान कनेक्टिविटी

राजनीति21 hours ago

पीएम मोदी ने संविधान दिवस पर नागरिकों को लिखी चिट्ठी, वोट करके लोकतंत्र को मजबूत करने की अपील

अंतरराष्ट्रीय समाचार21 hours ago

इथियोपिया के ज्वालामुखी विस्फोट ने बढ़ाई टेंशन, भारत से चीन की ओर निकला राख का गुबार

व्यापार3 weeks ago

लाल निशान में खुला भारतीय शेयर बाजार, आईटी शेयरों में बिकवाली

राष्ट्रीय समाचार4 weeks ago

मुंबई: दादर बीच पर छठ पूजा के बाद सफाई का काम जारी

अपराध4 weeks ago

मुंबई अपराध: 40 वर्षीय चेंबूर निवासी व्यक्ति ने फर्जी बकरी व्यापार निवेश योजना में 10 निवेशकों से 83 लाख रुपये ठगे; मामला दर्ज

महाराष्ट्र4 weeks ago

मुंबई मौसम अपडेट: शहर में सुबह आसमान में बादल छाए, वायु गुणवत्ता में काफी सुधार; AQI 50 के आसपास अच्छी श्रेणी में, मध्यम बारिश का अनुमान

अपराध4 weeks ago

दिल्ली पुलिस ने वांछित अपराधी को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से गिरफ्तार किया

अंतरराष्ट्रीय समाचार6 days ago

दुबई एयर शो में भारतीय वायुसेना का तेजस विमान क्रैश, पायलट की मौत, कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश

अपराध4 weeks ago

मुंबई पुलिस ने पवई स्थित एक्टिंग स्टूडियो में बंधक बनाए गए 20 बच्चों को बचाया; आरोपी हिरासत में

राष्ट्रीय3 weeks ago

भारत में अक्टूबर में कारोबारी गतिविधियां बढ़ीं, सर्विसेज पीएमआई 58.9 रहा

अपराध3 weeks ago

मुंबई: कुख्यात ड्रग आरोपी से जुड़े फर्जी पासपोर्ट को मंजूरी देने के आरोप में सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी गिरफ्तार

खेल4 weeks ago

महिला विश्व कप : सेमीफाइनल में भारत के सामने ऑस्ट्रेलिया की चुनौती

रुझान