राष्ट्रीय
एसबीआई ने भारत के वित्त वर्ष 22 के विकास के अनुमान को घटाकर 7.9 प्रतिशत किया

कोविड -19 की दूसरी लहर और परिणामी प्रतिबंधों ने फिर से आर्थिक गतिविधियों को पंगु बना दिया है। इसकी झलक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की ओर से चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के विकास के ²ष्टिकोण को संशोधित करने से मिलती है।
नवीनतम एसबीआई इकोरैप रिपोर्ट ने भारत के सकल घरेलू उत्पाद के लिए 7.9 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया है, जो इसके पिछले 10.4 प्रतिशत की वृद्धि के अनुमान से कम है।
हालांकि, इसमें कहा गया है, “हम सरकारी अनुमानों के अनुसार जुलाई के मध्य से प्रति दिन 1 करोड़ टीकाकरण की उत्कट आशा के साथ इस संख्या को ऊपर की ओर पूर्वाग्रह प्रदान करते हैं।”
इसने यह भी नोट किया कि इस बार अर्थव्यवस्था पर ‘असमान रूप से बड़ा’ प्रभाव होने की संभावना है और यह देखते हुए कि ग्रामीण शहरी की तरह लचीला नहीं है, मांग में तेजी से वित्त वर्ष 22 के सकल घरेलू उत्पाद के अनुमानों में बड़ा अंतर आने की संभावना नहीं है । इसलिए यह केवल एक मामूली पिकअप हो सकता है।
सोमवार को, भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था में 7.3 प्रतिशत संकुचन की सूचना दी।
एसबीआई इकोरैप ने उल्लेख किया कि अनंतिम अनुमानों में वित्त वर्ष 21 के लिए वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद को दूसरे अग्रिम अनुमानों के अनुसार 134.09 लाख करोड़ रुपये से संशोधित कर 135.13 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है।
इस प्रकार, वित्त वर्ष 21 के लिए वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि -7.3 प्रतिशत पर दर्ज की गई थी, जो पहले के एसबीआई अनुमान -8.0 प्रतिशत के मुकाबले थी।
यह कहा, “क्यू 4 वित्त वर्ष21 में सकारात्मक विकास दर, जिसे दूसरे अग्रिम अनुमानों में नकारात्मक होने का अनुमान लगाया गया था, ने सकल घरेलू उत्पाद में गिरावट को रोकने में मदद की है।”
राष्ट्रीय
कोविड-19: देश के लिए बड़ी राहत, एक्टिव केसों की संख्या 7 हजार से नीचे

नई दिल्ली, 17 जून। कोविड-19 संक्रमण के नए वैरिएंट की रफ्तार थमने से भारत को बड़ी राहत मिली है। लगातार तीसरे दिन भारत में कोविड संक्रमण के मामलों में गिरावट दर्ज की गई है। ताजा आंकड़ों के बाद देशभर में एक्टिव केस घटकर 7 हजार से नीचे आ चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने ये नए आंकड़े जारी किए हैं।
कोविड संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने 17 जून, सुबह 8 बजे तक के आंकड़े जारी किए। मंत्रालय के मुताबिक, देशभर में एक ही दिन में संक्रमण के 428 केस कम हुए हैं। इससे अब कोविड के एक्टिव मामलों की संख्या घटकर 6836 हो चुकी है। इसके पहले सोमवार को संक्रमण के मामलों में 119 की गिरावट दर्ज हुई थी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में केरल में सबसे ज्यादा 261 मामले कम हुए। इसके अलावा गुजरात में 185, दिल्ली में 94, महाराष्ट्र में 28, आंध्र प्रदेश में 18, सिक्किम में 13, असम में 3, तेलंगाना-बिहार-छत्तीसगढ़ और गोवा में एक-एक घटे हैं। इस गिरावट के बाद केरल में कुल मामलों की संख्या अब 1659 बची है। गुजरात में फिलहाल एक्टिव केस 1248, कर्नाटक में 696, दिल्ली में 555, महाराष्ट्र में 512, उत्तर प्रदेश में 278, राजस्थान में 251, तमिलनाडु में 222, हरियाणा में 103 हैं।
हालांकि कुछ ऐसे राज्य भी हैं, जहां कोरोना के मामलों में थोड़ी बढ़ोतरी हुई है। इसमें कर्नाटक में सबसे ज्यादा 105 नए मामले दर्ज हुए हैं। राजस्थान में 29 लोग संक्रमित हुए हैं, जबकि हरियाणा में 12 और पंजाब में 10 लोग कोविड की चपेट में आए हैं। इसके अलावा मणिपुर में 6, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में 3-3, ओडिशा-त्रिपुरा और तमिलनाडु में 2-2, झारखंड-लद्दाख-नागालैंड और उत्तराखंड में एक-एक मामला सामने आया है।
पिछले 24 घंटों में संक्रमण के कारण पूरे देश में एक मौत दर्ज हुई है। महाराष्ट्र की रहने वाली 44 साल की एक महिला ने कोविड संक्रमण के कारण अपनी जान गंवाई है।
राष्ट्रीय
कोविड-19: लगातार दूसरे दिन संक्रमण के मामले घटे, देशभर में अब 7,264 एक्टिव केस

नई दिल्ली, 16 जून। भारत में कोविड-19 संक्रमण को लेकर राहत की खबर है। लगातार दूसरे दिन देशभर में संक्रमण के मामलों में गिरावट दर्ज की गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, पूरे भारत में अब सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 7,264 रह गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने 16 जून को सुबह 8 बजे तक के आंकड़े जारी किए। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में देशभर में कोविड संक्रमण के 119 एक्टिव केस घटे हैं। केरल में एक्टिव मामलों की संख्या भी दो हजार से नीचे आ चुकी है। हालांकि पिछले 24 घंटों में उत्तर प्रदेश में 37 और लोग संक्रमित हुए हैं, जिससे यहां कोरोना मरीजों की संख्या 275 हो गई है।
ताजा आंकड़ों के मुताबिक, केरल में संक्रमण के 87 केस घटे हैं। उसके अलावा महाराष्ट्र में 38, दिल्ली में 33, तमिलनाडु में 23, गुजरात-हरियाणा में 8-8, पंजाब में 7, आंध्र प्रदेश में 6, असम में 4, उत्तराखंड में 3, जम्मू-कश्मीर में 2, पुडुचेरी में एक की गिरावट दर्ज हुई है।
हालांकि बीते 24 घंटों में उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान में कोविड संक्रमण के 30, कर्नाटक में 18, मणिपुर में 5, झारखंड और मध्य प्रदेश में 4-4, छत्तीसगढ़ और सिक्किम में एक-एक मरीज मिले हैं। नए आंकड़ों के बाद केरल में सबसे ज्यादा कुल एक्टिव केस 1920 हैं, जबकि गुजरात में 1433, दिल्ली में 649, महाराष्ट्र में 540 हैं।
इसके अलावा देशभर में एक दिन में ही कोविड संक्रमण से 11 लोगों की जान गई है। लगातार दूसरा दिन है, जब नए वैरिएंट से मरने वालों की संख्या 10 से ज्यादा रही है। 15 जून को भी देशभर में कोविड से संक्रमित 10 लोगों की जान गई थी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि पिछले 24 घंटों में पूरे देश में सबसे ज्यादा 7 मौतें केरल में हुई हैं। बाकी मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली और छत्तीसगढ़ में एक-एक मरीज की जान गई है।
राष्ट्रीय
ओडिशा : पुरी जगन्नाथ मंदिर में देवस्नान पूर्णिमा का भव्य आयोजन, मुख्यमंत्री हुए शामिल

पुरी, 11 जून। ओडिशा के पुरी स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर में बुधवार को देवस्नान पूर्णिमा का पवित्र पर्व भक्ति और भव्यता के साथ मनाया गया। हजारों भक्त भगवान जगन्नाथ, बलभद्र, देवी सुभद्रा और सुदर्शन के पवित्र स्नान अनुष्ठान को देखने के लिए मंदिर पहुंचे।
इस खास मौके पर ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और कई विधायकों ने भी मंदिर में दर्शन किए और अनुष्ठानों में हिस्सा लिया।
सुबह 5:32 बजे मंगलार्पण के साथ अनुष्ठान शुरू हुआ। इसके बाद भगवान सुदर्शन, बलभद्र, सुभद्रा और जगन्नाथ की पहांडी (जुलूस) स्नान मंडप तक ले जाई गई।
भगवान सुदर्शन की पहांडी (रथ पर चढ़ने की प्रक्रिया) सुबह 5:45 बजे, बलभद्र की 5:53 बजे, सुभद्रा की 6:06 बजे और भगवान जगन्नाथ की 6:22 बजे शुरू हुई।
सुबह 7:46 बजे जलाभिषेक अनुष्ठान शुरू हुआ, जिसमें सुनकुआ (स्वर्ण कुआं) से लाए गए पवित्र जल के 108 घड़ों से देवताओं का स्नान कराया गया।
यह परंपरा जगन्नाथ संस्कृति का अनमोल हिस्सा है। सुबह 8:42 बजे भगवान जगन्नाथ के स्नान मंडप पहुंचने के साथ पहांडी अनुष्ठान पूरा हुआ।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने पिपिली विधायक आश्रित पटनायक, सत्यबाड़ी विधायक उमा शंकर और ब्रह्मपुर विधायक उपासना महापात्रा के साथ मंदिर में पूजा-अर्चना की।
उन्होंने स्नान मंडप से पहांडी अनुष्ठान देखा और भक्तों का अभिवादन किया। मुख्यमंत्री ने हाथ जोड़कर और दर्शक दीर्घा से हाथ हिलाकर भक्तों का स्वागत किया, जिसे भीड़ ने उत्साह से जवाब दिया।
देवस्नान पूर्णिमा का यह पर्व इसलिए खास है, क्योंकि इस दिन भगवान जगन्नाथ, बलभद्र, सुभद्रा और सुदर्शन को गर्भगृह से बाहर लाकर सार्वजनिक दर्शन के लिए स्नान मंडप पर रखा जाता है। यह साल का एकमात्र मौका होता है, जब भक्त इन अनुष्ठानों को इतने करीब से देख पाते हैं। यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि दृश्यों के लिहाज से भी मंत्रमुग्ध करने वाला होता है। साथ ही, यह विश्व प्रसिद्ध रथ यात्रा की तैयारियों की शुरुआत का भी प्रतीक है।
मंदिर प्रशासन ने इस आयोजन के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए थे, ताकि भक्तों को किसी तरह की परेशानी न हो। भक्तों ने इस पवित्र अवसर पर भगवान के दर्शन और अनुष्ठानों को देखकर खुद को धन्य महसूस किया। यह पर्व पुरी की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को और समृद्ध करता है।
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