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पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर अब ‘उच्च जोखिम वाले खाद्य पदार्थ’ की श्रेणी में आ गया है: FSSAI ने किया वर्गीकरण; जानिए इसका क्या मतलब है

भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने पैकेज्ड पेयजल और मिनरल वाटर को आधिकारिक तौर पर ‘उच्च जोखिम वाले खाद्य श्रेणी’ के रूप में वर्गीकृत किया है। इस कदम का उद्देश्य अनिवार्य निरीक्षण और ऑडिट के अधीन इन व्यापक रूप से उपभोग किए जाने वाले उत्पादों के सुरक्षा मानकों को बढ़ाना है।
अनिवार्य निरीक्षण और तृतीय-पक्ष ऑडिट
29 नवंबर, 2024 को जारी अधिसूचना के अनुसार, पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर के निर्माताओं और प्रसंस्करणकर्ताओं को अब लाइसेंस या पंजीकरण प्राप्त करने से पहले अनिवार्य निरीक्षण की आवश्यकता होगी। इसके अतिरिक्त, इस श्रेणी के व्यवसायों को FSSAI द्वारा मान्यता प्राप्त तृतीय-पक्ष खाद्य सुरक्षा एजेंसियों द्वारा वार्षिक ऑडिट से गुजरना होगा।
एफएसएसएआई ने कहा, “यह दोहराया जाता है कि उच्च जोखिम वाले खाद्य श्रेणियों के अंतर्गत सभी केंद्रीय लाइसेंस प्राप्त निर्माताओं को हर साल एफएसएसएआई द्वारा मान्यता प्राप्त तीसरे पक्ष की खाद्य सुरक्षा ऑडिटिंग एजेंसी द्वारा अपने व्यवसाय का ऑडिट करवाना होगा। उच्च जोखिम वाले खाद्य श्रेणियों की सूची में अब पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर और मिनरल वाटर भी शामिल हैं।”
इसका अर्थ क्या है?
FSSAI के मिनरल और बोतलबंद पेयजल को “उच्च जोखिम वाला भोजन” कहने के फैसले से चिंतित होने की कोई वजह नहीं है। इसका मतलब यह नहीं है कि ये उत्पाद खतरनाक हैं। इसके बजाय यह अधिक सख्त सुरक्षा निरीक्षण की गारंटी देता है।
यह निर्णय सरकार द्वारा खाद्य सुरक्षा और मानक (बिक्री पर प्रतिषेध एवं प्रतिबंध) विनियम, 2011 में अक्टूबर 2024 में किए गए संशोधन के मद्देनजर लिया गया है। इस संशोधन के तहत पैकेज्ड पेयजल और मिनरल वाटर के लिए भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) से अनिवार्य प्रमाणन की आवश्यकता को हटा दिया गया है।
एफएसएसएआई ने अपनी अधिसूचना में स्पष्ट किया, “खाद्य सुरक्षा और मानक (बिक्री पर प्रतिबंध और प्रतिबंध) विनियम, 2011 (अधिसूचना की प्रति संलग्न है) के उप-विनियम 2.3.14 (4), (5), (17) और (18) की चूक के परिणामस्वरूप, जो कुछ खाद्य उत्पादों के लिए भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) प्रमाणन अनिवार्य करने से संबंधित है, यह निर्णय लिया गया है कि ‘पैकेज्ड पेयजल और मिनरल वाटर’ (जिसके लिए खाद्य सुरक्षा और मानक (बिक्री पर प्रतिबंध और प्रतिबंध) प्रथम संशोधन विनियम, 2024 दिनांक 17 अक्टूबर 2024 की राजपत्र अधिसूचना से पहले बीआईएस प्रमाणीकरण अनिवार्य था) को ‘उच्च जोखिम वाले खाद्य श्रेणियों’ के अंतर्गत माना जाएगा।”
उद्योग जगत ने सरल नियमों की मांग की
पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर उद्योग ने पहले एक सुव्यवस्थित विनियामक प्रक्रिया की वकालत की थी, जिसमें BIS और FSSAI दोनों से दोहरे प्रमाणन की आवश्यकताओं को हटाना शामिल था। इस पुनर्वर्गीकरण का उद्देश्य विनियामक ओवरलैप को कम करने और उपभोक्ता सुरक्षा सुनिश्चित करने के बीच संतुलन बनाना है।
सख्त सुरक्षा उपाय
पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर और मिनरल वाटर को उच्च जोखिम वाली श्रेणी में वर्गीकृत करना FSSAI की सख्त सुरक्षा उपायों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। नियामक संस्था का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि उच्च उपभोक्ता मांग को पूरा करने वाले उत्पाद कठोर सुरक्षा और गुणवत्ता मानकों का पालन करें।
इस परिवर्तन से व्यवसायों की जवाबदेही में सुधार होने तथा उपभोक्ताओं के बीच पैकेज्ड पेयजल और मिनरल वाटर के प्रति विश्वास मजबूत होने की उम्मीद है।
एफएसएसएआई के लिए उच्च जोखिम वाले खाद्य पदार्थ कौन से हैं?
एफएसएसएआई उच्च जोखिम वाले खाद्य श्रेणियों को ऐसे उत्पादों के रूप में परिभाषित करता है, जिनके लिए एफएसएसएआई द्वारा मान्यता प्राप्त खाद्य सुरक्षा लेखा परीक्षा एजेंसियों द्वारा नियमित निरीक्षण और वार्षिक लेखा परीक्षा की आवश्यकता होती है।
इन श्रेणियों में कई तरह के खाद्य पदार्थ शामिल हैं जैसे डेयरी उत्पाद और उनके विकल्प, मांस और मांस उत्पाद जिसमें पोल्ट्री, साथ ही मछली, मोलस्क, क्रस्टेशियन और इचिनोडर्म शामिल हैं। अंडे और अंडे से बने उत्पाद भी इस श्रेणी में आते हैं, साथ ही भारतीय मिठाइयाँ, तैयार खाद्य पदार्थ और विशिष्ट पोषण संबंधी आवश्यकताओं के लिए डिज़ाइन किए गए खाद्य उत्पाद भी। इसके अतिरिक्त, फोर्टिफाइड चावल की गुठली और अन्य पोषक तत्वों की तैयारी को सख्त सुरक्षा उपायों की आवश्यकता के कारण उच्च जोखिम वाले खाद्य पदार्थों के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।
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मुंबई पुलिस के डीसीपी का आंतरिक तबादला: दत्ता नलावडे को जोन 10 और असलम शेख को जोन 6 में तैनात किया गया

मुंबई: मुंबई पुलिस में आंतरिक तबादले किए गए हैं, जिसके तहत कृष्णकांत उपाध्याय को जोन 3 में स्थानांतरित किया गया है, वे पहले पुलिस मुख्यालय 1 में थे। डीसीपी डिटेक्शन दत्ता नलावड़े को जोन 10 और सचिन गंजाल को प्रिवेंटिव में स्थानांतरित किया गया है। महेश चामटे को प्रोटेक्शन से जोन 12, जोन 6 नुनाथ धुले को एंटी नारकोटिक्स सेल, जोन 7 विजय कांत सागर को सी प्रोटेक्शन पोर्ट जोन, प्रशांत परदेसी मंत्रालय से ट्रैफिक साउथ, निमित गोयल को एलए से एसटीएफ ईओडब्ल्यू, जोन 3 दत्तात्रे कांबले को एसबी 1, पुरुषोत्तम कराड साइबर क्राइम, असलम शेख को जोन 6 में स्थानांतरित किया गया है। राकेश ओला को जोन 7, राज तिलक रोशन को डिटेक्शन क्राइम ब्रांच, डीसीपी.
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गाजियाबाद में अपराधी को पकड़ने गई नोएडा पुलिस पर हमला, कांस्टेबल की मौत

गाजियाबाद, 26 मई। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में रविवार देर रात शातिर बदमाश को पकड़ने गई पुलिस टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया। फायरिंग में 25 साल के कांस्टेबल की मौत हो गई।
मामला मसूरी थाना क्षेत्र के नाहल गांव का है। यहां देर रात कादिर नाम के अपराधी को पकड़ने के लिए नोएडा पुलिस गई थी। इसी दौरान बदमाश के परिजनों और उसके साथियों ने पुलिस पर पथराव और फायरिंग कर दी। एक गोली पुलिसकर्मी कांस्टेबल सौरभ को लगी। उसे अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
इस मामले में डीसीपी ग्रामीण सुरेन्द्र नाथ तिवारी का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “25 मई को थाना मसूरी को सूचना मिली कि थाना मसूरी के ग्राम नाहल में गौतमबुद्धनगर के एक आरक्षी सौरभ को गोली लग गई है, जिसे टीम यशोदा अस्पताल ले गई, जहां पर उसे डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित कर दिया गया।”
उन्होंने बताया, “पुलिस टीम एक वांछित अभियुक्त कादिर की गिरफ्तारी के लिए आई थी। कादिर नाहल का रहने वाला था। घटना में थाना फेस-3 गौतमबुद्धनगर के उपनिरीक्षक सचिन की ओर से एक तहरीर दी गई है। तहरीर के आधार पर समुचित धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है। अन्य वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।”
रविवार की देर शाम नोएडा की क्राइम ब्रांच और फेस तृतीय थाना पुलिस ने बदमाश कादिर को पकड़ने के लिए दबिश दी थी। टीम ने कादिर को उसके घर से गिरफ्तार भी कर लिया था।
इसी बीच कादिर के साथियों और परिजनों ने पुलिस टीम पर गोलीबारी और पथराव कर दिया, जिसमें सिपाही सौरभ देशवाल के सिर में गोली लग गई। घायल को आनन-फानन अस्पताल ले जाया गया, यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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‘फाड़ दूंगा’ से लेकर ‘मुझे घर से जाना है’ तक का मजेदार सफर टाइगर श्रॉफ ने किया शेयर

मुंबई, 26 मई। बॉलीवुड एक्टर टाइगर श्रॉफ ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक मजेदार वीडियो शेयर किया, जिसने फैंस को हंसी से लोटपोट कर दिया। वीडियो की शुरुआत में टाइगर अपने जोशिले अंदाज में जबरदस्त डांस करते हैं। वह पूरी एनर्जी के साथ परफॉर्म करते हुए दिखाई देते हैं। इस दौरान वीडियो में नीचे की ओर एक टैगलाइन आती है- ‘फाड़ दूंगा!’ उनके मूव्स को देखकर ऐसा लगता है कि वह डांस में अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं।
लेकिन जैसे-जैसे वीडियो आगे बढ़ती है, टाइगर की हालत एकदम बदल जाती है। वह एक कोने में बैठकर गहरी सांस लेते हुए दिखते हैं। वह थककर चूर हो जाते हैं। उनका शरीर पसीने से तरबतर दिखाई देता है। अपनी थकान को उतारने के लिए वह कुर्सी पर बैठकर पानी पीते हुए नजर आते हैं। इस दौरान वीडियो में ऊपर की ओर टैगलाइन लिखकर आती है- ‘मुझे घर से जाना है!’… इसके आगे बेड और नींद वाली इमोजी भी होती है, जो इस पूरे सीन को काफी मजेदार बना देती है। इस वीडियो को फैंस काफी एन्जॉय कर रहे हैं।
वीडियो की शुरुआत में टाइगर ने जिस तरह खुद को सुपरहीरो दिखाया और फिर एकदम आम इंसान की तरह थककर बैठ गए, उनका ये अंदाज फैंस के चेहरे पर मुस्कुराहट की वजह बन रहा है। फैंस इस वीडियो को खूब पसंद कर रहे हैं और कमेंट्स में कर रहे हैं।
एक फैन ने कमेंट में लिखा, ‘देखकर अच्छा लगा भाई, हमारी तरह आप भी थकते हो।’
वहीं दूसरे फैन ने लिखा, ‘मुझे अपने घर जाना है… ये लाइन मुझे अच्छी लगी।’
अन्य यूजर्स ने लाफ्टर इमोजी भी कमेंट्स में भेजे।
वर्कफ्रंट की बात करें तो टाइगर को पिछली बार फिल्म ‘सिंघम अगेन’ में देखा गया था। उन्होंने एसीपी सत्या का किरदार निभाया था। फिल्म में उनके साथ अजय देवगन, करीना कपूर खान, रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण, अर्जुन कपूर, अक्षय कुमार जैसे सितारे नजर आए थे। फिलहाल, वह अपनी आने वाली फिल्म ‘बागी 4’ की तैयारी में जुटे हैं। इस फिल्म में उनके अलावा, संजय दत्त, सोनम बाजवा और हरनाज संधू अहम किरदार में नजर आएंगे।
‘बागी 4’ 5 सितंबर 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
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