अंतरराष्ट्रीय
माइक्रोसॉफ्ट का दावा, नया क्रिप्टो मेलवेयर विंडोज और लिनक्स पर चल रहे कम्प्यूटर को कर रहा है टारगेट

माइक्रोसॉफ्ट ने ग्राहकों को एक नए क्रिप्टो माइनिंग मालवेयर के बारे में चेतावनी दी है, जो क्रेडेंशियल्स चुरा सकता है, सुरक्षा नियंत्रण हटा सकता है और ईमेल के जरिए फैल सकता है। इसमें कहा गया है कि यह मानव-संचालित गतिविधि के लिए और टूल्स को छोड़ सकता है। ‘लेमनडक’ नाम का क्रिप्टो माइनिंग मालवेयर विंडोज और लिनक्स सिस्टम को निशाना बना रहा है, जो भारत सहित विभिन्न देशों में फिशिंग ईमेल, कारनामे, यूएसबी डिवाइस और ब्रूट फोर्स हमलों के माध्यम से फैल रहा है।
माइक्रोसॉफ्ट 365 डिफेंडर थ्रेट इंटेलिजेंस टीम ने चेतावनी दी, उद्यमों के लिए लेमनडक का खतरा इस तथ्य में भी है कि यह एक क्रॉस-प्लेटफॉर्म खतरा है। यह कुछ प्रलेखित बॉट मालवेयर परिवारों में से एक है, जो लिनक्स सिस्टम के साथ-साथ विंडोज डिवाइज को भी टारगेट करता है।
माइक्रोसॉफ्ट ने बताया कि,2020 में, यह ईमेल हमलों में कोविड -19-थीम वाले लालच का उपयोग करते हुए देखा गया था। 2021 में, इसने पुराने सिस्टम तक पहुंच प्राप्त करने के लिए नए पैच किए गए एक्सचेंज सर्वर कमजोरियों का फायदा उठाया है,।
हालाँकि, यह खतरा केवल नई या लोकप्रिय कमजोरियों तक ही सीमित नहीं है।
कंपनी ने कहा, विशेष रूप से, लेमनडक प्रतिस्पर्धी मैलवेयर से छुटकारा पाकर एक समझौता डिवाइस से अन्य हमलावरों को हटा देता है और उसी कमजोरियों को पैच करके किसी भी नए संक्रमण को रोकता है।
शुरूआती वर्षों में, लेमनडक ने चीन को भारी रूप से टारगेट किया है, लेकिन इसके संचालन का विस्तार कई अन्य देशों – अमेरिका, भारत, रूस, चीन, जर्मनी, यूके, कोरिया, कनाडा, फ्रांस और वियतनाम को शामिल करने के लिए किया गया है।
माइक्रोसॉफ्ट टीम ने कहा, एक बार आउटलुक मेलबॉक्स के साथ एक सिस्टम के अंदर, अपने सामान्य शोषण व्यवहार के हिस्से के रूप में, लेमनडक एक स्क्रिप्ट चलाने का प्रयास करता है जो डिवाइस पर मौजूद क्रेडेंशियल्स का उपयोग करता है।
कंपनी ने सुझाव दिया, इसका मतलब है कि ईमेल सुरक्षा नीतियां जो आंतरिक मेल के लिए स्कैनिंग या कवरेज को कम करती हैं, उनका पुनर्मूल्यांकन किया जाना चाहिए, क्योंकि संपर्क स्क्रैपिंग के माध्यम से ईमेल भेजना ईमेल नियंत्रण को दरकिनार करने में बहुत प्रभावी है।
पिछले सोमवार को, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन का प्रशासन फाइनली साइबर अपराधों में चीन की भागीदारी के खिलाफ सार्वजनिक रूप से सामने आया है। इसमें उसने राज्य प्रायोजित गतिविधियों के बड़े पैमाने पर वैश्विक संचालन चलाने का आरोप लगाया, जिससे पीड़ितों को अरबों डॉलर का नुकसान हुआ था।
गंभीर वैश्विक नतीजों का संकेत देते हुए एकजुटता के प्रदर्शन में, सभी 30 नाटो सहयोगी और यूरोपीय संघ, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और जापान बीजिंग पर आरोप लगाने में शामिल हुए।
राज्य के सचिव एंटनी ब्लिंकन ने कहा, अमेरिका और उसके सहयोगियों ने औपचारिक रूप से पुष्टि की है कि चीन के राज्य सुरक्षा मंत्रालय (एमएसएस) ने माइक्रोसॉफ्ट एक्सचेंज सर्वर में कमजोरियों का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर साइबर जासूसी ऑपरेशन में किया जिसने अंधाधुंध तरीके से हजारों कंप्यूटर और नेटवर्क से समझौता किया, इनमें ज्यादातर निजी क्षेत्र के पीड़ितों से संबंधित हैं।
अंतरराष्ट्रीय
म्यांमार की मदद के लिए चीन की आपात सामग्री की तीसरी खेप यांगून पहुंची

बीजिंग, 5 अप्रैल। म्यांमार की मदद के लिए चीन सरकार की आपात मानवीय भूकंप राहत सामग्री की तीसरी खेप यांगून पहुंची। सामग्री की इस खेप में 1,048 जल शोधन उपकरण, 10,000 मच्छरदानियां, 15,000 प्राथमिक चिकित्सा किट और 400 टेंट आदि विभिन्न तत्काल आवश्यक सामग्री शामिल हैं।
म्यांमार की मदद के लिए चीन सरकार की आपात मानवीय सामग्री की पहली खेप और दूसरी खेप 31 मार्च को और 3 अप्रैल को क्रमशः म्यांमार पहुंची थी और आपदा पीड़ितों में वितरित की गई थी।
स्थानीय समयानुसार 28 मार्च को म्यांमार में 7.9 तीव्रता का भूकंप आया और चीन के युन्नान प्रांत के कई हिस्सों में इसके जोरदार झटके महसूस किए गए। यह भूकंप इस साल की शुरुआत से पूरी दुनिया में 6 या इससे अधिक तीव्रता वाला 17वां भूकंप है। वर्ष 2025 की शुरुआत से अब तक यह सबसे बड़ा भूकंप है और पिछले दशक में महाद्वीप पर आया सबसे शक्तिशाली भूकंप है।
स्थानीय समय पर 4 अप्रैल की रात 8 बजे तक, 28 मार्च को म्यांमार में आए शक्तिशाली भूकंप के कारण पूरे देश में 3,354 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि, 220 लोग लापता हैं।
व्यापार
सेंसेक्स 1,000 अंक से अधिक फिसला, आईटी और फाइनेंशियल शेयरों में बिकवाली

मुंबई, 1 अप्रैल। भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार के कारोबारी सत्र में बड़ी बिकवाली देखने को मिल रही है। आईटी और फाइनेंशियल शेयरों में गिरावट के चलते सुबह 11:26 पर सेंसेक्स 1,122.60 अंक या 1.45 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 76,292.32 और निफ्टी 285.80 अंक या 1.22 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,233 पर था।
बाजार में गिरावट की वजह 2 अप्रैल से अमेरिकी द्वारा अपने ट्रेडिंग पार्टनर देशों पर लगाए जाने वाले जवाबी टैरिफ को माना जा रहा है।
सेंसेक्स में इंडसइंड बैंक, जोमैटो, नेस्ले, आईटीसी और भारती एयरटेल टॉप गेनर्स थे। बजाज फिनसर्व, इन्फोसिस, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, बजाज फाइनेंस, एचसीएल टेक, टीसीएस और सन फार्मा टॉप लूजर्स थे।
लार्जकैप के साथ-साथ मिडकैप और स्मॉलकैप में भी बिकवाली देखी जा रही है। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 359.10 अंक या 0.69 प्रतिशत की गिरावट के साथ 51,313.35 पर और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 99.35 अंक या 0.61 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15,997.15 पर था।
कैपिटलमाइंड रिसर्च के कृष्ण अप्पाला के अनुसार, वैश्विक चुनौतियों के बीच निवेशक सतर्क बने हुए हैं। बाजार के लिए संभावित टैरिफ घोषणाएं और उनके आर्थिक नतीजों से सेंटीमेंट प्रभावित होना प्रमुख चिंताएं बनी हुई हैं।”
सेक्टोरल आधार पर निफ्टी आईटी इंडेक्स में 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट हुई।
इसके अलावा निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज, फार्मा, मेटल, रियलिटी और ऑटो समेत करीब सभी इंडेक्स लाल निशान में थे।
एशिया के करीब सभी बाजार हरे निशान में बने हुए हैं। शंघाई, टोक्यो, सोल, बैंकॉक और हांगकांग के बाजारों में तेजी है। अमेरिकी बाजार सोमवार को सात महीनों के निचले स्तर से रिकवर करके एक प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुए थे।
लगातार छह सत्रों तक खरीदारी करने के बाद शुक्रवार को विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) ने इक्विटी में 4,352 करोड़ रुपये की बिकवाली की। दूसरी तरफ, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 7,646 करोड़ रुपये का इक्विटी में निवेश किया।
अंतरराष्ट्रीय
भूकंप प्रभावित म्यांमार को 15 टन राहत सामग्री भेजेगा भारत

नई दिल्ली, 29 मार्च। म्यांमार और थाईलैंड में शुक्रवार को भूकंप ने भारी तबाही मचाई। इस तबाही में जानमाल का काफी नुकसान हुआ है। इस बीच, भारत ने भूकंप प्रभावित म्यांमार की मदद को हाथ बढ़ाया है। सूत्रों ने बताया कि भारत म्यांमार को 15 टन से अधिक राहत सामग्री भेजेगा, क्योंकि वहां कई शक्तिशाली भूकंपों ने 144 से ज्यादा लोगों की जान ले ली और 700 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
सूत्रों ने बताया कि भारत राहत सामग्री को भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के सी-130जे विमान से म्यांमार भेजेगा, जो वायुसेना स्टेशन हिंडन से रवाना होगा।
सूत्रों के अनुसार, राहत पैकेज में टेंट, स्लीपिंग बैग, कंबल, खाने के लिए तैयार भोजन, वाटर प्यूरीफायर, हाइजीन किट, सोलर लैंप, जनरेटर सेट और पैरासिटामोल, एंटीबायोटिक्स, सीरिंज, दस्ताने और पट्टियां जैसी आवश्यक दवाएं शामिल हैं।
इस बीच, भारतीय दूतावास स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और उसने कहा कि अभी तक किसी भी भारतीय के घायल होने की कोई रिपोर्ट नहीं है।
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “बैंकॉक और थाईलैंड के अन्य भागों में आए शक्तिशाली भूकंप के झटकों के बाद भारतीय दूतावास थाई अधिकारियों के साथ स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है। अब तक, किसी भी भारतीय नागरिक से जुड़ी कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। किसी भी आपात स्थिति में थाईलैंड में भारतीय नागरिकों को आपातकालीन नंबर +66 618819218 पर संपर्क करने की सलाह दी जाती है। बैंकॉक में भारतीय दूतावास और चियांग माई में वाणिज्य दूतावास के सभी सदस्य सुरक्षित हैं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “भारत शुक्रवार को आए बड़े भूकंप के बाद म्यांमार को मदद भेजने के लिए तैयार है।”
पीएम मोदी ने शुक्रवार को एक्स पर कहा, “म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के बाद की स्थिति से चिंतित हूं। भारत हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है।”
बता दें कि भारत और बांग्लादेश के अधिकारियों ने म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप से कोई बड़ा प्रभाव नहीं होने की सूचना दी। भूकंप के बाद आए झटकों ने म्यांमार और पड़ोसी थाईलैंड में दहशत पैदा कर दी है।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार, शुक्रवार को रात 11:56 बजे (स्थानीय समयानुसार) म्यांमार में 4.2 तीव्रता का भूकंप आया।
एनसीएस के अनुसार, नवीनतम भूकंप 10 किलोमीटर की गहराई पर आया, जिससे यह आफ्टरशॉक के लिए अतिसंवेदनशील है। एनसीएस ने बताया कि भूकंप अक्षांश 22.15 एन और देशांतर 95.41 ई पर दर्ज किया गया था।
शुक्रवार को आया शक्तिशाली भूकंप बैंकॉक और थाईलैंड के कई हिस्सों में महसूस किया गया, प्रत्यक्षदर्शियों की रिपोर्ट और स्थानीय मीडिया के अनुसार बैंकॉक में हिलती हुई इमारतों से सैकड़ों लोग बाहर निकल आए।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, शुक्रवार को म्यांमार में छह भूकंप आए।
-
व्यापार5 years ago
आईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years ago
भगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
अपराध3 years ago
बिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
न्याय7 months ago
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अनन्य2 years ago
उत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
अपराध2 years ago
पिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार2 months ago
नासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा
-
महाराष्ट्र5 years ago
31 जुलाई तक के लिए बढ़ा लॉकडाउन महाराष्ट्र में, जानिए क्या हैं शर्तें