महाराष्ट्र
मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल ने भाजपा छोड़ने के संकेत दिए, पणजी से निर्दलीय लडे़ंगे चुनाव

गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)के समझौता करने के प्रयासों को खारिज करते हुए शुक्रवार को कहा कि वह पार्टी से इस्तीफा देकर 14 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में पणजी सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे। उनके पिता इसी सीट का प्रतिनिधित्व करते थे।
उत्पल पर्रिकर ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनके पिता के निधन के बाद 2019 के पणजी उपचुनावों के दौरान पार्टी ने उनकी उम्मीदवारी को खारिज कर दिया था। उस समय उन्हें वहां के लोगों को पूरा समर्थन था और यह पार्टी वह नहीं रही है जो उनके पिता के समय में थी।
उत्पल पर्रिकर ने कहा, पणजी के लोगों ने मनोहर पर्रिकर को सिर्फ इसलिए वोट नहीं दिया क्योंकि वह एक सांसद थे। उन्हें लोगों ने इसलिए वोट दिए थे क्योंकि उनके कुछ आदर्श और मूल्य थे और अब मेरे लिए भी उन मूल्यों के लिए खड़े होने का समय आ गया है। उन्होंने यह भी कहा कि वह पार्टी से इस्तीफा देकर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा, पिछली बार, संगठन ने कुछ विशेष कारणों से लोकप्रिय समर्थन हासिल होने के बावजूद मेरी उम्मीदवारी को खारिज कर दिया था। लोग उन परिस्थितियों को जानते हैं लेकिन अब यह मनोहर पर्रिकर की पार्टी के निर्णय की तरह नहीं लगता है।
गौरतलब है कि भाजपा ने उनकी उम्मीदवारी को 2019 के उपचुनावों में और अब इस समय 2022 में दो बार खारिज कर दिया है। भाजपा ने मौजूदा विधायक अतानासियो मोनसेरेट को टिकट की पेशकश की है।
जब मोनसेरेट ने कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में 2019 का उपचुनाव लड़ा था, तो भाजपा नेताओं ने उनके खिलाफ दर्ज आपराधिक अपराधों की सूची का हवाला देते हुए उनकी निंदा की थी । इनमें एक नाबालिग लड़की के बलात्कार का आरोप, जबरन वसूली और शहर के एक पुलिस स्टेशन पर भीड़ के हमले का नेतृत्व करना शामिल था।
मोनसेरेट ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीता था और इसके तुरंत बाद भाजपा में शामिल हो गए थे।
उत्पल पर्रिकर ने कहा, पार्टी ने जिस उम्मीदवार को टिकट दिया है, उनके बारे में बात करने में मुझे शमिर्ंदगी महसूस होती है। पणजी में पार्टी की पहचान 30 साल से अधिक की है लेकिन यहां एक ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया है जो अभी दो साल पहले ही इसमें शामिल हुआ था। मेरे पास अब कोई विकल्प नहीं है और मुझे लोगों के बीच जाना है।
उन्होंने कहा, जहां तक किसी राजनीतिक दल का सवाल है, तो मेरे लिए एकमात्र पार्टी भाजपा उपलब्ध है। लेकिन दूसरा मंच निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर है। यह मेरा अपना मंच है जिसके बारे में मुझे दुर्भाग्य से उन मूल्यों के लिए सोचना पड़ा है जिन पर मैं विश्वास करता हूं।
उन्होंने यह भी कहा कि वह किसी अन्य राजनीतिक पार्टी में शामिल नहीं होंगे।
महाराष्ट्र
मुंबई लोकल ट्रेन के विकलांग डिब्बे में अंधी महिला की पिटाई करने वाला आरोपी गिरफ्तार

मुंबई: रेलवे पीआरपी ने मुंबई लोकल ट्रेन के विकलांग डिब्बे में एक नेत्रहीन महिला की पिटाई करने के आरोप में मुहम्मद इस्माइल हसन अली को गिरफ्तार करने का दावा किया है। मोहम्मद इस्माइल हसन अली अपनी गर्भवती पत्नी और 10 वर्षीय बेटी के साथ मुंबई के सीएसटी रेलवे स्टेशन से टाटवाला जाने वाली ट्रेन में विकलांग डिब्बे में यात्रा कर रहे थे। इस दौरान एक 33 वर्षीय नेत्रहीन महिला डिब्बे में दाखिल हुई। अन्य यात्रियों ने हसन अली से अनुरोध किया कि वह विकलांग महिला के लिए अपनी सीट छोड़ दें। उसने इनकार कर दिया। इस दौरान पीड़िता ने उसके साथ गाली-गलौज की तो 40 वर्षीय हसन अली भड़क गया और उसने महिला की पिटाई शुरू कर दी। किसी तरह डिब्बे में मौजूद यात्रियों ने अंधी महिला को बचाया और पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर इस पर टिप्पणियां भी शुरू हो गईं। इस पर संज्ञान लेते हुए कल्याण जीआरपी ने कार्रवाई करते हुए मुंब्रा निवासी मोहम्मद इस्माइल हसन को गिरफ्तार कर लिया और आगे की जांच के लिए मामला पुलिस को सौंप दिया गया है। हसन अली के खिलाफ बिना किसी बहाने के विकलांग डिब्बे में यात्रा करने, मारपीट करने और अंधे यात्री के अधिकारों का उल्लंघन करने का मामला भी दर्ज किया गया है।
महाराष्ट्र
यातायात पुलिस ने 10 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना वसूला। 556 करोड़

मुंबई: ‘मुंबई वन स्टेट वन चालान’ डिजिटल पोर्टल के जरिए मुंबई ट्रैफिक पुलिस विभाग ने 1 जनवरी 2024 से 28 फरवरी 2025 के बीच 556 करोड़ 64 लाख 21 हजार 950 रुपये (₹5,564,219,050) के चालान वसूले हैं। यह खुलासा एक आरटीआई आवेदन के जरिए हुआ है। उक्त अवधि के दौरान पोर्टल पर कुल 1,81,613 ऑनलाइन शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 1,07,850 शिकायतें खारिज कर दी गईं। यानि लगभग 59% शिकायतें खारिज कर दी गईं।
सूचना का अधिकार (आरटीआई) कार्यकर्ता अनिल गलगली ने ई-चालान शिकायतों के बारे में मुंबई यातायात पुलिस से जानकारी मांगी थी। मुंबई यातायात पुलिस के अनुसार, वाहन के प्रकार (जैसे दोपहिया, चार पहिया, माल वाहन, यात्री वाहन, आदि) के आधार पर प्राप्त शिकायतों का वर्गीकरण ‘एक राज्य एक चालान’ पोर्टल पर उपलब्ध नहीं है, जिसके कारण वर्तमान में विशिष्ट वाहन श्रेणियों पर की गई कार्रवाई का विश्लेषण करना असंभव है।
शिकायत जांच प्रक्रिया:
सभी शिकायतों की जांच मल्टीमीडिया सेल, यातायात मुख्यालय, वर्ली, मुंबई में की जाती है। इसमें वाहन की तस्वीरों और आसपास के दृश्य साक्ष्यों की समीक्षा शामिल है। यदि चित्र या साक्ष्य स्पष्ट नहीं हैं, तो उसे जांच के लिए संबंधित यातायात विभाग या पुलिस स्टेशन को भेजा जाता है। चालान को बरकरार रखने या रद्द करने का अंतिम निर्णय स्थानीय जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद ही किया जाएगा।
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने कहा कि ई-चालान प्रणाली को पारदर्शी बनाना समय की मांग है। नागरिकों को अपने विचार प्रस्तुत करने का पूर्ण एवं निष्पक्ष अवसर दिया जाना चाहिए तथा प्रत्येक शिकायत की निष्पक्ष एवं गहन जांच की जानी चाहिए।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में कोविड: स्वास्थ्य विभाग सतर्क, मुंबई में कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 10 के पार

मुंबई, 21 मई। महाराष्ट्र में कोविड ने दस्तक दे दी है। प्रदेश की राजधानी मुंबई में ही मंगलवार को कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 15 बताई गई। स्वास्थ्य विभाग ने 20 मई को इसकी जानकारी दी साथ ही लोगों से अपील की कि वो किसी भी स्थिति में घबराएं नहीं।
इसके मुताबिक ऐहतियातन वर्तमान में महाराष्ट्र में कोविड के लिए आईएलआई (इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी) और एसएआरआई (गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण) को लेकर सर्वे चल रहा है।
टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए संक्रमितों का उपचार किया जा रहा है। विभाग के मुताबिक फिलहाल मामले ज्यादा भयावह नहीं हैं, मरीजों में लक्षण बेहद सामान्य या हल्के हैं।
इसके साथ ही जनता से अपील की गई है कि वो डरे नहीं, घबराएं नहीं। किसी भी तरह के लक्षण दिखें तो तुरंत पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के माध्यम से कोविड परीक्षण कराएं। उपचार की सुविधा उपलब्ध है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, जनवरी से अब तक कोरोनावायरस के लिए 6,066 स्वैब नमूनों की जांच की गई है, जिनमें से 106 मरीजों के नतीजे पॉजिटिव आए। इनमें से 101 मुंबई से और शेष 1 पुणे, 1 ठाणे और 3 कोल्हापुर से थे। मुंबई में कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 101 पाई गई। राज्य में 52 मरीज हल्के लक्षणों के कारण उपचार करा रहे हैं, जबकि 16 मरीज अस्पतालों में उपचार करा रहे हैं।
वहीं, जनवरी से अब तक कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 2 रही है। दोनों ही को-मॉर्बिड केस थे। जिनमें से एक मरीज को हाइपोकैल्सीमिया दौरे के साथ नेफ्रोटिक सिंड्रोम था और दूसरे को कैंसर था।
दिशानिर्देशों का पूर्णत: पालन किया जा रहा है और मरीजों को 7 दिनों के बाद छुट्टी दे दी जाती है। मरीजों की संख्या में छिटपुट वृद्धि केवल महाराष्ट्र ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों और कुछ अन्य देशों में भी देखी जा रही है।
महाराष्ट्र में कोविड जीनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट बी. जे. मेडिकल कॉलेज पुणे और एनआईवी पुणे में किया जाता है।
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