राष्ट्रीय समाचार
कर्नाटक में पांच वर्षों में एक मिलियन चिप डिजाइनर बनाने की क्षमता : आईटी मंत्री प्रियांक खड़गे
कर्नाटक के सूचना और जैव प्रौद्योगिकी मंत्री प्रियांक खड़गे ने शनिवार को कहा कि दक्षिणी राज्य में अमेरिका की आवश्यकता को पूरा करने के लिए अगले पांच वर्षों में देश भर में दस लाख चिप डिजाइनर तैयार करने की क्षमता है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि खड़गे ने बेलगावी में टेकसेलरेशन 2023 में एक सभा को संबोधित करते हुए यह बयान दिया।
मंत्री ने कहा कि कर्नाटक सरकार स्थानीय स्टार्टअप के लिए समर्थन सुनिश्चित करते हुए तरजीही सार्वजनिक खरीद नीति तैयार करने का इरादा रखती है।
कर्नाटक डिजिटल इकोनॉमी मिशन (केडीईएम) ने टेकसेलरेशन के तीसरे संस्करण की मेजबानी की, जो कर्नाटक के संपन्न आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन और विनिर्माण (ईएसडीएम), और हुबली-धारवाड़-बेलगावी (एचडीबी) क्लस्टर में विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों पर प्रकाश डालने वाला एक प्रमुख कार्यक्रम है। कार्यक्रम का समापन शुक्रवार को हुआ।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य नवीनतम रुझानों का पता लगाने, विचारों का आदान-प्रदान करने और कर्नाटक में जीवंत तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र में योगदान करने के लिए नवप्रवर्तकों, उद्यमियों और तकनीकी उत्साही लोगों को एक साथ लाना था।
16 नई कंपनियों के उद्भव और चार मौजूदा कंपनियों के विस्तार के साथ, एचबीडी क्लस्टर ने उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है। लगभग 40 अतिरिक्त कंपनियों ने एक मजबूत विकास प्रक्षेपवक्र का प्रदर्शन करते हुए क्लस्टर उद्योग स्थापित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
एक नई विनिर्माण इकाई का उद्घाटन किया गया है, इससे 3,000 व्यक्तियों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
25 करोड़ रुपये के पर्याप्त पूंजी निवेश द्वारा समर्थित 150 स्टार्टअप के लॉन्च के साथ उद्यमशीलता परिदृश्य भी फला-फूला है। सामूहिक पहल एचडीबी क्लस्टर के भीतर गतिशील और संपन्न व्यापार पारिस्थितिकी तंत्र पर जोर देती है।
कार्यक्रम में बोलते हुए, आईटी मंत्री ने कहा: “हमारे सेक्टर-विशिष्ट ‘व्यवसाय करने में आसानी’ पहल के साथ, हम एक अधिमान्य सार्वजनिक खरीद नीति विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं जो हमारे स्टार्टअप सेल के साथ पंजीकृत अद्वितीय बौद्धिक संपदा वाले स्टार्टअप के लिए सरकारी समर्थन सुनिश्चित करती है और यदि ‘कर्नाटक सरकार की बेंगलुरु पहल से परे’ में निवेश किया जाता है और संलग्न किया जाता है, तो कर्नाटक सरकार इस पहल को शुरू करने वाली पहली सरकार हो सकती है। एक सरकारी नीति जो यह सुनिश्चित करती है कि अद्वितीय आईपी के साथ आपके उत्पादों, सेवाओं को सरकार द्वारा खरीदा जा सकता है।
खड़गे ने कहा, “हम उद्यमियों की यात्रा को समझते हैं और कर्नाटक सरकार हमारे गतिशील स्टार्टअप समुदाय की जरूरतों को सुनने, सीखने और उन्हें पूरा करने के लिए यहां है।”
उन्होंने दोहराया, “इस संबंध में, आवेदन जमा करने की समय सीमा 5 जनवरी, 2024 तक बढ़ा दी जाएगी। इस नीति के माध्यम से, हमारी सरकार स्टार्टअप्स को समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है।”
उन्होंने कहा, “इसके अलावा, हम ‘बेंगलुरू पहल से परे’ व्यवसायों के लिए अनुकूल माहौल बनाने, अधिक सब्सिडी, नीतियों और निवेश की पेशकश पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहल है जो सरकार केडीईएम के माध्यम से कर रही है।”
आईटी और बीटी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, एकरूप कौर ने कहा, “बेंगलुरु से परे, विकास के एक नए युग की कल्पना की गई है, जो आईटी और बीटी के प्रभुत्व को अप्रयुक्त क्षेत्रों में बढ़ावा देगा। अधिक क्लस्टर तकनीकी केंद्र के रूप में उभरने के लिए तैयार हैं।”
केडीईएम के सीईओ संजीव गुप्ता ने कहा, “बेलगावी में न्यायसंगत और टिकाऊ विकास हासिल करने की अपार संभावनाएं हैं। शहर की प्रगति वास्तव में आशाजनक है।”
राजनीति
आस्था का महापर्व छठ पूजा से छत्तीसगढ़ के लोगों के जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आए : सीएम साय

रायपुर, 28 अक्टूबर: छत्तीसगढ़ सहित देश के विभिन्न हिस्सों में आस्था और श्रद्धा का प्रतीक महापर्व छठ पूजा मंगलवार को सूर्योदय के समय दिए गए अर्घ्य के साथ विधिवत सम्पन्न हो गया। चार दिनों तक चलने वाले इस कठिन व्रत का समापन सूर्य देवता को अर्घ्य अर्पित कर और आशीर्वाद प्राप्त कर किया गया।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पुसौर विधानसभा क्षेत्र में छठ घाट पर श्रद्धालुओं के साथ शामिल होकर सूर्योदय अर्घ्य अर्पित किया।
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि यह पर्व सूर्य और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक है। सभी के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आए, यही कामना है। प्रदेश के कई हिस्सों में नए छठ घाटों का निर्माण किया गया, जिसकी स्वीकृति मुख्यमंत्री ने स्वयं दी। घाटों पर साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
सीएम साय ने छठ महापर्व के अवसर पर कहा कि पहले विधायक और अब मुख्यमंत्री के रूप में, मेरा प्रयास रहा है कि मैं छठ समारोह में भाग लूं, भगवान सूर्य की पूजा करूं और इस पावन पर्व के दौरान श्रद्धालुओं के साथ शामिल होऊं। इस बार भी मुझे यह शुभ अवसर प्राप्त हुआ।
उन्होंने बताया कि सोमवार शाम को अर्घ्य दिया गया और मंगलवार सुबह का अर्घ्य अर्पित किया। मुख्यमंत्री ने कामना की कि सभी के घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली आए। इसके साथ ही, छठ पूजा के लिए सुविधाएं बढ़ाने हेतु पुसौर क्षेत्र में छठ घाटों के निर्माण को स्वीकृति प्रदान की गई है।
एक सोशल मीडिया पोस्ट में सीएम ने लिखा कि आस्था, श्रद्धा और पवित्रता के इस महापर्व छठ पूजा में अपनी पत्नी के साथ सम्मिलित होकर छठी मईया की पूजा-अर्चना की एवं भगवान सूर्य नारायण को अर्घ्य अर्पित कर प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और मंगल की कामना की। यह पर्व संयम, साधना और प्रकृति के प्रति हमारी कृतज्ञता का प्रतीक है, जो समाज में श्रद्धा, संस्कार और एकता का संदेश देता है। छठी मइया और भगवान सूर्य नारायण की कृपा से हर घर में सुख-शांति और समृद्धि का प्रकाश बना रहे।
एसआईआर के कार्यान्वयन पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि यह एक अच्छा कदम है और हम चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करते हैं। चुनाव आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि एसआईआर प्रक्रिया का सही ढंग से कार्यान्वयन हो।
दुर्घटना
राजस्थान: मजदूरों से भरी बस में करंट दौड़ने के बाद लगी आग, दो की मौत, डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा ने दुख जताया

जयपुर, 28 अक्टूबर: राजस्थान के जयपुर में मंगलवार को दर्दनाक बस हादसा हुआ। यहां मजदूरों को लेकर जा रही एक बस हाईटेंशन लाइन के तार की चपेट में आ गई, जिससे दो मजदूरों की मौत होने की सूचना है, जबकि 10 से अधिक मजदूर चोटिल बताए जा रहे हैं।
जानकारी सामने आई है कि जयपुर जिले के शाहपुरा विधानसभा क्षेत्र के मनोहरपुर क्षेत्र में यह हादसा हुआ। यह बस शाहपुरा के टोडी स्थित ईंट भट्टे पर मजदूरों को लेकर आ रही थी। हाईटेंशन लाइन को छूने पर पूरी बस में करंट दौड़ने लगा, जिसके बाद उसमें आग लग गई।
राजस्थान के उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि बस दुर्घटना में जनहानि का समाचार सुनकर मन अत्यंत व्यथित है। उन्होंने बताया कि दुर्घटना की सूचना प्राप्त होते ही संबंधित अधिकारियों से वार्ता कर घायलों के समुचित उपचार सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है।
उन्होंने ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा, “मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। प्रभु श्रीराम जी से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।”
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने भी हादसे पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा, “जयपुर के मनोहरपुर में श्रमिकों से भरी बस के हाईटेंशन लाइन छूने से आग लगने से 2 व्यक्तियों की मृत्यु और कई अन्य के घायल होने का समाचार दुखद है। राजस्थान में जिस प्रकार से आए दिन हादसे होने से आम जन अपनी जान गंवा रहे हैं, यह चिंताजनक है। शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।”
राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा, “मजदूरों से भरी बस के हाईटेंशन लाइन से टकराने की घटना अत्यंत दर्दनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है। हादसे में दो लोगों की मृत्यु और 10 से अधिक लोगों के घायल होने का समाचार गहरा दुख देने वाला है। शोकाकुल परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।”
उन्होंने ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा, “ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्माओं को शांति, परिजनों को यह असहनीय दुख सहने की शक्ति और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।”
पूर्व सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने बस दुर्घटना पर दुख जताया। उन्होंने कहा, “जयपुर के मनोहरपुर क्षेत्र में हाईटेंशन लाइन के चपेट में आने से एक स्लीपर बस में आग लगने से हुआ हादसा अत्यंत दुखद है। इस हादसे में दो मजदूरों की मृत्यु हो जाने व कई लोगों के गंभीर रूप से झुलस जाने के समाचार प्राप्त हुए हैं। ईश्वर दिवंगतजनों की आत्मा को शांति प्रदान करें व घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।”
राजनीति
पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह की विवादित टिप्पणी पर मायावती की तीखी प्रतिक्रिया, सरकार से कार्रवाई की मांग

लखनऊ, 28 अक्टूबर: सिद्धार्थनगर के डोमरियागंज से पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह की तथाकथित टिप्पणी ने उत्तर प्रदेश में राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने कहा कि ऐसे बयान निंदनीय हैं।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने निशाना साधते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों में ‘धर्म परिवर्तन’ और ‘लव जिहाद’ जैसे नाम दिए जाते हैं, जो सांप्रदायिक वैमनस्य को बढ़ाते हैं। कानून को हाथ में लेकर लोगों के जानमाल व मजहब पर खतरा बन जाने वाला खेल शरारती तत्व खेलते हैं।
पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह की विवादित टिप्पणी का जिक्र करते हुए मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “इस संकीर्ण व घृणित बयान के साथ-साथ उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड समेत अन्य और राज्यों में भी धर्म परिवर्तन, लव जिहाद और ना जाने क्या-क्या नफरती नाम देकर व उसके विरुद्ध कानून को अपने हाथ में लेकर सांप्रदायिक व जातिवादी द्वेष, वैमनस्य, अशांति, अराजकता और लोगों के जान-माल व मजहब पर खतरा बन जाने का शरारती तत्वों का यह विषैला हिंसात्मक खेल अति-निंदनीय है।”
उन्होंने कहा कि ऐसे आपराधिक, अराजक व असामाजिक तत्व सभ्य व संवैधानिक सरकार के लिए खुली चुनौती और खतरा हैं। मायावती ने कहा, “इन्हें शह व संरक्षण देने के बजाय सरकारें राज्य की करोड़ों जनता के हित व कल्याण को ध्यान में रखते हुए कानून का राज स्थापित करना सुनिश्चित करने के लिए ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करें।”
इससे पहले, राघवेंद्र प्रताप सिंह की विवादित टिप्पणी पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने तीखी आलोचना करते हुए कहा, “सत्ता के लालच में ये लोग समाज की एकता, सद्भाव और संविधान, सब कुछ ताक पर रख चुके हैं।”
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर लिखा, “10 मुस्लिम लड़कियों को लाओ, नौकरी का इंतजाम मैं करूंगा। यह शर्मनाक बयान भाजपा के पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने भरी जनसभा में दिया है। धर्म के नाम पर नफरत फैलाना, समाज को तोड़ना और बेरोजगार युवाओं को भटकाना, यही भाजपा की असली राजनीति बन चुकी है। जब रोजगार, शिक्षा और महंगाई पर जवाब देना मुश्किल हो गया, तब भाजपा नेता धार्मिक जहर घोलकर सत्ता की राजनीति चमकाने में जुट गए हैं।”
-
व्यापार5 years agoआईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years agoभगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
महाराष्ट्र4 months agoहाईकोर्ट ने मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को नोटिस जारी किया, मस्जिदों के लाउडस्पीकर विवाद पर
-
अनन्य3 years agoउत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
न्याय1 year agoमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अपराध3 years agoबिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
अपराध3 years agoपिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार8 months agoनासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा
