राजनीति
कर्नाटक चुनाव 2023: ओपिनियन पोल में अनुमान लगाया गया है कि बीजेपी 110-120 सीटें जीत सकती है
एक जनमत सर्वेक्षण ने आयोजित किया कि सत्तारूढ़ भाजपा कर्नाटक में सत्ता में वापसी करेगी। 25-30 मार्च के बीच किए गए सर्वेक्षण के अनुसार, भाजपा के 110-120 के बीच कहीं भी सीटें जीतने की संभावना है, जबकि निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस 70-80 सीटें जीत सकती है। जनता दल-सेक्युलर को 10 से 15 सीटें मिलने का अनुमान है जबकि अन्य को 4 से 9 सीटें मिलने का अनुमान है।
उस निकाय के बारे में जिसने सर्वेक्षण किया
दक्षिण भारत की चुनाव विश्लेषण संस्था एडुप्रेस ग्रुप ने राज्य के 50 निर्वाचन क्षेत्रों और 183 मतदान केंद्रों में 18,331 उत्तरदाताओं के बीच सर्वेक्षण किया है। चुनाव विश्लेषक और एडुप्रेस समूह के अध्यक्ष भाजपा को कुल डाले गए वोटों में से 43 फीसदी जबकि कांग्रेस को 37 फीसदी वोट हासिल होंगे।
सर्वे के मुताबिक सबसे लोकप्रिय चेहरों के बारे में
सर्वेक्षण में भविष्यवाणी की गई है कि कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और अनुभवी भाजपा नेता बी.एस. येदियुरप्पा कर्नाटक के सबसे लोकप्रिय नेता हैं और सर्वेक्षण में शामिल 23 प्रतिशत लोगों ने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में उनका समर्थन किया। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता, जगदीश शेट्टार उन सर्वेक्षणों में अगले लोकप्रिय नेता हैं और सर्वेक्षण में शामिल 22 प्रतिशत लोग उन्हें अगला मुख्यमंत्री बनाना पसंद करते हैं, जैसा कि सर्वेक्षण में अनुमान लगाया गया है। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया 20 प्रतिशत वोट शेयर के साथ सर्वेक्षण में तीसरे स्थान पर रहे, जबकि कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डी.के. सर्वे में शामिल लोगों में 19 फीसदी वोट शेयर के साथ शिवकुमार चौथे स्थान पर रहे। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल-सेक्युलर के वरिष्ठ नेता एच.डी. सर्वे में शामिल लोगों में कुमारस्वामी को 10 फीसदी समर्थन मिला.
बोम्मई ने सर्वेक्षण में केवल 5% रेटिंग प्राप्त की
दिलचस्प बात यह है कि मौजूदा मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई सर्वेक्षण में शामिल लोगों में से केवल 5 प्रतिशत वोट शेयर हासिल कर सके। सर्वेक्षण में यह भी पाया गया कि वर्तमान मुख्यमंत्री, बोम्मई के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों और सत्तारूढ़ मंडल में अंदरूनी कलह ने भाजपा को प्रभावित किया है, लेकिन मतदाताओं का मानना था कि चेहरा बदलने से चुनावों में भाजपा के लिए सकारात्मक परिणाम आ सकते हैं।
मतदाता, हालांकि, राज्य में भाजपा सरकार को जारी रखना चाहते हैं।
“हम अगला सर्वेक्षण अप्रैल के पहले सप्ताह में करेंगे। ये शुरुआती दिन हैं, भाजपा के पास स्पष्ट बढ़त है, लेकिन कांग्रेस बारीकी से अनुसरण कर रही है।” उन्होंने कहा, “अनुभवी नेता बी.एस. येदियुरप्पा कर्नाटक में सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में उभरे हैं और पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता, जगदीश शेट्टार कर्नाटक के सबसे साफ-सुथरे राजनेता हैं।”
महाराष्ट्र
एमपी पुलिस थाने से महाराष्ट्र ड्रग रैकेट का पर्दाफाश, 4 गिरफ्तार

मुंबई : मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मध्य प्रदेश से महाराष्ट्र में ड्रग्स की तस्करी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा किया है और इसमें शामिल चार आरोपियों को एमपी से गिरफ्तार किया है। इन चारों पर महाराष्ट्र में ड्रग रैकेट चलाने का आरोप है। 3 नवंबर को, नौपारा के इमरान उर्फ बाबू खान (38), वकास अब्दुल रब खान (30), तकदीन रफीक खान (30), कमलेश अजय चव्हाण (23) को मध्य प्रदेश से ड्रग्स की आपूर्ति करने और उन्हें महाराष्ट्र में बेचने की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर लिया और उनके कब्जे से एक किलो से अधिक एमडी जब्त की, जिसकी कीमत 2 करोड़ रुपये से अधिक बताई जाती है। यह जानकारी यहां डीसीपी क्राइम ब्रांच अमर सिंह जाधव ने दी। उन्होंने कहा कि एक बड़े ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है और और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।
महाराष्ट्र
गौतम अडानी और शरद पवार फिर आए साथ नजर, सीएम फडणवीस भी रहे मौजूद

लोनावाला : उद्योगपति गौतम अडानी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता शरद पवार एक बार फिर एक साथ नजर आए। दोनों हाल ही में महाराष्ट्र में आयोजित एक पारिवारिक शादी समारोह में शामिल हुए। यह समारोह आईपीएस अधिकारी प्रवीण रामराव पवार की बेटी और प्रशांत निलावर के बेटे की शादी के अवसर पर आयोजित किया गया था।
इस मौके पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित कई वरिष्ठ राजनेता, प्रशासनिक अधिकारी और विशिष्ट अतिथि मौजूद थे।
अडानी और पवार की मुलाकात ने राजनीतिक हलकों में उत्सुकता बढ़ा दी, क्योंकि दोनों नेताओं को एक-दूसरे से गर्मजोशी से बातचीत करते और अभिवादन करते देखा गया। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई जब महाराष्ट्र की राजनीति में लगातार नए समीकरण बनते नजर आ रहे हैं।
शरद पवार अपने सौम्य स्वभाव और सभी दलों के नेताओं व उद्योगपतियों से अच्छे संबंध रखने के लिए जाने जाते हैं। वहीं गौतम अडानी का इस समारोह में शामिल होना उनके राजनीतिक और सामाजिक जुड़ाव को दर्शाता है।
यह विवाह समारोह भव्य तरीके से संपन्न हुआ, जिसमें कई नामी हस्तियों की मौजूदगी ने इसे और खास बना दिया।
अंतरराष्ट्रीय समाचार
भारत–अमेरिका वायुसेना का युद्धाभ्यास, आपसी तालमेल और तकनीकी क्षमता का प्रदर्शन

नई दिल्ली, 13 नवंबर: भारतीय वायुसेना और संयुक्त राज्य अमेरिका की वायुसेना के बीच एक बेहद महत्वपूर्ण द्विपक्षीय वायु अभ्यास चल रहा है। दोनों देशों के इस संयुक्त अभ्यास का उद्देश्य वायु सेनाओं के बीच आपसी समझ, सामरिक सहयोग और अंतरसंचालन क्षमता को बढ़ाना है।
गुरुवार, 13 नवंबर को इस अभ्यास का फाइनल व अंतिम दिन है। खास बात यह भी है कि इस अभ्यास में अमेरिकी वायुसेना ने अपने अत्याधुनिक बी-1बी लांसर सुपरसॉनिक बमवर्षक विमान के साथ भाग लिया है। सटीक व घातक मारक क्षमता बी-1बी लांसर अपनी लंबी दूरी की प्रहार क्षमता और सटीक टारगेट तकनीक के लिए प्रसिद्ध है।
भारतीय वायुसेना की ओर से यहां विभिन्न अत्याधुनिक लड़ाकू विमान, परिवहन विमान और वायु रक्षा प्रणालियों ने हिस्सा लिया है। अभ्यास के दौरान दोनों सेनाओं ने एक साथ कई जटिल युद्ध परिदृश्यों पर कार्य किया है। इनमें एयर डिफेंस ऑपरेशन, स्ट्राइक मिशन, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर, हवा में ईंधन भरना और संयुक्त मिशन योजना शामिल रही।
इस दौरान पायलटों और तकनीकी दलों ने एक-दूसरे की रणनीतियों, तकनीकों और संचालन प्रक्रियाओं से महत्वपूर्ण अनुभव साझा किया। अभ्यास का मुख्य उद्देश्य भविष्य के बहुराष्ट्रीय अभियानों में बेहतर सामंजस्य स्थापित करना और उभरते सुरक्षा परिदृश्य में संयुक्त प्रतिक्रिया क्षमता को मजबूत बनाना है। भारतीय वायुसेना के मुताबिक भारत व अमेरिकी वायु सेना के बीच यह अभ्यास 10 नवंबर को शुरू हुआ था और आज 13 नवंबर को पूरा होने जा रहा है।
रक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि यह अभ्यास दोनों देशों के बीच सामरिक साझेदारी को और सुदृढ़ करेगा तथा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाएगा। संयुक्त वायुसेना अभ्यास के दौरान अमेरिकी व भारतीय वायुसेना के जांबाजों ने एक दूसरे देश के पायलटों की पेशेवर क्षमता और सामरिक सोच को नजदीक से अनुभव किया।
रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार इस तरह के अभ्यास दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग के नए आयाम खोलते हैं। संयुक्त रूप में यह संकल्प भी है कि भारत और अमेरिका के बीच रक्षा साझेदारी आगे भी और मजबूत होगी तथा साझा सुरक्षा हितों की रक्षा में निरंतर सहयोग जारी रहेगा।
गौरतलब है कि जहां एक ओर दोनों देशों की वायु सेनाएं यह संयुक्त अभ्यास कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी इन दिनों अमेरिका की एक महत्वपूर्ण आधिकारिक यात्रा पर हैं। उनकी यह यात्रा बुधवार 12 नवंबर को शुरू हुई थी।
नौसेना के मुताबिक एडमिरल त्रिपाठी की इस यात्रा का उद्देश्य भारतीय नौसेना और संयुक्त राज्य अमेरिका की नौसेना के बीच पहले से प्रगाढ़ और सुदृढ़ समुद्री साझेदारी को और अधिक मजबूत बनाना है। भारतीय नौसेना और संयुक्त राज्य अमेरिका की नौसेना के बीच ये मजबूत संबंध, भारत–अमेरिका रक्षा सहयोग का एक प्रमुख स्तंभ है।
भारतीय नौसेना प्रमुख 17 नवंबर तक संयुक्त राज्य अमेरिका के आधिकारिक दौरे पर हैं। अपनी यात्रा के दौरान नौसेना प्रमुख, अमेरिकी युद्ध विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात व वार्ता करेंगे। इन बैठकों में अन्य वरिष्ठ नौसैनिक अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों के साथ भी विचार-विमर्श होगा।
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