अपराध
दिल्ली के 41 फीसदी घरों में फ्लू जैसे लक्षण सामने आए : सर्वे
एक सर्वेक्षण में पूछे जाने पर दिल्ली के 41 फीसदी परिवारों ने कहा कि उनके एक या एक से अधिक सदस्य इस समय फ्लू जैसे लक्षणों से पीड़ित हैं। स्थानीय सर्किलों द्वारा किए गए सर्वेक्षण के निष्कर्षो से यह भी संकेत मिलता है कि दिल्ली के 22 प्रतिशत परिवार इससे पूरी तरह प्रभावित हैं, जिसका अर्थ है कि सभी सदस्यों में ऐसे लक्षण हैं, जबकि 19 प्रतिशत में अब तक केवल 1 सदस्य है और यह संभावना है कि आने वाले दिनों में अधिक सदस्य हो सकते हैं।
सर्वेक्षण में कहा गया है, हालांकि 59 फीसदी नागरिकों ने संकेत दिया है कि उनके घर में फ्लू जैसे लक्षणों वाला कोई नहीं है।
पिछले 7 दिनों में दिल्ली के कई निवासियों ने बताया है कि उनके परिवार में एक या एक से अधिक सदस्य कोविड जैसे लक्षणों से जूझ रहे हैं, जैसे बुखार, नाक बहना, थकान।
कई लोग आरटी-पीसीआर टेस्ट भी करवा रहे हैं ताकि बाद में डॉक्टर के परामर्श के बाद पता चल सके कि वे कोविड-नेगेटिव हैं और किसी प्रकार के वायरल संक्रमण या मौसमी फ्लू के प्रभाव में आए हैं।
अस्पतालों के डॉक्टर कह रहे हैं कि ऐसे 80 प्रतिशत मामले मौसमी फ्लू के थे और 20 प्रतिशत स्वाइन फ्लू के थे। राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 संक्रमण दर इस समय 0.1 प्रतिशत से कम है।
एनसीआर शहरों यानी नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद और फरीदाबाद के निवासियों ने भी इसी तरह के कोविड जैसे लक्षणों के बढ़ते मामलों की सूचना दी है।
अपराध
मुंबई: रिटायर्ड अधिकारी से 4.10 लाख की ठगी, जांच में जुटी पुलिस

मुंबई, 26 दिसंबर: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के साकीनाका इलाके में साइबर ठगी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां प्रधानमंत्री पोर्टल (पीएम पोर्टल) पर सुझाव देना एक सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी को भारी पड़ गया। साइबर ठगों ने बेहद शातिर तरीके से एक रुपए की राशि भेजने के बहाने पीड़ित का मोबाइल हैक कर लिया और फिर उसके बैंक खाते से 4.10 लाख रुपए उड़ा लिए।
इस मामले में पीड़ित की शिकायत पर साकीनाका पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता राजकुमार राजेंद्र प्रसाद सक्सेना (71) नेशनल हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन से सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। सक्सेना मूल रूप से नई दिल्ली के निवासी हैं, लेकिन वह अपनी पत्नी के साथ कुछ दिनों के लिए मुंबई में अपनी बेटी के घर ठहरे हुए थे।
पुलिस ने बताया कि 12 दिसंबर 2025 को सक्सेना ने अयोध्या में मेडिकल सुविधाओं में सुधार को लेकर अपने फेसबुक अकाउंट से एक पोस्ट साझा की थी। बाद में रिश्तेदारों की सलाह पर उन्होंने यही सुझाव प्रधानमंत्री पोर्टल पर भी दर्ज किया। 16 दिसंबर 2025 को उनके मोबाइल फोन पर एक संदेश आया, जिसमें पीएम पोर्टल पर दिए गए सुझाव की पुष्टि के नाम पर एक लिंक भेजा गया था और मात्र एक रुपये की राशि ऑनलाइन भेजने को कहा गया। यह लिंक देखने में बिल्कुल सरकारी पोर्टल जैसा लग रहा था।
सक्सेना ने जैसे ही उस लिंक पर जाकर एक रुपए भेजा, उनके मोबाइल पर लगातार ओटीपी से जुड़े कई संदेश आने लगे। हालांकि, उन्होंने किसी भी व्यक्ति के साथ ओटीपी साझा नहीं किया। इसके बावजूद 17 दिसंबर 2025 को उनका मोबाइल अचानक इनकमिंग और आउटगोइंग कॉल के लिए बंद हो गया। इसी दौरान सुबह 11:29 बजे से 11:39 बजे के बीच उनके बैंक खाते से तीन अलग-अलग ट्रांजैक्शन में कुल 4.10 लाख रुपए निकाल लिए गए। इसके बाद पीड़ित ने साकीनाका स्थित अपनी बैंक शाखा से संपर्क किया, जहां उनसे कस्टमर डिस्प्यूट फॉर्म भरवाया गया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी गई। इसके बाद उन्होंने साकीनाका पुलिस थाने में पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई।
साकीनाका पुलिस ने मामला दर्ज कर साइबर ठगी और मोबाइल हैकिंग के एंगल से जांच शुरू कर दी है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि ठगों ने किस तकनीक के जरिए मोबाइल हैक किया और रकम किन खातों में ट्रांसफर की गई। साथ ही, पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और सरकारी पोर्टल के नाम पर मांगी गई किसी भी राशि या व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से पहले उसकी आधिकारिक पुष्टि अवश्य करें।
अपराध
मुंबई क्राइम ब्रांच ने बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में अमोल गायकवाड़ के खिलाफ दाखिल की सप्लीमेंट्री चार्जशीट

मुंबई, 26 दिसंबर: मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एनसीपी के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में आरोपी अमोल गायकवाड़ के खिलाफ लगभग 200 पन्नों की सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की है। इस चार्जशीट में करीब 30 गवाहों के नाम शामिल हैं।
चार्जशीट में खुलासा हुआ है कि गायकवाड़ और शुभम लोनकर के बीच लगातार संपर्क था। उसने पुलिस को बताया कि वह लोनकर के साथ ‘डब्बा कॉलिंग’ और सिग्नल मैसेजिंग ऐप का इस्तेमाल करता था ताकि पुलिस उसकी लोकेशन ट्रैक न कर सके।
गायकवाड़ ने यह भी कबूल किया कि 1 से 12 अक्टूबर 2024 के बीच वह शुभम लोनकर के भाई प्रवीण लोनकर से लगातार संपर्क में था। पुलिस का मानना है कि इसी दौरान बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश रची गई। पुलिस को जांच में यह भी पता चला कि गायकवाड़ के फरार साथी और कथित मास्टरमाइंड शुभम लोनकर से सीधा संपर्क होने का खुलासा हुआ है।
पुणे के वारजे इलाके का निवासी अमोल गायकवाड़ इस हाई प्रोफाइल हत्याकांड में गिरफ्तार होने वाला 27वां आरोपी है। उसे अगस्त 2024 में कोल्हापुर से गिरफ्तार किया गया था, जहां वह नासिक, सोलापुर और कोल्हापुर में जगह बदलकर पुलिस से बचकर छिपा हुआ था। पुलिस ने बताया कि गायकवाड़ के बिश्नोई गैंग से कथित संबंध भी इस मामले में सामने आए हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में गायकवाड़ के कई महत्वपूर्ण खुलासे पुलिस जांच को एक नए मोड़ पर ले आए हैं। पुलिस अब इस केस से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। जांच टीम का गठन किया गया है, जो हर पहलू की जांच कर आरोपियों को गिरफ्तार कर रही है।
गायकवाड़ पर जुलाई 2025 में पंजाब के टेक्सटाइल व्यापारी संजय वर्मा की हत्या में भी अहम भूमिका निभाने का आरोप है। गायकवाड़ पर आरोप है कि उसने शूटरों को पनाह दी और उन्हें लॉजिस्टिक सपोर्ट प्रदान किया। अब गायकवाड़ का नाम पंजाब मामले की एफआईआर में जोड़ा गया है और वह आगे की जांच के लिए पंजाब पुलिस की हिरासत में मुंबई क्राइम ब्रांच से स्थानांतरित कर दिया गया है।
अपराध
मथुरा: पुलिस मुठभेड़ में दुष्कर्म का आरोपी घायल, पैर में गोली लगी

CRIME
मथुरा, 25 दिसंबर: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में लिफ्ट देने के बहाने दुष्कर्म करने वाले शातिर अपराधी को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। थाना कोतवाली पुलिस और एसओजी (एसओजी) की संयुक्त टीम ने गुरुवार तड़के यह कार्रवाई की। सीओ सिटी आशना चौधरी ने इस कार्रवाई की जानकारी दी।
जानकारी के अनुसार यह मुठभंड़ केआर डिग्री कॉलेज के पास हुई। कार्रवाई के बाद दुष्कर्म के आरोपी ओमप्रकाश को घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया गया। दरअसल, पुलिस को देखते ही आरोपी ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में आरोपी के पैर में गोली लगी, जिसके बाद उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस के अनुसार, आरोपी की पहचान ओमप्रकाश (34), पुत्र राधारमन, निवासी ग्राम जुल्हेदी, थाना गोवर्धन के रूप में हुई है। उस पर आरोप है कि उसने लिफ्ट देने के बहाने एक महिला के साथ दुष्कर्म की जघन्य वारदात को अंजाम दिया था। घटना के बाद से ही आरोपी फरार चल रहा था और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी।
गुरुवार सुबह करीब 4:45 बजे मुखबिर से सूचना मिलने पर एसओजी और कोतवाली पुलिस ने केआर डिग्री कॉलेज के पास घेराबंदी की। पुलिस को देखते ही आरोपी ने भागने की कोशिश की और खुद को घिरता देख पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। आत्मरक्षा में की गई पुलिस की जवाबी कार्रवाई में आरोपी के पैर में गोली लग गई, जिससे वह मौके पर ही गिर पड़ा और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त एक मारुति एस-प्रेसो कार, एक .315 बोर का देशी तमंचा, एक जिंदा कारतूस और एक खोखा कारतूस बरामद किया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी इसी वाहन का इस्तेमाल कर वारदात को अंजाम देता था।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि ओमप्रकाश एक शातिर और अंतर्राज्यीय अपराधी है, जिसका आपराधिक नेटवर्क दिल्ली तक फैला हुआ है। उसके खिलाफ पहले से ही थाना गोवर्धन में आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस अब आरोपी के आपराधिक इतिहास की विस्तृत जांच कर रही है और उससे जुड़े अन्य मामलों की भी जानकारी जुटाई जा रही है।
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