राष्ट्रीय समाचार
मुंबई में जीबीएस का पहला मामला सामने आया, 64 वर्षीय महिला अस्पताल में भर्ती
![](https://hindi.mumbaipress.com/wp-content/uploads/2025/02/Untitled-1-2025-02-08T105346.293.webp)
मुंबई, 7 फरवरी: मुंबई में शुक्रवार को गिलियन-बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) का पहला मामला सामने आया, जब 64 वर्षीय एक महिला में इस दुर्लभ तंत्रिका विकार का निदान किया गया।
जीबीएस एक दुर्लभ स्थिति है, जिसमें व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली परिधीय तंत्रिकाओं पर हमला करती है, जिसके परिणामस्वरूप मांसपेशियों में कमजोरी, पैरों और/या बाहों में संवेदना की हानि, तथा निगलने या सांस लेने में समस्या होती है।
पेस से बात करते हुए, बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के आयुक्त और इसके राज्य द्वारा नियुक्त प्रशासक भूषण गगरानी ने पुष्टि की कि 64 वर्षीय महिला जीबीएस रोगी का वर्तमान में एक नागरिक अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में इलाज चल रहा है।
बीएमसी अधिकारियों ने बताया कि शहर के अंधेरी पूर्व क्षेत्र में रहने वाली महिला को बुखार और दस्त के बाद पक्षाघात की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
मरीज के बारे में आगे की जानकारी की प्रतीक्षा है।
जीबीएस में, गंभीर मामलों में लगभग पूर्ण पक्षाघात हो सकता है। इस विकार का प्रचलन वयस्कों और पुरुषों में अधिक आम है, हालांकि सभी उम्र के लोग इससे प्रभावित हो सकते हैं।
महाराष्ट्र के पुणे जिले में जीबीएस से संदिग्ध मौतों की संख्या छह है, जबकि वहां संदिग्ध मामलों की संख्या 173 है।
राष्ट्रीय समाचार
नया इनकम टैक्स बिल अगले हफ्ते संसद में पेश होगा, नियमों के सरलीकरण पर रहेगा जोर
![](https://hindi.mumbaipress.com/wp-content/uploads/2025/02/Untitled-1-2025-02-08T125551.018.webp)
नई दिल्ली, 8 फरवरी। आम आदमी के हाथ में अधिक पैसा छोड़ने और नियमों के सरलीकरण के लिए सरकार अगले हफ्ते नए इनकम टैक्स बिल को संसद में पेश कर सकती है।
नए इनकम टैक्स बिल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रीमंडल से शुक्रवार को मंजूरी मिल गई थी। अब इसे फाइनेंस पर संसद की स्थायी समिति के पास भेजे जाने से पहले अगले हफ्ते संसद में पेश किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक, नए इनकम टैक्स बिल में सरकार ने नियमों के सरलीकरण पर जोर दिया है, जिससे लोग आसानी से इनकम टैक्स से जुड़े नियमों को समझ सकें।
कैबिनेट द्वारा नए इनकम टैक्स बिल को मंजूरी दिए जाने से पहले इस मामले से जुड़े लोगों ने कहा था कि केंद्रीय बजट में इनकम टैक्स छूट की सीमा 12 लाख रुपये तक बढ़ाए जाने के बाद टैक्स आधार में कमी को देखते हुए, नया कानून संभवतः टैक्स दायरे को बढ़ाने के लिए दिशा-निर्देश प्रदान करेगा।
सूत्रों का कहना है कि मौजूदा इनकम टैक्स एक्ट 1961 में लागू हुआ था। नया इनकम टैक्स बिल 21वीं सदी के मुताबिक होगा और मौजूदा कानून को रिप्लेस करेगा।
सूत्रों की मानें तो नए इनकम टैक्स बिल में सरकार ने भाषा को सरल बनाने पर काम किया है। दरअसल अभी जो इनकम टैक्स एक्ट है उसमें एक कोट में किसी चीज की व्याख्या अलग होती है, दूसरे में अलग। यानी यह कानून पूरी तरह से खिचड़ी की तरह बन गया है।
इस बिल के सरलीकरण को ऐसे समझा जा सकता है कि पुराने आयकर कानून में लगभग 6 लाख के करीब शब्द हैं जो इस नए बिल में 3 लाख के करीब रह जाएंगे और यह करदाताओं को समझने के लिए भी आसान होगा।
सूत्रों के अनुसार, सरकारी योजनाओं पर सरकार लोगों की निवेश को लेकर निर्भरता भी कम करने का प्रयास कर रही है जिससे लोग अन्य जगहों पर ज्यादा निवेश करें और इससे सामान्य व्यक्ति को ज्यादा फायदा मिल सके।
राजनीति
‘मैंने अब तक परिणाम नहीं देखा’, दिल्ली विधानसभा चुनाव के रुझानों पर बोलीं प्रियंका गांधी
![](https://hindi.mumbaipress.com/wp-content/uploads/2025/02/Untitled-1-2025-02-08T123805.171.webp)
कन्नूर, 8 फरवरी। दिल्ली विधानसभा चुनाव के रुझानों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती दिख रही है। वहीं दिल्ली चुनाव में देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला है। इसी बीच दिल्ली चुनाव के रुझानों पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा का पहला रिएक्शन सामने आया है।
केरल के कन्नूर पहुंची प्रियंका गांधी से मीडिया वालों ने दिल्ली चुनाव को लेकर सवाल किया तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि मैंने अब तक परिणाम नहीं देखा है।
बता दें कि दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनाव में गठबंधन किया था, लेकिन विधानसभा चुनाव में दोनों ही दलों ने अलग-अलग चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।
इससे पहले दिल्ली चुनाव के रुझानों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बहुमत मिलने पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर इशारों ही इशारों में कटाक्ष किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “और लड़ो आपस में।”
वहीं, चुनाव आयोग के आंकड़ों पर नजर डालें तो दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में भारतीय जनता पार्टी 46 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं आम आदमी पार्टी 24 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, कांग्रेस पार्टी अपना खाता भी नहीं खोल पाई है।
दिल्ली में 5 फरवरी को एक चरण में सभी 70 सीटों पर विधानसभा चुनाव संपन्न हुए थे। चुनाव आयोग के मुताबिक, 60.44 फीसदी लोगों ने मताधिकार का प्रयोग किया। अगर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की बात करें तो पिछले दो चुनावों से आम आदमी पार्टी (आप) कांग्रेस और भाजपा को करारी शिकस्त दे चुकी है।
साल 2020 के विधानसभा चुनाव में ‘आप’ ने 70 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस चुनाव में ‘आप’ को 53.57 फीसदी वोट मिले थे। वहीं, भाजपा को आठ सीटों पर जीत मिली थी और 38.51 फीसदी वोट मिले थे। कांग्रेस खाता खोलने में भी नाकामयाब रही और उसे सिर्फ 4.26 फीसदी ही वोट मिले थे।
राष्ट्रीय समाचार
कोयला आयात कम करना, घरेलू उत्पादन बढ़ाने पर मुख्य फोकस : मंत्री
![](https://hindi.mumbaipress.com/wp-content/uploads/2025/02/Untitled-1-2025-02-08T111031.954.webp)
नई दिल्ली, 8 फरवरी। भारत सरकार ने एक बार फिर दोहराया है कि कोयले के आयात को कम करना और घरेलू उत्पादन बढ़ाना उसकी प्राथमिकता है। कोयला क्षेत्र भारत की ऊर्जा सुरक्षा का महत्वपूर्ण आधार है और देश के औद्योगिक व आर्थिक विकास में अहम भूमिका निभाता है।
भारत के पास दुनिया में पांचवां सबसे बड़ा कोयला भंडार है और यह कोयले का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। देश की कुल ऊर्जा जरूरतों का 55 प्रतिशत कोयले से पूरा होता है।
देश में लगभग 74 प्रतिशत बिजली उत्पादन ताप विद्युत संयंत्रों (थर्मल पावर प्लांट) पर निर्भर है। इसलिए एक मजबूत और टिकाऊ कोयला क्षेत्र की जरूरत बनी रहती है, यह बात कोयला एवं खनन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कही। उन्होंने यह भी बताया कि कोयला मंत्रालय इस क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भरता’ की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
सरकार के प्रयासों से आयातित कोयले पर निर्भरता कम हुई है। अप्रैल से नवंबर 2024 के बीच कोयला आयात में 5.35 प्रतिशत की कमी आई, जिससे लगभग 3.91 अरब डॉलर (30,007.26 करोड़ रुपये) की बचत हुई। खासकर, घरेलू बिजली संयंत्रों में उपयोग होने वाले कोयले का आयात 23.56 प्रतिशत घटा है।
मंत्रालय की ‘मिशन कोकिंग कोल’ योजना का लक्ष्य 2029-30 तक देश में कोकिंग कोल का उत्पादन बढ़ाकर 140 मिलियन टन (एमटी) करना है, जिससे इस्पात क्षेत्र में आयात पर निर्भरता कम हो सके।
भारत का कोयला उत्पादन वित्त वर्ष 2023-24 में 997.82 मिलियन टन तक पहुंच गया, जो 2014-15 में 609.18 मिलियन टन था। पिछले दस वर्षों में इस क्षेत्र की औसत वार्षिक वृद्धि दर 5.64 प्रतिशत रही है। वित्त वर्ष 2023-24 में उत्पादन में पिछले साल की तुलना में 11.71 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
जनवरी 2025 तक कोयला मंत्रालय ने 184 खदानों का आवंटन किया, जिनमें से 65 को खनन शुरू करने की अनुमति मिल चुकी है। इन खदानों से कुल 136.59 मिलियन टन कोयले का उत्पादन हुआ, जो पिछले वर्ष की तुलना में 34.20 प्रतिशत अधिक है। वित्त वर्ष 2024-25 में उत्पादन 170 मिलियन टन से अधिक होने की उम्मीद है।
आठ कोर उद्योगों में कोयला क्षेत्र ने सबसे तेज वृद्धि दर्ज की है, दिसंबर 2024 में इसमें 5.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
इसके अलावा, भारतीय रेलवे की माल ढुलाई से होने वाली कुल आय का लगभग 50 प्रतिशत कोयला परिवहन से आता है। साथ ही, कोयला क्षेत्र में लगभग 4.78 लाख लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिला हुआ है।
-
व्यापार5 years ago
आईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध2 years ago
भगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
अपराध2 years ago
बिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
न्याय5 months ago
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अनन्य2 years ago
उत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
अपराध2 years ago
पिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
महाराष्ट्र5 years ago
31 जुलाई तक के लिए बढ़ा लॉकडाउन महाराष्ट्र में, जानिए क्या हैं शर्तें
-
राजनीति4 months ago
आज रात से मुंबई टोल-फ्री हो जाएगी! महाराष्ट्र सरकार ने शहर के सभी 5 प्रवेश बिंदुओं पर हल्के मोटर वाहनों के लिए पूरी तरह से टोल माफ़ करने की घोषणा की