अंतरराष्ट्रीय
रेरा का प्रभाव फायदेमंद, निवेश करने से पहले चेक करें वेबसाइट
रेरा ने बाजार में कारोबार के लिए कुछ ऑर्डर लाए हैं, जिसके लागू होने के बाद लगभग कोई बड़ी चूक नहीं हुई है। कोलियर्स इंडिया के एडवाइजरी सर्विसेज के निदेशक आशुतोष कश्यप का कहना है कि प्राथमिक खंड के खरीदार बाजार में वापस आ गए हैं, जो कुछ नई लॉन्च हुई चीजों के लिए अच्छी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। अच्छे निष्पादन ट्रैक रिकॉर्ड वाले अच्छे ब्रांडों को प्रीमियम मूल्य निर्धारण के साथ लॉन्च के लिए अच्छी प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं।
कश्यप ने एक परियोजना का चयन करने से पहले बिंदुओं या एक विचार सेट को सूचीबद्ध किया। कुछ बुनियादी जांचें जो हर किसी को करनी चाहिए, वे इस प्रकार हैं:
हमेशा रेरा अनुमोदन की जांच करनी चाहिए और सभी दस्तावेजों तक पहुंचने के लिए वेबसाइट चेक करनी चाहिए।
गुणवत्ता के साथ निष्पादन और वितरण के अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड वाले डेवलपर को हमेशा महत्व दें।
खरीदारों को कुछ निष्पादित और वितरित परियोजनाओं को देखना चाहिए, लेकिन गुणवत्ता का पता लगाने के लिए डेवलपर की जांच करनी चाहिए।
अगर एक डेवलपर ने अचानक कई परियोजनाओं का विस्तार और शुभारंभ किया है, तो किसी को इकाई की निष्पादन क्षमताओं की जांच और समझ और सवाल करना चाहिए।
खरीदारों को उन संस्थाओं की परियोजनाओं को भी महत्व देना चाहिए जिनके पास एक अच्छा कॉर्पोरेट ढांचा है, जहां अच्छा कॉर्पोरेट नियंत्रण और प्रबंधन केवल ‘एक व्यक्ति का शो’ नहीं है। कई गतिविधियों का ध्यान रखने के लिए अच्छी प्रणाली, प्रक्रियाएं और समर्पित विभाग, देरी और खराब निष्पादन की संभावना को कम करता है।
कश्यप का कहना है कि 2012 से पहले, एनसीआर के आवासीय अचल संपत्ति की गतिशीलता को दोहरे अंकों की पूंजी मूल्य प्रशंसा के साथ मजबूत अवशोषण के साथ जोड़ा गया था। एक तरफ, संभावित खरीदार कीमतों में वृद्धि से आशंकित, खरीदने की जल्दी में थे, जबकि दूसरी ओर, मजबूत अवशोषण ने डेवलपर्स को प्रोजेक्ट लॉन्च की होड़ के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने आगे कहा, “उचित नियामक व्यवस्था (जैसे कि रेरा, जो बाद में आया) के अभाव में, परियोजनाओं की वित्तीय रिंग-फेंसिंग उचित नहीं थी, जिसने डेवलपर्स को अधिक भूमि प्राप्त करने के लिए एक परियोजना से बुकिंग फंड का उपयोग करने की अनुमति दी, जो केवल अंतर्निहित आधार है कि मजबूत अवशोषण कायम रहेगा। इनमें से अधिकांश नोएडा में हुआ क्योंकि शहर ने आवंटित भूमि के लिए भुगतान का विकल्प पेश किया था।”
कश्यप ने कहा कि इससे बिल्डरों को मजबूत मांग की प्रत्याशा में अधिक परियोजनाओं को जमा करने और लॉन्च करने की अनुमति मिलती है। आवासीय अचल संपत्ति खंड में लंबे समय तक खासकर प्राथमिक बाजार के लिए मौन अवधि (2020-21 तक) देखी गई।
उन्होंने कहा कि अधिकांश डेवलपर्स जिन्होंने अपनी पाइपलाइनों का निर्माण प्रत्याशित मांग पर किया था, उन्हें इस चरण को बनाए रखना मुश्किल था और आज हम जो देख रहे हैं वह उसी का परिणाम है।
व्यापार
हरे निशान में खुला भारतीय शेयर बाजार, निफ्टी 26,200 स्तर के पार

share market
मुंबई, 27 नवंबर: भारतीय बेंचमार्क सूचकांक गुरुवार के कारोबारी दिन हरे निशान में खुले। शुरुआती कारोबार में फाइनेंशियल सर्विस, मेटल और ऑटो सेक्टर्स में खरीदारी देखी जा रही थी।
सुबह 9 बजकर 26 मिनट पर सेंसेक्स 268.37 अंक या 0.31 प्रतिशत की तेजी के बाद 85,877.88 स्तर पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी 72.40 अंक या 0.28 प्रतिशत की बढ़त के बाद 26,277.70 स्तर पर बना हुआ था।
वहीं, निफ्टी बैंक 213.85 अंक या 0.36 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59,741.90 स्तर पर कारोबार कर रहा था। वहीं, निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 119.55 अंक या 0.20 प्रतिशत की बढ़त के बाद 61,181.25 स्तर पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 27.90 अंक या 0.16 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,999.75 स्तर पर था।
बाजार के जानकारों ने कहा, “कल निफ्टी में 320 पॉइंट की रैली के साथ मार्केट का कंस्ट्रक्ट बुलिश मोड में बदल गया है। निफ्टी और सेंसेक्स के लिए नए ऑल-टाइम हाई मात्र समय की बात है। हाई एफआईआई शॉर्ट पोजीशन के साथ मार्केट का टेक्निकल कंस्ट्रक्ट भी रैली के लिए फेवरेबल है।
उन्होंने आगे कहा कि इस रैली को चालू वित्त वर्ष की तीसरी और चौथी तिमाही की आय से भी समर्थन मिल रहा है। अक्टूबर में उपभोग को लेकर दर्ज किया उछाल आगे शानदार अर्निंग ग्रोथ के रूप में नजर आएगा।अगर यह ट्रेंड बना रहता है तो फेस्टिवल सीजन के बाद थोड़ी नरमी के साथ भी आगे अर्निंग्स ग्रोथ अच्छी होगी, जिससे मार्केट में रैली आएगी।
इस बीच सेंसेक्स पैक में टीएमपीवी, एलएंडटी, एमएंडएम, एनटीपीसी, बजाज फाइनेंस, आईटीसी, बीईएल, अदाणी पोर्ट्स और एक्सिस बैंक टॉप गेनर्स थे। वहीं, मारुति सुजुकी, टाइटन, अल्ट्राटेक सीमेंट, टेक महिंद्रा और इटरनल टॉप लूजर्स थे।
एशियाई बाजारों में सोल, जापान और चीन हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। केवल जकार्ता और बैंकॉक लाल निशान में बने हुए थे।
अमेरिकी बाजार आखिरी कारोबारी दिन हरे निशान में बंद हुए। डाउ जोंस 0.67 प्रतिशत या 314.67अंक की तेजी के बाद 47,427.12 पर बंद हुआ। वहीं, एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.69 प्रतिशत या 46.73 अंक की बढ़त के बाद 6,812.61 स्तर और नैस्डेक 0.82 प्रतिशत या 189.10 अंक की तेजी के बाद 23,214.69 पर बंद हुआ।
विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) 26 नवंबर को लगातार दूसरे दिन शुद्ध खरीदार रहे और उन्होंने 4,778.03 करोड़ रुपए के भारतीय शेयर खरीदे। घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) भी इस कारोबारी दिन शुद्ध खरीदार रहे और उन्होंने 6,247.93 करोड़ रुपए के शेयरों की खरीदारी की।
व्यापार
केंद्र ने सीएसआईसी 1.0 किया लॉन्च, भारत के साइबर सिक्योरिटी इकोसिस्टम को बनाएगा मजबूत

नई दिल्ली, 25 नवंबर: इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, भारत के साइबर सिक्योरिटी इकोसिस्टम को मजबूत करने की एक ऐतिहासिक पहल के रूप में इंफोर्मेशन सिक्योरिटी एजुकेशन एंड अवेयरनेस (आईएसईए) प्रोजेक्ट के तहत साइबर सिक्योरिटी इनोवेशन चैलेंज (सीएसआईसी) 1.0 लॉन्च किया गया है।
एमईआईटीवाई के सचिव एस कृष्णन ने कॉन्सेप्ट वीडियो, वेबसाइट और रजिस्ट्रेशन पोर्टल और सीएसआईसी 1.0 की रूल बुक को पेश किया।
एस कृष्णन ने दो-आयामी राष्ट्रीय साइबर सिक्योरिटी रणनीति की आवश्यकता पर बल देते हुए उभरते खतरों के बारे में जागरूकता और टेक्नोलॉजिकल क्षमताओं को मजबूत करने की बात की।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि सीएसआईसी 1.0 दोनों अनिवार्यताओं को संबोधित करता है। यह पहल छात्रों को वास्तविक दुनिया की साइबर सिक्योरिटी चुनौतियों से अवगत करवाती है। यह न केवल स्किल्ड प्रोफेशनल्स का निर्माण करती है और साइबर सिक्योरिटी को एक व्यवहार्य करियर पथ के रूप में स्थापित करती है, बल्कि होमग्रोन, प्रोडक्ट-ऑरिएंटेड सॉल्यूशन को भी कैटैलाइज करती है, जो भारत की साइबर सिक्योरिटी को मबूत करते हैं।
डेटा सिक्योरिटी काउंसिल ऑफ इंडिया के सीईओ विनायक गोडसे ने इस बात पर प्रकाश डाला कि अपनी तरह की यह अनूठी पहल छात्रों और शोधकर्ताओं को शुरुआती दौर से ही इनोवेशन करने और उद्यमशीलता की मानसिकता विकसित करने में सक्षम बनाती है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास के निदेशक प्रो. वी. कामकोटि ने बताया कि आईएसईए परियोजना के अंतर्गत इनोवेशन चुनौती, मुख्य चुनौतियों की हमारी बेहतर समझ को उजागर करती है और हमें परिवर्तनकारी समाधान तैयार करने की स्थिति में लाती है।
सीईआरटी-इन के महानिदेशक डॉ. संजय बहल ने इनोवेशन को बढ़ावा देने में आईएसईए की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। डॉ. बहल ने कहा कि इनोवेशन चैलेंज आरएंडडी, शिक्षा जगत और उद्योग को एकजुट करने वाला एक महत्वपूर्ण मंच तैयार करता है।
उन्होंने जोर देकर कहा, “साइबर सिक्योरिटी में ‘आत्मनिर्भरता’ का निर्माण पहले से कहीं अधिक आवश्यक हो गया है, क्योंकि देश का डिजिटल परिवर्तन हमारे अपने संस्थानों से इनोवेशन की मांग करता है।”
व्यापार
भारतीय शेयर बाजार सपाट खुला, आईटी स्टॉक्स में खरीदारी

मुंबई, 19 नवंबर: वैश्विक बाजार से मिलेजुले संकेतों के कारण भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत बुधवार के कारोबारी सत्र में सपाट हुई। सुबह 9:28 पर सेंसेक्स 29 अंक की मामूली तेजी के साथ 84,702 और निफ्टी 2 अंक की बढ़त के साथ 25,911 पर था।
शुरुआती कारोबार में बाजार के कुछ सेगमेंट्स में बड़ी तेजी देखने को मिल रही है। निफ्टी आईटी इंडेक्स 1.11 प्रतिशत की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है। इसके अलावा, ऑटो, मेटल और सर्विसेज हरे निशान में थे
दूसरी तरफ पीएसयू बैंक, फाइनेंशियल सर्विसेज, फार्मा, एफएमसीजी, रियल्टी, एनर्जी, इन्फ्रा और कमोडिटीज इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे थे।
लार्जकैप और स्मॉलकैप में मिलाजुला कारोबार हो रहा है। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 50 अंक या 0.08 प्रतिशत की तेजी के साथ 60,872 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 31 अंक की मामूली कमजोरी के साथ 18,123 पर था।
सेंसेक्स पैक में इन्फोसिस, एचयूएल, टीसीएस, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा स्टील और अल्ट्राटेक सीमेंट गेनर्स थे। एचडीएफसी बैंक, बीईएल, पावर ग्रिड, सन फार्मा, आईटीसी, बजाज फिनसर्व, एलएंडटी, एशियन पेंट्स, इटरनल और एक्सिस बैंक लूजर्स थे।
बाजार के जानकारों का कहना है कि किसी बड़े संकेत के मौजूद न होने के कारण भारतीय शेयर बाजार आने वाले समय में एक सीमित दायरे में रहेंगे। बाजार में निवेशकों को चुनिंदा सेक्टर में गिरावट पर खरीदारी की रणनीति को अपनाना चाहिए और अधिक वैल्यूएशन वाले लार्ज, मिड और स्मॉल कैप स्टॉक्स से दूर रहना चाहिए।
वैश्विक बाजारों में भी मिलाजुला कारोबार हो रहा था। टोक्यो और जकार्ता हरे निशान में थे, जबकि सोल, हांगकांग और शंघाई लाल निशान में थे।
कच्चे तेल में भी कमजोरी बनी हुई है। डब्ल्यूटीआई क्रूड 0.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60.45 डॉलर प्रति बैरल और ब्रेंट क्रूड 0.35 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 64.66 डॉलर प्रति बैरल पर था।
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