राजनीति
दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने वक्फ संशोधन विधेयक पास होने पर कहा – ‘न्याय और पारदर्शिता की नई शुरुआत तय’
नई दिल्ली, 4 अप्रैल। लोकसभा के बाद राज्यसभा से भी वक्फ संशोधन विधेयक के पास होने पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने खुशी जताई। उन्होंने इसे ऐतिहासिक दिन बताते हुए कहा कि इस विधेयक को मंजूरी मिलने से अन्याय और भ्रष्टाचार को खत्म कर न्याय और पारदर्शिता की नई शुरुआत होगी।
उन्होंने कहा कि 2013 में तुष्टिकरण के लिए रातों-रात वक्फ कानून को अतिवादी बना दिया गया, जिसके कारण दिल्ली के लुटियंस जोन की 123 वीवीआईपी संपत्तियां वक्फ को दे दी गईं। इस विधेयक के पारित होने से देश के विकास में एक नया अध्याय जुड़ रहा है, जो न्याय और समानता को सुनिश्चित करेगा।
उन्होंने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक के बाद एक कई पोस्ट किए।
सीएम रेखा गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “आज का दिन ऐतिहासिक है। संसद ने ‘वक्फ (संशोधन) विधेयक – 2025’ को मंजूरी दे दी है, जो दशकों से चले आ रहे अन्याय और भ्रष्टाचार को खत्म कर न्याय और पारदर्शिता की नई शुरुआत करेगा। 2013 में तुष्टिकरण के लिए रातों-रात वक्फ कानून को अतिवादी बना दिया गया, जिसके कारण दिल्ली के लुटियंस जोन की 123 वीवीआईपी संपत्तियां वक्फ को दे दी गईं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस ऐतिहासिक कदम से अब इसकी पारदर्शिता से निगरानी की जा सकेगी।”
उन्होंने लिखा, “2013 में लाए गए संशोधन विधेयक पर दोनों सदनों में कुल साढ़े 5 घंटे चर्चा हुई थी, जबकि इस विधेयक पर दोनों सदनों में 16 घंटे से ज्यादा की चर्चा हुई। मोदी सरकार ने संयुक्त समिति बनाई, जिसमें 38 बैठकें हुईं, 113 घंटे चर्चा हुई और 284 हितधारकों को शामिल किया गया। ‘वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025’ को संसद के पटल पर लाने से पहले मोदी सरकार को देशभर से करीब एक करोड़ ऑनलाइन सुझाव मिले, जिनका विश्लेषण करने के बाद यह कानून बनाया गया, जो दर्शाता है कि जहां मोदी सरकार मुस्लिमों के साथ खड़ी है, वहीं विपक्ष केवल वोट बैंक की आड़ में गुमराह कर रहा है।”
सीएम रेखा गुप्ता ने लिखा, “इस विधेयक के पारित होने से देश के विकास में एक नया अध्याय जुड़ रहा है, जो न्याय और समानता को सुनिश्चित करेगा। इसे समर्थन देने वाले सभी दलों और सांसदों का भी धन्यवाद। वक्फ बोर्ड को अधिक उत्तरदायी बनाना अनिवार्य था। यह विधेयक सुनिश्चित करेगा कि वक्फ संपत्तियों का दुरुपयोग न हो और इसका लाभ जरूरतमंदों तक पहुंचे। यह पारदर्शिता और सुशासन की दिशा में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगा, जिससे करोड़ों लोगों को न्याय मिलेगा।”
राजनीति
नीतीश कुमार का राजगीर, लालू यादव का दिल अपने बेटे में बसता है : असदुद्दीन ओवैसी

गोपालगंज, 28 अक्टूबर: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को जहां बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा, वहीं अपनी पार्टी को तीसरा विकल्प बताते हुए कहा कि इस बार जनता बदलाव के मूड में है।
असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को गोपालगंज विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए महागठबंधन द्वारा मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किए जाने को लेकर कहा कि बिहार में मल्लाह समाज की आबादी तीन फीसदी है और उस समाज के व्यक्ति को उपमुख्यमंत्री का कैंडिडेट बनाया जाता है। 14 फीसदी आबादी वाले समाज का बेटा सीएम बनता है, लेकिन 17 फीसदी आबादी वाले मुसलमानों को न सीएम बनने दिया जाता है और न डिप्टी सीएम बनने दिया जाता है।
उन्होंने साफ लहजे में कहा कि जब मल्लाह का बेटा उपमुख्यमंत्री बन सकता है तो आजम का बेटा भी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री बन सकता है। उन्होंने पार्टी प्रत्याशी को विजयी बनाने की अपील करते हुए कहा कि अब तक यहां से जो भी जनप्रतिनिधि बने, उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए कोई काम नहीं किया, लेकिन अब यहां के लोग बदलाव के मूड में हैं।
असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि नीतीश कुमार यहां 20 वर्षों से सत्ता में हैं, लेकिन उनका दिल राजगीर के लिए धड़कता है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिल अहमदाबाद में बसता है। उसी तरह लालू यादव का दिल सिर्फ अपने बेटे में बसता है। उन्होंने कहा कि किसी ने भी मुसलमानों के अधिकारों की बात नहीं की है, ये कभी मुसलमानों का भला नहीं कर सकते।
उन्होंने भाजपा पर नफरत फैलाने वाली राजनीति करने का भी आरोप लगाया।
छठ महापर्व के बाद बिहार चुनाव को लेकर प्रचार अभियान तेज होता दिख रहा है। बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा। वहीं, मतगणना 14 नवंबर को होगी।
इस चुनाव में मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन में है। हालांकि, एआईएमआईएम भी एक अलग गठबंधन के तहत चुनावी मैदान में है। प्रशांत किशोर की जन सुराज भी 243 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
राजनीति
भाजपा विधायक रामकदम का पलटवार, बोले उद्धव ठाकरे को ताने मारने के अलावा कुछ नहीं आता

मुंबई, 28 अक्टूबर: महाराष्ट्र में एक बार फिर शिवसेना (यूबीडी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और भाजपा नेताओं के बीच शब्दों की लड़ाई तेज हो रही है। कुछ दिन पहले उद्धव ठाकरे ने एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा के बड़े नेताओं को ‘एनाकोंडा’ कहा था, जिस पर भाजपा विधायक राम कदम ने कहा कि उन्हें ताने मारने के अलावा कुछ नहीं आता।
भाजपा विधायक राम कदम ने मिडिया से बात करते हुए कहा, “उद्धव ठाकरे को अपनों ने छोड़ दिया है। उनका हालिया बयान उनकी हताशा को दर्शाता है। सगे संबंधियों और मंत्री ने उनसे दूरी बना ली है, जिससे हताश होकर वह बेबुनियाद बयानबाजी पर उतर आते हैं। वह अपने ढाई साल के कार्यकाल में ढाई दिन भी मंत्रालय नहीं गए हैं।”
उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे हमारे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की आलोचना कैसे कर सकते हैं? अमित शाह कड़ी मेहनत से सम्मान अर्जित करते हैं, जबकि उद्धव को राजनीति विरासत में मिली, लेकिन वह उसे बरकरार नहीं रख पाए। ऐसे आलसी आदमी को हमारे केंद्रीय गृह मंत्री पर कुछ भी बोलना शोभा नहीं देता।
आदित्य ठाकरे के वोट चोरी वाले बयान पर भाजपा विधायक ने कहा कि अब उनके पास कोई मुद्दा नहीं है इसीलिए वे राहुल गांधी की तरह बयान दे रहे हैं। इस समय ये महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार पर भ्रष्टाचार का भी आरोप नहीं लगा सकते हैं। लोगों को अब वे भ्रमित नहीं कर पा रहे हैं।
भाजपा विधायक रामकदम ने कहा कि इससे पहले ईवीएम को लेकर ये लोग शोर करते थे लेकिन उसमें भी कुछ नहीं कर पाए। इन लोगों को यह नहीं पता आज हर आदमी के पास सोशल मीडिया है और वह इस पर देख रहा है। सभी को सच्चाई पता है।
भाजपा के मुंबई कार्यालय के नए जमीन सौदे में शिवसेना (यूबीटी) की ओर से लगाए गए ‘घोटाले’ के आरोपों पर भाजपा विधायक राम कदम ने कहा, “पार्टी कार्यालय का प्लॉट कानूनी तौर पर लिया गया था और सभी दस्तावेज सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं। हम इस प्लॉट पर एक नया पार्टी कार्यालय बना रहे हैं, तो फिर आपत्ति क्यों? भाजपा महाराष्ट्र की सबसे बड़ी पार्टी है। हमारा हर कदम उद्धव ठाकरे को परेशान करता है।”
राष्ट्रीय समाचार
मुंबई: दादर बीच पर छठ पूजा के बाद सफाई का काम जारी

मुंबई: छठ पूजा के एक दिन बाद, मुंबई में कई जगहों पर सफ़ाई का काम चल रहा है। सोशल मीडिया पर शेयर की गई एक तस्वीर में दादर बीच पर मज़दूर सफ़ाई करते और ‘निर्माल्य’ (फूलों का प्रसाद) उठाते दिख रहे हैं।
अरब सागर के किनारे, दादर चौपाटी पर मुंबई के सबसे मनोरम छठ अनुष्ठानों में से एक का आयोजन भी होता है। समुद्र तट भक्तों के सैलाब से जीवंत हो उठता है, जो जीवंत रंगों, भक्ति गीतों और प्रसाद से वातावरण को भर देता है। परिवार सुबह से शाम तक पूरी निष्ठा और भक्ति के साथ अनुष्ठान करने के लिए एकत्रित होते हैं।
27-28 अक्टूबर को छठ पूजा के अवसर पर, बीएमसी ने समुद्र तटों और प्राकृतिक जलस्रोतों पर भीड़भाड़ को रोकने के लिए मुंबई भर में लगभग 67 स्थानों पर व्यवस्था की। सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित करने के लिए कुल 148 कृत्रिम विसर्जन तालाब और टैंक उपलब्ध कराए गए।
बीएमसी ने छठ पूजा आयोजन समितियों और मंडलों को आवश्यक अनुमतियाँ प्रदान करने के लिए एकल-खिड़की प्रणाली भी स्थापित की थी। प्रत्येक वार्ड को पुलिस और यातायात विभागों के साथ संपर्क बनाए रखने के लिए एक समन्वय अधिकारी नियुक्त किया गया था।
इसके अलावा, बीएमसी सभी छठ पूजा स्थलों पर सफ़ाई और कचरा प्रबंधन के लिए अतिरिक्त कर्मचारी और उपकरण तैनात करेगी। निर्मल कलश, अस्थायी शौचालय, 403 चेंजिंग रूम, मेज और कुर्सियाँ उपलब्ध कराई जाएँगी, साथ ही पर्याप्त रोशनी और पुलिस व्यवस्था भी की जाएगी।
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