राजनीति
बंगाल बच्चों में अज्ञात बुखार के प्रकोप से लड़ने के लिए हो रहा तैयार
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में, खासकर उत्तर बंगाल में बच्चों के बुखार के बढ़ते मामलों पर चर्चा करने के लिए मेडिकल कॉलेजों के अधीक्षकों और राज्य के स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। राज्य स्वास्थ्य विभाग के एक बयान के अनुसार, अब तक उत्तर बंगाल के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में 1,195 बच्चों को खांसी और सांस की समस्या के साथ तेज बुखार के साथ भर्ती कराया गया है। राज्य सरकार ने उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और जलपाईगुड़ी जिला अस्पताल में मामलों की जांच के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया था, जिसने गुरुवार को राज्य के स्वास्थ्य विभाग को एक रिपोर्ट सौंपी।
ममता ने स्वास्थ्य अधिकारियों से मुलाकात के बाद कहा, “जिन बच्चों की मौत हुई, उन्हें कुछ और बीमारियां थीं। राज्य सरकार हर संभव उपाय कर रही है।”
प्रयोगशाला निदान ने विभिन्न प्रकार के बुखारों की पुष्टि की, जो इस मौसम के दौरान सामान्य तौर पर होते हैं, जिनमें इन्फ्लूएंजा और आरएस वायरस के साथ-साथ डेंगू और अन्य सांस की बीमारी के कुछ मामले शामिल हैं।
विशेषज्ञ समिति द्वारा विस्तृत जांच किए जाने पर अब तक कोई विशेष प्रकोप नहीं पाया गया है। प्रवेश के दौरान सभी मामलों का परीक्षण किया गया था और अब तक केवल एक मामला (एक 17 दिन का बच्चा) कोविड पॉजिटिव का पाया गया है। अब तक दो बच्चों की मौत हो चुकी है।
हालांकि, राज्य सरकार स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है और विशेषज्ञ टीम स्थिति की समीक्षा करने के लिए शुक्रवार को फिर से उत्तर बंगाल के जिलों का दौरा करेगी।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन में श्वसन वायरस के लिए उच्च स्तर की नैदानिक सुविधाएं बनाई जा रही हैं। विशेषज्ञ समिति एक नई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) विकसित कर रही है और बाल रोग विशेषज्ञों को इस बुखार प्रकरण के निदान और उपचार के लिए उन्मुख किया जा रहा है। एनआईसीयू और पीआईसीयू जैसे बाल चिकित्सा मामलों के लिए महत्वपूर्ण देखभाल इकाइयां पहले ही विकसित की जा चुकी हैं और अधिक गंभीर मामलों के इलाज के लिए उपयोग की जा रही हैं। सौभाग्य से, आरएस वायरस का संक्रमण आमतौर पर आत्म-सीमित होता है और 3-5 दिनों में ठीक हो जाता है, और मृत्युदर इस तरह के संक्रमण के लिए बेहद कम है।”
इस बीच, बच्चों को बुखार होने के मुद्दे ने राज्यभर में राजनीतिक बहस छेड़ दी है।
विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट किया, “मैं पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य सचिव से आग्रह करता हूं कि कृपया उत्तर बंगाल से आ रही दुखद खबरों पर ध्यान दें, जहां 750 से अधिक बच्चों को तेज बुखार और फ्लू जैसे लक्षणों के लिए अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कृपया जल्द से जल्द उपाय शुरू करें, क्योंकि छह शिशुओं की मौत हो चुकी है।”
उन्होंने कहा, “पश्चिम बंगाल प्रशासन भवानीपुर उपचुनाव में व्यस्त है, क्योंकि यह उनकी प्राथमिकता है। इसलिए, मैं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया जी से आग्रह करता हूं कि हमारे बच्चों को बचाने के लिए पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विभाग की सहायता के लिए विशेषज्ञों की एक केंद्रीय टीम तुरंत भेजें।”
राष्ट्रीय समाचार
बीएमसी चुनाव 2026: मतदान आयोग द्वारा मतदाता सूची जमा करने की समय सीमा बढ़ाने के बाद 9,000 से अधिक नामांकन फॉर्म वितरित किए गए

BMC
मुंबई: शुक्रवार को रिटर्निंग अधिकारियों (आरओ) द्वारा 2025-26 के बीएमसी चुनावों के लिए कुल 2,040 नामांकन फॉर्म वितरित किए गए, जबकि सात नामांकन फॉर्म जमा किए गए। 23 दिसंबर को नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के बाद से अब तक कुल 9049 फॉर्म वितरित किए जा चुके हैं और कुल नौ नामांकन जमा किए गए हैं। नामांकन प्रक्रिया 30 दिसंबर शाम 5 बजे तक जारी रहेगी।
इस बीच, महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग ने वेबसाइट पर डुप्लिकेट मतदाताओं की सूची और मतदान केंद्रवार मतदाता सूचियों के नियंत्रण चार्ट प्रकाशित करने की अंतिम तिथि शनिवार, 27 दिसंबर, 2025 निर्धारित की थी। हालांकि, संशोधित कार्यक्रम में मतदान केंद्रवार सूचियों को प्रकाशित करने की अंतिम तिथि को बढ़ाकर शनिवार, 3 जनवरी, 2026 कर दिया गया है।
राजनीति
मुंबई: मेगा ब्लॉक के चलते पश्चिमी रेलवे की लोकल सेवाएं बाधित, यात्रियों को हो रही भारी परेशानी

मुंबई, 27 दिसंबर: पश्चिमी रेलवे ब्लॉक की वजह से बोरीवली-कांदिवली सेक्शन पर लोकल ट्रेन सर्विस में दिक्कत आ रही है, जिससे ट्रेनें कैंसल हो रही हैं और देरी हो रही है। इस कारण यात्रियों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पश्चिमी रेलवे पर कांदिवली और बोरीवली के बीच छठी रेलवे लाइन पर चल रहे काम की वजह से मेगा ब्लॉक लगाया गया है। 30 दिनों के लिए यह ट्रैफिक ब्लॉक लगाया गया है। इस वजह से लोकल ट्रेनों और लंबी दूरी की ट्रेनों के शेड्यूल में भी बदलाव किया गया है।
मीडिया से बातचीत करते हुए यात्रियों ने बताया कि लोकल ट्रेन सेवा प्रभावित होने से बहुत दिक्कत हो रही है। ऑफिस आना-जाना बहुत मुश्किल है। हमें अपनी मंजिल तक पहुंचने में देर हो रही है। उन्होंने मांग की कि रेलवे को सिर्फ कुछ ट्रेनें ही रद्द करनी चाहिए। सभी ट्रेनों को एक साथ रद्द नहीं किया जाना चाहिए, ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
हालांकि, यात्रियों को असुविधा से बचाने और सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए पश्चिम रेलवे प्रशासन ने इस संबंध में अग्रिम सूचना जारी की थी। सार्वजनिक सूचना में कहा गया है कि बोरीवली-कांदिवली के मध्य छठवीं लाइन के कार्य के दौरान 18 जनवरी तक ब्लॉक रहेगा। इस ब्लॉक के दौरान 26 से 30 दिसंबर तक मेगा ब्लॉक रखा गया है, जिसमें प्रतिदिन 350 लोकल ट्रेनें पूर्ण रूप से रद्द रहेंगी और 150 लोकल ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द रहेंगी। अन्य दिनों में 18 जनवरी 2026 तक कुछ लोकल ट्रेनें रद्द रहेंगी। भारतीय रेलवे ने यात्रियों को होने वाली इस असुविधा के लिए खेद भी व्यक्त किया है।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विनीत अभिषेक की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 27 और 28 दिसंबर की आधी रात तक कांदिवली और दहिसर के बीच डाउन फास्ट लाइन पर गति पर रोक रहेगी। ब्लॉक की वजह से, कुछ उपनगरीय रूट पर ट्रेनें कैंसिल रहेंगी और बोरीवली व अंधेरी की कुछ ट्रेनें गोरेगांव तक चलेंगी।
रेलवे के अनुसार, ट्रेन संख्या 69174 दहानू रोड-बोरीवली एमईएमयू, जो 28 दिसंबर से प्रारंभ होने वाली थी, अब यात्रा के लिए रद्द रहेगी। वहीं, ओखा-दादर एक्सप्रेस (22946), भुसावल-दादर स्पेशल (09052) और भुज-बांद्रा टर्मिनस एक्सप्रेस (22904), ये तीनों ट्रेनें बोरीवली स्टेशन पर नहीं रुकेंगी, बल्कि वसई रोड और अंधेरी स्टेशन पर रुकेंगी।
इसके अलावा, अहमदाबाद-बांद्रा टर्मिनस एक्सप्रेस (22928) और एकता नगर-दादर एक्सप्रेस (12928) भी बोरीवली स्टेशन पर नहीं रुकेंगी। हालांकि, उन ट्रेनों का वसई रोड स्टेशन पर ठहराव होगा।
अहमदाबाद–बोरीवली एक्सप्रेस (19418) और नंदुरबार–बोरीवली एक्सप्रेस (19426) ट्रेनें बोरीवली के स्थान पर वसई रोड स्टेशन पर समाप्त होंगी। 28 दिसंबर को बोरीवली-वलसाड एक्सप्रेस (69139) बोरीवली के स्थान पर दहानू रोड स्टेशन से प्रस्थान करेगी, जबकि बोरीवली-नंदुरबार एक्सप्रेस (19425) और बोरीवली-अहमदाबाद एक्सप्रेस (19417) बोरीवली की जगह वसई रोड स्टेशन से रवाना होंगी।
शनिवार को वेरावल-बांद्रा टर्मिनस एक्सप्रेस (19218) और अहमदाबाद-दादर एक्सप्रेस (12902) एक-एक घंटे की देरी से चलेंगी। रविवार को बांद्रा टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस (22921) दो घंटे की देरी से चलेगी। मुंबई सेंट्रल-अहमदाबाद एक्सप्रेस (22953) एक घंटा 35 मिनट विलंब से चलेगी। मुंबई सेंट्रल-गांधीनगर कैपिटल एक्सप्रेस (20901) में एक घंटे की देरी होगी, जबकि बांद्रा टर्मिनस-सूरत एक्सप्रेस (12953) 50 मिनट की देरी से चलेगी।
पर्यावरण
दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में एक्यूआई 400 पार, आने वाले दिनों में और बिगड़ेगी स्थिति

WETHER
नोएडा, 27 दिसंबर: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के लोगों को फिलहाल प्रदूषण से कोई राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बेहद खराब से गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया है। आंकड़ों के अनुसार कई स्थानों पर एक्यूआई 400 के पार पहुंच चुका है, जो स्वास्थ्य के लिहाज से अत्यंत खतरनाक माना जाता है।
नोएडा की बात करें तो सेक्टर-1 में एक्यूआई 410 दर्ज किया गया है, जो गंभीर श्रेणी में आता है। वहीं, सेक्टर-116 में एक्यूआई 386, सेक्टर-125 में 367 और सेक्टर-62 में 347 रिकॉर्ड किया गया। ये सभी आंकड़े साफ तौर पर दिखाते हैं कि नोएडा के अधिकांश हिस्से गंभीर वायु प्रदूषण की चपेट में हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार इस स्तर का प्रदूषण बच्चों, बुजुर्गों और सांस के मरीजों के लिए अत्यधिक जोखिम भरा है। दिल्ली में भी हालात कुछ बेहतर नहीं हैं। विवेक विहार में एक्यूआई 422 दर्ज किया गया, जो सबसे ज्यादा प्रदूषित इलाकों में शामिल है। इसके अलावा, शादिपुर में एक्यूआई 408, रोहिणी में 406, वजीरपुर में 398, आर.के. पुरम में 367, सोनिया विहार में 366, सिरीफोर्ट में 364, पूसा (डीपीसीसी) में 361, पूसा में 327 और श्री अरबिंदो मार्ग में 315 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया।
राजधानी के लगभग सभी प्रमुख इलाकों में हवा सांस लेने लायक नहीं रह गई है। गाजियाबाद में भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। वसुंधरा क्षेत्र में एक्यूआई 428 दर्ज किया गया है, जो गंभीर श्रेणी से भी ऊपर है। लोनी में एक्यूआई 391, संजय नगर में 375 और इंदिरापुरम में 349 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया। इससे साफ है कि पूरे एनसीआर में प्रदूषण का स्तर एक समान रूप से खतरनाक बना हुआ है।
मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में हालात और चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। 27 और 28 दिसंबर को सुबह के समय घने कोहरे की चेतावनी जारी की गई है। इन दिनों अधिकतम तापमान लगभग 22 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 6 से 7 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। नमी का स्तर 95 प्रतिशत तक पहुंच सकता है, जिससे प्रदूषण और कोहरे का असर और गहरा होगा।
29 दिसंबर को भी मध्यम स्तर का कोहरा छाए रहने का अनुमान है, हालांकि उस दिन फिलहाल कोई विशेष चेतावनी जारी नहीं की गई है। घना कोहरा, कम हवा की गति और गिरता तापमान मिलकर प्रदूषकों को वातावरण में ही फंसा रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक तेज हवा या बारिश नहीं होती, तब तक प्रदूषण से राहत मिलना मुश्किल है।
-
व्यापार6 years agoआईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years agoभगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
महाराष्ट्र6 months agoहाईकोर्ट ने मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को नोटिस जारी किया, मस्जिदों के लाउडस्पीकर विवाद पर
-
अनन्य3 years agoउत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
न्याय1 year agoमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अपराध3 years agoबिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
अपराध3 years agoपिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार10 months agoनासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा
