अपराध
हिंदुओं पर हमला करने के लिए सिंगापुर में चाकू खरीदने वाला बांग्लादेशी गिरफ्तार

सिंगापुर में एक ऐसे बांग्लादेशी युवक को गिरफ्तार किया गया है जिसने अपने देश में हिंदुओं पर हमला करने के लिए चाकू खरीदे। सिंगापुर से जारी एक बयान में ये बात कही गई है। मंगलवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में सिंगापुर के गृह मंत्रालय ने कहा कि 2 नवंबर को आंतरिक सुरक्षा अधिनियम के तहत 26 वर्षीय अहमद फैजल को आतंकवाद से संबंधित गतिविधियों की जांच के तहत गिरफ्तार किया गया।
उसने पुलिस को बताया कि उसने जिहाद के लिए खुद को तैयार करने के लिए कई वीडियो ऑनलाइन देखे।
बयान के अनुसार, सिंगापुर की सुरक्षा एजेंसियां फ्रांस और अन्य जगहों पर आतंकी हमलों के बाद सितंबर की शुरूआत से ही अलर्ट पर थीं। एजेंसियों ने सिंगापुर में 37 लोगों की गतिविधियों की जांच की। फैजल उन में से एक था।
इस्लामिक स्टेट के अलावा, फैजल ने अलकायदा और अल शबाब सहित अन्य आतंकवादी समूहों के लिए भी समर्थन व्यक्त किया था। बयान में कहा गया है कि वह इस्लाम के कथित दुश्मनों के खिलाफ लड़ने के लिए कश्मीर की यात्रा करने के लिए तैयार था।
आंतरिक सुरक्षा विभाग द्वारा प्रारंभिक जांच से पता चला है कि फैजल, जो 2017 से सिंगापुर में एक मजदूर के रूप में काम कर रहा था, 2018 में आईएसआईएस के बारे में ऑनलाइन प्रोपेगैंडा देखने के बाद कट्टरपंथी हो गया।
मंत्रालय ने कहा, वह सीरिया में इस्लामिक खिलाफत स्थापित करने के आईएसआईएस से आकर्षित था और सीरिया सरकार के खिलाफ आईएसआईएस के साथ लड़ने के लिए वहां जाना चाहता था। उसका मानना था कि अगर वह ऐसा करते हुए मर गया तो वह शहीद होगा।
2019 के मध्य में, फैजल ने सीरिया मेंइस्लामिक खिलाफत स्थापित करने के लिए लड़ने वाले एक अन्य आतंकवादी समूह हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) के लिए अपनी निष्ठा व्यक्त की थी।
एमएचए ने कहा कि उसने सीरिया स्थित एक संगठन को पैसे भी दिए थे कि उसके दान से सीरिया में एचटीएस को फायदा होगा।
फैजल अंग्रेजी में निपुण था और सोशल मीडिया का उपयोग करने में माहिर था और अंग्रेजी और बंगाली में प्रोपैगैंडा करता था।
फैजल ने बंगाली में ऑनलाइन पाए जाने वाले कुछ कंटेंट का अनुवाद किया, और अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर, अन्य बांग्लादेशी मुसलमानों को प्रोत्साहित करने के लिए सशस्त्र जिहाद में भाग लेने के लिए पोस्ट किया।
सिंगापुर के अधिकारियों ने बताया कि फैजल एक लॉज में रहता था और दूसरे लोगों के साथ ज्यादा बातचीत नहीं करता था।
एक अधिकारी ने कहा, उनकी सोशल मीडिया गतिविधियों से परे, ऐसी कोई जानकारी नहीं है कि फैजल ने अपने सहकर्मियों, छात्रावास के साथियों या सिंगापुर में किसी और को अपने कट्टरपंथी विचारों से प्रभावित करने की कोशिश की। ऐसा प्रतीत होता है कि उनमें से कोई भी फैजल के कट्टरपंथी विचारधारा से अवगत नहीं था।
अपराध
अभिनेता एजाज खान की पत्नी, फॉलन गुलीवाला को मिली जमानत, सोमवार को होगी रिहाई।

मुंबई: अभिनेता एजाज खान की पत्नी, फॉलन गुलीवाला, जिन्हें नवंबर 2024 में उनके आवास से मादक पदार्थों की बरामदगी के मामले में गिरफ्तार किया गया था, को मुंबई की एक विशेष अदालत ने जमानत दे दी है। गुलीवाला पिछले चार महीने से अधिक समय से हिरासत में थीं।
अदालत ने जमानत देते हुए कुछ शर्तें लगाई हैं, जिनमें उनका पासपोर्ट जमा करना, यात्रा पर प्रतिबंध और जांच अधिकारी के समक्ष सप्ताह में तीन बार उपस्थित होना शामिल है, जब तक कि आरोप पत्र दाखिल नहीं हो जाता।
गुलीवाला के वकील, अयाज खान, ने दलील दी कि उन्हें बरामद वस्तुओं की जानकारी नहीं थी और वह उस परिसर की अकेली निवासी नहीं थीं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि छापे के दौरान सीसीटीवी सिस्टम बंद कर दिया गया था और कोई वीडियोग्राफी या फोटोग्राफी नहीं की गई थी।
विशेष लोक अभियोजक विभावरी पाठक ने जमानत याचिका का विरोध करते हुए तर्क दिया कि गुलीवाला के खिलाफ प्रथम दृष्टया मामला बनता है।
अदालत ने यह देखते हुए कि जब्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, गुलीवाला को जमानत दी, लेकिन सख्त शर्तों के साथ।
अंतरराष्ट्रीय समाचार
कनाडा में भारतीय नागरिक की चाकू घोंपकर हत्या

ओटावा, 5 अप्रैल। कनाडा के ओटावा के निकट रॉकलैंड इलाके में एक भारतीय नागरिक की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई, जिसके बाद स्थानीय अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई की। कनाडा में भारतीय दूतावास ने शनिवार सुबह घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है।
भारतीय दूतावास ने एक बयान जारी कर घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और पीड़ित परिवार को सहायता देने का भी ऐलान किया।
दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “ओटावा के निकट रॉकलैंड में चाकू घोंपने से एक भारतीय नागरिक की दुखद मौत से हम बहुत दुखी हैं। पुलिस ने बताया है कि एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है। हम शोक संतप्त परिजनों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए स्थानीय सामुदायिक संघ के माध्यम से निकट संपर्क में हैं।”
हालांकि चाकू मारने की घटना का विवरण अभी भी अस्पष्ट है, लेकिन स्थानीय मीडिया रिपोर्टों से पता चलता है कि यह घटना सुबह-सुबह क्लेरेंस-रॉकलैंड क्षेत्र में हुई।
अधिकारियों ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है कि क्या यह वही मामला है जिसका उल्लेख भारतीय दूतावास ने किया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हत्या की चल रही जांच के तहत ओन्टारियो प्रांतीय पुलिस (ओपीपी) ने क्षेत्र में अपनी उपस्थिति बढ़ा दी है।
पुलिस ने रॉकलैंड निवासियों को भी चेतावनी जारी की है, जिसमें उन्हें सलाह दी गई है कि वे कानून प्रवर्तन की गतिविधियों में वृद्धि की अपेक्षा करें, जबकि अधिकारी अपराध से जुड़ी परिस्थितियों की जांच जारी रखेंगे।
कनाडा स्थित दूतावास ने जनता को आश्वासन दिया कि वह इस कठिन समय में पीड़ित परिवार को सभी आवश्यक सहायता प्रदान कर रहा है।
चाकू घोंपने के पीछे का मकसद अभी भी स्पष्ट नहीं है और जांच जारी है। दूतावास ने स्थानीय अधिकारियों के साथ निरंतर संपर्क बनाए रखने का वादा किया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि परिवार को उनकी ज़रूरत के मुताबिक सहायता मिले और मामले से जुड़ी आगे की कार्रवाई में मदद मिले।
अपराध
झारखंड में आयुष्मान भारत घोटाले में रांची सहित 21 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी

रांची, 4 अप्रैल। आयुष्मान भारत योजना में गड़बड़ी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीमों ने रांची में शुक्रवार सुबह से कई स्थानों पर छापेमारी शुरू की है। शहर के अशोक नगर, पीपी कंपाउंड, एदलहातु, बरियातू, लालपुर और चिरौंदी इलाके में कई ठिकानों पर कड़ी सुरक्षा के बीच तलाशी चल रही है।
बताया जा रहा है कि रांची के अलावा कुल 21 ठिकानों पर यह रेड चल रही है। ईडी ने आयुष्मान भारत योजना में झारखंड में हुई गड़बड़ियों को लेकर हाल में ईसीआईआर (इन्फोर्समेंट केस इन्फॉर्मेशन रिपोर्ट) दर्ज कर जांच शुरू की है। यह छापेमारी इसी मामले में उन लोगों के खिलाफ की जा रही है, जिनके घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग में संलिप्त होने की संभावना है।
एक हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी के दफ्तर में भी तलाशी की जा रही है। संसद में पेश भारत के नियंत्रक महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट (सीएजी) में भी आयुष्मान भारत योजना में गड़बड़ियों का खुलासा किया गया था। इसमें बताया गया था कि झारखंड में भी कई अस्पतालों ने मरीजों के फर्जी इलाज का बिल बनाकर सरकार से करोड़ों की राशि का भुगतान ले लिया।
यहां तक कि कई ऐसे लोगों के इलाज के नाम पर राशि निकाली गई, जिनकी मौत हो चुकी थी। सीएजी की इस रिपोर्ट के बाद ईडी ने झारखंड स्टेट हेल्थ सोसायटी और स्वास्थ्य विभाग से आयुष्मान योजना में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ की गई कार्रवाई का ब्योरा मांगा था। इस पर स्वास्थ्य विभाग ने कुछ अस्पतालों के खिलाफ दर्ज कराई गई एफआईआर की सूचना ईडी को भेजी थी।
बताया जा रहा है कि ईडी ने इसी एफआईआर के आधार पर ईसीआईआर के रूप में दर्ज कर जांच शुरू की है। झारखंड में आयुष्मान योजना के तहत करीब 750 से अधिक अस्पताल सूचीबद्ध हैं। इनमें से कई अस्पतालों में करोड़ों रुपए का फर्जीवाड़ा करने की शिकायतें हैं।
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