राष्ट्रीय समाचार
अटारी-वाघा बॉर्डर बंद, आवाजाही बंद, कई परिवारों को लौटाया गया

अटारी बॉर्डर, 24 अप्रैल। भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद अटारी-वाघा बॉर्डर को तत्काल प्रभाव से बंद करने का फैसला लिया है।
इस निर्णय के तहत पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए गए हैं और उन्हें 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का निर्देश दिया गया है। इस बीच, भोपाल के एक परिवार को, जो अपने रिश्तेदारों से मिलने पाकिस्तान जाने के लिए अटारी-वाघा बॉर्डर पहुंचा था, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने वापस लौटा दिया।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने कई कड़े कदम उठाए हैं, जिनमें अटारी-वाघा बॉर्डर बंद करना, सिंधु जल संधि निलंबित करना और पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करना शामिल है।
उन्होंने स्पष्ट किया था कि केवल 1 मई तक वैध वीजा के साथ आए लोग ही इस मार्ग से वापस जा सकते हैं।
भोपाल के रहने वाले तीन सदस्यों वाला यह परिवार अपने रिश्तेदारों से मिलने पाकिस्तान जाने की तैयारी में था। परिवार ने बताया कि उनके पास वैध वीजा और यात्रा दस्तावेज थे, लेकिन बॉर्डर बंद होने के कारण बीएसएफ ने उन्हें प्रवेश की अनुमति नहीं दी। निराश परिवार को वापस भोपाल लौटना पड़ रहा है।
परिवार के एक सदस्य ने कहा, “हम अपने रिश्तेदारों से मिलने की उम्मीद लेकर गए थे, लेकिन अब हमें वापस जाना पड़ रहा है।”
अटारी-वाघा बॉर्डर भारत और पाकिस्तान के बीच एकमात्र सड़क मार्ग है, जो सीमित व्यापार और लोगों के आवागमन के लिए खुला था। इस बॉर्डर पर हर शाम होने वाला ‘बीटिंग रिट्रीट’ समारोह दोनों देशों की सैन्य परंपरा और प्रतिद्वंद्विता का प्रतीक है।
बता दें कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें ज्यादातर पर्यटक थे। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली थी।
राष्ट्रीय समाचार
उधमपुर में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़, एक जवान शहीद

उधमपुर, 24 अप्रैल। जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में गुरुवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई गोलीबारी में सेना का एक जवान शहीद हो गया। अधिकारियों के अनुसार, आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना के आधार पर शुरू किए गए घेराबंदी और तलाशी अभियान के दौरान बसंतगढ़ इलाके में मुठभेड़ हुई।
व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “विशिष्ट खुफिया सूचना के आधार पर गुरुवार को उधमपुर के बसंतगढ़ में जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया। अभियान के दौरान आतंकियों ने जब सुरक्षा बलों से खुद को घिरा देखा तो उन पर फायरिंग कर दी। इसके बाद जवानों ने भी कार्रवाई शुरू की। मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से सेना का एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। बेहतरीन चिकित्सा प्रयासों के बावजूद जवान बलिदान हो गया। मुठभेड़ जारी है।”
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सेना के जवान आतंकियों की तलाश में जुटे हैं। आतंकियों को ढेर करने के लिए जवान पहलगाम में व्यापक तलाशी अभियान चला रहे हैं। भारतीय सेना ने आतंकवादियों को पकड़ने के लिए पुंछ के लसाना वन क्षेत्र में जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) के साथ संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया है।
ज्ञात हो कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हुए थे। घायलों में स्थानीय निवासी भी शामिल हैं। इस हमले के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना विदेशी दौरा बीच में ही छोड़कर भारत लौट आए। बुधवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) की अहम बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए हैं। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया था कि भारत ने सिंधु जल समझौते को फिलहाल रोकने का निर्णय लिया है। यह कदम भारत-पाकिस्तान संबंधों में बढ़ते तनाव के मद्देनजर उठाया गया है।
महाराष्ट्र
मुंबई: कश्मीर आतंकी हमले के बाद फंसे महाराष्ट्र के पर्यटक सुरक्षित लौटे, शिवसेना ने किया स्वागत

मुंबई, 24 अप्रैल। जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाद वहां फंसे महाराष्ट्र के कुछ पर्यटक गुरुवार तड़के स्टार एयरलाइंस की विशेष उड़ान (वीटीजीएसआई) से मुंबई हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 पर सुरक्षित पहुंचे। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसैनिकों ने इन पर्यटकों को गुलाब का फूल सौंप स्वागत किया।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों पर ताबड़तोड़ गोलीबारी की थी, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी। इस हमले के बाद कश्मीर में फंसे पर्यटकों में दहशत फैल गई। महाराष्ट्र के कई पर्यटक भी इस संकट में फंस गए थे। स्थिति को देखते हुए शिवसेना ने तुरंत कदम उठाए और इन पर्यटकों को सुरक्षित वापस लाने के लिए विशेष उड़ान की व्यवस्था की।
मुंबई हवाई अड्डे पर पहुंचे पर्यटकों के चेहरों पर अपने गृह राज्य लौटने की खुशी साफ झलक रही थी।
एक पर्यटक ने कहा, “हम बहुत डरे हुए थे, लेकिन सरकार और शिवसेना की मदद से हम सुरक्षित घर लौट आए।”
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के निर्देश पर शिवसेना सचिव संजय मोरे, विधायक मंगेश कुडलकर, विधायक मुरजी पटेल, युवा सेना महासचिव राहुल कनाल सहित सैकड़ों शिवसैनिक हवाई अड्डे पर मौजूद थे। सभी ने पर्यटकों का गर्मजोशी से स्वागत किया।
शिंदे ने कहा, “हमारी प्राथमिकता हर महाराष्ट्रियन की सुरक्षा है। इस संकट में फंसे लोगों को सुरक्षित लाना हमारा कर्तव्य था।”
पहलगाम हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली थी। इस घटना ने देशभर में आक्रोश पैदा किया और कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए।
शिवसेना ने इस हमले की कड़ी निंदा की और केंद्र व राज्य सरकार के साथ मिलकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग का वादा किया। पार्टी नेताओं ने कहा कि कश्मीर में शांति स्थापित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। मुंबई लौटे पर्यटकों ने शिवसेना और सरकार के त्वरित प्रयासों की सराहना की।
केंद्र सरकार ने जवाब में अटारी-वाघा बॉर्डर बंद करने और पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने जैसे कड़े कदम उठाए।
अपराध
टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर को मिली धमकी, पुलिस में शिकायत दर्ज

नई दिल्ली, 24 अप्रैल। भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच और भाजपा के पूर्व सांसद गौतम गंभीर को धमकी मिली है। आतंकी संगठन आईएसआईएस की ओर से गौतम गंभीर को धमकी दी गई है। जानकारी के अनुसार, पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
धमकी मिलने के बाद गंभीर के पर्सनल सेक्रेटरी गौरव अरोड़ा की ओर से दिल्ली पुलिस को शिकायत दी गई। शिकायत में उनके पीएस ने बताया कि यह धमकी ईमेल के जरिए भेजी गई है।
गौतम गंभीर के पीएस ने एसएचओ राजेंद्र नगर और डीसीपी सेंट्रल को ईमेल के जरिए शिकायत दी और इस धमकी का जिक्र किया गया है। शिकायत में लिखा गया, “प्रिय महोदय, नमस्ते। जैसा कि हमने बात की थी, कृपया संलग्न गौतम गंभीर (पूर्व सांसद), भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच के मेल आईडी पर प्राप्त “धमकी भरे मेल” देखें। कृपया इसके अनुसार एफ.आई.आर. दर्ज करें और परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करें। किसी अन्य प्रश्न के लिए, कृपया जवाब दें या संपर्क करें।”
आपको बताते चलें, गौतम गंभीर इस समय टीम इंडिया के हेड कोच हैं। टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद ही उन्हें टीम इंडिया का हेड कोच बनाया गया है। इससे पहले वह आईपीएल फ्रेंचाइजी केकेआर के साथ जुड़े हुए थे। ईस्ट दिल्ली लोकसभा सीट से गौतम गंभीर भाजपा सांसद भी रह चुके हैं। हालांकि, 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था।
गौतम गंभीर को धमकी मिलने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले उन्हें 2021 में जान से मारने की धमकी मिली थी। लेकिन, इस बार मामला ज्यादा गंभीर बताया जा रहा है, क्योंकि उन्हें किसी आतंकवादी संगठन के नाम से धमकी आई है।
-
व्यापार5 years ago
आईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years ago
भगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
अपराध3 years ago
बिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
न्याय8 months ago
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अनन्य2 years ago
उत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
अपराध3 years ago
पिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार2 months ago
नासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा
-
महाराष्ट्र5 years ago
31 जुलाई तक के लिए बढ़ा लॉकडाउन महाराष्ट्र में, जानिए क्या हैं शर्तें