व्यापार
भारतीय शेयर बाजार में तेजी, निफ्टी 23,120 स्तर से ऊपर
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मुंबई, 13 फरवरी। मिश्रित वैश्विक संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार गुरुवार को हरे निशान में खुला। शुरुआती कारोबार में पीएसयू बैंक और फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में खरीदारी देखी गई।
सुबह करीब 9.45 बजे, सेंसेक्स 244.25 अंक या 0.32 प्रतिशत बढ़कर 76,415.33 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 79.25 अंक या 0.34 प्रतिशत चढ़कर 23,124.50 पर था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 1,528 शेयर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि 781 शेयर लाल निशान में थे।
निफ्टी बैंक 85.65 अंक या 0.17 प्रतिशत बढ़कर 49,565.10 पर था। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 35.55 अंक या 0.07 प्रतिशत चढ़कर 50,791.95 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 37.75 अंक या 0.24 प्रतिशत की गिरावट के बाद 15,995.25 पर था।
इस बीच, सेंसेक्स पैक में, जोमैटो, कोटक महिंद्रा बैंक, सन फार्मा, अदाणी पोर्ट्स, बजाज फिनसर्व, एमएंडएम, बजाज फाइनेंस, आईटीसी, इंफोसिस, टाटा स्टील, एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंक टॉप गेनर्स रहे। टाइटन, टेक महिंद्रा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इंडसइंड बैंक और एनटीपीसी टॉप लूजर्स रहे।
अमेरिकी बाजारों में आखिरी कारोबारी सत्र में डॉव जोन्स 0.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 44,368.56 पर बंद हुआ। एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.27 प्रतिशत गिरकर 6,051.97 पर और नैस्डैक 0.03 प्रतिशत चढ़कर 19,649.95 पर बंद हुआ।
एशियाई बाजारों में, जकार्ता और चीन लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। जबकि सोल, बैंकॉक, जापान और हांगकांग हरे निशान में कारोबार कर रहे थे।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 12 फरवरी को इक्विटी बेचना जारी रखा, जिसमें 4,969.30 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची गई, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने उसी दिन 5,929.24 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी।
बुधवार को, भारतीय इक्विटी बाजारों में हाई वोलैटिलिटी के साथ एक उथल-पुथल भरा सत्र देखने को मिला। हालांकि, 22798 के इंट्राडे लो से एक मजबूत पलटाव ने शुरुआती नुकसान को कम किया, जिससे मामूली सुधार हुआ और निफ्टी के लिए एक सुस्त समापन हुआ।
एंजेल वन के समीत चव्हाण ने कहा, “टेक्निकल फ्रंट पर, 22900-22800 एक सपोर्ट जोन के रूप में काम करता है, जबकि आगे कोई भी करेक्शन शॉर्ट-टर्म टेक्निकल स्ट्रक्चर को बाधित कर सकता है। इसके विपरीत, 23250-23350 को एक इंटरमिडिएट रेसिस्टेंस जोन के रूप में देखा जा सकता है, जिसके बाद 23400-23500 सब जोन के आसपास बाधाएं होंगी।”
चॉइस ब्रोकिंग के आकाश शाह ने कहा कि मौजूदा बाजार की गतिशीलता को देखते हुए, ट्रेडर्स को सलाह दी जाती है कि वे सावधानी बरतें और नए पदों को शुरू करने से पहले प्रमुख स्तरों पर प्राइस एक्शन के कन्फर्मेशन का इंतजार करें।
राष्ट्रीय समाचार
नए इनकम टैक्स बिल से सिस्टम को पारदर्शी बनाने में मिलेगी मदद, करदाताओं का बढ़ेगा विश्वास: एक्सपर्ट्स
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नई दिल्ली, 13 फरवरी। नए इनकम टैक्स बिल 2025 से देश में टैक्स सिस्टम अधिक पारदर्शी होगा और इसके साथ ही इससे करदाताओं का विश्वास बढ़ेगा। यह जानकारी गुरुवार को इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स द्वारा दी गई।
नया बिल भारत के टैक्स कानून में एक महत्वपूर्ण बदलाव है। यह पुराने इनकम टैक्स एक्ट 1961 की जगह लेगा।
नया इनकम टैक्स बिल 622 पेज का है। इससे पुराने इनकम टैक्स की पेचीदगी कम होगी और इसमें कानूनों के सरलीकरण पर जोर दिया गया है, जिसे आम आदमी आसानी से समझ सके।
भारत में केपीएमजी के पार्टनर, टैक्स, हिमांशु पारेख ने कहा कि नए बिल का एक अच्छा पहलू यह है कि इसमें तालिकाओं और सूत्रों का रणनीतिक उपयोग किया गया है, जो प्रावधानों की व्याख्या को सरल बनाने में मदद करेगा। विधेयक का उद्देश्य करदाताओं की निश्चितता को बढ़ाते हुए विवादों और मुकदमेबाजी को कम करना है।
सरकार ने इस बिल में “न्यूनतम सरकार और अधिकतम शासन” की विचारधारा के साथ “पहले विश्वास करें, बाद में जांच करें” जैसी फिलॉसफी पर फोकस किया है।
1961 के एक्ट के विपरीत नया कानून सीबीडीटी को कर प्रशासन नियम स्थापित करने और डिजिटल कर निगरानी प्रणाली लागू करने का अधिकार देता है, जिससे लगातार विधायी परिवर्तनों के बिना दक्षता में वृद्धि होती है।
इनकम टैक्स बिल 2025 को लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया जा चुका है।
संसद में अंतिम मंजूरी के लिए आने से पहले नए बिल को संसद की सिलेक्ट कमेटी के पास भेजा जाएगा।
नए इनकम टैक्स बिल में चीजों को आसान बनाने पर फोकस किया गया है। साथ ही ‘असेसमेंट ईयर’ को ‘टैक्स ईयर’ से रिप्लेस किया जाएगा।
नया इनकम टैक्स बिल कानूनी विवादों के दायरे को कम करने और समझने में आसान बनाने के लिए विभिन्न जटिल प्रावधानों और स्पष्टीकरणों को खत्म कर देगा। सरलीकरण प्रक्रिया के हिस्से के रूप में कुछ पुराने क्लॉज को हटाया जा गया है।
डेलॉयट इंडिया के पार्टनर रोहिंटन सिधवा के अनुसार, यह सुधार भारत के टैक्स स्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने, अधिक स्पष्टता और दक्षता लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
व्यापार
‘क्यूआईपी’ के जरिए प्राप्त निवेश 2024 में नई ऊंचाई पर, रियल एस्टेट सबसे आगे
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मुंबई, 13 फरवरी। घरेलू कंपनियों द्वारा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी) के जरिए फंड जुटाने की प्रक्रिया 2024 में अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। इसमें 99 इश्यू के तहत अलग-अलग सेक्टरों में कुल 1,41,482 करोड़ रुपये का निवेश आया। गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
‘क्यूआईपी’ लिस्टेड कंपनियों के लिए बाजार नियामकों की पूर्वानुमति के बिना ‘पूंजी जुटाने’ का एक सरल तरीका है।
इस मामले में रियल एस्टेट एक प्रमुख योगदानकर्ता के रूप में उभरा, जिसमें आठ डेवलपर्स और एक रियल एस्टेट इंवेस्टमेंट ट्रस्ट (आरईआईटी) ने सामूहिक रूप से 22,320 करोड़ रुपये क्यूआईपी से जुटाए।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल कुल क्यूआईपी में रियल एस्टेट की हिस्सेदारी 16 प्रतिशत रही।
यह साल 2023 की तुलना में एक महत्वपूर्ण बदलाव है क्योंकि साल 2023 में केवल 43 क्यूआईपी इश्यू ने 55,109 करोड़ रुपये जुटाए और रियल एस्टेट की इस स्पेस में कोई गतिविधि नहीं रही।
साल 2024 पिछले 11 साल में सबसे ज्यादा क्यूआईपी फंड जुटाने का साल रहा, जिसमें रियल एस्टेट ने मजबूत वापसी की। संस्थागत निवेशकों ने इस सेक्टर की लंबी अवधि की वृद्धि में भरोसा दिखाया।
एनारॉक ग्रुप के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, “2024 में क्यूआईपी फंड जुटाने में उछाल देश के आर्थिक बुनियादी ढांचे में मजबूत संस्थागत विश्वास के बीच रियल एस्टेट क्षेत्र की निरंतर ताकत को उजागर करता है।”
भारतीय शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव के बावजूद क्यूआईपी गतिविधि में उछाल आया। साल की शुरुआत में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद, वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव और मौद्रिक नीतियों में बदलाव के कारण निफ्टी और सेंसेक्स दोनों में तेज गिरावट देखी गई।
जहां खुदरा निवेशकों ने बाजार में उतार-चढ़ाव पर सतर्कता से अपना रुख तय किया,वहीं संस्थागत निवेशकों ने लंबी अवधि की संभावना वाले क्षेत्रों, खासकर रियल एस्टेट में निवेश जारी रखा।
पुरी ने कहा, “बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद, पूंजी बाजार मजबूत बना हुआ है और कंपनियां लगातार रणनीतिक निवेश आकर्षित कर रही हैं।”
उन्होंने कहा कि मजबूत वित्तीय स्थिति आगामी रियल एस्टेट विकास के बड़े पैमाने पर प्रवाह को सपोर्ट करती है।
इससे पहले, पिछले साल के पहले नौ महीने में रियल एस्टेट डेवलपर्स ने क्यूआईपी के जरिए 12,801 करोड़ रुपये जुटाए थे, जो कुल क्यूआईपी के 17 प्रतिशत से अधिक था।
राष्ट्रीय समाचार
अदाणी ग्रीन एनर्जी ने श्रीलंका में विंड एनर्जी और ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट्स से खुद को अलग किया.
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अहमदाबाद, 13 फरवरी। अदाणी ग्रीन एनर्जी ने गुरुवार को कहा कि कंपनी श्रीलंका में चल रहे रिन्यूएबल एनर्जी (आरई) विंड एनर्जी प्रोजेक्ट्स और दो ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट्स से खुद को अलग कर रही है।
अदाणी ग्रुप के प्रवक्ता ने बयान में कहा कि अदाणी ग्रीन एनर्जी के बोर्ड ने श्रीलंका में आरई विंड एनर्जी प्रोजेक्ट्स और दो ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट्स से सम्मानपूर्वक हटने का निर्णय लिया है।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि हम श्रीलंका के लिए प्रतिबद्ध हैं और अगर श्रीलंका सरकार चाहे तो हम भविष्य में सहयोग के लिए तैयार हैं।
सरकार द्वारा नियुक्त की गई कमेटियों के साथ अदाणी ग्रीन की टीम ने कई राउंड की बातचीत की थी और जहां यह प्रोजेक्ट्स और इससे जुड़ी ट्रांसमिशन लाइनें लगाई जानी थीं, उन साइट्स के विकास पर अब तक कंपनी ने करीब 5 मिलियन डॉलर खर्च किए हैं।
अदाणी ग्रीन को श्रीलंका के मन्नार और पूनरी में 484 मेगावाट के दो विंड पावर प्रोजेक्ट्स मिले थे और इनमें 6,177 करोड़ रुपये का निवेश होना था।
मई 2024 में अदाणी ग्रीन एनर्जी और श्रीलंकाई सरकार ने देश के उत्तरी प्रांतों मन्नार और पूनरी में दो विंड एनर्जी स्टेशन विकसित करने के लिए 20 साल का बिजली-खरीद समझौता किया था।
अदाणी ग्रीन एनर्जी ने फरवरी 2023 में श्रीलंका के उत्तरी प्रांत मन्नार शहर और पूनरी गांव में 484 मेगावाट के विंड ऊर्जा प्लांट को विकसित करने और 442 मिलियन डॉलर का निवेश करने की मंजूरी हासिल की थी।
इसके अलावा अदाणी ग्रुप श्रीलंका के कोलंबो में मौजूद सबसे बड़े पोर्ट में 700 मिलियन डॉलर की लागत से एक टर्मिनल प्रोजेक्ट बना रहा है।
भविष्य में मजबूत आय की संभावना के चलते रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने अदाणी ग्रीन रिस्ट्रिक्टेड ग्रुप 1 (आरजी) की दीर्घकालिक बैंक सुविधाओं और गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर पर अपने आउटलुक को ‘स्टेबल’ से ‘पॉजिटिव’ कर दिया है और रेटिंग को ‘क्रिसिल एए+’ पर बरकरार रखा है।
क्रिसिल ने आगे कहा था कि 2024 में अदाणी ग्रीन रिस्ट्रिक्टेड ग्रुप 1 का प्लांट लोड फैक्टर पी90 से बेहतर था, जिससे आगे भी बेहतर प्रदर्शन और आसानी से डेट सर्विसिंग की उम्मीद है।
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