राष्ट्रीय
“स्वामित्व” योजना के तहत गांवठान भूमि मानचित्र प्रमाणपत्र वितरण कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों संपन्न

ठाणे प्रतिनिधि : गांवठान भूमि क्षेत्र की संपत्तियों के सीमांकन और मालिकाना हक देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अवधारणा से साकार हुई “स्वामित्व” योजना के तहत आज गांवठान भूमि मानचित्र प्रमाणपत्र वितरण कार्यक्रम प्रधानमंत्री मोदी के हाथों वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित किया गया। ठाणे जिले के प्रमाणपत्र वितरण कार्यक्रम का स्थानीय आयोजन उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में जिला अधिकारी कार्यालय के नियोजन भवन में हुआ।
इस अवसर पर सांसद नरेश म्हस्के, विधायक संजय केळकर, विधायक निरंजन डावखरे, जिला अधिकारी अशोक शिनगारे, मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोहन घुगे, और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
“स्वामित्व” योजना: ग्रामविकास का आंदोलन
यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में संपत्तियों के सीमांकन और मालिकाना हक की प्रक्रिया को सरल बनाती है। इस अवसर पर बोलते हुए उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, “गांवों में आज भी कई नागरिकों के पास उनकी संपत्तियों का ठोस प्रमाण नहीं होता, जिसके कारण भूमि विवाद, कोर्ट केस और अन्य समस्याएं उत्पन्न होती हैं। मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई स्वामित्व योजना ग्रामीण भारत के विकास में एक महत्वपूर्ण क्रांति है।”
उन्होंने आगे कहा, “यह योजना सिर्फ संपत्तियों का प्रमाणपत्र नहीं, बल्कि गरीबों के लिए ‘स्वाभिमान कार्ड’ है। इस योजना के माध्यम से कई परिवारों का जीवन बदल गया है और उन्हें संपत्ति के लोन के लिए बैंकों के दरवाजे खुले हैं।”
ड्रोन और जीआईएस तकनीक का उपयोग
स्वामित्व योजना में आधुनिक तकनीक का व्यापक रूप से उपयोग किया जा रहा है। ड्रोन के माध्यम से गांवठान भूमि का सर्वेक्षण किया जाता है और जीआईएस तकनीक से नक्शे तैयार किए जाते हैं। देश में 2.19 करोड़ प्रॉपर्टी कार्ड तैयार किए गए हैं और महाराष्ट्र में 15,327 गांवों के नक्शे अंतिम रूप से तैयार किए गए हैं।
लाभार्थियों को मिली राहत
कार्यक्रम में उपस्थित भिवंडी के बलीराम माणेकर का उल्लेख करते हुए शिंदे ने कहा, “स्वामित्व योजना के तहत उन्हें उनकी भूमि का मालिकाना हक मिला, जिसके बाद उन्हें बैंक से 60 लाख का कर्ज मंजूर हुआ और वे आत्मनिर्भर बने।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “स्वामित्व योजना ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए प्रभावी साबित हो रही है। यह योजना ग्रामीण समुदाय को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य हासिल कर रही है।”
उपमुख्यमंत्री की निर्देश
कार्यक्रम के अंत में उपमुख्यमंत्री शिंदे ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि “योजना को समय सीमा के भीतर और सही तरीके से पूरा करने के लिए उचित योजना बनाई जाए। यह योजना केवल कागजी नहीं, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों के विकास का एक मजबूत कदम बननी चाहिए।”
ग्रामविकास को गति
यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में प्रॉपर्टी कार्ड तैयार करके गांवठान विवादों को सुलझाने में मदद कर रही है। साथ ही ग्राम पंचायतों को विकास योजनाओं के लिए मार्गदर्शन भी प्रदान कर रही है।
कार्यक्रम का समापन उपमुख्यमंत्री शिंदे के मार्गदर्शन में हुआ। जिला अधिकारी कार्यालय, भूमि अभिलेख विभाग और जिला परिषद के अधिकारियों ने इस सफल आयोजन के लिए अथक प्रयास किए।
अंतरराष्ट्रीय
भारत की नई उड़ान : स्पेस स्टेशन के लिए रवाना हुए शुभांशु शुक्ला, फ्लोरिडा से एक्सिओम-4 मिशन लॉन्च

नई दिल्ली, 25 जून। भारत ने अंतरिक्ष की ओर नई उड़ान भरी है। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला एक्सिओम-4 मिशन के तहत इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए रवाना हुए हैं। फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर में कॉम्प्लेक्स 39ए से एक्सिओम-4 मिशन को लॉन्च किया गया। शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री एक्सिओम स्पेस के एक मिशन के हिस्से के रूप में अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा पर निकले हैं।
सफल लॉन्चिंग के बाद अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने सोशल मीडिया के जरिए अपडेट दिया। नासा ने ‘एक्स’ पर लिखा, “हमने एक्सिओम मिशन 4 की उड़ान भरी है। एक्स-4 मिशन 25 जून को सुबह 2:31 बजे (भारतीय समयानुसार, दोपहर 12:01 बजे) पर लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39ए से उड़ान भर गया, जिसमें चार निजी अंतरिक्ष यात्री 14 दिनों तक के मिशन के लिए स्पेस स्टेशन पर गए।”
एक्सिओम स्पेस ने भी पोस्ट किया है, जिसने लिखा, “एएक्स-4 के लिए उड़ान। एएक्स-4 का चालक दल स्पेस स्टेशन की ओर बढ़ रहा है।”
इस मिशन में शामिल स्पेसएक्स ने जानकारी दी कि ड्रैगन फाल्कन 9 के दूसरे चरण से अलग हो गया है। नासा ने अंतरिक्ष यान के अलग होने की पुष्टि की। नासा ने लिखा, “अपने स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान में स्वतंत्र रूप से उड़ान भरते हुए एएक्स-4 के चालक दल स्पेस स्टेशन की अपनी यात्रा के एक कदम और करीब आ गए हैं।”
फाल्कन 9 रॉकेट पर लॉन्च होने के बाद क्रू नए स्पेसएक्स ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट पर ऑर्बिटिंग प्रयोगशाला की यात्रा करेगा। ये 14 दिन का मिशन है। शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) और नासा के संयुक्त सहयोग से विकसित उन्नत खाद्य और पोषण संबंधी प्रयोगों का संचालन करेंगे।
बेटे को अंतरिक्ष में उड़ान भरते हुए देखकर शुभांशु शुक्ला का परिवार काफी भावुक हो गया। शुभांशु की मां की आंखों में आंसू भर आए। लखनऊ में शुभांशु शुक्ला के माता-पिता ने एक्सिओम-4 मिशन की लॉन्चिंग की लाइव तस्वीरें देखीं। मिशन के उड़ान भरने पर वे जश्न मनाते हुए नजर आए।
राजनीति
गुजरात में भारी बारिश का कहर, मौसम विभाग ने दी चेतावनी

अहमदाबाद, 23 जून। गुजरात में मानसून ने पिछले 24 घंटों में जमकर कहर बरपाया है। राज्य के 159 तालुकों में हल्की से भारी बारिश दर्ज की गई, जिससे कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति देखने को मिली।
स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशंस सेंटर के अनुसार, जामनगर के जोडिया में सबसे ज्यादा 7.17 इंच बारिश हुई, इसके बाद मेन्दरदा (5.7 इंच), अमीरगढ़ (5.0 इंच), केशोद (4.9 इंच), कलावड (4.6 इंच) और पालसाना (5.6 इंच) में भारी बारिश हुई।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने अगले कुछ दिनों तक बारिश जारी रहने की चेतावनी दी है।
अमरेली, भावनगर, नवसारी, वलसाड, बोटाड, अरावली, महिसागर, दाहोद, वडोदरा, आनंद, भरूच और पंचमहल जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, बनासकांठा, साबरकांठा, तापी, सूरत, डांग, मेहसाणा, गांधीनगर, अहमदाबाद, सुरेंद्रनगर, खेड़ा, राजकोट, गिर सोमनाथ, जूनागढ़, छोटा उदेपुर और नर्मदा में भारी बारिश का पूर्वानुमान है।
24 जून को सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के 16 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। अमरेली, भावनगर, नवसारी और वलसाड के लिए ऑरेंज अलर्ट, जबकि राजकोट, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, भरूच, नर्मदा, सूरत, तापी, डांग, वडोदरा, छोटा उदेपुर, पंचमहल और दाहोद के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
25 जून को अरावली, महिसागर, दाहोद, पंचमहल, छोटा उदेपुर, नवसारी, वलसाड, भावनगर और अमरेली के लिए ऑरेंज अलर्ट है। पोरबंदर, जूनागढ़, बोटाड, आनंद, अहमदाबाद, गांधीनगर और साबरकांठा में भी अच्छी बारिश हो सकती है। 26 से 28 जून तक पूरे गुजरात में बारिश, गरज और बिजली के साथ मानसून का असर बना रहेगा।
राज्य सरकार ने स्थिति पर नजर रखने और आपातकालीन तैयारियों को तेज कर दिया है। जिला प्रशासन को जलभराव, अचानक बाढ़ और परिवहन व बुनियादी ढांचे में व्यवधान की आशंका के लिए अलर्ट रहने को कहा गया है।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमें संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात हैं, खासकर ऑरेंज और रेड अलर्ट वाले इलाकों में। कंट्रोल रूम 24 घंटे सक्रिय हैं और स्थानीय प्रशासन को जल निकासी, बांधों के स्तर की निगरानी और जरूरत पड़ने पर निकासी का निर्देश दिया गया है।
स्वास्थ्य, बिजली और जल आपूर्ति विभाग भी किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार है।
आपदा
कौशांबी में आकाशीय बिजली का कहर: चार बच्चों की मौत, पांच झुलसे

कौशांबी, 20 जून। उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में आसमानी आफत ने कहर बरपाया है। अलग-अलग स्थानों में आकाशीय बिजली गिरने से चार बच्चों की मौत हो गई, जबकि 5 बच्चे झुलस गए। कौशांबी के एएसपी राजेश सिंह ने इसकी पुष्टि की है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि कौशांबी जिले के अलग-अलग दो थाना क्षेत्रों में आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं हुईं, जिसमें 4 बच्चों की मौत हो गई और 5 बच्चे झुलस गए।
जानकारी के मुताबिक, दोनों घटनाएं मंझनपुर तहसील क्षेत्र की हैं। पहली घटना सराय थाना क्षेत्र के जुगराजपुर गांव की है, जहां 4 बच्चे खेतों में पशु चरा रहे थे। अचानक मौसम बिगड़ा और बारिश शुरू हो गई। सभी बच्चे घर की ओर लौटने लगे, लेकिन इसी दौरान तेज आवाज के साथ आकाशीय बिजली गिरी। इसकी चपेट में आकर 13 वर्षीय सतीश कुमार और 13 वर्षीय मनी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 8 वर्षीय दिपांजलि और 10 वर्षीय पवन झुलस गए। दोनों का उपचार जिला अस्पताल में जारी है।
दूसरी घटना कौशांबी थाना क्षेत्र के तारा का पुरवा गांव में हुई, जहां पांच बच्चे खेत में पशु चरा रहे थे। बारिश शुरू होते ही वो सभी एक पेड़ के नीचे खड़े हो गए। तभी तेज चमक और धमाके के साथ बिजली पेड़ पर गिर गई। हादसे में 16 वर्षीय गोविंद निषाद और 15 वर्षीय रूपा देवी की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया और मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि 5 घायलों में से 2 ठीक होकर घर जा चुके हैं, जबकि 3 का इलाज चल रहा है।
इसके पहले 15 जून को प्रयागराज में आकाशीय बिजली गिरने से एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत हो गई थी। जिले के बारा थाना क्षेत्र के सोनबरसा गांव में आकाशीय बिजली गिरी, जिसकी चपेट में आने से एक ही परिवार के 4 सदस्यों की मौत हो गई। मृतकों में पति-पत्नी के अलावा दो बच्चियां शामिल थीं।
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