राष्ट्रीय समाचार
खतरनाक नहीं है एचएमपीवी, जागरूकता से पाया जा सकता है काबू : विशेषज्ञ

नई दिल्ली, 9 जनवरी। भारत के कई राज्यों में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के मामले देखने को मिले हैं। सरकार ने भी इसके लिए कमर कस ली है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि इससे घबराने की जरुरत नहीं है।
सरकार ने इस वायरस को लेकर सभी राज्यों से सावधानी और सतर्कता बरतने को कहा है। यह वायरस कितना खतरनाक है, इस पर आईएएनएस ने सीके बिड़ला हॉस्पिटल के निदेशक, पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. विकास मित्तल से बात की।
डॉ. विकास मित्तल ने कहा, ”यह कोई नया वायरस नहीं है। यह मुख्य रूप से हल्के श्वसन रोगों से जुड़ा हुआ है। कर्नाटक में हाल ही में तीन महीने के बच्चे का मामला पाया गया जो इस वायरस से संक्रमित था। बच्चे को अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई। यह मामला बताता है कि इस वायरस से उत्पन्न बीमारी में आमतौर पर हल्के लक्षण पैदा होते हैं। हालांकि, एक साल से छोटे बच्चे, 60 साल से अधिक उम्र के लोग, और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग या जो लोग पहले से ही कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं, उन्हें ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है। ये लोग हाई रिस्क ग्रुप में आते हैं।”
उन्होंने कहा, ”इसके लक्षणों में खांसी, बुखार, नाक बंद होना और सांस लेने में तकलीफ होना शामिल है। वहीं, इसके गंभीर मामलों में अस्पताल में भर्ती होने के साथ ऑक्सीजन थेरेपी और वेंटिलेशन की भी आवश्यकता हो सकती है। हालांकि, आम लोगों के लिए यह वायरस बहुत खतरनाक नहीं माना जाता। यह कोविड-19 वायरस के मुकाबले ज्यादा खतरनाक नहीं है। पहले के संपर्क से बनी आंशिक रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) इसके असर को कम कर सकती है। इसका जल्दी पता लगाए जाने के साथ जागरूकता से काबू पाया जा सकता है।”
उन्होंने आगे कहा, ”वर्तमान आंकड़ों से पता चलता है कि एचएमपीवी खतरनाक वायरस नहीं है। इसलिए इससे डरने की जरुरत नहीं है। इससे बचने के लिए मास्क पहनना और लक्षण वाले व्यक्तियों से दूरी बनाए रखने से इसे फैलने से रोका जा सकता है।”
वहीं, इस वायरस को लेकर देश के अलग-अलग राज्यों ने अलर्ट जारी किया है। देश में अब तक कर्नाटक (2), गुजरात (1) और तमिलनाडु (2) समेत एचएमपीवी के सात मामले सामने आए हैं। सभी मामले 3 महीने से 13 साल की उम्र के बच्चों में पाए गए।
राजनीति
फर्जी मतदाताओं के खिलाफ कार्रवाई मांग, चुनाव का विरोध नहीं : संजय राउत

मुंबई, 20 अक्टूबर: शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने सोमवार को महाराष्ट्र में फर्जी वोटरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। साथ ही, उन्होंने स्पष्ट किया कि हमने कभी-भी चुनाव का विरोध नहीं किया। हमने हमेशा से यही मांग की कि सबसे पहले घुसपैठियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाए। इसके बाद चुनावी प्रक्रिया शुरू हो।
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हमने चुनाव आयोग के सामने भी फर्जी मतदाताओं का मुद्दा उठाया और उनसे मांग की कि उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, तभी चुनावी प्रक्रिया पर विचार-विमर्श शुरू हो, तो बेहतर रहेगा।
उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर इस बात को खारिज नहीं किया जा सकता है कि मौजूदा समय में फर्जी वोटर चिंता का विषय बने हुए हैं। ऐसी स्थिति में हम सभी दलों के नेताओं ने यह फैसला किया है कि 1 नवंबर को हम लोग चुनाव आयोग के पास जाएंगे और उन्हें फर्जी वोटरों के बारे में सूचित करेंगे। हम चुनाव आयोग को यह बताएंगे कि मौजूदा समय में किसी तरह से फर्जी वोटर एकजुट होकर लोकतंत्र के सिद्धांतों को ताक पर रखने पर अमादा हो चुके हैं।
शिवसेना (यूबीटी) के नेता ने स्पष्ट किया कि हमने कभी भी चुनाव का विरोध नहीं किया है। हम तो चाहते हैं कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में चुनाव हो, यह जरूरी भी है, लेकिन हमारी मांग है कि मौजूदा समय में जिस तरह से मतदाता सूची में विसंगतियां हैं, उन्हें दूर किया जाए, क्योंकि विसंगतिपूर्ण मतदाता सूची के साथ चुनाव प्रक्रिया को संपन्न करना अनुचित रहेगा।
उन्होंने कहा कि हमारा सीधा सा सवाल है कि फर्जी मतदाताओं की मौजूदगी में आप कैसे चुनाव करा सकते हैं। मैं एक बार फिर से स्पष्ट कर दूं कि हमने कभी-भी चुनाव का विरोध नहीं किया। हमने हमेशा फर्जी मतदाताओं का विरोध किया है, क्योंकि मुझे यह कहने में कोई हिचक नहीं है कि ये लोग फर्जी मतदाताओं का सहारा लेकर चुनाव जीतना चाहते हैं, लेकिन हम लोग ऐसा नहीं होने देंगे।
साथ ही, उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि हमारी सरकार घुसपैठियों के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार करते हुए उन्हें बाहर का रास्ता दिखाएगी। उनके इसी बयान को देखते हुए मेरी उनसे मांग है कि महाराष्ट्र में एक करोड़ से भी अधिक फर्जी मतदाता घुस चुके हैं। मेरी उनसे मांग है कि इन सभी मतदाताओं को बाहर का रास्ता दिखाया जाए। इसके बाद ही यहां पर चुनावी प्रक्रिया शुरू हो।
राष्ट्रीय समाचार
दीपावली पर ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज सिंह चौहान ने दिया स्वदेशी अपनाने का संदेश

नई दिल्ली, 20 अक्टूबर: देशभर में दीपावली के पावन पर्व की तैयारियां जोरों पर हैं। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज सिंह चौहान ने देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं और स्वदेशी उत्पादों को अपनाने की अपील की है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने संदेश में लिखा, “दीपोत्सव के इस पावन पर्व पर आप सभी देशवासियों को ढेर सारी शुभकामनाएं! रोशनी का यह महापर्व आपके जीवन को सुख, समृद्धि और नई ऊर्जा से आलोकित करे। प्रभु श्री राम की कृपा से हमारा देश निरंतर प्रगति व गौरव के पथ पर अग्रसर रहे।”
वहीं, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक वीडियो संदेश जारी कर देशवासियों को दीपावली की बधाई दी। उन्होंने कहा, “प्रिय बहनों-भाइयों और भांजे-भाजियों, आप सबको दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं! दीपावली का यह पावन पर्व आप सबके जीवन में सुख, समृद्धि, रिद्धि-सिद्धि लाए। आपके घर और आंगन खुशियों से भर जाएं, धन-धान्य से भरे रहें। आप सब सुखी हों, आप निरोग हों, आपका मंगल व कल्याण हो।”
उन्होंने मां लक्ष्मी, प्रभु श्री राम और माता सीता की कृपा की कामना करते हुए एक विशेष अपील भी की। उन्होंने कहा, “एक प्रार्थना है कि अपने दैनिक जीवन में उपयोग में आने वाली हर चीज अपने देश में बनी हुई स्वदेशी ही खरीदें। स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने से न केवल स्थानीय कारीगरों और उद्यमियों को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था भी सशक्त होगी।”
शिवराज सिंह चौहान ने एक्स पर पोस्ट किया, “समस्त देशवासियों को प्रकाश और खुशियों के महापर्व दीपावली की हार्दिक बधाई एवं अनंत शुभकामनाएं! भगवान श्री गणेश, मां लक्ष्मी, प्रभु श्री राम और माता सीता की कृपा आप सब पर सदैव बरसती रहे। आपकी जिंदगी में सुख, समृद्धि और ऋद्धि-सिद्धि आए, हर घर-आंगन खुशियों से भर जाएं, धन-धान्य से भरे रहें। आप सब सुखी हों, निरोग हों, सबका मंगल व कल्याण हो, सबकी मनोकामनाएं पूर्ण हों, यही प्रार्थना है।”
अपराध
मुंबई: कफ परेड चॉल में आग लगने से 15 वर्षीय किशोर की मौत, 3 अन्य घायल

मुंबई: कफ परेड के मच्छीमार नगर स्थित एक चॉल में सोमवार सुबह लगी आग में एक 15 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। मुंबई फायर ब्रिगेड (एमएफबी) के अधिकारियों ने एक घंटे के भीतर आग पर काबू पा लिया। घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया।
बीएमसी के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ से प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह घटना कैप्टन प्रकाश पेठे मार्ग स्थित एक चॉल में सुबह करीब 4:00 बजे हुई। एमएफबी के अग्निशमन अधिकारी, स्थानीय पुलिस और बेस्ट कर्मियों के साथ, अग्निशमन और बचाव अभियान चलाने के लिए घटनास्थल पर पहुँचे।
आग बिजली के तारों, बिजली के उपकरणों, तीन इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरियों और घरेलू सामानों तक ही सीमित थी। इसने वन-प्लस-वन चॉल की पहली मंजिल पर लगभग 10×10 फीट के क्षेत्र को प्रभावित किया।
चार लोगों को बचाकर सेंट जॉर्ज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ एक पीड़ित यश खोत (15) को मृत घोषित कर दिया गया। देवेंद्र चौधरी (30) फिलहाल आईसीयू में भर्ती हैं, जबकि अन्य दो घायलों – विराज खोत (13) और संग्राम कुरने (25) की हालत स्थिर बताई जा रही है। आग बुझाने का काम अभी चल रहा है और आग लगने का सही कारण अभी पता नहीं चल पाया है।
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