राजनीति
जब संविधान लागू हुआ तब आरएसएस ने किया था विरोध, ऐसे लोग आज हमें पाठ पढ़ा रहे हैं : मल्लिकार्जुन खड़गे
नई दिल्ली, 16 दिसंबर: भारतीय संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर राज्यसभा में बोलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जो लोग राष्ट्रीय ध्वज और संविधान का अपमान करते हैं, वो हमें संविधान का पाठ पढ़ा रहे हैं।
राज्यसभा नेता प्रतिपक्ष खड़गे ने अपने संबोधन में कहा, “1949 में आरएसएस नेताओं ने भारत के संविधान का विरोध किया क्योंकि यह मनुस्मृति पर आधारित नहीं था। न तो उन्होंने संविधान को स्वीकार किया और न ही तिरंगे को स्वीकार किया। 26 जनवरी 2002 को पहली बार मजबूरी में आरएसएस मुख्यालय पर तिरंगा फहराया गया था क्योंकि अदालत का आदेश था।”
उन्होंने कहा कि जो लोग राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करते हैं, संविधान का अपमान करते हैं, जिस दिन संविधान लागू हुआ उस दिन इन्होंने महात्मा गांधी और भीमराव अंबेडकर का पुतला जलाया, अब वो लोग हमें संविधान का पाठ पढ़ा रहे हैं। जो देश के लिए लड़े नहीं, वो आजादी और संविधान का महत्व क्या समझेंगे। संविधान सभा की बहसों से यह स्पष्ट है कि आरएसएस के तत्कालीन नेता संविधान के खिलाफ थे। जो लोग झंडे, अशोक चक्र और संविधान से नफरत करते थे, वे आज हमें संविधान का पाठ पढ़ा रहे हैं। ऐसे लोग अब देश के लिए जान देने वालों के खिलाफ बोलते हैं।”
मल्लिकार्जुन खड़गे ने बांग्लादेश की आजादी का जिक्र करते हुए इंदिरा गांधी को याद किया। उन्होंने कहा कि आज 16 दिसंबर है, जो बांग्लादेश का लिबरेशन डे है। हमारी बहादुर नेता इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के दो टुकड़े करके बांग्लादेश बनाया था और देश की शान पूरी दुनिया में बढ़ाई थी। आयरन लेडी रही इंदिरा गांधी ने ऐसा करके दिखा दिया था कि हमारे देश के नजदीक जो भी आएगा, उसकी खैर नहीं। लेकिन आज बांग्लादेश के जैसे हालात हैं, सरकार के लोग उसे आंख खोल कर देखें और वहां के अल्पसंख्यकों को बचाने का प्रयास करें।
संविधान पर बहस के दौरान राज्यसभा में बोलते हुए खड़गे ने जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी का नाम लेकर निर्मला सीतारमण और भाजपा नेताओं पर तंज कसा। उन्होंने कहा, “वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण काफी पढ़ी हैं, अर्थशास्त्र की अच्छी जानकार हैं क्योंकि वह जेएनयू से पढ़ी हैं। यहां से पढ़कर कई लोग प्रोग्रेसिव रहे और देश के विकास में अहम योगदान दिया है। मुझे उन्हें बताना है कि मुझे भी पढ़ना आता है। मैंने नगरपालिका के स्कूल में पढ़ाई की है, वहीं उन्होंने (निर्मला सीतारमण) जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में पढ़ाई की है, यह निश्चित है कि उनकी अंग्रेजी अच्छी होगी, उनकी हिंदी अच्छी होगी, लेकिन कर्म अच्छे नहीं हैं।”
खड़गे ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि झूठ बोलने से बेहतर है कि वह यह बताएं कि 11 साल में देश को और संविधान को मजबूत करने के लिए उन्होंने क्या किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अतीत में जीते हैं, वर्तमान में नहीं। ऐसा लगता है कि वर्तमान उनकी डिक्शनरी में नहीं है। बेहतर होता कि वह लोकतंत्र को मजबूत करने वाली वर्तमान उपलब्धियों को गिनाते। 11 साल में उन्होंने ऐसा कौन सा काम किया है, जिससे लोकतंत्र और संविधान मजबूत हुआ है। भाजपा देश के लोगों को मूर्ख बनाने के लिए जुमले दे रही है और हम पर आरोप लगा रही है। मैं पीएम मोदी को याद दिलाना चाहता हूं कि देश की आजादी के लिए जिन्होंने लड़ाई लड़ी, उन पर टिप्पणी करने का अधिकार उन्हें नहीं है। नेहरू के खिलाफ नफरत में पीएम मोदी इतना आगे निकल गए कि उन्होंने अंतरिम सरकार, संविधान और अपने नेता श्यामा प्रसाद मुखर्जी पर भी सवाल उठा दिया।
खड़गे ने आगे कहा कि जिन लोगों ने गरीबों को आर्थिक रूप से कुचल दिया, वह भी हमें आर्थिक मजबूती का पाठ पढ़ा रहे हैं। यदि देश में भू-सुधार, बैंकों का राष्ट्रीयकरण, मनरेगा, फ़ूड सिक्योरिटी एक्ट और शिक्षा का अधिकार जैसे काम न हुए होते तो गरीबों का हाल बहुत बुरा होता। जब कई शक्तिशाली देशों में सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार नहीं था, महिलाओं को वोट देने का अधिकार नहीं था, उस समय भारत ने सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार दिया, महिलाओं को मतदान का अधिकार दिया गया। यह कांग्रेस पार्टी की देन है। कांग्रेस ने इस देश को संविधान दिया, वहीं आरएसएस और जनसंघ के लोगों ने हमेशा इसका विरोध किया।
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तकनीक से मौसम का पूर्वानुमान जान सकते हैं : सम्राट चौधरी
पटना, 18 दिसंबर। बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बुधवार को कहा कि मौसम जीवन का अंग है। एक जमाना था, जब हमारे पूर्वज बिना घड़ी देखे समय बता देते थे, लेकिन अब समय बदल गया है। अब तकनीक के माध्यम से मौसम का पूर्वानुमान पता कर लिया जाता है।
पटना में भारत मौसम विज्ञान विभाग के ‘मौसम और जलवायु सेवा’ पर हितधारकों के साथ आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा कि एनडीए सरकार के दौरान मौसम विभाग में नवीनतम तकनीकों के समावेश के बाद अनेक उपलब्धियां हासिल हुई हैं। तकनीक और व्यवस्था के माध्यम से हम दुनिया में एक्यूरेट सिस्टम पर आ गए हैं। अब हमें पता चल जाता है कि कब बाढ़ आने वाली है, कब मौसम बदलने वाला है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में हमने बहुत काम किया है। बिहार में हमारी पूरी सिस्टम है। हमारे पास एनडीआरएफ है। हम पंचायत तक मौसम की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। अगर पंचायत में मौसम की जानकारी होती है तो उस हिसाब से किसान काम करते हैं। इस क्षेत्र में भारत सरकार जो कर रही है, वह करे, बिहार सरकार से जो भी मदद होगी, वह किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में पूरी तरह एक्यूरेट मौसम की जानकारी प्राप्त करना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कमांड सिस्टम पर जोर देते हुए कहा कि इससे बहुत लाभ होता है। बिहार में 12 विभाग हैं, जिसके पास अपना कमांड है। इस साल हम लोगों ने बाढ़ को भी कमांड करके देखा है। बिजली 400 मेगावाट खपत करते थे, अब काफी बढ़ गया है। मौसम विभाग का सहयोग होगा तो हम और आगे बढ़ सकते हैं। कृषि में भी मौसम के पूर्वानुमान से काफी सहयोग दिया जा सकता है।
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अटल शताब्दी समारोह मनाएगी योगी सरकार, 19 से 25 दिसंबर तक चलेगा कार्यक्रम
लखनऊ, 18 दिसंबर। योगी सरकार पूर्व प्रधानमंत्री ‘भारत रत्न’ अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म शताब्दी समारोह मनाएगी। इस उपलक्ष्य में 19 से 25 दिसंबर तक धूमधाम से अनेक आयोजन किए जाएंगे। संस्कृति विभाग व उच्च शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में होने वाले शताब्दी समारोह का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को संत गाडगे जी महाराज प्रेक्षागृह, संगीत नाटक अकादमी में करेंगे।
समारोह में प्रदर्शनी, सांस्कृतिक कार्यक्रम, काव्य पाठ समेत अनेक आयोजन भी होंगे। इन आयोजनों के विजेताओं को 25 दिसंबर को सम्मानित भी किया जाएगा। शताब्दी समारोह में उप्र. राजकीय अभिलेखागार व राज्य ललित कला अकादमी की तरफ से प्रदर्शनी लगाई जाएंगी। ललित कला अकादमी की निदेशक डॉ. श्रद्धा शुक्ला ने बताया कि प्रदर्शनी में अटल बिहारी के जीवन के विभिन्न पहलुओं (आदर्श कवि, आलोचक, कुशल प्रशासक, आदर्श राजनेता, दृढ़ प्रधानमंत्री) को दर्शाया जाएगा। इसका उद्देश्य वर्तमान व भावी पीढ़ी को अटल बिहारी वाजपेयी के व्यक्तित्व से प्रेरित करना है।
इसमें प्रदेश के कई जनपदों के कलाकारों द्वारा लगभग 30-35 से अधिक पेंटिंग लगाई जाएगी। ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के तहत उत्तर प्रदेश का कई राज्यों के साथ एमओयू होगा। मेजबान उत्तर प्रदेश के साथ मणिपुर, बिहार व छत्तीसगढ़ का एमओयू होगा। इन राज्यों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान होगा। वहीं संगीत नाटक अकादमी में उत्तर प्रदेश के सूचना विभाग की तरफ से भी सुशासन पर प्रदर्शनी लगेगी। पूरे सप्ताह तक अनेक सांस्कृतिक गतिविधियां भी चलेंगी। कवि सम्मेलन, सांस्कृतिक कार्यक्रम व काव्य पाठ प्रतियोगिताएं भी चलेंगी।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोक भवन स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि करेंगे। लोकभवन में भी सुशासन दिवस पर भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी पर आधारित प्रदर्शनी भी लगेगी। एक सप्ताह तक चलने वाले कार्यक्रमों के विजेताओं को अटल बिहारी वाजपेयी के 100वें जन्मदिन पर लोक भवन में सम्मानित भी किया जाएगा। एक सप्ताह तक चलने वाले इन आयोजनों की तैयारी पूर्ण कर ली गई है। यह कार्यक्रम योगी सरकार धूमधाम से मनाएगी। –आईएएनएस एसके/एएस
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जम्मू कश्मीर: पुंछ में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए भारतीय सेना ने शुरू किया ड्राइविंग कोर्स
पुंछ, 18 दिसंबर। भारतीय सेना की राष्ट्रीय राइफल्स ने 25 सीमावर्ती गांवों की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए 40 दिवसीय ड्राइविंग कोर्स शुरू किया है। भारत-पाकिस्तान एलओसी के पास पुंछ के मेंढर में कोर्स शुरू कराया गया है।
यह 40 दिवसीय ड्राइविंग कोर्स क्षेत्र के 25 सीमावर्ती गांवों की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से महिलाएं दोपहिया और चार पहिया वाहन चलाने में सक्षम होंगी। सीमावर्ती इलाकों में महिलाओं के लिए वाहन चलाने का प्रशिक्षण न केवल उनकी आजीविका के लिए बल्कि आपातकालीन परिस्थितियों में भी उपयोगी साबित होगा।
सेना द्वारा आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में महिलाओं को इस कोर्स की जानकारी दी गई, ताकि वे इसका पूरा लाभ उठा सकें। इस पहल का महिलाओं ने खुले दिल से स्वागत किया और भारतीय सेना का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सेना की इस सकारात्मक मुहिम से वे न केवल आत्मनिर्भर बनेंगी बल्कि अपने परिवारों और समाज के लिए भी योगदान दे पाएंगी।
एक प्रतिभागी मीनाक्षी बक्शी का कहना है कि मैं भारतीय सेना द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम को देखकर बहुत खुश हूं, एलओसी के किनारे रहने वाली महिलाओं के लिए यह एक अच्छी पहल है। इससे उन्हें अपने सशक्तिकरण को समझने में मदद मिलेगी और हर क्षेत्र में वो आगे बढ़ेगी। सेना ने जो ड्राइविंग कोर्स लागू किया है, वह महिलाओं को भाग लेने और अपने कौशल को बढ़ाने में सक्षम बनाएगा। मेरा मानना है कि महिलाओं को आत्मनिर्भर होना चाहिए। एलओसी के किनारे रहने वाली महिलाओं के लिए हमारी सेना जो यह पहल शुरू की है, उसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद देती हूं।
वहीं जेबा अंजुम ने कहा कि मैं सेना का धन्यवाद करना चाहूंगी कि उन्होंने ऑपरेशन सद्भाव के तहत जो ये मिशन शुरू किया है। एलओसी के पास रहने वाली महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए ड्राइविंग कोर्स शुरू किया है। यहां हम लोग बिना पैसे से ड्राइविंग कोर्स करेंगे। भारत की सेना की यह अच्छी पहल है। मैं उन्हें धन्यवाद देती हूं। भारतीय सेना का यह कदम सीमावर्ती क्षेत्रों में महिलाओं को सशक्त बनाने और उनकी सामाजिक स्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक अनुकरणीय प्रयास है।
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