राष्ट्रीय समाचार
‘भारतीय संविधान न्यायिक स्वतंत्रता और निष्पक्षता की अपेक्षा करता है,’ एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हाईकोर्ट जज की ‘बहुमत नियम’ टिप्पणी के जवाब में कहा
नई दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को एक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की कथित टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिसमें उन्होंने कहा था कि, “देश अपने बहुमत की इच्छा के अनुसार चलेगा,” और कहा कि भारत का संविधान “न्यायिक स्वतंत्रता और निष्पक्षता” की अपेक्षा करता है।
ओवैसी ने एक्स पर लिखा, “विभिन्न अवसरों पर वीएचपी पर प्रतिबंध लगाया गया। यह आरएसएस से जुड़ा हुआ है, एक ऐसा संगठन जिस पर वल्लभभाई पटेल ने ‘घृणा और हिंसा की ताकत’ होने के कारण प्रतिबंध लगाया था। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश ने ऐसे संगठन के सम्मेलन में भाग लिया। इस “भाषण” का आसानी से खंडन किया जा सकता है, लेकिन माननीय न्यायाधीश को यह याद दिलाना अधिक महत्वपूर्ण है कि भारत का संविधान न्यायिक स्वतंत्रता और निष्पक्षता की अपेक्षा करता है।”
ओवैसी ने आगे कहा कि निर्णय लेने में निष्पक्षता, स्वतंत्रता, न्याय और तर्कसंगतता न्यायपालिका की पहचान हैं।
ओवैसी ने कहा, “भारत का संविधान बहुसंख्यकवादी नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक है। लोकतंत्र में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा की जाती है। जैसा कि अंबेडकर ने कहा था, “…जैसे राजा को शासन करने का कोई दैवीय अधिकार नहीं है, वैसे ही बहुमत को भी शासन करने का कोई दैवीय अधिकार नहीं है।”
ओवैसी ने आगे कहा कि न्यायाधीश का कथित भाषण कॉलेजियम प्रणाली पर भी सवाल उठाता है।
उन्होंने कहा, “यह भाषण कॉलेजियम प्रणाली पर आरोप लगाता है और न्यायिक निष्पक्षता पर सवाल उठाता है। एक अल्पसंख्यक पार्टी वीएचपी के कार्यक्रमों में भाग लेने वाले व्यक्ति के सामने न्याय की उम्मीद कैसे कर सकती है?”
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार पर किया तीखा हमला
इससे पहले 7 दिसंबर को, असदुद्दीन ओवैसी ने भारत भर में मस्जिदों के नीचे मंदिर होने का दावा करने वाली याचिकाओं में वृद्धि के बीच केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया और आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ पार्टी का हर “वाहिनी”, “परिषद” और “सेना” के पीछे एक “अदृश्य हाथ” है।
एक्स पर एक पोस्ट में ओवैसी ने कहा, “कोई भी देश “महाशक्ति” नहीं बन सकता अगर उसकी 14 प्रतिशत आबादी लगातार दबाव का सामना करती है। भारत के लोगों को इतिहास को लेकर लड़ाई में धकेला जा रहा है, जहां कभी कोई इतिहास नहीं था। कोई भी देश महाशक्ति नहीं बन सकता अगर उसकी 14 प्रतिशत आबादी लगातार ऐसे दबाव का सामना करती है। हर “वाहिनी”, “परिषद”, “सेना” आदि के पीछे सत्तारूढ़ दल का अदृश्य हाथ है। उनका कर्तव्य है कि वे पूजा स्थल अधिनियम की रक्षा करें और इन झूठे विवादों को समाप्त करें।”
राजनीति
भारत 2050 तक बनेगा सोलर एनर्जी का ग्लोबल हब, इनोवेशन और मैन्युफैक्चरिंग को देगा बढ़ावा : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

नई दिल्ली, 28 अक्टूबर: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कहा कि 2050 तक भारत न केवल अपने क्लीन एनर्जी टारगेट्स को पूरा करना चाहता है, बल्कि एक ऐसा हब भी बनना चाहता है जो ग्लोबल सोलर मांग को एकीकृत करे और इनोवेशन, मैन्युफैक्चरिंग और नॉलेज के आदान-प्रदान को बढ़ावा दे।
राष्ट्रीय राजाधानी में भारत मंडपम में इंटरनेशनल सोलर एलायंस (आईएसए) की असेंबली के आठवें सत्र को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि भारत एक ग्लोबल सोलर एनर्जी हब बनने की राह पर है।
उन्होंने समय से पहले रिन्यूएबल एनर्जी टारगेट्स को प्राप्त करने में देश की प्रगति पर प्रकाश डाला और ग्लोबल सोलर डिमांड को एकीकृत करने और क्लीन एनर्जी इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए एक दृष्टिकोण की रूपरेखा प्रस्तुत की।
राष्ट्रपति ने कहा कि आईएसए मानवता की साझा आकांक्षा का प्रतीक है, जिसमें समावेशिता, सम्मान और सामूहिक समृद्धि के स्रोत के रूप में सोलर एनर्जी का उपयोग करना शामिल है।
राष्ट्रपति ने सभी सदस्य देशों से इन्फ्रास्ट्रक्चर से आगे सोचने और लोगों के जीवन पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इस असेंबली को एक सामूहिक कार्य योजना विकसित करनी चाहिए जो सोलर एनर्जी को रोजगार सृजन, महिला नेतृत्व, ग्रामीण आजीविका और डिजिटल समावेशन से जोड़े।
राष्ट्रपति ने कहा, “हमारी प्रगति केवल मेगावाट से नहीं, बल्कि रोशन हुए जीवन, मजबूत हुए परिवारों और समुदायों में आए बदलाव से भी मापी जानी चाहिए। टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट और अधिकतम लाभ के लिए नवीनतम और उन्नत तकनीकों को सभी के साथ साझा करने पर भी ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।”
राष्ट्रपति ने कहा कि जलवायु परिवर्तन पूरी दुनिया को प्रभावित कर रहा है। इस खतरे से निपटने के लिए तत्काल और ठोस कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। भारत जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है और दृढ़ संकल्पित कदम उठा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि आईएसए सोलर एनर्जी को अपनाने और उपयोग को प्रोत्साहित करके इस वैश्विक चुनौती से निपटने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस कार्यक्रम में बोलते हुए, उपभोक्ता मामले और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री, प्रल्हाद जोशी ने भारत की रिन्यूएनबल एनर्जी यात्रा के बारे में बताया।
उन्होंने आगे कहा कि देश में रिन्यूएबल एनर्जी का उत्पादन बढ़कर 257 गीगावाट हो गया है, जो कि पहले 2014 में 81 गीगावाट था।
केंद्रीय मंत्री ने संबोधन में कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में, भारत ने 2030 के लक्ष्य से 5 साल पहले ही गैर-जीवाश्म स्रोतों से 50 प्रतिशत ऊर्जा क्षमता प्राप्त करने का लक्ष्य हासिल कर लिया है, जिससे स्वच्छ ऊर्जा सुलभ और सस्ती हो गई है।”
जोशी ने आगे कहा कि पीएम-कुसुम, पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना, पीएम-जनमन और ‘एक सूर्य, एक विश्व, एक ग्रिड’ जैसी परिवर्तनकारी पहलों के माध्यम से, भारत ऊर्जा न्याय सुनिश्चित करने, सबसे गरीब लोगों को सशक्त बनाने और दक्षिण-दक्षिण सहयोग को मजबूत करने के प्रयासों का नेतृत्व कर रहा है।
मनोरंजन
‘हमेशा याद आएगी’, सतीश शाह की प्रार्थना सभा में इमोशनल हुई किशोरी शहाणे

नई दिल्ली, 28 अक्टूबर: फिल्मों और टीवी का जाना-माना चेहरा किशोरी शहाणे फिलहाल स्टार प्लस के सीरियल ‘माना के हम यार नहीं’ में दिखने वाली हैं।
एक्ट्रेस ने दिवंगत अभिनेता सतीश शाह के निधन पर दुख जताया है और उनके लिए रखी गई प्रार्थना सभा का वीडियो पोस्ट किया है। प्रार्थना के दौरान टीवी और बॉलीवुड के बड़े स्टार्स को देखा गया।
किशोरी शहाणे ने इंस्टाग्राम पर सतीश शाह की प्रेयर मीट का वीडियो पोस्ट किया है जिसमें सोनू निगम सतीश शाह की पत्नी मधु शाह के साथ ‘तेरे मेरे सपने’ सॉन्ग गाते दिखे। उनके चेहरे पर गम साफ नजर आया, लेकिन सोनू निगम उनके चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश कर रहे हैं।
इतना ही नहीं, वीडियो में ‘साराभाई वर्सेज साराभाई’ का टाइटल ट्रैक गाकर उन्हें याद किया गया। सभी के चेहरे गमगीन थे, लेकिन उन पलों में सतीश शाह और मधु शाह के लिए सभी लोग मुस्कुराते नजर आए। ‘तेरे मेरे सपने’ सतीश शाह का फेवरेट गाना था, जिसे गाते हुए सिंगर ने उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
किशोरी शहाणे ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर कैप्शन में लिखा, “हमारे प्यारे दोस्त सतीश शाह को सलाम, गहरा सम्मान और भारी मन से अलविदा… उनकी शोक सभा में सिंगर सोनू निगम, मधु शाह और साराभाई वर्सेज साराभाई की पूरी टीम ने टाइटल सॉन्ग को रीक्रिएट करके जादू बिखेर दिया।”
एक्ट्रेस ने ये भी बताया कि उन्होंने और उनके पति ने सतीश शाह के साथ कई फिल्मों में काम किया है, इसलिए वे उनके परिवार की तरह ही हैं। उन्होंने लिखा, “हमें उनकी हमेशा याद आएगी, ईश्वर मधु को इस अपूरणीय क्षति को सहने की शक्ति दे।”
बता दें कि किशोरी शहाणे टीवी के साथ-साथ मराठी फिल्मों में भी सक्रिय हैं। उनकी नई मराठी फिल्म ‘स्मार्ट सुनबाई’ का टीजर और पहला पोस्टर रिलीज हो चुका है। फिल्म 21 नवंबर को महाराष्ट्र के सिनेमाघरों में रिलीज होगी। इसके अलावा, वे टीवी सीरियल ‘माना के हम यार नहीं’ में दादी का रोल प्ले करने वाली हैं, जिससे खुशी और कृष्णा की जिंदगी नया मोड़ लेगी। ये सीरियल 29 अक्टूबर से स्टार प्लस पर शाम सात बजे टेलिकास्ट होगा।
अपराध
दिल्ली : लड़की ने खुद रची थी एसिड अटैक की साजिश, शामिल था पूरा परिवार

नई दिल्ली, 28 अक्टूबर: दिल्ली के भारत नगर इलाके से सामने आए एसिड अटैक के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में एसिड अटैक का मामला फर्जी पाया गया। नया खुलासा यह है कि जिस लड़की पर एसिड अटैक होने का दावा किया गया था, उसी ने पूरी प्लानिंग की थी। इस षड्यंत्र में लड़की के साथ उसके पिता, चाचा और भाई भी शामिल थे।
मामले में आरोपियों को क्लीनचिट के बाद स्पेशल सीपी, कानून एवं व्यवस्था (दिल्ली पुलिस) रविंद्र सिंह यादव ने बताया कि टेक्निकल एनालिसिस, सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय लोगों की गवाही के बाद पता चला कि मुख्य आरोपी निर्दोष हैं। अन्य आरोपी भी निर्दोष थे।
उन्होंने मिडिया से कहा, “इस षड्यंत्र को लड़की, उसके पिता, चाचा और भाई ने मिलकर रचा। आरोप लगाने वाली लड़की और निर्दोष पाए गए व्यक्ति के परिवारों के बीच मंगोलपुरी में पुराना प्रॉपर्टी विवाद चल रहा था। उसी केस में लड़की के घर वालों ने निर्दोष पाए गए व्यक्ति के परिवार की महिला पर एसिड फेंका था। लड़की का पिता उस व्यक्ति की पत्नी का भी शोषण कर चुका था। इतना ही नहीं, लड़की ने तीन ऐसे लोगों के नाम भी एफआईआर में दर्ज कराए थे, जो वाकई में घटनास्थल पर मौजूद भी नहीं थे।”
पुलिस अधिकारी ने खुशी जताते हुए कहा कि हमने निर्दोष व्यक्ति को बचाया है। इससे पहले, जिस व्यक्ति पर एसिड अटैक के आरोप लगाए थे, उसका एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया, जो उसकी बेगुनाही का सबसे बड़ा सबूत साबित हुआ।
सीसीटीवी फुटेज में घटना के समय मुख्य आरोपी करोल बाग इलाके में दिखाई दिया था। अपनी शिकायत में युवती ने आरोप लगाया था कि आरोपी एसिड अटैक में शामिल था।
पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपी ने दावा किया कि वह घटनास्थल पर मौजूद नहीं था और काम के सिलसिले में करोल बाग में था। बाद में पुलिस ने करोल बाग के सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें घटना के समय वह वहां बाइक चलाते हुए दिखाई दिया। इस फुटेज के आधार पर पुलिस ने एसिड अटैक मामले के कथित मुख्य आरोपी को क्लीनचिट दी।
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