दुर्घटना
नवी मुंबई: शाहबाज गांव में 3 मंजिला इमारत ढही, कई लोगों के फंसे होने की आशंका; तस्वीरें सामने आईं।

नवी मुंबई: शनिवार को सुबह करीब 4.30 बजे सीबीडी बेलापुर के शाहबाज गांव के निवासी एक जी प्लस तीन मंजिला इमारत के ढहने की आवाज सुनकर जागे। इमारत ढहने का एहसास होने पर कुल 52 लोग इमारत से बाहर भागे, दो को जिंदा बाहर निकाला गया और दो के अंदर फंसे होने की आशंका है।
एक जीवित बचे व्यक्ति का बयान
“सुबह करीब 3.45 बजे, मुझे मेरे फ्लैट के नीचे रहने वाली महिला का फोन आया, जिसमें उसने बताया कि इमारत में दरार आ गई है। उसके पास सभी का नंबर नहीं था, लेकिन मेरे पास था, इसलिए मैंने सभी को फोन किया। हम सभी बिना कुछ लिए बाहर भागे। सुबह 4.30 बजे इमारत ढह गई। कल किसी ने मुझे बताया कि ग्राउंड फ्लोर पर सैलून में कुछ टूट रहा है। मुझे लगा कि कुछ काम चल रहा होगा। अगर मुझे फोन नहीं आता, तो हम सभी मर जाते। घर का मालिक जरूरत पड़ने पर रखरखाव करवाता था, लेकिन हमें कभी नहीं लगा कि यह इतनी खराब स्थिति में है,” एक जीवित बचे व्यक्ति जोया देशमुख ने कहा।
फायर ऑफिसर पुरुषोत्तम जाधव द्वारा बताई गई जानकारी
फायर ऑफिसर पुरुषोत्तम जाधव ने बताया, “हमें सुबह करीब 4.50 बजे सीबीडी बेलापुर फायर स्टेशन पर शाहबाज गांव में इमारत ढहने की सूचना मिली। जब हम यहां पहुंचे तो हमने पाया कि मलबे में दो लोग फंसे हुए थे। उनकी पहचान सैफ अली और रुक्सार खातून के रूप में हुई, जिन्हें जिंदा बाहर निकाल लिया गया। मोहम्मद सिराज और एक अन्य के फंसे होने की आशंका है। अभी, वाशी, सीबीडी बेलापुर और नेरुल फायर ब्रिगेड के 70 लोगों के साथ-साथ एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर मौजूद है।”
एक अन्य जीवित बचे सतीश गोंड ने कहा, “स्तंभ में दो दिनों से दरारें दिख रही थीं, लेकिन हम वहीं रह रहे थे क्योंकि कोई नहीं जानता था कि इसके क्या परिणाम होंगे। हम मजदूर हैं, हमें कुछ नहीं पता और हम वहीं रह रहे हैं। पिछली रात से दीवार के टूटने, टाइल टूटने जैसी छोटी-छोटी आवाजें आने लगीं और हम डर गए। इमारत में 17 फ्लैट और दो दुकानों में कुल मिलाकर करीब 50 लोग रह रहे थे।”
नवी मुंबई नगर निगम आयुक्त कैलाश शिंदे का आधिकारिक बयान
नवी मुंबई नगर निगम आयुक्त कैलाश शिंदे सुबह करीब 6 बजे घटनास्थल पर पहुंचे, उन्होंने कहा, “सुबह 5 बजे से थोड़ा पहले, शाहबाज गांव के सेक्टर 19 में इमारत ढह गई। ढहने से ठीक पहले कुल 39 लोग और 13 बच्चे बाहर आ गए थे। बचाए गए लोगों को बचाव आश्रय में भेज दिया गया है। इमारत सिर्फ़ 10 साल पुरानी है और हम इसकी जांच करेंगे कि यह इतने कम समय में कैसे ढह गई।”
दुर्घटना
पुणे पुल हादसा: प्रशासन ने महाराष्ट्र सरकार को सौंपी प्रारंभिक रिपोर्ट

पुणे, 16 जून। महाराष्ट्र सरकार को पुणे जिला प्रशासन ने पुल हादसे को लेकर अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में रविवार को इंद्रायणी नदी पर बने 33 साल पुराने पुल के ढहने से चार लोगों की मौत और 51 के घायल होने की पुष्टि की गई है।
यह घटना दोपहर करीब साढ़े तीन बजे हुई, जब करीब 125 पर्यटक पुणे जिले की मावल तहसील के कुंडमाला में एकत्र हुए थे। इस घटना में चार मृतकों में से तीन की पहचान हो गई है जबकि एक की पहचान अभी नहीं हो पाई है। मृतकों के नाम चंद्रकांत साठले, रोहित माने, विहान माने (पहचान हो गई है) हैं जबकि एक की अभी भी पहचान नहीं हो पाई है।
लगातार बारिश के कारण रविवार रात को रोका गया राहत एवं बचाव कार्य सोमवार सुबह फिर से शुरू किया गया।
महाराष्ट्र के पुनर्वास राज्य मंत्री मकरंद पाटिल ने कहा, “पुल 30 साल से ज्यादा पुराना था और इसका निर्माण पुणे जिला परिषद ने करवाया था। प्रशासन ने दोनों तरफ बोर्ड लगाकर लोगों से इसका इस्तेमाल न करने की अपील की थी, लेकिन बारिश के दिन मौज-मस्ती करने आए कुछ लोगों ने इसका इस्तेमाल किया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह हादसा हुआ। प्रशासन बचाव और राहत कार्यों में लगा हुआ है।”
घटनास्थल पर मौजूद राज्य आपदा प्रबंधन मंत्री गिरीश महाजन ने पहले ही घोषणा कर दी है कि राज्य सरकार मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा देगी।
पुणे जिला प्रशासन के अनुसार कुंडमाला पुल का काम 1990 में शुरू हुआ था और इसे 1993 में उपयोग के लिए खोल दिया गया था।
हालांकि, प्रशासन ने 2023 में पाया कि लगभग 30 वर्षों तक इस्तेमाल हुए पुल अब उपयोग योग्य नहीं है। लोगों को इसका उपयोग न करने को कहा गया था।
प्रशासन ने 8 करोड़ रुपये की लागत से एक नए पुल के निर्माण का प्रस्ताव रखा है। लोक निर्माण विभाग ने टेंडर जारी कर निर्देश जारी कर दिया है। बारिश के बाद काम शुरू होना प्रस्तावित है।
दुर्घटना
अहमदाबाद विमान हादसा: प्रत्यक्षदर्शी आकाश पटनी ने कहा, ‘जो देखा वो खौफनाक था’

अहमदाबाद, 14 जून। गुजरात के अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे को लेकर प्रत्यक्षदर्शी आकाश पटनी ने कहा कि वह मंजर बहुत ही भयावह था, जिसे मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता।
शनिवार को मिडिया से बातचीत के दौरान प्रत्यक्षदर्शी आकाश पटनी ने कहा, “गुजरात हाउसिंग बोर्ड के एक नंबर ब्लॉक में रहता हूं। जो घटना हुई है उसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता हूं। वो एक भयानक मंजर था। मैं उस दिन घर पर था। कपड़े उतारने के लिए पत्नी के साथ छत पर गया था। इस दौरान हमने देखा कि एक प्लेन हमारी तरफ आ रहा है। हमारा शरीर कांपने लगा। प्लेन सबसे पहले एक पेड़ से टकराया। इसके बाद हॉस्टल की बिल्डिंग पर गिरा। चारों तरफ फैले धुएं के कारण हमें कुछ देर के लिए दिखना तक बंद हो गया था। जैसे-तैसे हम छत से नीचे की ओर आए। धमाका इतना जोरदार था कि आस-पास की बिल्डिंग में रहने वाले लोग भी घर से बाहर एक सुरक्षित जगह पर जमा हुए।”
पटनी ने उस मेस की भी बात की जिस पर विमान गिरा था। बोले, “रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान हम भी वहां गए थे। खाने की प्लेट में खाना वैसा का वैसा ही था। इसके बाद लोगों ने यह समझा कि छात्र खाना ही खाने वाले थे। लेकिन, खाना खाने से पहले यह भयावह हादसा हो गया।”
अहमदाबाद विमान हादसे में शनिवार को घटना स्थल पर एनडीआरएफ, सीआईएसएफ और विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) की टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं।
राज्य के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने कहा, “फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में कई अधिकारियों के साथ एक बैठक हुई, जिसमें विशेष रूप से गुजरात के फोरेंसिक वैज्ञानिकों की टीम पर ध्यान केंद्रित किया गया, जो पिछले दो रातों से बिना आराम किए दिन-रात अथक परिश्रम कर रहे हैं ताकि परिवारों के लिए डीएनए मिलान में तेजी लाई जा सके। राज्य के प्रयासों के अलावा, भारत सरकार द्वारा भी बड़ी संख्या में फोरेंसिक विशेषज्ञों को सहायता के लिए भेजा गया है। वर्तमान में, गुजरात सरकार द्वारा तैनात 36 फोरेंसिक विशेषज्ञ काम कर रहे हैं।”
दुर्घटना
‘उनका स्वभाग बहुत ही सरल था’, पूर्व सीएम विजय रूपाणी के निधन पर बोले उनके कर्मचारी विजयभाई

राजकोट, 13 जून। अहमदाबाद में गुरुवार को एयर इंडिया के प्लेन क्रैश में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का निधन हो गया। उनके निधन से पूरा गुजरात दुखी है। पूर्व सीएम के निधन पर उनके यहां बीते 25 साल से काम कर रहे विजयभाई ने दुख जताया है।
विजयभाई ने कहा कि उनके जैसे सरल स्वभाव का व्यक्ति मैंने अपने जीवन में नहीं देखा। उन्होंने बताया कि वह 25 साल से पूर्व सीएम के यहां काम कर रहे थे। इस हादसे से वह बेहद दुखी हैं। बोले, “वह बहुत अच्छे आदमी थे। मुझे अपना परिवार मानते थे। मैं भी उन्हें बड़े भाई की तरह मानता था। परिवार से अधिक उन्हें मान देता था। मेरे पास कुछ भी नहीं था, आज जो कुछ भी है सब उन्हीं की देन हैं। उन्होंने मुझे हमेशा परिवार का हिस्सा ही माना है। मुझे जब भी किसी चीज की जरूरत होती तो वह मेरा सारा काम करवाते थे। मेरे बच्चों को पढ़ाने से लेकर सभी चीज़ों में उन्होंने मेरी बहुत मदद की है।”
पुजारी मनीष भट्ट ने बताया, ” मैं मंदिर में पिछले 5 साल से पूजा-पाठ कर रहा हूं और पूर्व सीएम को मैं 5 साल से जानता हूं। सोसायटी का जब भी कोई कार्यक्रम होता था तो वह सभी बैठकों में शामिल होते थे। मंदिर में आते थे और हर त्योहार पर विशेष पूजा-पाठ करवाते थे। वह सरल स्वभाव के व्यक्ति थे। उनके निधन से बहुत दुख हुआ है। भगवान से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को अपने चरणों में स्थान दे।”
पूर्व सीएम के निधन पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से दुख जताया गया। भाजपा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। पोस्ट में लिखा, “एयर इंडिया की फ्लाइट एआई 171 की दुर्घटना अत्यंत दुखद है। इस दुर्घटना में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पंजाब भाजपा के प्रभारी विजय रूपाणी का निधन हुआ है। उनका निधन गुजरात और पूरे देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। पूरा देश इस त्रासदी से व्यथित है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और शोकसंतप्त परिवारों को यह असीम दुख सहने की शक्ति दें।“
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